Saturday, 25 February 2023

पहली सदी के प्रचारक किस का प्रचार करते थे? (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*पहली सदी के प्रचारक किस का प्रचार करते थे?*

                 *या*

*पहली सदी की कलिसिया किस का प्रचार करती थी?*


✍️ *जवाब है*:-


👉 *King का और kandam का*

(यीशु का, और राज्य का)


👉पतरस, स्तिफनुस फिलिप्स,पौलुस,तीमुथियुस और  उस के बाद जितने भी disciple   


👉 *किस का प्रचार करते थे?*


👉 *यीशु का और राज्य का*


👉इन सभी को पता था हम को पृथ्वी पर किस का प्रचार करना है!


👉 *यीशु और उसका राज्य का!*


👉यीशु कौन है? , दुल्हा और उसका राज्य क्या है, उसकी दुल्हन है!


👉यीशु कौन है?, चरवाहा और उसका राज्य क्या है, उसकी भेड़


👉 यीशु कौन है?,सिर उसका राज्य कौन है, उसका देह


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *पहली सदी की कलिसिया इन दोनो का प्रचार करती थी!*


👉आप कहेंगे pastor जी कैसे बोल सकते हैं?


(कुछ वचन रख रहा हूं)


✨फिलिप्पुस:-


👉परन्तु जब उन्होंने फिलिप्पुस का विश्वास किया *जो परमेश्वर के राज्य और यीशु मसीह के नाम का सुसमाचार सुनाता था* तो लोग, क्या पुरुष, क्या स्त्री बपतिस्मा लेने लगे।

(प्रेरितों के काम 8:12)


✍️ यीशु ने कहा था!


👉जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; *और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।*


✍️ *फिलिप्पुस की प्रतीति की*


👉फिलिप्पुस पहोंचा सामरिया में!


👉 *किस का प्रचार कर रहा है?*


👉 *परमेश्वर के राज्य का और यीशु के नाम का* 


👉और जो परमेश्वर के राज्य का और यीशु के नाम का सुसमाचार सुनाता था!


👉तो लोग, क्या पुरुष, क्या स्त्री बपतिस्मा लेने लगे।


*ध्यान से सूने*:-


✍️परमेश्वर का राज्य और यीशु के नाम का प्रचार!


👉 *ये होती इन के Topic* 


👉ये होती थी यीशु की Topic


👉ये होती थी पतरस की Topic


👉ये होती थी पौलुस की Topic


👉ये होती थी फलिप्पुस की Topic


👉 *तो एक प्रचारक को 24 वीं सदी में किस-किस का प्रचार करना है?*


👉परमेश्वर के राज्य का और यीशु के नाम का


👉 *यीशु का प्रचार क्यों करना है?* 


👉क्योंकि उसका राज्य आने वाला है!


👉यीशु के राज्य का राजा कौन है?

👉 *यीशु है*


👉यही तो किया था, पतरस ने


👉यही तो किया था, पौलुस ने


👉यही तो किया था, पहली सदी ने 


👉 *और हम को भी तो यही करना है!*


👉 *परमेश्वर के राज्य का और यीशु के नाम का, ये दोनो साथ साथ चलेंगे!*


✨ *पौलुस ने क्या किया आईए देखते हैं?*


👉 *और जो उसके पास आते थे, उन सबसे मिलता रहा और बिना रोक-टोक बहुत निडर होकर* 

*परमेश्वर के राज्य का प्रचार करता और प्रभु यीशु मसीह की बातें सिखाता रहा।*

(प्रेरितों के काम 28:31)


✍️पौलुस किसी के रोक-टोक से नहीं डरता था, पौलुस किसी की धमकी से नहीं डरता था!


👉वो चाहे महाजाजक हो!

👉वो चाहे उस समय का कोई राजा हो!


👉वो नहीं डरता था!


👉 *लिखा है बिना रोक-टोक*


👉 *परमेश्वर के राज्य का प्रचार करता और प्रभु यीशु मसीह की बातें सिखाता रहा।*


👉यहां पर भी दो बातें हैं!


✨ *अब यीशु की बात सूनो यीशु ने क्या कहां!*


👉 *और राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा,* 

(मत्ती 24:14)


✍️यीशु देख लिया था, हमको कहा राज्य का सुसमाचार सारे जगत में होगा!


👉 क्योंकि पतरस भारत नहीं आया था,थोमा भारत आया था,पर गुजरात नहीं पहोंचा, पंजाब नहीं पहोंचा!


👉चेले बाकी दूनिया के कोने में नहीं पहोंचे, लेकिन आप और मैं पहोंच रहे हैं!


👉 *और राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा,* 


👉 कि सब जातियों पर गवाही हो, *तब अन्त आ जाएगा।*


👉 *इसका मतलब जब तक एक पूरा नहीं होगा, तब तक दूसरा पूरा नहीं होगा!*


👉कुछ लोग कहते अंत आ जाएगा, पर उन मूर्खों को कौन समझाए, परमेश्वर का राज्य पहले होगा उसके बाद अंत आएगा! 


👉जब तक एक पूरा नहीं होगा, तब तक दूसरा पूरा नहीं होगा!


👉इसका मतलब यीशु राज्य पहले उसके बाद अंत आएगा!


👉पहली सदी के प्रचारक ने बोला अंत आ रहा है!


👉दूसरी सदी ने बोला अंत आ रहा है!


👉तीसरी सदी ने बोला अंत आ रहा है!


👉ऐसे करते-करते 21वीं सदी बीत गई, यीशु नहीं आया!


👉क्योंकि उसका राज्य स्थापित होना बाकी है!


👉 *लेकिन जिस दिन सब जातियों पर गवाही हो जाएगी उस दिन अंत यीशु जरुर लाएगा!*


👉 *और उसी समय से* इसकी प्रतीक्षा कर रहा है, कि उसके बैरी उसके पाँवों के नीचे की पीढ़ी बनें। 

(इब्रानियों 10:13)


✍️और उसी समय से!


👉कौन से समय से, यीशु ने क्रूस पर कहा पूरा हुआ!


👉कब से, जिस दिन यीशु मुर्दों में से जी उठा!


👉कब से, जब यीशु ने कहा स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया!


👉 *और उसी समय से* इसकी प्रतीक्षा कर रहा है, कि उसके बैरी उसके पाँवों के नीचे की पीढ़ी बनें। 


✍️कि उसके बैरी उसके पांवो की पीढ़ी बनें!


👉 *किसके पांवों? यीशु के पांवों*


👉 *यीशु का पांवों कौन‌ हैं? आप और मैं*


👉 *लिखा है, उसका पांवों  उसका पांवों उसकी कलिसिया है!*


👉 *यीशु अगर किलिसिया का सिर है, तो हम उसके धड़ है!*(यीशु head है तो हम उसकी body है)


👉 *शान्ति का परमेश्वर शैतान को तुम्हारे पाँवों के नीचे शीघ्र कुचल देगा।*

हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम पर होता रहे।  

(रोमियों 16:20)


✍️तो किस के पांवों के नीचे आने का wait हो रहा है!

 

👉 *शान्ति का परमेश्वर शैतान को तुम्हारे पाँवों के नीचे शीघ्र कुचल देगा।*


👉लेकिन जब तक यह नहीं!


👉 *और राज्य का यह सुसमाचार सारे जगत में प्रचार किया जाएगा,* कि सब जातियों पर गवाही हो, तब अन्त आ जाएगा।

(मत्ती 24:14)


✍️ *Antichrist को कोई रोक रहा है!*


👉और अब तुम उस वस्तु को जानते हो, जो उसे रोक रही है, कि वह अपने ही समय में प्रगट हो।

(2 थिस्सलुनीकियों 2:6)


✍️ कौन रोक रहा है? यह सुसमाचार उस को रोक रहा है!

पवित्र आत्मा का मिश्रण उसे रोक रहा है!


👉जिस दिन सुसमाचार का पूरा होगा शैतान हमारे पांवों के नीचे होगा!


*God bless you*

Wednesday, 22 February 2023

Social Media पर तीन तरह के लोगों को मत सूने? (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*Social Media पर तीन तरह के लोगों को मत सूने?*


✍️ *ऐसा कियू?*


(1) *जो पूरी बाईबल का प्रचार नहीं करते!*


👉 *एक Topic (विषय) को उठा कर चलते हैं!*


👉 *एक Topic (विषय) पर पूरा जीवन बात करते रहते हैं!* 


*ध्यान से सूने*:-


👉 *जो उद्धार*

👉 *न्याय*

👉 *पाप*

 👉 *प्रेम*

👉 *विश्वास*

👉 *सुसमाचार*

👉 *चेला बनाना*

 👉 *मिशनरी कैसे भेजना*

👉 *कलिसिया की स्थापना करना*

👉 *House, Church कैसे लेना (चलाना) है*


✍️ इन सबको नहीं छूते

(या प्रचार नहीं करते)


👉ये सेवा भी दी गई है!


✍️ *पौलुश हो चाहे पतरस हो पवित्र आत्मा के द्वारा इन सभी विषयो पर बात (प्रचार) करते रहे हैं!*


*ध्यान से सूने*:-


👉 *जो इन सभी विषयों पर प्रचार नहीं करता वो गलत है*


👉उनको नहीं सूनाना!


*सूने*:-


✍️ *इन सबका एक ही Topic (विषय) होता है!*


👉 *आशीष*

👉 *चंगाई*

👉 *खुशहाली*

👉 *तरस*

👉 *प्रेम*

👉 *माफी*

👉 *मसाह*

👉 *भविष्य वाणी*

👉 *दुष्ट आत्मा से आजादी*

👉 *शक्ती*

👉 *आग आग (fire ministry)बनाते हैं और पूरा जीवन वो ही करते रहते हैं!*


👉 *ऐसे लोग गलत है!*


(2) *Out of context प्रचार करते हैं!*


👉 *वो चाहे अन्य भाषा हो*

👉 *वो चाहे दसमांश हो*

👉 *वो चाहे पापा बुलाना*

👉 *या औरत पास्टर नहीं बन सकती का विषा हो*


👉 *उनको नहीं सूनना है!*


*सूने*:-


👉 *उसने उससे कहा, “व्यवस्था में क्या लिखा है? तू कैसे पढ़ता है?”*

(लूका 10:26)


👉अपने आपको परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करनेवाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्जित होने न पाए, *और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो।*

(2 तीमुथियुस 2:15)


👉परन्तु प्रभु का दिन चोर के समान आ जाएगा, उस दिन आकाश बड़े शोर के साथ जाता रहेगा, और तत्व बहुत ही तप्त होकर पिघल जाएँगे, और पृथ्वी और उसके कामों का न्याय होगा।

(2 पतरस 3:10)


👉हे भाइयों, मैंने इन बातों में तुम्हारे लिये अपनी और अपुल्लोस की चर्चा दृष्टान्त की रीति पर की है, इसलिए कि तुम *हमारे द्वारा यह सीखो, कि लिखे हुए से आगे न बढ़ना,* और एक के पक्ष में और दूसरे के विरोध में गर्व न करना।

(1 कुरिन्थियों 4:6)


✍️जो Out of context शिखाते!


(3) *जो Personal Attack करते हैं*


👉 *दूसरों की Ministries को लेकर*


👉 *उन लोगों का नाम और फोटो को दिखाकर video का एक पहलू दिखाकर और कोई एक लाइन उठाकर उनकी बुराई करते हैं!*


👉 *ऐसों को भी नहीं सूनना*


👉 *कियोकि ऐसा करना गलत है*


👉 *ऐसे लोग मसीह लोगो के लिए ख़तरनाक है!*


*सवाल*:- 


✍️ *ये ऐसा क्यों करते हैं?*


👉 *उनको बुलाहट नहीं*


👉 *ये Social Media से पैसे कमाने के लिए करते हैं*


👉 *वह अपने सूने वालों को बढ़ाते हैं*


👉 *कियोकि आज कल मसीह समाज(लोगो) को चटपटा खबर सूनना अच्छा लगता है!*


👉 *ऐसे लोगों को सूनना,देखना बंद करे!*


👉क्योंकि जो कोई ऐसे जन को नमस्कार करता है, वह *उसके बुरे कामों में सहभागी होता है।*(2 यूहन्ना 1:11)


✍️ *ऐसों से दूर रहे*


*सावधान रहें*


👉 *गलत शिक्षाओं से बचें*


👉आप अपनी Doctrine को चैक करें!


👉आप चैक करें आप किस को सून रहे हैं!


👉आप जिनको follow (पीछे चल) रहे हैं!


👉उनकी Doctrine (शिक्षा) को चैक करें!


*God bless you*

अन्य भाषा का दान नहीं तो स्वर्ग नहीं जायेंगे (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*क्या स्वर्ग जाने के लिए पवित्र आत्मा का दान होना जरूरी है?*


✍️आप सभी जानते हैं पवित्र आत्मा के नौ प्रकार के दान है!


👉मैं पवित्र आत्मा के फल की बात नहीं कर रहा हूं!


👉 *दान की बात कर रहा हूं!*


*ध्यान से सूने*


✍️आप, मैं और उद्धार पाए हुए और जितने मसीह जी रहे है!


👉 *क्या पवित्र आत्मा का दान होना जरूरी है?*


👉आप सोच रहे होंगे pastor जी आप ये बात क्यों पर रहे हैं!


*ध्यान से सुनिएगा*


✍️ *एक मूर्खतापूर्ण statement दिया जा रहा है!*


⭐ *अगर अन्य भाषा का दान नहीं, तो आप स्वर्ग नहीं जा पाओगे!*


👉और अच्छे-अच्छे सेवको के द्वारा दिया जा रहा है! 


👉ऐसी बुद्धि पता नहीं कहां से पाएं और भयंकर गड़बड़ कर रहे हैं!


👉 *कहते है अगर अन्य भाषा का दान नहीं तो आप स्वर्ग नहीं जाओगे!*


👉 *और अब इस का होगा postmortem* 


👉 *दूध का दूध और पानी का पानी!*


👉अगर कोई भी National international कोई भी ये statement देता है!


👉उस से पूछे sir बाइबल में से बता सकते हैं!


👉वो चाहे कितनी भी बड़ा तुर्रमखा हो!


👉 Pastor

👉 Doctor

👉 Evangelist

👉 Reverent

👉 Bishop

👉 Apostille


👉उससे एक बार जरुर पूछे sir बाइबल में कहा लिखा है!


👉 *अगर अन्य भाषा का दान नहीं तो आप स्वर्ग नहीं जा पाओगे!*


👉आप जब पूछोगे तब पूछोगे पर में आपको अभी से educate कर रहा हूं!


👉कई लोगों की आंखे बंद है धोखा खाते जा रहे हैं!


*बड़े ध्यान से सूने*


👉अगर कोई ऐसा statement देता है!


👉Salvation (उद्धार) हो गया ठीक है!


👉 *पर आपको अगर अन्य भाषा का दान नहीं तो आप स्वर्ग नहीं जा पाओगे!*


👉तो मैं उन से पूछना चाहता हूं क्या sir बाइबल में लिखा है!


👉 *जब नहीं लिखा तो बाइबल के बाहर आकर ऐसा statement क्यों दे रहे हैं!*


"ध्यान दें"


👉 *क्या सब प्रेरित हैं?* No 


👉 *क्या सब भविष्यद्वक्ता हैं?* No 


👉 *क्या सब उपदेशक हैं?* No 


👉 *क्या सब सामर्थ्य के काम करनेवाले हैं?* No 


👉 *क्या सब को चंगा करने का वरदान मिला है?* No


👉 *क्या सब नाना प्रकार की भाषा बोलते हैं?* No

(1 कुरिन्थियों 12:29-30)


✍️तो फिर कैसे ये statement दे दिया!


👉 *अगर अन्य भाषा का दान नहीं तो आप स्वर्ग नहीं जा पाओगे!*


*सूने -सूने*


✍️जब की स्वर्ग का रास्ता! 


👉स्वर्ग जाने का रास्ता!


👉परमेश्वर के पास में अनंतकाल का जीवन पाने का रास्ता!


👉जीवन की पुस्तक में नाम दर्ज करवाने का रास्ता!


👉 *एक ही है, एक ही था,एक ही रहेगा!*


👉 *और वो है, यीशु के बलिदान पर विश्वास!*


"और यही तो लिखा है"


👉 *कि यदि तू अपने मुँह से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करे और अपने मन से विश्वास करे, कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो तू निश्चय उद्धार पाएगा।*  


👉क्योंकि धार्मिकता के लिये मन से विश्वास किया जाता है, और उद्धार के लिये मुँह से अंगीकार किया जाता है।

(रोमियों 10:9-10)


✍️उसी वक्त आपका जीवन की पुस्तक में नाम दर्ज हो जाता है!


👉पुस्तकों में से नाम कट कर जीवनी की पुस्तक में नाम दर्ज हो जाता है!


👉उसके बाद देर सवेर जैसे भी 10,20,30 साल बाद!


👉कैसे भी आप मर जाते हो natural death, accident, किसी भी तरह आप पक्का स्वर्ग पहोचोगे!


"ये वचन आप देख चूके हैं"


👉क्या सब प्रेरित हैं?No 


👉क्या सब भविष्यद्वक्ता हैं?No 


👉क्या सब उपदेशक हैं?No 


👉क्या सब सामर्थ्य के काम करनेवाले हैं?No 


👉क्या सब को चंगा करने का वरदान मिला है?No


👉क्या सब नाना प्रकार की भाषा बोलते हैं?No

(1 कुरिन्थियों 12:29-30)


✍️ *लिखा है क्या सब नाना प्रकार की भाषा बोलते हैं?No*


👉सबको नहीं मिलता!


👉 *तो फिर आपके हिसाब से जो अन्य भाषा बोलेंगे वो स्वर्ग जाएंगे!*


👉यीशु ने उससे कहा, *“मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ; बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता।”*

(यूहन्ना 14:6)


✍️तो फिर यीशु को चौथा (add) लिखना चाहिए था! 


👉 *मार्ग,सत्य,और जीवन,और अन्य भाषा*


✍️ *नही लिखा!*


"अंत में"


✍️तो मैं आप सभी से कहना चाहता हूं!


👉जो ऐसा statement देते हैं!


👉ये statement बाइबल से बाहर है!


👉 *और ऐसों को खूब पीटाई होगी न्याय के दिन!*


*God bless you*

Tuesday, 7 February 2023

प्रभू भोज (हिंदी)

 प्रभू भोज :-


जब येशू के विरुद्ध षडयंत्र रचा जा रहा था बिलकुल ठीक पीछे येशू अपने चेले को पास बुला कर बता रहे थे की ए मेरे सामने कुछ लोग कैसे है जो षडयंत्र कर रहे है लेकिन आओ बैठते है और कुछ बाते बताता हु तब जाकर येशू ने अपने खुद का बलिदान कैसा होगा और मै खुद को कलिसीया को दे रहा हु याने तुम लोगो को दे रहा हु बाकी चर्चा करेंगे जिसको मै रख रहा हू की प्रभू भोज मसी देह के लिये क्यू जरुरी है इसकी मालूमात आपको दे रहा हु


वापस कहता हु , प्रभू भोज मसीह देह के लिये क्यों जरुरी है ?


तो उसके दो कारनो से सबसे पहिला

1) उसकी याद मे

2) मृत्यू का प्रचार होता है


आप जब जब प्रभू भोज खाते हो या लेते हो तो उसकी मृत्यु का प्रचार करते हो


वापस कह दु येशू के पीठ पीछे षडयंत्र हो रहा है और दुसरी तरफ येशू अपने चलो को एक कट्टा कर कह रहा है की उनको करणे दो षडयंत्र मुझे मारने का लेकिन मै बता दु , येशू कहता है मेरा लहू और मेरा मांस तुम उसको खाओगे , तुम उसको पिवोगे , दुसरो शब्द मे आत्मिक बाते है , और सिम्बॉलिक है , प्रतीक है , जो रोटी अदाक्रस का रूप मे जो हम खाते और पीते है , जो मसीह लोग है वो समजेंगे बाकी नही समझेंगे , पर हा जब वो अंदर आयेंगे वो समजेंगे


येशू को पता था मेरे पीठ पीछे षडयंत्र हो रहा है मुझे मारने के लिए लेकिन देखिये येशू ने ऐसी कोई बात करी , मै कभी कभी सोचता हूँ प्रभू बाप्तिस्मा पानी का ठीक है वो लेना चाहिये , आप पर विश्वास करना है वो तो बहुत जरुरी है लेकिन प्रभू भोज क्यों और ऐसा उदाहरण है और ऐसी बाते है दुसरे कोम के लोग या जाती के लोग मसीह मे आते है तो उनको समजाना पडता है कि ये क्या है मै नही समजता की किसी और की किताबो मे या धर्मो मे ऐसी कोई बात लिखी हो जहा पे किसी पुस्तक में लिखा हो की उनका ईश्वर या उनका देवता ऐसी कुछ कहता है की मेरा मांस खावो और मेरा लहू पियो , अक्सर ये देखा गया है कि वो खाते है और पिते है लेकिन येशू कहता है मै अपने आपको दे रहा हु , इफिस 5:26 लिखा है कि उसने खुद दे दिया अपने कलीसिया को ।


दो कारनो से उसका प्रभू भोज लेते है


1) उसकी याद मे

2) मृत्यू का प्रचार


कहा लिखा है , ये व्यक्ती जिसका नाम पौलुसस है


      1 कुरिन्थ 11:23,34


23) क्योंकि यह बात मुझे प्रभु से पहुंची, और मैं ने तुम्हें भी पहुंचा दी; कि प्रभु यीशु ने जिस रात वह पकड़वाया गया रोटी ली।


क्यूकी वह बात , कौन सी बात प्रभू भोज की , प्रभू से पोहोची प्रभू कोण ? येशू से पोहोची और तुम्हे पहुंचाई  (मत्ताय 23:26)


24) और धन्यवाद करके उसे तोड़ी, और कहा; कि यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।


यह मेरा शरीर है पीछे षडयंत्र चल रहा है कि इस को मार डालो मार डालो लेकिन यहा येशू उनके लिये जान दे रहा है और ये नही समज पा रहे है पौलूस कहता है वो चाहते है तो कृस पे नही मरते


25) इसी रीति से उस ने बियारी के पीछे कटोरा भी लिया, और कहा; यह कटोरा मेरे लोहू में नई वाचा है: जब कभी पीओ, तो मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।


नई वाचा क्योंकी कुछ 2000 से , आदम से लेकर मुसा तक 1600 साल , मुसा से लेकर जॉन द बापटीसम 2000 के ऊपर का साल तब तक , जितने बकरो का , गायो का , बछडो का , पक्षियों का , कबुतरो का जिस किसी का लहू उभा उन दिनो मे , वो सब लहू नही वाचा नही ला पाया , लेकिन जैसे ही येशू का लहू बहा , एक नया वाचा , जिसके कहते है न्यू गव्हर्नमेंट और उस न्यू गव्हर्नमेंट मे क्या है साहब , येशू कहता है मेरा लहू नई वाचा है इसका मतलब हे की पिता के पास मे व्यक्तियों का , जातियों का , पुरुष का , स्त्री का , लडका का , लडकी का , उन सभी का डायरेक्ट एक्सेस हो चुका है , वो डायरेक्ट जा सकते है प्रभू के पास मे , ये नइ वाचा है


जिस किसी ने येशू के लहू को ले लिया या उसके ऊपर विश्वास कर लिया वो पापी नही ठहरता , मेरे स्मरण ये करो


तो मैंने क्या कहा था दो कारनो से ,

 1) उसकी याद मे 

2) मृत्यू का प्रचार


तो मक्सद हैं , प्रभु भोज का

1) उसकी याद मे , याद क्यों ?


क्योंकी व्यक्ती जब बड जाता , बडा फास्ट बन जाता है , बडा प्रॉफिट बन जाता है , बडा आदमी बन जाता है , तो वो अपने आतीत को भूल जाता है कि वो कहा से आया था ?


जैसे  राजा शॉल भूल गया था , उसको शमुवेल ने याद दिलाया था , राजा दाऊद को याद दिलाया था , वैसे ही हमको याद रखना है , हमारी सुरुवात कहा से हुई? हम पहिले क्या थे? और प्रभू ने हमे क्या बनाया ? तो जिसके चलते कभी भी हम प्रभू भोज लेते है वो हमे याद दिलाता हैं


26) हम खाते पीते है इसलिये ताकी उसकी मृत्यु का प्रचार कर सके


27)इसलिये जो कोई अनुचित रीति से प्रभु की रोटी खाए, या उसके कटोरे में से पीए, वह प्रभु की देह और लोहू का अपराधी ठहरेगा।


अनुचित जिसको कहते है खाते वक्त पीते वक्त जो व्यक्ती नही समजता मै आपको बता दो अनुचित लोगो ने क्या किया है अनुचित अच्छा उसको करते है उचित , अनुचित याने की गलत तरीका और उचित याने की सही तरीका , तो कुछ लोगो ने ऐसा करा की उचित तरीके से प्रभू भोज खाये


उचीत रीती क्या है ? 

तो कहते है की जहा प्रभू भोज लेते है , उस जगह को सफेद करो , या साफ करो , जगह को साफ करो


दुसरा जो व्यक्ती प्रभु भोज देता है वो व्यक्ती विशेष कपडा पहनना चाहिये तो वो पहना देते है , धर्म का कपडा याने की इसाई धर्म का कपडा , जिसे कहते है फादर या उसको कहते है , पवित्र आदमी , इसाई का पादरी , उसको ऐसी कपडे पहनावो


दुसरा - जो ले रहा है उसके सामने कुछ कंडिशन रखते है , जब तक पानी का बाप्तिस्मा नही होता उसको हक नही है प्रभू भोज लेने का 


28) इसलिये मनुष्य अपने आप को जांच ले और इसी रीति से इस रोटी में से खाए, और इस कटोरे में से पीए।


जाचे - किस चीज को जांचे ? 

वो खुद को जान चे नाकी बाहर कपडा कौंनसा पहना है ? कौन सी थाली मे आया है ? नाकी कोण आदमी दे रहा है ? आपको जांचना है खुद को


29) क्योंकि जो खाते-पीते समय प्रभु की देह को न पहिचाने, वह इस खाने और पीने से अपने ऊपर दण्ड लाता है।


तो आपको किस को पहचानना है ?

प्रभू को पहचाना है , येशू को पहचानना है , येशू के देह को पहचाना है , क्योंकी नही पहचानना है , वो किसको प्रभू को , येशू क्या चाहता है , येशू क्या चाहता है कि , तुम उसका काम करो , येशू क्या चाहता है कि तुम उसकी तरह बने , की येशू की तरह व्यवहार करे


आप मुझे सून रहे है , देख रहे है , एक घंटा पहिले आप शायद नशा करके आये , आप शायद दारू पिके बैठे है , सिगारेट तंबाखू , गुटखा खाये बैठे है , आप दुसरी बार अगले हप्ते महिने का पहिला संडे और प्रभू भोज होगा तो मुझे भी प्रभू भोज दिजीए लेकिन आपने आपको देखना , क्या जीवन जी रहे है , आपका जीवन ठीक नही है , आपका बॅचलर लाइफ ठीक नाही हैं , सोच के देखिये क्या चल रहा है , तो इसके चलते झूट है , गाली है , झगडा है , लालच है , पैसो का लालच है , सबकुछ है , तो लिखता है कि खाते पिते समय जो प्रभू कहते है देह को ना पहचाने वो दंड पाता


30) इसी कारण तुम में से बहुत से निर्बल और रोगी हैं, और बहुत से सो भी गए।


किसका मतलब क्या है खाते पीते वक्त मुझको आपको हम सभी को येशू को समझना है , चर्च को नही समजना है , पास्टर को नही समजना हैं ,  फादरी को नही समजना है , येशू को समझना है , वो क्या चाहता है ? आपका बायबल जीवन कैसा है ? जरा चेक करो , आपका प्रार्थना का जीवन जरा चेक करो , आप पीछे कैसे चल रहे है ? जरा चेक करो , 


31) यदि हम अपने आप में जांचते, तो दण्ड न पाते।


 इसलिये रोगी , निर्बल , बहुत से सो गये


32) परन्तु प्रभु हमें दण्ड देकर हमारी ताड़ना करता है इसलिये कि हम संसार के साथ दोषी न ठहरें।


जिस दिन परमेश्वर पूरी दुनिया के न्याय कर रहा होगा  , चर्च को , आपको , मुझको व अलग रखना चाहता है , कहना चाहता है कि तुम उनके साथ दोषी ना ठरो , मै अलग करना चाहता हु , कहता है कि तुमको दंड देगा


कुछ लोग कहते है की परमेश्वर दंड नही देगा ले फिर ये वचन क्या है दंड देता हैं , ऐसे प्रचार करते है कि प्रभू तुमसे इतना प्यार करते है कि तुम दारू पियो , तो भी माफ करेगा , सिगारेट पियो तो भी माफ करेगा , आप कुछ भी करो संसार का पाप , फिर भी आपको माफ करेगा , लेकिन नही या देखीये दंड देता है


33) इसलिये, हे मेरे भाइयों, जब तुम खाने के लिये इकट्ठे होते हो, तो एक दूसरे के लिये ठहरा करो।


ये हे उचित- इसका मतलब क्या है ? वहा ऐसा कुछ चल रहा था कुरुंथीयो के कलीसिया मे प्रभू ने पौलूस को बताया ये लोग क्या कर रहे है ? ये आपस मे लढते है , झगडते है , पौलूस एक जग पे कहता है , कई तुम एक-दुसरो को कुत्तो के तरह काट-नोच ना खावो , आज बहुत सारे चर्च मे ऐसा चल रहा है


देखो यीशू को एक तरफ मारने का षडयंत्र चल रहा है और दूसरी तरफ येशू मसीह अपने आप को ,  खुद को दे रहे है संसार के लिए और सब कुछ देख कर ऊस कलीसिया को जिसका प्रकाशन पौलूस और आपको बता रहा है कहता है कि वहा पे झगडे चल रहे थे 1करिंथ 1:11 सें आगे लिखा हे की वाह के लोगो ने पौलूस को कंप्लेट करी कोई अपोलोस का कहता है खुद को , कोई पौलुस का कहता खुद को , कोई पतसर का कहता खुद को , ऐसे झगडे चल रहे ये वहा और कलीसिया मे बहुत बेडा गरक उन दिनो मे , करंथियों की कलीसिया मे उन दिनो मे और आज भी है बहुत सारे चर्चेस मे आपस मे एक दुसरो के साथ जमता नही , एक दुसरो के साथ बातचीत नही , सब खुद को बडा बनाने चक्कर मे है , कॅरेक्टर खतम है , चरित्र खतम है , इनामदारी खतम है , झूठ तो पानी की तरह बोलते है मसीह लोग , धोका ऐसे देते है ,


तो ये वचन बहुत जरुरी था

Monday, 6 February 2023

दशमांश पर अद्भुत खुलासा (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*दशमांश पर अद्भुत खुलासा


✍️ *दसमांश लेने वाले और देने वाले दो चीजों पर ज्यादा जोर देते!*


👉 *दोगे तो आशीष नहीं दोगे तो श्राप है*


👉 *आज का विषय बहुत गम्भीर और ध्यान से समझने और सिखाने वाला भी है!*


👇"इस वचन देखे"


👉अपने आपको परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करनेवाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्जित होने न पाए, *और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो*।

(2 तीमुथियुस 2:15)


👉 *सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धार्मिकता की शिक्षा के लिये लाभदायक है,*

(2 तीमुथियुस 3:16)


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *कुछ pastor ,कुछ मिशन कुछ बातों पर ज्यादा जोर देते हैं!*


👉 *पर Pastor या मिशन ऊपर नहीं है!*


👉 *बाईबल ऊपर है!*


*सूने*:-


👉 उसने उससे कहा, “व्यवस्था में क्या लिखा है? *तू कैसे पढ़ता है?”*

(लूका 10:26)


✍️ *तु कैसे पड़ता है!*


*ध्यान से सूने*:-


👉वह चालीस दिन, और चालीस रात, निराहार रहा, तब उसे भूख लगी। 


तब परखनेवाले ने पास आकर उससे कहा, “यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो कह दे, कि ये पत्थर रोटियाँ बन जाएँ।”  यीशु ने उत्तर दिया, “लिखा है, 

‘मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं,

परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है जीवित रहेगा।’”

(मत्ती 4.2-4)


👉 *तब शैतान उसे पवित्र नगर में ले गया और मन्दिर के कंगूरे पर खड़ा किया। और उससे कहा, “यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने आपको नीचे गिरा दे; क्योंकि लिखा है, ‘वह तेरे विषय में अपने स्वर्गदूतों को आज्ञा देगा, और वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे; कहीं ऐसा न हो कि तेरे पाँवों में पत्थर से ठेस लगे।’”*   


👉 *यीशु ने उससे कहा, “यह भी लिखा है, ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर की परीक्षा न कर।;* 

(मत्ती 4.5-7)


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आज भी कुछ कहते हैं लिखा है!*


⭐ *पौलुश और तीमुथियुस* :-


👉भविष्य में केवल जल ही का पीनेवाला न रह, पर *अपने पेट के और अपने बार बार बीमार होने के कारण थोड़ा-थोड़ा दाखरस भी काम मे लाया कर।*

(1तीमुथियुस 5:23)


✍️ *कुछ कहते शराब पीनी चाहिए!*


*ध्यान से सूने*:- 


✍️ *बाईबल को ध्यान से पढ़ना चाहिए!*


👉 *हमें बाईबल की जानकारी उत्पत्ति से प्रकाशितवाक्य तक होनी चाहिए!*


👉कुछ कहते लिखा है!


👉 *ठीक है, पर ये भी देखना है, कियू लिखा है!*


✍️ यीशु ने कहा है ...


👉 *इसलिए जो कोई इन छोटी से छोटी आज्ञाओं में से किसी एक को तोड़े, और वैसा ही लोगों को सिखाए, वह स्वर्ग के राज्य में सबसे छोटा कहलाएगा;* परन्तु जो कोई उनका पालन करेगा और उन्हें सिखाएगा, वही स्वर्ग के राज्य में महान कहलाएगा।

(मत्ती 5:19)


👉 *मैं हर एक को, जो इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी की बातें सुनता है, गवाही देता हूँ: यदि कोई मनुष्य इन बातों में कुछ बढ़ाए तो परमेश्वर उन विपत्तियों को जो इस पुस्तक में लिखी हैं, उस पर बढ़ाएगा।* और यदि कोई इस भविष्यद्वाणी की पुस्तक की बातों में से कुछ निकाल डाले, तो परमेश्वर उस जीवन के पेड़ और पवित्र नगर में से, जिसका वर्णन इस पुस्तक में है, उसका भाग निकाल देगा।

(प्रकाशितवाक्य 22:18-19)


✍️ *इसलिए हम प्रचारकों को सावधान रहना होगा!*


👉 *सही सिखाया तो बच गए गलत सिखाया तो फंस गए!*


👉 *हे मेरे भाइयों, तुम में से बहुत उपदेशक न बनें, क्योंकि तुम जानते हो, कि हम उपदेशकों का और भी सख्‍ती से न्याय किया जाएगा।* 

(याकूब 3:1-2)


✍️ प्रचारक सब से ज्यादा दोषी ठहरेंगे!


👉 *कियोकि हम कोई बातों को ठीक से सिखाते नही!*


*सूने*:-


✍️ *हमें (विश्वासी को ) वचन को जांचना और परखना है!*


👉भविष्यद्वक्ताओं में से दो या तीन बोलें, *और शेष लोग उनके वचन को परखें*।

(1 कुरिन्थियों 14:29)


✍️ *बहुत सारे लोग गड़बड़ी करते हैं मेरा favourite Pastor है!* 


👉 *ये गलती नहीं कर सकता!*

________________________


✍️ *अब यहां बात करेंगे "दसवंश" की*


👉  *" दसवंश " लेने वाले और देने वाले ज्यादा जोर देते हैं दोगे तो आशीष नहीं दोगे तो श्राप!*


👉 *सारे दशमांश भण्डार में ले आओ कि मेरे भवन में भोजनवस्तु रहे;* और सेनाओं का यहोवा यह कहता है, कि ऐसा करके मुझे परखो कि मैं आकाश के झरोखे तुम्हारे लिये खोलकर तुम्हारे ऊपर अपरम्पार आशीष की वर्षा करता हूँ कि नहीं।

(मलाकी 3:10)


✍️ *ये वचन किस के लिए बोला गया है!*


👉मलाकी के द्वारा *इस्राएल के लिए कहा* हुआ यहोवा का भारी वचन।

(मलाकी 1:1)


✍️ *इस्राएल के लिए कहा गया!*


*सूने*:-


✍️ *मिदयानी लोग आ कर नाश कर जाते थे!*


👉 *मैं तुम्हारे लिये नाश करनेवाले को ऐसा घुड़कूँगा कि वह तुम्हारी भूमि की उपज नाश न करेगा, और तुम्हारी दाखलताओं के फल कच्चे न गिरेंगे, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।*

(मलाकी 3:11)


✍️ *इस्राएल को बोला गया है!*


 *उदाहरण*:- 


✍️ *यहुदा तु कर जो करना चाहता है!*


👉यहुदा को ही बोला गया!


 *उदाहरण*:- 


✍️ *तु जाल डाल किस को बोला!*


👉पतरस को ही बोला गया!


 *उदाहरण*:- 


✍️ *जक्कई पेड़ से निचे आ!*


👉 *जक्कई को ही बोला गया!*


बाकी आप समझदार है...


👇 *वचन लेते वक्त में  इस बात का ध्यान रखें*


👉 अपने आपको परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करनेवाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्जित होने न पाए, *और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो।*

((2 तीमुथियुस 2:15)


✍️ *हमें सही तरह से वचन का इस्तेमाल करना आना चाहिए!*


*ध्यान से सूने*:-


⚡ *दसवांश*:- 


✍️ *ये मलाकी वचन हमारे लिए है ही नहीं!*


 ⭐ *हम परमेश्वर को लाल समुद्र पर खड़े हो कर अभी नहीं बोल सकते दो टुकड़े करीऐ!*


 

⭐ *अभी मंन्ना नहीं मिलेगा ,वो एक हमें के लिए था!*


⭐ *चट्टान से पानी नहीं निकलेगा लाठी मारेंगे तो!*


⭐ *एलिय्याह और कौवे*:- *अभी वापस ये नहीं होगा ,हम ये नहीं बोल सकते!*


*ध्यान से सूने*:-


👉 और हमें उसके सामने जो साहस होता है, वह यह है; *कि यदि हम उसकी इच्छा के अनुसार कुछ माँगते हैं, तो हमारी सुनता है।* 

(1 यूहन्ना 5:14)


✍️ हम कहते हैं सब ले लो!


👉 *हम कहते हैं दसवांश के बारे में लिखा!*


*सूने*:-


✍️ *दस आज्ञा में दसमांश है नही!*


👉 *तो इतना जोर क्यों!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *मलाकी में दसमांश पैसा है, ही नही!*


👉 *तुम मेरी वेदी पर अशुद्ध भोजन चढ़ाते हो।* तो भी तुम पूछते हो, ‘हम किस बात में तुझे अशुद्ध ठहराते हैं?’ इस बात में भी, कि तुम कहते हो, ‘यहोवा की मेज तुच्छ है।’ जब तुम अंधे पशु को बलि करने के लिये समीप ले आते हो तो क्या यह बुरा नहीं? और जब तुम लँगड़े या रोगी पशु को ले आते हो, तो क्या यह बुरा नहीं? अपने हाकिम के पास ऐसी भेंट ले आओ; क्या वह तुम से प्रसन्न होगा या तुम पर अनुग्रह करेगा? सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।

(मलाकी 1:7-8)


✍️ *वो पैसा नहीं चढ़ाते थे!*


👉 *सारे दशमांश भण्डार में ले आओ कि मेरे भवन में भोजनवस्तु रहे;* और सेनाओं का यहोवा यह कहता है, कि ऐसा करके मुझे परखो कि मैं आकाश के झरोखे तुम्हारे लिये खोलकर तुम्हारे ऊपर अपरम्पार आशीष की वर्षा करता हूँ कि नहीं।

(मलाकी 3:10)


✍️ *यहां खाने की बात हो रही है!*


*सूने*:-


⭐ *दसवांश लेते हैं तो फिर खतना भी कराएं!* 


⭐ *पर्व भी मनाओ बली भी चढाओ आदी आदी*....


👉 *बातें भी मानिऐ!*


👉 *तो क्या हुआ? क्या हम इसलिए पाप करें कि हम व्यवस्था के अधीन नहीं* वरन् अनुग्रह के अधीन हैं? कदापि नहीं!

(रोमियों 6:15)


✍️ *हमें व्यवस्था का एक भी काम पूरा नहीं करना है!*


👉 *दसमांश व्यवस्था में आता है!*


👉 तो हे मेरे भाइयों, तुम भी मसीह की देह के द्वारा व्यवस्था के लिये मरे हुए बन गए, कि उस दूसरे के हो जाओ, जो मरे हुओं में से जी उठा: ताकि हम परमेश्वर के लिये फल लाएँ। क्योंकि जब हम शारीरिक थे, तो पापों की अभिलाषाएँ जो व्यवस्था के द्वारा थीं, मृत्यु का फल उत्पन्न करने के लिये हमारे अंगों में काम करती थीं। परन्तु जिसके बन्धन में हम थे उसके लिये मरकर, *अब व्यवस्था से ऐसे छूट गए, कि लेख की पुरानी रीति पर नहीं, वरन् आत्मा की नई रीति पर सेवा करते हैं।*

(रोमियों 7:4-6)


👉 *मैं तो व्यवस्था के द्वारा व्यवस्था के लिये मर गया, कि परमेश्वर के लिये जीऊँ।*

(गलातियों 2:19)


👉 *अतः जितने लोग व्यवस्था के कामों पर भरोसा रखते हैं, वे सब श्राप के अधीन हैं,* क्योंकि लिखा है, “जो कोई व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हुई सब बातों के करने में स्थिर नहीं रहता, वह श्रापित है।” 

(गलातियों 3:10)


✍️ *जब आप व्यवस्था का एक भी काम पूरा करते हो,आप श्राप के अधीन आ जाते हो!*


✍️ *आपने सूना दसमांश पैसा नहीं होता था!*

(गिनती 18:21),(18:25-28)


👉 (मलाकी 3:10) :- 


👉 *फिर भी पशु लेकर आना चाहिए!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आज कलिसिया को (भेड़ों) लुटा जाए रहा है!*


👉 *आज सिर्फ पैसे की बात होती है!*


👇 *क्या आप इन्हे जानते हैं*:- 


👉 *गहेजी पैसो के लालच के वजह से कौढ हूआ!*


👉 *हन्ननीया सफीरा पैसों के लालच में जान चली गई!*


*सूने*:- 


✍️ *हम अनुग्रह में है*:-


👉 *तो क्या हुआ? क्या हम इसलिए पाप करें कि हम व्यवस्था के अधीन नहीं वरन् अनुग्रह के अधीन हैं?* कदापि नहीं!

(रोमियों 6:15)


✍️(रोमियो 7:4-6):- *पहला पति (व्यवस्था) मर गय!*


👉 *हम यीशु की दुल्हन है!*


*ध्यान से सूने*:- 


✍️ *क्या नये नियम में दसमांश के बारे में लिखा है?*


👉 *नये नियम में दसमांश के बारे में तीन जगह लिखा है!*

👉मत्ती 23:23

👉लूका 18:12

👉इब्रानियों 7:5-12


👉 *आज के दसमांश से कोई  connection नहीं है!*


*सूने*:-


✍️ *क्या वाकई ही दसमांश देने आशीष आती है?*


👉 *90 प्रतीशत चर्च के लोग गरीब हैं!*


👉 *अमीर कौन हो रहे हैं ?*


👉अगर हर महीने दसमांश दे रहे हैं! 


👉तो मलाकी 3:10,11का आशीष कहा है!


*सूने*:-


✍️ *तो कहीं तो गड़बड़ी है?*


👉‌ *उसी प्रकार से मेरा वचन भी होगा जो मेरे मुख से निकलता है; वह व्यर्थ ठहरकर मेरे पास न लौटेगा, परन्तु, जो मेरी इच्छा है उसे वह पूरा करेगा,* और जिस काम के लिये मैंने उसको भेजा है उसे वह सफल करेगा।

(यशायाह 55:11)


👉 *आकाश और पृथ्वी टल जाएँगे, परन्तु मेरे शब्द कभी न टलेंगी।*

(मत्ती 24:35)


*सूने*:-


👉 *मलाकी 3:10-11:-एक समय के लिए था!*


*सूने सूने सूने:-*


👉 *जैसे मंन्ना एक समय के लिए था!*


👉 *खतना एक समय के लिए था!*


👉 *सुलेमान का मंदिर एक समय के लिए था!*


👉 *अब परमेश्वर हाथों के बनाए मंदिर में नहीं रहता!*


👉 *सब बदल गया!*


*सूने*:-


✍️ *आज के प्रचारको के प्रचार आप हमारे  मैंबर बन जाओ!* 


👉 *आपके सारे काम बन जायेंगे और जब पूरा नहीं होता लोग पीछे चले जाते हैं!*


👉 *क्या हम मसीह बनते है अमीर बनने के लिए!*


👉 *प्रचारक कहते:- यीशु निर्धन बना ताकि हम धनी बन जाए!*


👉पवित्र आत्मा आप ही हमारी आत्मा के साथ गवाही देता है, कि हम परमेश्वर की सन्तान हैं। और यदि सन्तान हैं, *तो वारिस भी, वरन् परमेश्वर के वारिस और मसीह के संगी वारिस हैं, जब हम उसके साथ दुःख उठाए तो उसके साथ महिमा भी पाएँ।*

(रोमियों 8:16-17)


✍️ *यहां नहीं वहां मिलेगा!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *हम परदेशी है!*


👉 *क्योंकि हम जानते हैं, कि जब हमारा पृथ्वी पर का डेरा सरीखा घर गिराया जाएगा तो हमें परमेश्वर की ओर से स्वर्ग पर एक ऐसा भवन मिलेगा, जो हाथों से बना हुआ घर नहीं परन्तु चिरस्थाई है।*

(2 कुरिन्थियों 5:1)


👉 *पर हे परमेश्वर के जन, तू इन बातों से भाग;* और धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धीरज, और नम्रता का पीछा कर।

(1 तीमुथियुस 6:11)


✍️ *परमेश्वर तह करेगा आपको क्या देना है!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *अगर आपका परमेश्वर के साथ connection सही नहीं है?*


👉 *“जब तुम मेरा कहना नहीं मानते, तो क्यों मुझे ‘हे प्रभु, हे प्रभु,’ कहते हो?* (मला. 1:6) 

(लूका 6:46)


*सूने*:-


✍️ *पौलुश सेवा और पैसे को लेकर क्या कहता है!*


👉(1 कुरान्थियो 9:1-15)


 *उदाहरण*:- 


👉 *तंगी में आटा गिला मतलव:- वैसे ही प्रचार मुश्किल से हो रहा है!*


👉इस पढ़े 

(1 कुरान्थियो 9:16-21):-


✍️ *उसका एक ही उद्देश्य था ,सेवा!*


👉 (1 कुरान्थियो 9:22-25):-


✍️ *उसके एक ही निशाना था परमेश्वर का राज्य बड़े!*


👉(1 कुरान्थियो 9:26,27)


✍️ *अपनी इच्छाओं को मारता हूं!*


*सूने*:-


👉और ऐसे दुःखों में भी जो अन्ताकिया और इकुनियुम और लुस्त्रा में मुझ पर पड़े थे। मैंने ऐसे उत्पीड़नों को सहा, और प्रभु ने मुझे उन सबसे छुड़ाया।  

पर जितने मसीह यीशु में भक्ति के साथ जीवन बिताना चाहते हैं वे सब सताए जाएँगे।

(2 तीमुथियुस 3:11-12)


👉 और उसका और उनका एक ही व्यापार था; इसलिए वह उनके साथ रहा, और वे काम करने लगे, और उनका व्यापार तम्बू बनाने का था।

(प्रेरितों के काम 18:3)


✍️ *मैं नौकरी भी और सेवा भी करता हूं!*


*सूने*:-


✍️ *अगर प्रभु ने आपको बुलाया है तो प्रभु ही आपको खिलाएगा भुखा नहीं रखेगा!*


👉तुम अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना करना, तब वह तेरे अन्न जल पर आशीष देगा, और तेरे बीच में से रोग दूर करेगा।

(निर्गमन 23:25)


👉 यदि कोई मेरी सेवा करे, तो मेरे पीछे हो ले; और जहाँ मैं हूँ वहाँ मेरा सेवक भी होगा; यदि कोई मेरी सेवा करे, *तो पिता उसका आदर करेगा।*

(यूहन्ना 12:26)


👉 *“मेरा मन यहोवा के कारण मगन है; मेरा सींग यहोवा के कारण ऊँचा हुआ है।*

(1 शमूएल 2:1)


✍️ *सब कुछ परमेश्वर देगा खाना,आदर,पर कब?*


👉 *जब परमेश्वर ने आपको बुलाया है तो?*


👉तुम तो तृप्त हो चुके; तुम धनी हो चुके, तुम ने हमारे बिना राज्य किया; परन्तु भला होता कि तुम राज्य करते कि हम भी तुम्हारे साथ राज्य करते। मेरी समझ में परमेश्वर ने हम प्रेरितों को सब के बाद उन लोगों के समान ठहराया है, जिनकी मृत्यु की आज्ञा हो चुकी हो; क्योंकि हम जगत और स्वर्गदूतों और मनुष्यों के लिये एक तमाशा ठहरे हैं। हम मसीह के लिये मूर्ख है; परन्तु तुम मसीह में बुद्धिमान हो; हम निर्बल हैं परन्तु तुम बलवान हो। तुम आदर पाते हो, *परन्तु हम निरादर होते हैं। हम इस घड़ी तक भूखे प्यासे और नंगे हैं, और घूसे खाते हैं और मारे-मारे फिरते हैं;*

(1 कुरिन्थियों 4:8-11)

 

✍️ *मसीह के लिए त्याग का जीवन कहा गया!*


👉 *ये असली सेवकाई है!*


*ध्यान दें*


✍️ *पर आज के प्रचारक क्या प्रचार कर रहे हैं?*


👉 *कलिसिया को लग्जरी लाइफ की ओर ले जा रहे हैं!*


पढ़े:-(यहेजकल 22:25-28) 


*अंत में*


✍️ *हमें दसमांश देना है या नहीं देना है?*


*जबाव*:- *मलाकी 3:10 का डर से नहीं देना है!*


👉जो सुसमाचार का काम नहीं कर रहा वहां नहीं देना है!


*सूने*:-


✍️जो सेवा का काम कर रहा है! 


👉 *10 (दसमांश) नहीं 20 वां नहीं 50 वां दीजिए!*


👉जो प्राचीन अच्छा प्रबन्ध करते हैं, विशेष करके वे जो वचन सुनाने और सिखाने में परिश्रम करते हैं, दो गुने आदर के योग्य समझे जाएँ।

(1 तीमुथियुस 5:17)


👉 जो वचन की शिक्षा पाता है, वह सब अच्छी वस्तुओं में सिखानेवाले को भागी करे।

(गलातियों 6:6)


✍️ *जो सेवा कर रहा है, गांव गांव जाकर!*


👉और जब तुम्हारे साथ था, और मुझे घटी हुई, तो मैंने किसी पर भार नहीं डाला, क्योंकि भाइयों ने, मकिदुनिया से आकर मेरी घटी को पूरी की: और मैंने हर बात में अपने आपको तुम पर भार बनने से रोका, और रोके रहूँगा।

(2 कुरिन्थियों 11:9)


👉क्योंकि मकिदुनिया और अखाया के लोगों को यह अच्छा लगा, कि यरूशलेम के पवित्र लोगों के कंगालों के लिये कुछ चन्दा करें।

(रोमियों 15:26)


✍️ *गरीब हैं पर फिर भी उन्होंने परमेश्वर के काम के लिए दीया!*


👉 *वहां की कलिसिया जानती थी कौन से pastor को देना है!*


👉और प्रेरित बड़ी सामर्थ्य से प्रभु यीशु के जी उठने की गवाही देते रहे और उन सब पर बड़ा अनुग्रह था। और उनमें कोई भी दरिद्र न था, क्योंकि जिनके पास भूमि या घर थे, वे उनको बेच-बेचकर, बिकी हुई वस्तुओं का दाम लाते, और उसे प्रेरितों के पाँवों पर रखते थे। और जैसी जिसे आवश्यकता होती थी, उसके अनुसार हर एक को बाँट दिया करते थे।

(प्रेरितों के काम 4:33-35)


✍️ *कैसे देना है?*


👉परन्तु बात तो यह है, कि जो थोड़ा बोता है वह थोड़ा काटेगा भी; और जो बहुत बोता है, वह बहुत काटेगा।


👉 *हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे;* न कुढ़-कुढ़ के, और न दबाव से, क्योंकि परमेश्वर हर्ष से देनेवाले से प्रेम रखता है।

(2 कुरिन्थियों 9:6-7)


👉 परमेश्वर सब प्रकार का अनुग्रह तुम्हें बहुतायत से दे सकता है। जिससे हर बात में और हर समय, सब कुछ, जो तुम्हें आवश्यक हो, तुम्हारे पास रहे, और हर एक भले काम के लिये तुम्हारे पास बहुत कुछ हो।

(2 कुरिन्थियों 9:8)


*डर कर नहीं देना!*

*और डरा कर नहीं लेना है!*


*God bless you*