Monday, 18 September 2023

1 कुरिन्थियों 14:2 (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*वो कौन-कौन scriptures है जिस को पढ़कर मसीही लोग धोखा खा गए*


*पहला हैं 1 कुरिन्थियों 14:2*


👉 *अन्य भाषा का दान का भेद समझा जा सकता है,यह दान भेद प्रगट करने का दान नहीं है*


👉 *कैसे?*


👉आपने अपनी पूरी life में इस angle को कभी check नहीं किया होगा!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *पूरी बाइबल में कहीं भी अन्य भाषा के दान को भेद प्रगट करने वाला दान कभी नहीं बोला है!*


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


✍️आपने इसी को पढ़ा है ना!


👉इसी को लेकर confuse हो गए ना!


👉 *मनुष्य*

👉 *कोई*

👉 *भेद*


👉 *पौलुस चाहता था, मनुष्य यह भेद को समझें!*


👉 *वचन के साथ आपको ये proof करुंगा!*


👉 *पढ़ने में ऐसा लगता है, कोई नहीं इस भेद को समझें!*


👉 *लेकिन लेखक की चाल को पकड़ो!*


👉 *अब मैं आपको context (संदर्भ) में लेकर चलता हुं!*


👉जब तक आप context (संदर्भ) में नहीं पढ़ोगे और एक टुकड़ा उठाओगे!


👉 *जैसे के तेरी आंख ठोकर खाती है, तो आंख निकाल दे!*


👉 *तेरा हाथ ठोकर खाता है, तो हाथ काट दे!*


👉 *तो आप अंधे लंगड़े लूले हो जाओगे!*


👉लेकिन उसके पीछे के context (संदर्भ) को समझो!


👉स्त्री कलीसिया में चुप रहे context (संदर्भ) समझो!


👉नहीं तो बेड़ा गर्क!

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✍️तो context (संदर्भ) में पढ़ेंगे!


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; *वह मनुष्यों* से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


👉परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, *वह मनुष्यों से* उन्नति, और उपदेश, और शान्ति की बातें कहता है।

(1 कुरिन्थियों 14:3)


✍️context (संदर्भ) क्या है! 


👉जो अन्य भाषा में बातें करता है, वह अपनी ही उन्नति करता है; परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, *वह कलीसिया की उन्नति करता है।*

(1 कुरिन्थियों 14:4)


✍️मनुष्यों की उन्नति, फ़िर कहता है कलिसिया की उन्नति!


👉या जो अभी तक total आप पढ़ रहे हैं, आपके दीमाग में क्या आया!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ये लेखक जिस नाम है पौलूस है, पूरा पढ़ते वक्त में इस का इशारा कहां है! 


👉या कहना क्या चहता है, कहना क्या रहा है!


👉 *मनुष्यों की उन्नति हो,*


👉 *कलिसिया की उन्नति हो,* 


👉 *मनुष्य प्रभु के नजदीक आए,*


👉 *उपदेश की बातें मनुष्य समझ सके!*


👉क्योंकि जब 1कुरि 14:2 में पढ़ते हैं, तुम जब बात करते हो,मनुष्य को समझ में नहीं आता!


👉 *पौलूस चहता था भेद की बाते हर मनुष्य समझे!*


👉मैं चाहता हूँ, कि तुम सब अन्य भाषाओं में बातें करो, परन्तु अधिकतर यह चाहता हूँ कि भविष्यद्वाणी करो: क्योंकि यदि अन्य भाषा बोलनेवाला *कलीसिया की उन्नति के लिये अनुवाद न करे* तो भविष्यद्वाणी करनेवाला उससे बढ़कर है।

(1 कुरिन्थियों 14:5)


👉इसलिए हे भाइयों, *यदि मैं* तुम्हारे पास आकर अन्य भाषा में बातें करूँ, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूँ, *तो मुझसे तुम्हें क्या लाभ होगा?*

(1 कुरिन्थियों 14:6)


✍️पीछे चलते हैं!


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


✍️ *जब आप ये पढ़ रहे थे, आपको लग रहा था, ओ हो मनुष्य नहीं समझ सकता!*


👉 *मेरे पास भेद की बाते हैं, 


👉 *मैं आत्मा हो होकर भेद की बाते बोलता हूं!*


👉पौलूस कहता नहीं, 


👉जो भी बात करो‌ मनुष्य को उस का भेद समझा में आना चाहिए!


👉मतलव:- मनुष्य को पता होना चाहिए!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *कहा पर बात clear हो गई!*


👉तो ये बात करते करते-करते वो कहा पर पहोंचा! 


👉इसलिए हे भाइयों, *यदि मैं* तुम्हारे पास आकर अन्य भाषा में बातें करूँ, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूँ, *तो मुझसे तुम्हें क्या लाभ होगा?*

(1 कुरिन्थियों 14:6)


👉मतलब :- *मेरी बातों से तुमको क्या फायदा!*


👉इसी प्रकार यदि निर्जीव वस्तुएँ भी, जिनसे ध्वनि निकलती है जैसे बाँसुरी, या बीन, यदि उनके स्वरों में *भेद न हो* तो जो फूँका या बजाया जाता है, वह क्यों पहचाना जाएगा?

(1 कुरिन्थियों 14:7)


👉और यदि तुरही का शब्द साफ न हो तो कौन लड़ाई के लिये तैयारी करेगा? ऐसे ही तुम भी यदि जीभ से साफ बातें न कहो, तो जो कुछ कहा जाता है? वह *कैसे समझा जाएगा?* तुम तो हवा से बातें करनेवाले ठहरोगे।

(1 कुरिन्थियों 14:8-9)


✍️ *context (संदर्भ) मैं क्या है?* 


👉 *भेद*


👉 *मतलव तुम्हारा भेद हमें समझ आना चाहिए!*


👉 *पौलुस चाहता था कि यह भेद मनुष्य समझे!*


👉 *तो 1कुरि 14:2 ऐसा नहीं है जैसा परोसा गया था!*


*एक छोटा सा उदाहरण:-*


👉पर ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है।

(गलातियों 4:26)


👉इतना सा टुकड़ा उठा लिया, कहते हैं, ऊपर एक मां है!


👉और लाखों की तादाद में लोग इस के पीछे जा रहे हैं!


👉context (संदर्भ) में क्या हाजिरा और सारा है, 


👉दो बच्चे हैं, इसहाक और इस्माइल है!


👉ये हैं context


👉इसी तरह 1 कुरि 14:2 इतना सा टुकड़ा उठा लिया!


👉कोई नहीं समझता,


👉पर पौलुस चाहता है मनुष्य समझे!


👉कुछ कहते हैं कोई जरूरत नहीं समझने की, मैं आत्मा में प्रभु से बातें कर रहा हूं!


👉पौलुस कहता तुम तो हवा में बातें करने वाले ठहरोगे!


👉जगत में कितने ही प्रकार की भाषाएँ क्यों न हों, परन्तु उनमें से कोई भी बिना अर्थ की न होगी। 


👉 *इसलिए यदि मैं किसी भाषा का अर्थ न समझूँ, तो बोलनेवाले की दृष्टि में परदेशी ठहरूँगा;* और बोलनेवाला मेरी दृष्टि में परदेशी ठहरेगा।

(1 कुरिन्थियों 14:10-11)


✍️ *परदेशी का अर्थ*:-


👉Greek 915 - βάρβαρος

English में - barbarian का मतलव जंगली 


👉जिस की कोई भाषा नहीं!


👉इसलिए तुम भी जब आत्मिक वरदानों की धुन में हो, तो ऐसा प्रयत्न करो, *कि तुम्हारे वरदानों की उन्नति से कलीसिया की उन्नति हो।*

(1 कुरिन्थियों 14:12)


👉 *इस कारण जो अन्य भाषा बोले, तो वह प्रार्थना करे, कि उसका अनुवाद भी कर सके।*

(1 कुरिन्थियों 14:13)


✍️इसलिए पौलुस चाहता था, भाषा का भेद मनुष्य समझे!


👉Total पढ़ने के बाद क्या समझ में आ रहा है, भाषा का भेद समझे या न समझे!


*अब दूबारा पढ़े*:-


✍️ *मनुष्य को दीमाग में रख कर,*


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


✍️अगर भेद की बातों को नहीं समझ सकते तो!


👉मेरा प्रश्न:- उन लोगो से जो ये कहते हैं, ये तो भेद की बाते हैं! 


👉 *तो अनुवाद का दान क्यों दिया?*


👉मुझे इसका जवाब दे दीजिए!


👉जो Gibberish बोलते है!


👉पौलुस एक तरफ कहता है, इसे समझ नहीं सकते एक तरफ कहता है इसे समझना चाहिए!


👉 *क्या पौलुस बौखला गया है,नहीं!*


👉दूसरी तरफ पवित्र आत्मा कहता ऐसी भाषाएं आएगी इसलिए अनुवाद का दान भी दूगा!


👉 *तो जब समझना ही नहीं है तो ये दान क्यों?*


*God bless you*

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