आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
*एक है कौवा गिरी*
*एक है कबूतर गिरी*
👉 *उस कबूतरी को अपने पैर टेकने के लिये कोई आधार न मिला, तो वह उसके पास जहाज में लौट आई: क्योंकि सारी पृथ्वी के ऊपर जल ही जल छाया था* तब उसने हाथ बढ़ाकर उसे अपने पास जहाज में ले लिया।
(उत्पत्ति 8:9)
✍️इसे कहते हैं कबूतर गिरी!
👉कबूतर शुद्ध पक्षी में आता है!
👉कौवा अशुद्ध पक्षी में आता है!
👉आज ये दोनों चर्च में पाए जाते हैं!
*सूने*:-
👉उस कबूतरी को अपने पैर *टेकने के लिये कोई आधार न मिला, तो वह उसके पास जहाज में लौट आई:*
✍️आपको बाहर तकलीफ है!
👉आप लौट आइए प्रभु के पास में!
✍️आपको लगता है ये नजारा अच्छा नहीं है!
*मतलव*:-
✍️आप function में गए!
👉किसी शादी मे गए!
👉किसी जन्म दिन की पार्ट में गए!
👉किसी की मंगनी में गए!
👉वहां दारु चल रहा था!
👉बियर चल रहा था!
👉सिगरेट चल रहा था!
👉DJ चल रहा था, लीला, शीला,मूनी बदनाम!
👉ये सब गलत काम चल रहा था!
*सूने*:-
✍️और आप एक विश्वासी है!
👉आपको पता चला ये मेरी जगहा नहीं लौट कर घर चले जाना था!
👉पर आपने वहां कौवा गिरी दिखा दी!
*कैसे ?*
👉कहते हैं मैंने एक बियर का गिलास पी लिया!
👉एक दारु का पेग पी लिया!
👉पूराना दोस्त मिल गया था!
👉मैं वहां पर फंस गया था!
👉मैं क्या करूं ब्रांडी पी ली मैने ठंड बहुत थी वहां पर!
⭐ *परमेश्वर कहता है!*
✍️ *तुम तो कौवा गिरी पर आ गए!*
*सूने*:-
*मैं आपको एक और बात बतादू*
⭐ *बहुत मौके मिले थे आपको वहां से निकलने के!*
✍️लेकिन आपने कौवा गिरी दिखाई दी!
*सूने*:-
⭐ *पर उस कबूतरी का क्या ?*
👉जो वापस आ गई!
👉और कई लोग घर चले भी जाते है!
✍️कुछ कहते हैं Pastor जी हम चलेंगे थे वहां पर!
👉पर जैसे ही पता चला ये गलत है हम तुरंत वहां से निकल आए!
👉ये हे कबूतर गिरी!
*एक है कौवा गिरी*
*एक है कबूतर गिरी*
✍️इन दो पक्षीयो में से आपका स्थान कौन सा है!
*जरा सोचिए...
✍️परमेश्वर का आत्मा आप से बात कर रहा है!
👉अगर कोई बहन!
👉कोई भाई!
👉कोई बुजुर्ग!
👉कोई जवान ,मुझे सून रहा है!
👉 *आपको कई मौके मिले थे कबूतर गिरी दिखाने के!*
👉आपने क्या किया आप वहां पर टिके या जहाज में वापस लौट गए!
*सूने*:-
✍️ *बहुतो को कौवा गिरी दिखाने का मौका मिला!*
👉तुम कबूतर गिरी दिखा सकते थे!
👉वहां से निकल सकते थे!
(वहां से जा सकते थे)
👉पर तुम ने कौवा गिरी दिखा दी!
✍️ कहां कहां कौवा गिरी दिखाई!
*उदाहरण*:-
✍️गहेजी एलीशा का नौकर!
👉जिसको मौका था एलीश का दान लेने का!
👉पर एक झटके में कौवा गिरी दिखा दी!
(कौवा बन गया)
👉पैसे के लालच के चक्कर में इस व्यक्ति ने एलिशा तक को धोखा दे दिया!
*इसका मतलव क्या है पता है ?*
👉वो बन सकता था कबूतर!
👉पर बन गया कौवा!
👉पर सन्तोष सहित भक्ति बड़ी लाभ है। क्योंकि न हम जगत में कुछ लाए हैं और न कुछ ले जा सकते हैं।
और यदि हमारे पास खाने और पहनने को हो, तो इन्हीं पर सन्तोष करना चाहिए। पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुत सी व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फँसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं *और विनाश के समुद्र में डुबा देती हैं।*
(1 तीमुथियुस 6:6-9)
*उदाहरण*:-
✍️यहूदा तीस चांदी के सिक्कों के लालच में आकर!
👉कौवा गिरी दिखाई और यीशु को बेच दिया!
*उदाहरण*:-
✍️याकूब का बड़ा भाई ऐसाऊ ने मंसूर की दाल के लालच में आकर अपना पद बेच दिया!
👉बाईबल बताती पछताने के बाद भी उसे वो पद नहीं मिला!
👉इस ने कौवा गिरी दिखा दी!
*सूने*:-
*उदाहरण*:-
👉पहली सदी के हनय्याह सफीरा कौवा गिरी दिखा दी!
*सूने*:-
✍️वैसे आज भी ऐसे बहुत है
👉पाप करने का मौका मिलता है!
👉पाप कर बैठते!
*सूने*:-
✍️मैं आज आप सब को सावधान करना चाहता हूं यीशु
मसीह के नाम में!
👉फिर ऐसा हुआ कि चालीस दिन के पश्चात् नूह ने अपने बनाए हुए जहाज की खिड़की को खोलकर, *एक कौआ उड़ा दिया: जब तक जल पृथ्वी पर से सूख न गया, तब तक कौआ इधर-उधर फिरता रहा*।
(उत्पत्ति 8:6-7)
*मेरा प्रश्न है:-*
*जब पानी घट गया होगा ये कौवा कहा बैठा होगा ?*
*जबाव है:-
✍️मैं आपको बताता हूं!
👉ये बैठा होगी गंदगी पर!
👉क्या खाया होगा ,गंदगी!
✍️ये लौट कर नहीं आया ये समशिया तो है!
👉इसका रहन सहन कहा बन गया!
👉गंदगी के पास!
👉खाया क्या होगा ,गंदगी!
*उदाहरण*:-
✍️उठाऊ पुत्र पता आपको!
👉जब असली बाप से हट गया!
(निकल गया)
👉तो उसे मिला संसारिक, duplicate ,नाश करने वाला बाप!
👉किसी के यहां सूअर चराने की नौकरी मिला!
👉क्या खाने की चह कर रहा था!
👉गंदगी!
👉जो सूअर खाते है गंदगी!
*सूने*:-
✍️जब आप आपने बाप से निकल जाते हो ना!
👉 *बाप बदल गया, खाना बदल गया!*
👉 *आप अपना बाप अच्छा लाओ!*
*तो खाना अच्छा हो जाएगा!*
👉परमेश्वर आप से बात कर रहा!
✍️आपका पैसे के क्षेत्र में कैसा रवैया हैं!
👉कौवा गिरी!
✍️संसार में कैसे हैं!
👉कौवा गिरी!
✍️घर में कैसे हैं!
👉कौवा गिरी!
✍️परिवार में कैसे हैं!
👉कौवा गिरी!
✍️चर्च में कैसे हैं!
👉कौवा गिरी!
✍️आज परमेश्वर आपसे बात कर रहा है!
*God bless you*
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