Tuesday, 22 February 2022

Denomination या यीशु

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*बारां जरुरी बातें जो हर एक विश्वासी को जानना बहुत जरूरी है*


*बारहवीं बात*


*Denomination या यीशु*


✍️कुछ लोग कहते हैं मैंने यीशु को पा लिया!


👉अब आगे क्या है!


👉तो कहते हैं आपको कलिसिया (चर्च) से जूडना है!


👉कलिसिया (चर्च) गलत नहीं है !


👉मैं भी पास्टर हूं और लोगों को कलिसिया (चर्च) में जोड़ता हूं!


*सूने*:-


✍️लेकिन एक धारणा गलत है!


👉यीशु को ढुढते-ढुढते हम पहोच जाते हैं चर्च !


👉उस चर्च ने हमें किस से जोडना है यीशु से!


👉 *पर पता है क्या होता?*


*सूने*:-


✍️ 90 प्रतिशत क्या होता है


👉यीशु को ढुढते-ढुंढते पहोच जाते हैं चर्च 


👉कोई भी बंदा कहीं का भी बंदा जब चर्च पहोंचता है! 


👉उसे यीशु कम पास्टर ज्यादा दिखाई देता है!


👉पास्टर के रुल ज्यादा दिखाई देते हैं!


👉पास्टर के तरीके ज्यादा दिखते है!


👉पास्टर का डर ज्यादा दिखाई देता है!


👉चर्च के रुल ज्यादा दिखाई देते हैं!


👉ऐसे आना है!

👉ऐसे वैसे नहीं आना!

👉ये करना है!

👉ये नहीं करना!


👉तो वो बंदा कहता है अच्छा ये यीशु!


👉उसे पूरी जिंदगी असली यीशु तो नही मिलता !


👉पर चर्च के तरीके का यीशु मिलता है!


👉और ऐसे करते-करते बंदे मर जाते हैं!


✍️ *तो ये विषा है*:-


*Denomination या यीशु?*


*सूने*:-


👉हमें यीशु को follow करना है!


👉दूनिया का कोई भी चर्च हो अगर वहां असली यीशु नहीं मिल रहा!


👉अगर वहां बाईबल का यीशु नहीं मिल रहा!


👉 *तो वो चर्च गलत है*


👉 *आप यीशु के पीछे चले थे!* 


👉 *आपको यीशु के पीछे ही चलना है!*


👉मैं भी अपनी कलिसिया (चर्च) को भी ये ही शिखाता!


👉अब कुछ बुद्धिजीव पास्टर या अधूरे ज्ञान के देखेगे!


👉 *तो आपको समझना सर!*


👉कलिसिया (चर्च) आपका नही है!


👉पुलपीट का नही है!

👉बाईबल आपकी नहीं है!


👉कलिसिया (चर्च) के लोग!  (मैंबर) 


👉चाहे दस है!

👉चाहे दस लाख!


👉 *वो आपकी जागीर नहीं है!*


👉 *वो यीशु के लोग है!*


👉 यीशु ने कहा मेरी भेड़ें मेरी आवाज सुनेगी!


👉 इसलिए चर्च के पुलपिट पर Saturday या Sunday कोई भी दिन करो!


👉लेकिन कलिसिया (चर्च) को यीशु की आवाज सूनाओ!


*God bless you*

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