क्या सच मे तीन प्रकार की अन्य भाषा है (हिंदी )
क्या सच मे तीन प्रकार की अन्य भाषा है
1) अन्य भाषा तीन प्रकार की है तो मैने सोचा की क्योंना इसको वचन के अनुसार आपके बीच में रखु,
2) वो इसलिये रखु की मसीह के देह मे ऐसा कुछ भी नही आना चाहिए जिसको वचन सपोर्ट नही करता ,
3) हर टीचिंग जिसको वचन सपोर्ट करता है , स्वीकार करना लायक हैं और जो वचन के कॉन्टॅकस मे प्रचार करता हैं
क्या सच मे तीन प्रकार के अन्य भाषा है
कुछ लोग ऐसे सिखा रहे है की अन्य भाषा एक नही तीन है , इसलिये लिखा है कि क्या सच मे तीन प्रकार की अन्य भाषा है ?
अगर कोई कहता है तीन प्रकार की अन्य भाषा है तो उसे साबित करना होगा वचन के Right Context से
अ) जी दोस्तो , अगर वचन नही रख रहा है की अन्य भाषा तीन प्रकार की है तो वो प्रचारक गलत है और ऐसो को नही सुनना
2) दुसरी बात , जो अभी मुझे सुन रहा है आपको ये हक है , आप बारकियोसे देखेगा , समजेगा , की मै अगर कोई भी स्टेटमेंट रखता हु तो वचन उसको सपोर्ट नही कर रहा है , आप मेरी भी व्हिडिओ ना देखे , ऐसी सभी की टिचिंग वो चाए नॅशनल हो की इंटरनॅशनल हो गलत है
क्या सच मे तीन प्रकार की अन्य भाषा है
1) प्रेरित 17:11 जब पलूस प्रचार करता था ना तो वहा के यहुदी लोग जीन्होने पौलूस के प्रचार को स्वीकार किया था उन्होने एक हात स्वीकार किया था लेकिन दुसरी हात उनमें तोरा होता था मुसा की किताबे , भजनो की किताबे , नबीयों के किताबे , ऐसी पुस्तक से ये पौलुस की टीचिंग को मॅच करते थे की ये ऐसेही है या अलग ,
2) पौलुस क्या कहता है गलती 1:7,8,9 वो कहता है अगर मै या उपर स्वर्ग से दूत आकर ऐसी शिक्षा देता हैं जो हमने नही दि , वो शापित हो , इतना पौलुस सक्त क्यों हैं ?
3) येशु खुद कहते हैं मेरे जाने के बाद बहुत सारे फाडने वाले भेडिया आयेंगे , येशूने कहा सावधान रहो , इसका जीकर पतरस ने करा , इसका जीकर पौलूस ने करा , इसका जिकर यहुना ने किया , आज जितने भी सेवकोने किताबे लिखी वे सब अपने अपने टाइम पर इसका जीकर करते गये की ऐसे कही प्रकार की सिद्धांत , ऐसी किसी प्रकार की डॉक्टरीन को , ऐसी किसी प्रकार के थेअरी को स्वीकार ना करो , जिसको वचन सपोर्ट नही करता ,
4) अगर वो सभी डॉक्टरिन , सभी सिद्धांत वे सभी थेअरी स्वीकार करना लायक हैं , अगर उसका बुनियाद वचन है
अगर अन्य भाषा तीन प्रकार की है तो अन्य भाषा एक , अन्य भाषा दो , अन्य भाषा तीन , ऐसे अलग अलग है , ऐसे क्रिप्चर दिजीए , वो भी वचन Right Context में
उदा .
1) प्रेरित 15 में क्या हुआ वहा कुछ येहुदी थे जो पौलुस को , याकूब को , यहुना को , पतरस को ऐसे टीचिंग देते थे की देखे तुम्हारा उद्धार तो विश्वास से हो गया लेकिन एक काफी नही है तुम्हारा खतना भी होना चाहिये उन्होने कहा खतना होना चाहिये
2) अब वहा पे पतरस , पौलुस , याकूब ये सारी टिचिंग जो प्रेरित थे उन दिनो के वे इकगठ्ठा हुए आपस मे बात की और कहा कि क्या करे सही क्या है तब उनको पता चला की खतना से कोई लाभ नही है खतना तो यहुदी के लिए था इजरायली यो के लिये था
3) लेकिन येशू मसी साफ इदादत दि उनवणे कहा जो कोई मुझे स्वीकार करेगा , मुझ पर विश्वास करेगा वो उद्धार पायेगा शर्त क्या है अगला ? बाप्तिस्मा पिता पुत्र पवित्र आत्मा के नाम से
4) इसके अलावा दुसरा कोई सिद्धांत नही दिया , तो ऐसी टिचिंग उन दिनो मे चलती थी और आज भी ऐसा कुछ चल रहा है , जीसमे सें ये एक है
5) कहते है कि तीन प्रकार के अन्य भाषा है अन्य भाषा एक , अन्य भाषा दो , अन्य भाषा 3 ये हे क्रीपक्चर वोभी Right Context मे , अगर वो नही दे पा रहा है , तो वो गलत है
*दो प्रकार की थेअरी हैं*
*Nonbiblical , Theory on Tongues*
Act 2 (प्रेरित 2) , 1COR 14:2 (1कुरी 14:2) , 1COR 14:5 (1 कुरी 14:5)
1) हे पहला प्रकार की थेअरी है :-
सो टोटल तीन प्रकार की अन्य भाषा हैं , कहा से लेते है ?
1) Acts 2 ये सब समझ पा रहे थे ( All can understand )
2) 1COR 14:2 - वो ऐसी भाषा में बात करता जिसको कोई समज नही सकता ( No one can understand )
3) 1COR 14:5 याने की , अनुवाद के बगैर कोई भाषा को कोई नही समज सकते (Need interpretation )
तो एक है ,
1) जो सब लोग समज सकते है , आप उनकी भाषा मे बात कर सकते है
2) दुसरा हैं कोई समज नही सकता
3) तिसरा अनुवाद चाहिये
*तो ये हुवा पहली थेअरी*
*अब दुसरी थेअरी :-*
1) New Tongue - अलग
2) Other Tongue - अलग
3) unknown Tongue - अलग
अब अगर हमे दो थेअरी को समझना है तो हमे वचनो मे घुसना होगा ,
हिंदी में ,,
1) नई नई भाषा
2) अन्य अन्य भाषा
3) अनजान भाषा
तो सबसे पहिला क्रीपक्चर है New Tongue के लिए ,
1) मरकुस 16:17 - New Tongue एक हो गया
2) दुसरा हैं , प्रेरित 2:4 - Other Tongue
3) 1 COR 14:2 - unknown Tongue
तो यहा तीनो आ गये ,
1) New Tongue
2) Other Tongue
3) unknown Tongue
तो इसको उठा कर देते है की देखो क्रिपचर कहता है कि तीन प्रकार की अन्य भाषा है ,
आप बहुत आसानी से उल्लू बन सकते है , धोका खा सकते है क्योंकी पष्ट दिख रहा है ,
1) मार्क 16:17 में अलग हैं ,
2) प्रेरित 2:4 में ये अलग हैं ,
3) 1COR 14:2 में अलग हैं ,
तो टोटल हुवे ना तीन ,,,
* तो मै आपको पछुगा ,
मत्ती का किताब , मरकुस का किताब , लुका का किताब और यहूना की किताब , चलो पाचवा भी जुड लेते है , ये पाचो किताबो मे आपको येशू दिखता है ?
तो मै पुछुंगा की ,
1) क्या मत्ती का येशु अलग हैं ?
2) क्या मरकूस का येशू अलग हैं ?
3) क्या लुका का यीशू अलग हैं ?
4) क्या यहूना का येशू अलग है ?
5) और वैसे ही प्रेरितो का येशू अलग है ?
तो येशू एक ही है , लेकिन पाच अलग अलग अँगल है , तो मेरे दोस्त ये बात समझ आती है , तो ये बात क्यों समज नही आ रही है ?
1) मरकुस मे जब येशू बोल रहे थे 16: 17 वचन :-
जो भी विश्वास करेगा बाप्तिस्मा लेंगा उसका उद्धार होगा , और जिसका उद्धार होगा उसकी ये निशानी होगी नये नये भाषा बोलेंगे ,
2) और वही घटना प्रेरित के किताब 2:4 पुरी हुई :-
अ) जो येशू ने कहा था कि तुम नई नई भाषा बोलेंगे तो पतरस ने कौन सी भाषा बोली ? दुसरो की भाषा बोली Other Tongue ,
ब) लेकिन वो क्या थी येशू के हिसाब से New Tongue , क्योंकी जिस भाषा को मै जानता नही हु , जिसको आप नही जानते , आपके लिए New है ,
क) लेकिन दुसरो के लिये वो Other है , वो ये कहेंगे ना की तुम मेरे भाषा मे बात कर रहे हो , याने की तुम Other Tongue मे बात कर रहे हो
और तिसरा कहते हैं ,
3) 1COR 14:2 में Unknown Tongue :-
अ) जिसका मतलब अंजान भाषा , एक ऐसी भाषा है जिसका कोई अनुवाद नही , मै बोल रहा हु लेकिन समज नही पा रहा हू क्योंकी प्रेरिते के किताब जब पतरस बोल रहा था तो समज रहे थे , तो वहा पे मॅटर सोल हो जाता है ,
ब) लेकिन 1 COR 14:2 मै , ना तो वहा पे इंटरप्रिटेशन हैं ना वहा कोई समज पा रहा है , जब मै बोल रहा हु , या कलिसीया बोल रही है , वहा कोई समझ नही रहा था
*ये हैं तीनो एकी ,
अब इसको प्रचारक अगर ये कहते है की New Tongue अलग हैं , Other Tongue अलग हैं , Unknown Tongue अलग हैं
*तो अलग नही है ये हैं तीनो एकी*
क्योंकि आप पाच किताबो के येशू को अगर एक कह रहे हो , तो ठीक है , लेकिन ऐसे के हातो मे चला गया ना , जो एक Tongue को तीन कह रहे है , तो पाच किताबो मे पाच येशू कहना पडेगा
अब देखे ,
1) New Tongue -
येशूने कहा था मरकुस में की तुम नही नही भाषा बोलोगे , जब सुसमाचार सुनाने जाओगे
2) Other Tongue :-
पेंटीकॉस्ट के दिन 120 ने दुसरो की भाषा मे बात की
3) Unknown Tongue :-
कुरींथियों की कलिसीया मे ये दान जोरो से कार्य करता था
अ) Original Translation यानी की ग्रीक , युनानी उसमे क्या है , लीजिए आपको तीनो देता हु , कौनसा कौंनसा दे रहा हु , मरकुस 16:17 , प्रेरित 2:4 , 1 कुरिंथ 14:2
ब) ये आपके सामने जहा पर सर्कल किया है ना , वहा आप देखेंगे Glossa - Strong's क्या हैं 1100 , आपके तिनो जगह पे ये की ही translation मिलेगा Strong's 1100
आप कहते है ना तीन प्रकार की भाषा पर तीन अलग अलग है ,
अ) अनुवाद जब ओरिजिनल भाषा मे याने की ग्रीक मे वहा पे ये भाषा अलग हैं , याने की New Tongue , फिर लिखना चाहिये Unknown Tongue , फिर लिखना चाहीये Other Tongue ऐसा तीन अलग अलग लिखना चाहिये था और ये भी लिखना चाहिये था तीनो अलग है
ब) जब की ऐसा ट्रान्सलेशन आपको एक भी नही मिलेगा , जब की तीनो Strong's एक ही है , जो Word युज हुआ है Gloss वो एकी Word युज हुआ है , तीनो जगह पर , यहा तक आप समज गये हो
*और एक सबूत देता हु*
*तीनो एकही दान हे तीन अलग अलग दान नही*
अ) मुझे ये साबित करके दिखाये की पवित्र आत्मा के नऊ नही दस वरदान है या बारा वरदान है ऐसे साबित करके दिखाये जब की ऐसा है ही नही
ब) अगर पौलूस ने पवित्र आत्मा के प्रेरणा से अगर 1 कुरी 12 : 7,8,9,10 तक लिखा है , नऊ प्रकार के वरदान के , तो फिर उसने लिखना चाहिये था की अन्य भाषा एक नही तीन प्रकार की है , जब क्यू उसने ऐसी कुछ नही लिखा ,
क) तो फिर एक्स्ट्रा फिटिंग जिसको कहते है एक्स्ट्रा फिटिंग क्यू कर रहे हो , जो की येशू ने भी कहा है कुछ निकल कर बडा कर नही सिखाना प्रकाशित 22 : 16 ,19 मै कहा कुछ निकलना नही कुछ बढाना नही तो विपत्ती बढ जायेंगी
*तो तीन प्रकार की अन्य भाषा नही है*
*1 कुरी 12 : 10*
अनेक प्रकार की भाषा
तो ये हुआ दो प्रकार का दान टोटल नऊ मे से एक हैं ,
अनेक प्रकारकी भाषा और दुसरा हैं भाषा का अर्थ बताना
अ) इसका मतलब है पवित्र आत्मा ने अनेक प्रकार की ये प्लुरल हैं , सिंगुलर नही है , जब दान का जिगर किया था पौलूस ने पौलूस को कहा था एक और दान दे रहा हु ,
ब) दान है ये , जब कोई भी किसी की भाषा मे बात करे वो चाहे उसके लिए New Tongue हो उसके लिए Other Tongue हो या उसके लिए Unknown Tongue हो
क) New क्या है क्यू कि उसने First Time बोला , Other क्यों है ? क्योंकी दुसरी की भाषा है , दुसरा समजता हैं , जो बात करता है , जैसे Act में हुवा Unknow क्यों है ? क्योंकी बात तो कर रहा है लेकिन अनुवाद नही है , उसके लिए Unknown है
इसका ओरिजनल ग्रीक मे 1100 ये पृफ के साथ आपके सामने रखा है
*अन्य भाषा की प्रती चार सच्चाई*
जिसे हर विश्वासी को जाना जरुरी है , आईये देखते है ,
1) सच्चाई - बिना अनुवाद के न बोले
1 कुरी 14 : 28 , 12: 10
2) सच्चाई - ये दान अविश्वासी कि निशानी है , विश्वासी की नही , इसके पीछे नही पडना
अ) अगर परमेश्वर ने पहली सदी की कलीसिया मे हे दान बडे जोरो से काम किया था , ये इसलिये किया था की उन दिनो मे Language बहुत थी लेकिन पढाई नही थी , पतरस , यहूना अनपढ थे , हे बायबल रेकॉर्ड करती है ,
ब) लेकिन आज की परिस्थिती अलग है , आज आपके मोबाइल मे 6000 हजार Language है , आप जो चाहे चॉईस कर सकते है ,
क) आज कॉलेज हैं , स्कूल हैं , पढाई है , बहुत कुछ है , लेकिन उन दिनो मे नही था , जो नही था तो अलौकिक रीती से परमेश्वर उनको प्रचार देता था , साथी साथ उनको भाषा देता था ताकी वे उसमे प्रचार कर सके
1) पहली सच्चाई क्या है ? अनुवाद के बिना ना बोले
2) दुसरी सच्चाई क्या है ? ये अविश्वासियों की निशानी है
1 कुरी 14:22
3) सच्चाई :- ये दान सबको नही मिलता
1 कुरी 12:30
अ) ये दान सबको नही मिलता जब नही मिलता तो ऐसा क्यों सिखाते हो कानो मे जाकर प्रॅक्टिस करो , प्रॅक्टिस करो 8-8 घंटा बोलो 10-10 घंटा बोलो , ए क्यों सिखा रहे हो सर ?
ब) जब की क्रिपचर ये कहता है कि ये दान सबको नही मिलता , एक भी ऐसा वचन निकाल के बताये की ये दान सबको मिलता है
क) पौलुस ये जरूर कहा कि 1 करी 12:40 जो भाषा मे बात करता है उनको मना मत करो , उसने ये नही कहा की सबको बात करना है
4) सच्चाई - ये दान खतम होगा
कहा लिखा है 1कुरी 13:8 ,
अ) अब इसको झुटलाकर बताईये ये गलत है , ये कौंनसा दान है जो खतम हो जायेगा ? ये कौंनसा दान है जो सबको नही मिलता ? सच्चाई प्रूफ करे ,
ब) जो कहते है तीन प्रकार की अन्य भाषा है , तो मुझे बताये कौंनसा दान खतम होगा , तीनो मे से ?
*अब एक महत्वपूर्ण बात अपनी उन्नती और आत्मिक उन्नती मे जमीन आसमान का अंतर है*
अ) आपको पता है क्या कहते है लोग जो अन्य भाषा मे बात करता है वो आत्मिक उन्नती करता है , मुझे क्रिप्सर से कोई निकाल के बता दीजिए कहा पौलूस ने कहा है कि जो अन्य भाषा मे बाते करता है वो आत्मिक उन्नती करता है ,
ब) जब की क्या लिखा है पता है , अपनी उन्नती करता है , तो शब्द को पकडो यहा लिखा है अपनी ही उन्नती , यहा नही लिखा है की आत्मिक उन्नती
क) मै फिर से कहता हु अपनी उन्नती और आत्मिक उन्नती मे जमीन आसमान अंतर है , दरसल पौलूस क्या कह रहा है तुम खुद की उन्नती कर रहे हो , कैसे ?
ड) जैसे कोई भजन सहिता के कुछ आयाते याद कर लेता है , तो उसकी उन्नती है , जैसे कोई पुरे के पुरे 66 बुक याद कर लेता है , तो उसकी खुद की उन्नती है ,
ई) मतलब उसका नॉलेज अच्छा है , अच्छी बात है , गलत नाही हैं ,लेकिन आत्मिक उन्नती होगी अन्य भाषा बोलने से , कोई निकाल के बता दीजिए
*अन्य भाषा बोलने से आत्मिक उन्नती होती है जब की ऐसा कोई वचन नाही हैं बहुत सारे प्रचारक यही कहते हैं ,*
अन्य भाषा मे बात करो आपकी आत्मिक उन्नती होगी
*1कुरी 14:4 , 14:17 का कनेक्शन देखो ,*
अपनी ही उन्नती करता है परंतु दुसरो की उन्नती नही होती
अ) तो यहा पे कॉन्टॅस क्या हैं पौलुस क्या कह रहा हैं तुम खुद की उन्नती कर रहा है दुसरो की नही लेकिन भविष्यवाणी कर रहा हैं ना वो कलीसिया की उन्नती करता है , यहा पर जोर किस पे है , अपनी उन्नती पे नही बात है , दुसरो की उन्नति की
ब) तो पौलुस 1 कुरी 14:1 क्या कहता हैं ये जो लाईन है ना सक्रेस्टिक हैं , सक्रीस्टिक का मतलब ये टोंट मारना है , तो पौलूस यहा पर जो स्टेटमेंट युज कर रहा है ना वो ये नही कह रहा है कि वाव कितनी अच्छी बात है , तुम्हारी उन्नती हो रही है , ऐसा नही है कह रहा हैं की क्या कर रहे हो तुम कलिसीया की उन्नति के बजे तुम खुद की उन्नती कर रहे हो , देखे खुद की उन्नती करना गलत नाही हैं
*उदा देता हैं*
प्रेरित 14: 28 , 29 ऐसा पडो
अ) वहा लिखा है कि जब कलिस्तिया एक थी पतरस उनका पास्टर बोलो , बिशप बोलो अपोस्टल बोलो कोई दिकत नही है ऐसा लिखा है कि सब अपने अपने संपत्ती बेचते थे कलिसिया को लाकर देते थे , पतरस के पैरो पे डालते थे और पतरस क्या करता था ,
ब) जैसे जिसकी आवश्यकता होती थी वो वैसे बाट देता था ,तो इसका मतलब क्या हो रहा है , खुद की उन्नती नही कर रहा है , तो वैसे वो सबकी उन्नती कर रहा है , आप किसी भी क्षेत्र में उन्नती कर सकते हो
क) टोटल जहा जहा आपको क्रिपचर मिल जाये अन्य भाषा का एकही जगह पे ऐसा स्टेटमेंट नही मिलेगा की जहाँ पर लिखा है कि अगर उन्नती करना हो तो आपको अन्य भाषा मे ही बोलना है ,
ड) एकही लाईन नही मिलेगा जहा पर स्पष्ट लिखा हो जो आज कल सिखा रहे है , जहा पर स्पष्ट लिखा हो जो अन्य भाषा मे बात करेगा वही आत्मिक उन्नती करेगा
*अन्य भाषा से आत्मिक उन्नती होती है ऐसा वचन हैं ही नही*
1कुरी 14:4 , 14:17
एक कॉन्टॅक्स हैं , ये कनेक्शन है
*कुछ और Nonbiblical Theories on Tougue :-*
1) स्वर्गीय भाषा
2) प्रार्थना की भाषा
3) पवित्र आत्मा की भाषा
4) जो शैतान को नही समज आती
1) स्वर्गीय भाषा :-
स्वर्गीय भाषा लिखा ये बायबल मे कहा है ? जहा पर लिखित हो Not 1 कुरी 13:1 वो नही चलेगा सेक्रेस्टिक हैं वो दरसल ना पौलूस हैं ना Example दे रहा है , यदि मै स्वर्ग दूतो की बोली बोलू ,तो ऐसा कोई स्पष्ट जहा पर लिखित हो , ये स्वर्गी भाषा है , नही मिलेगा
2) ये प्रार्थना की भाषा है ये सिखाते है
3) ये पवित्र आत्मा की भाषा है
4) सैतान को नही समज आता
अगर हम 8-8 घंटा बात करोगे ना अन्य भाषा मे , तो सैतान नही समज पायेगा , तो वचन दिजीये कहा लिखा है सैतान को नही समजती ?
*अब अंत मे*
इसको बहुत युज करते है मे रखता हु , जब अन्य भाषा की बात आती है , तब बात करते है
मत्ती 12:32
जो कोई मनुष्य के पुत्र के विरोध में कोई बात कहेगा, उसका यह अपराध क्षमा किया जाएगा, परन्तु जो कोई पवित्र-आत्मा के विरोध में कुछ कहेगा, उसका अपराध न तो इस लोक में और न पर लोक में क्षमा किया जाएगा।
अब मै आपको बताता हु , ये चक्कर क्या है ?
अ) बहुत सारे लोक कहते है और कई लोगो को डराकर रखा है कि देखो अन्य भाषा एक ऐसा भाषा है , एक ऐसा गिफ्ट है , ऐसा दान है जो शिधा पवित्र आत्मा से कनेक्ट है ,
ब) क्यों ? क्योंकी पेंटीकुस्ट के दिन उतरा था , पवित्र आत्मा ने ये दान दिया था , और इस वचन का वसीला , या सहारा लेते है और कलीसिया को , लोगो को , हम जैसे को डराते है , देखो जो अन्य भाषा के विरुद्ध मे बात करेगा ना , उसको माफी नही मिलेगी
क) यहा ठीक से पढे यहा दान का जीकर नही हो रहा है , यहा अन्य भाषा का जिकर नही हो रहा है , यहा पर बात हो रही हैं Contex में देखेंगे ना तो पवित्र आत्मा की बात हो रही है
ड) और पवित्र आत्मा की बात इसलिये हो रही है की येशू मसी को कहा गया की इसके अंदर जो आत्मा काम कर रहा है वो दुष्ट आत्मा है ,
इ) तो येशु ने कहा अगर तुम मेरे अंदर काम कर रहे हैं तो तुम बुराई करोगे , निंदा करोगे तो माफी नहीं हैं , ये हैं Contex ,
ई) लेकीन उठाकर क्या बोल दिया जैसे ही आप अन्य भाषा में बात करोगे वो चाये सही हो या गलत तो तुम बात करने वाले तुम दुषी ठहरे
*अब में इसका क्रॉस रेफरन्स देता हु*
हे भाइयों, मैं नहीं चाहता कि तुम आत्मिक वरदानों के विषय में अज्ञात रहो।
1 कुरिन्थियों 12:1
अ) ये पौलुस हैं , किसका प्रेरित हैं , अन्य जातियों का , ये यहुदी का प्रेरित नहीं हैं , आप सोचिये एक तरफ हैं मत्ती 12:32 दुसरे तरफ हैं 1 कुरी 12:1 अब आप क्या कहेगे ,
ब) ये ही येशू है , ये ही येशू है पवित्र आत्मा लीड कर रहा है और खासकर के कलीसिया के लिये जब की , आत्मिक दानो की चर्चा तुम्हारे बीच मे हो तो सटीक स्टडी करो ,
क) जाज पडताल करके किसी भी दान को अपने अंदर लेकर आना , इसलिये कहता है कि अंजान मत रहो , नजर अंदाज मत करो
*कौंनसा दान किस काम के लिए दिया है , ये आपको पता होना जरुरी है*
*हर दान का अपना एक मतलब होता है , अगर परपोज को नही समजे तो फिर अन्य भाषा एक नही तीन हैं , ऐसे बोलोगे*
अ) जो टिचिंग नही है उसको तोड मोड के सिखा रहे है , जो की उनको किसी ने सिखाया है और काँक्रीट बन चुका है , और वो हट नही सकता ,
ब) तो काँक्रीट बन गया सोलेट बन गया , नही हट रहा है येशू आकर सुधारेगा , तो बोलेंगे नही ये येशू नही सैतान है , ऐसा बोल के दाट देंगे , ये भी हरकते है
*आपको परपोज पता होना चाहिये ?*
अ) आपको अन्य भाषा क्यो दिया है , उसका मकसद क्या है ? सुसमाचार फैलाना , उसका प्रपोज क्या है ? Teach करना
ब) उसका मतलब ये नही है ऐसी कोई भाषा है जिसको बोलने से आपकी आत्मिक उन्नती होगी , एक ही क्रिप्चर दिजीजे
*तो आपको मक्सद पता होना चाहिये ये दान क्यू दिया है ?*
अ) लेकिन फिर मे पूछुंगा मेरी जितनी भी स्लाइड देखी है उन सभी जगह पर अगर आपको एक भी जगह पे आऊट ऑफ तो ये व्हिडिओ शेअर नही करना और नही मुझे फॉलो करना
ब) मुझे सुना अगर आपको लगता है आपने ओरिजनल ट्रान्सलेशन याने की ओरिजनल जो ट्रांनसलेक्शन था ग्रीक , युनानी वा से भी रखा , क्रिपचर के क्रॉस रेफरन्स रखा ,
क) येशूने क्या कहा उसको , पतरस ने कैसे कहा , उसी ने पौलुस ने कैसे कहा , तीन अलग अलग अँगल है , तीन अलग अलग गिफ्ट्स नही , गिफ्ट एकी है वो 1100 याने की ग्लोसा उसको उठाकर कोई सिखाता है कि बायबल के अंदर तीन प्रकार की अन्य भाषा हैं , तो प्रूफ दो ,
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