आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
*वो कौन-कौन scriptures है जिस को पढ़कर मसीही लोग धोखा खा गए*
*पहला हैं 1 कुरिन्थियों 14:2*
👉 *अन्य भाषा का दान का भेद समझा जा सकता है,यह दान भेद प्रगट करने का दान नहीं है*
👉 *कैसे?*
👉आपने अपनी पूरी life में इस angle को कभी check नहीं किया होगा!
*ध्यान से सूने*:-
✍️ *पूरी बाइबल में कहीं भी अन्य भाषा के दान को भेद प्रगट करने वाला दान कभी नहीं बोला है!*
👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।
(1 कुरिन्थियों 14:2)
✍️आपने इसी को पढ़ा है ना!
👉इसी को लेकर confuse हो गए ना!
👉 *मनुष्य*
👉 *कोई*
👉 *भेद*
👉 *पौलुस चाहता था, मनुष्य यह भेद को समझें!*
👉 *वचन के साथ आपको ये proof करुंगा!*
👉 *पढ़ने में ऐसा लगता है, कोई नहीं इस भेद को समझें!*
👉 *लेकिन लेखक की चाल को पकड़ो!*
👉 *अब मैं आपको context (संदर्भ) में लेकर चलता हुं!*
👉जब तक आप context (संदर्भ) में नहीं पढ़ोगे और एक टुकड़ा उठाओगे!
👉 *जैसे के तेरी आंख ठोकर खाती है, तो आंख निकाल दे!*
👉 *तेरा हाथ ठोकर खाता है, तो हाथ काट दे!*
👉 *तो आप अंधे लंगड़े लूले हो जाओगे!*
👉लेकिन उसके पीछे के context (संदर्भ) को समझो!
👉स्त्री कलीसिया में चुप रहे context (संदर्भ) समझो!
👉नहीं तो बेड़ा गर्क!
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✍️तो context (संदर्भ) में पढ़ेंगे!
👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; *वह मनुष्यों* से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।
(1 कुरिन्थियों 14:2)
👉परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, *वह मनुष्यों से* उन्नति, और उपदेश, और शान्ति की बातें कहता है।
(1 कुरिन्थियों 14:3)
✍️context (संदर्भ) क्या है!
👉जो अन्य भाषा में बातें करता है, वह अपनी ही उन्नति करता है; परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, *वह कलीसिया की उन्नति करता है।*
(1 कुरिन्थियों 14:4)
✍️मनुष्यों की उन्नति, फ़िर कहता है कलिसिया की उन्नति!
👉या जो अभी तक total आप पढ़ रहे हैं, आपके दीमाग में क्या आया!
*ध्यान से सूने*:-
✍️ये लेखक जिस नाम है पौलूस है, पूरा पढ़ते वक्त में इस का इशारा कहां है!
👉या कहना क्या चहता है, कहना क्या रहा है!
👉 *मनुष्यों की उन्नति हो,*
👉 *कलिसिया की उन्नति हो,*
👉 *मनुष्य प्रभु के नजदीक आए,*
👉 *उपदेश की बातें मनुष्य समझ सके!*
👉क्योंकि जब 1कुरि 14:2 में पढ़ते हैं, तुम जब बात करते हो,मनुष्य को समझ में नहीं आता!
👉 *पौलूस चहता था भेद की बाते हर मनुष्य समझे!*
👉मैं चाहता हूँ, कि तुम सब अन्य भाषाओं में बातें करो, परन्तु अधिकतर यह चाहता हूँ कि भविष्यद्वाणी करो: क्योंकि यदि अन्य भाषा बोलनेवाला *कलीसिया की उन्नति के लिये अनुवाद न करे* तो भविष्यद्वाणी करनेवाला उससे बढ़कर है।
(1 कुरिन्थियों 14:5)
👉इसलिए हे भाइयों, *यदि मैं* तुम्हारे पास आकर अन्य भाषा में बातें करूँ, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूँ, *तो मुझसे तुम्हें क्या लाभ होगा?*
(1 कुरिन्थियों 14:6)
✍️पीछे चलते हैं!
👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।
(1 कुरिन्थियों 14:2)
✍️ *जब आप ये पढ़ रहे थे, आपको लग रहा था, ओ हो मनुष्य नहीं समझ सकता!*
👉 *मेरे पास भेद की बाते हैं,
👉 *मैं आत्मा हो होकर भेद की बाते बोलता हूं!*
👉पौलूस कहता नहीं,
👉जो भी बात करो मनुष्य को उस का भेद समझा में आना चाहिए!
👉मतलव:- मनुष्य को पता होना चाहिए!
*ध्यान से सूने*:-
✍️ *कहा पर बात clear हो गई!*
👉तो ये बात करते करते-करते वो कहा पर पहोंचा!
👉इसलिए हे भाइयों, *यदि मैं* तुम्हारे पास आकर अन्य भाषा में बातें करूँ, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूँ, *तो मुझसे तुम्हें क्या लाभ होगा?*
(1 कुरिन्थियों 14:6)
👉मतलब :- *मेरी बातों से तुमको क्या फायदा!*
👉इसी प्रकार यदि निर्जीव वस्तुएँ भी, जिनसे ध्वनि निकलती है जैसे बाँसुरी, या बीन, यदि उनके स्वरों में *भेद न हो* तो जो फूँका या बजाया जाता है, वह क्यों पहचाना जाएगा?
(1 कुरिन्थियों 14:7)
👉और यदि तुरही का शब्द साफ न हो तो कौन लड़ाई के लिये तैयारी करेगा? ऐसे ही तुम भी यदि जीभ से साफ बातें न कहो, तो जो कुछ कहा जाता है? वह *कैसे समझा जाएगा?* तुम तो हवा से बातें करनेवाले ठहरोगे।
(1 कुरिन्थियों 14:8-9)
✍️ *context (संदर्भ) मैं क्या है?*
👉 *भेद*
👉 *मतलव तुम्हारा भेद हमें समझ आना चाहिए!*
👉 *पौलुस चाहता था कि यह भेद मनुष्य समझे!*
👉 *तो 1कुरि 14:2 ऐसा नहीं है जैसा परोसा गया था!*
*एक छोटा सा उदाहरण:-*
👉पर ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है।
(गलातियों 4:26)
👉इतना सा टुकड़ा उठा लिया, कहते हैं, ऊपर एक मां है!
👉और लाखों की तादाद में लोग इस के पीछे जा रहे हैं!
👉context (संदर्भ) में क्या हाजिरा और सारा है,
👉दो बच्चे हैं, इसहाक और इस्माइल है!
👉ये हैं context
👉इसी तरह 1 कुरि 14:2 इतना सा टुकड़ा उठा लिया!
👉कोई नहीं समझता,
👉पर पौलुस चाहता है मनुष्य समझे!
👉कुछ कहते हैं कोई जरूरत नहीं समझने की, मैं आत्मा में प्रभु से बातें कर रहा हूं!
👉पौलुस कहता तुम तो हवा में बातें करने वाले ठहरोगे!
👉जगत में कितने ही प्रकार की भाषाएँ क्यों न हों, परन्तु उनमें से कोई भी बिना अर्थ की न होगी।
👉 *इसलिए यदि मैं किसी भाषा का अर्थ न समझूँ, तो बोलनेवाले की दृष्टि में परदेशी ठहरूँगा;* और बोलनेवाला मेरी दृष्टि में परदेशी ठहरेगा।
(1 कुरिन्थियों 14:10-11)
✍️ *परदेशी का अर्थ*:-
👉Greek 915 - βάρβαρος
English में - barbarian का मतलव जंगली
👉जिस की कोई भाषा नहीं!
👉इसलिए तुम भी जब आत्मिक वरदानों की धुन में हो, तो ऐसा प्रयत्न करो, *कि तुम्हारे वरदानों की उन्नति से कलीसिया की उन्नति हो।*
(1 कुरिन्थियों 14:12)
👉 *इस कारण जो अन्य भाषा बोले, तो वह प्रार्थना करे, कि उसका अनुवाद भी कर सके।*
(1 कुरिन्थियों 14:13)
✍️इसलिए पौलुस चाहता था, भाषा का भेद मनुष्य समझे!
👉Total पढ़ने के बाद क्या समझ में आ रहा है, भाषा का भेद समझे या न समझे!
*अब दूबारा पढ़े*:-
✍️ *मनुष्य को दीमाग में रख कर,*
👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।
(1 कुरिन्थियों 14:2)
✍️अगर भेद की बातों को नहीं समझ सकते तो!
👉मेरा प्रश्न:- उन लोगो से जो ये कहते हैं, ये तो भेद की बाते हैं!
👉 *तो अनुवाद का दान क्यों दिया?*
👉मुझे इसका जवाब दे दीजिए!
👉जो Gibberish बोलते है!
👉पौलुस एक तरफ कहता है, इसे समझ नहीं सकते एक तरफ कहता है इसे समझना चाहिए!
👉 *क्या पौलुस बौखला गया है,नहीं!*
👉दूसरी तरफ पवित्र आत्मा कहता ऐसी भाषाएं आएगी इसलिए अनुवाद का दान भी दूगा!
👉 *तो जब समझना ही नहीं है तो ये दान क्यों?*
*God bless you*