Monday, 7 February 2022

Fasting उपवास (हिंदी)

 Fasting  (उपवास )


 क्या उपवास करना जरुरी है ?  

 सिधा जवाब है , नही No

 क्या उपवास करणा पाप है ? 

 सीधा जवाब है , नही No


 1) कहते है उपवास करना बहुत जरुरी है

2) उपवास नही करेंगे तो प्रभू नही सुनेगा

3) आप उपवास करते तो कोई गलत नही है आप उपवास कर सकते है 


तो प्रश्‍न क्या था ? क्या उपवास करना जरुरी है ? No


1) आपका Faith

 2) आपका विश्वास

3) आपका प्रार्थना 

4) आपका वचन 

5) आपका कॅरेक्टर प्रभू के साथ मे कैसा हैं ये इम्पॉर्टंट है 


तो , , ,

उपवास के बारे में बहुत सारी बाते सिखेंगे


उपवास तब ही करना चाहिये , जब पवित्र आत्मा अगवाई करता है 


 क्योंकि कोई कर रहा है , इसलिये मत करिये


 1) उपवास इसीलिए नही करना की कोई कर रहा है 

2) कही से अपने टिचिंग सूनी 

3) कही से अपने किताब पढी

4) कही से आपको पता चला तो आप बोलते है मै भी करुंगा

5) No No No आपको ऐसा नही करना है



1) आपको उपवास तब तक नही करना है 

2) जब तक पवित्र आत्मा आपको लीड नही करता 

3) आपके अंदर बोझ नही डालता 

4) जब पवित्र आत्मा आपको बोलता है , अब कर उपवास तब करना 

5) किसीके बोलने से , किसी ने किया इसलिए आप उपवास नही करना है

6) जब तक पवित्र आत्मा आपको लीड नही करता है , तब तक उपवास नही करना

7) जो करते है उन्हे करने दे 

8) लेकिन आप किसी की नकल मत करना


उपवास को लेकर आप कोई बंधन में नही है 


क्योंकी बाइबल मे उपवास को लेकर कोई नियम नही है - - - (2)


जबरदस्ती का उपवास मत रखे


1) आप स्वतंत्र हैं 

2) आप पवित्र आत्मा के लीड मे है 

3) आप येशू की कलीसिया हैं 

4) येशू की दुल्हन है

5) पवित्र आत्मा के लोग हैं 

6) पवित्र आत्मा के अगवाई मे चलने वाले लोग है 

7) आप जबरदस्ती का उपवास मत रखिए


1) कोई पास्टर कहता है , मे रखा हु , तुम भी रखो , 

2) कोई टीचर कहता है , मै जा रहा हू 7 दिन के फास्टिंग मे आप करे ,  क्यों करे ? 

3) आपको प्रभूने बोझ दिया है , आप करो

4) पुरा 7 दिन 10 दिन 20 दिन 40 दिन के फास्टिंग मे क्यों लेकर जा रहे है ?


 इसीलिये जबरदस्ती का उपवास मत रखिये


भावनाओं मे आकर उपवास मत करिये


 A) कई सेवकोने अपनी जान गवाई है

  B) और बहूतो ने जब उपवास का कोई रिझल्ट नही मिला तो सेवा ही छोड दी


1) किसी ने कहा प्रभू कहता है फास्टिंग करो , तो हम चले जाते है भावनाओ में 

2) ऐसी कितने है जो मर गये , उपास के कारण , मर्जीसे कर रहे थे 


इसलिये रिझल्ट नही मिला और कहते हैं , 


1) प्रभुस सच्चा नही है , प्रभू सुनता नही है , प्रभू अच्छा नही है , मेरे उपर तेरी योजना नही है  

2) आज से मै मिनिस्ट्री बंद कर रहा हू और सेवा छोड दी 

3) इसे कहते मूर्खता , इसे कहते है नॉनसेन्स , इसे कहते  पागलपन


कही लोग सिखाते है , अगर पावर फुल बनना है , तो आपको उपवास मे जाना होगा


 7 दिन , 10 दिन , 20 दिन , 40 दिन ये धारणा गलत है , Total गलत हैं 


1) आपको पावर फूल बनाने के लिए , किसी प्रकार का हाथ पैर नही मारना है 

2) आपको किसी प्रकार का , अपनी ताकत नही लगाना है 


क्योंकि ,

 पावरफुल आप नही बनते है --(2) , पावरफुल परमेश्वर बनाता है , 

आप खुद पावर फुल नही बनते है


 1) कहते है आपको पावर फूल बनना है , तो 7 दिन 10 दिन 20 दिन 40 दिन जाना होगा

2) पावरफुल आप नही बनते , तो पावरफुल परमेश्वर बनाता है

3) लेकिन आप की तपस्या से नही होता है 

4) ये परमेश्वर का अनुग्रह है , ये परमेश्वर का प्रेम है , ये परमेश्वर की दया है


जब कभी आप बाईबल में कोई वचन पडते है उपवास को लेकर , तो उसकी नकल मत करना


जैसे कि , कहा ?

 1) मुसा ने उपवास किया था


                      निर्गमन 34:28 

          

मूसा तो वहां यहोवा के संग चालीस दिन और रात रहा; और तब तक न तो उसने रोटी खाई और न पानी पिया। और उसने उन तख्तियों पर वाचा के वचन अर्थात दस आज्ञाएं लिख दीं॥


 1) तो इसके नकल मै और आप कर सकते है , नही 

2) जैसे मुसा ने किया तो हमे भी करना है , ऐसे है कुछ लोग कहते है 

 3) तो आपको किसी वचन का उपवास नही करना है , मुसा को नमस्ते 

4) वो मुसा का टाइम था , वो मुसा का दौड था , वो मुसा का वक्त था उसको हम नही करेंगे 

5) किसी प्रकार की नकल नही करना है , वो मुसा को कहा हैं

6) मुसा के साथ क्लोज करो , आप मुसा नही है


2) दानियल ने उपावास किया था


               दानिय्येल 10:3 

           

उन तीन सप्ताहों के पूरे होने तक, मैं ने न तो स्वादिष्ट भोजन किया और न मांस वा दाखमधु अपने मुंह में रखा, और न अपनी देह में कुछ भी तेल लगाया।


1) इसको आप पढते है हिंदी मे , आप पढते है इंग्लिश मे

2) लेकिन जब आप ओरिजनल मे जो हिब्रु हैं , लॅटिन है उस मे पढते है तो पता चलता है दानियल ने खाना खाया है 

3) लेकिन स्वादिष्ट नही , उसने पानी पिया था , दाखरस नही 

4) तो उस ने खाना खाया भी , पानी भी पिया था

5) दानियल क्या कहता है मैने खाना खाया और लोग इसकी नकल करते है 

6)  मै 21 दिन Fasting मे जाऊंगा मै कुछ नही खाऊंगा ,  लेकिन दानियल ने कुछ खाना खाया था 

7) दानियल कहता है , मैने खिचडी खाया था , मैने कुछ ना कुछ खाया था , आप क्या कर रहे हो


3) योएल ने उपवास किया था


             योएल 2:12 


तौभी यहोवा की यह वाणी है, अभी भी सुनो, उपवास के साथ रोते-पीटते अपने पूरे मन से फिरकर मेरे पास आओ।


1) तो इस वचन की नकल हम कर सकते है ? नही 

2) किसी मॅन ऑफ गोड की , किसी दास की , किसी बायबल के जमाने के किसी प्रोफेट की 

3) किसी भी व्यक्ति की अब्राहम से लेकर मुसा तक , मुसा से लेकर यहुन्ना बप्तसीमा तक , 

4) यहुन्ना बप्तसीमा से लेकर पौल तक 

5) किसी की भी नकल नही करना है


वर्तमान सेवको की भी नकल मत करीए


 कोई आफ्रिका , अमेरिका , भारत का किसी की भी नकल मत करो


कुछ कॉन्सेप्ट हैं - - (2) 


कहते है ,


1) मेरे मिनिस्ट्री के पीछे , आज मे इतना पावरफुल हु 

2) उसके पीछे वो प्रभू को क्रेडित नही देते , वो पवित्र आत्मा को क्रेडित नही देते , 

3) किस को देते है पता है , फास्टिंग को 

4) कहता है में 40 दिन फस्टिंग मे था ,  कितने बार 10 बार , तब जाकर ये अभिषेक मुझे मिला है , 

5) तब जाकर पवित्र आत्मा मुझे मिला है , ऐसी डीगी मारते है


शारीरिक भक्ति से कुछ नही होगा


1) आपको दिखावे के लिए कुछ नही करना है 

2) आपको पब्लिक को दिखाने के लिए कुछ नही करना है 

3) तो शारीरिक भक्ती बंद करीए , खुद को पिटना , खुद को मारना बंद करीए 

4) तो वर्तमान सेवको की भी नकल मत करीए


आईये देखते है , यीशू ने क्या कहा था 

उपास को लेकर

                       मत्ती 6:16‭-‬18 


जब तुम उपवास करो, तो कपटियों की नाईं तुम्हारे मुंह पर उदासी न छाई रहे, क्योंकि वे अपना मुंह बनाए रहते हैं, ताकि लोग उन्हें उपवासी जानें; मैं तुम से सच कहता हूं, कि वे अपना प्रतिफल पा चुके। परन्तु जब तू उपवास करे तो अपने सिर पर तेल मल और मुंह धो। ताकि लोग नहीं परन्तु तेरा पिता जो गुप्त में है, तुझे उपवासी जाने; इस दशा में तेरा पिता जो गुप्त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा॥


1) तो मै दिखाने की फास्टिंग क्यों करू , मै पब्लिक क्यों दिखाऊ कि मै 40 दिन के Faasting में हू 

2) उपवास आपके और परमेश्वर के बीच मे की बात है ना

3) अपने उठाकर पब्लिक किया , आपने सार्वजनिक कर दिया , अपने Doctring बना दिया


यीशु कहता में जब तक नही बोलता , तू Fasting नही करना 

पवित्र आत्मा कहता मै नही कहता , तब तक Fasting नही करना


आपको उपवास कब ? और क्यों ?  करना चाहिए ?


मिनिष्ट्री के लिए उपवास करो , मिनिष्ट्री में कोई रुकावट हैं तो उपवास करो


1) आप प्रभू के पास मे जा सकते प्रभू मेरा चर्च , मेरी मिनिस्ट्री , मेरा कुछ भी ठीक नही हो रहा है 

2) मुझे कैसे बैठू , मै कैसे प्रार्थना करु , आपको मिनिष्ट्री के लिए उपवास करना है , 

3) प्रभू के पास बैठे मै वचन क्यों नही समज पा रहा हु , मै डिसिप्लिन क्यों नही कर पा रहा हु , 

4) मेरे प्रचार से लोग क्यों नहीं बदल पा रहे है , इसलिये उपवास करिये


              

               प्रेरितों के काम 13:2‭-‬4 

जब वे उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे था, तो पवित्र आत्मा ने कहा; मेरे निमित्त बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो जिस के लिये मैं ने उन्हें बुलाया है। तब उन्होंने उपवास और प्रार्थना कर के और उन पर हाथ रखकर उन्हें विदा किया॥ सो वे पवित्र आत्मा के भेजे हुए सिलूकिया को गए; और वहां से जहाज पर चढ़कर कुप्रुस को चले।


आपका फास्टिंग आपका व्यक्तिगत फायदा नही कर रहा है ,  तो 

आपका फास्टिंग परमेश्वर का किंग्डम का फायदा कर रहा है - - (2) 


बर्नबा और पौल


 1) उनको चर्चने नही भेजा 

 2) उनको संस्थाने नही भेजा

 3) उनको डीनामेनेशन ने नही भेजा 

 4) तो लिखा है पवित्र आत्मा ने भेजा है 

 5) इसका मतलब है उनको लेडींग पवित्र आत्मा ने किया है

 6) प्रभू का राज्य बढाने के लिए उपवास करना है


आपको उपास इन सब चीजो के लिये नही करना है - - (2) 

वो कौन कौन सी चीज है तो ,


 1) परमेश्वर के करीब आने के लिए 

 2) पवित्र आत्मा से भर के लिए 

 3) वरदानो को पाने के लिए 

क्यों ,, 

क्योंकी की , 


 1) परमेश्वर आपके करीब आ चुका हैं

 2) पवित्र आत्मा आपको मिल चुका है 

 3) वरदानों भी आपको मिल चुका है


प्रभू कहता है , 


1) मुसा करता था उपवास 

2) अब्राहम करता का उपवास 

3) जोशवा करता था उपवास 

4) ये सब करते ते उपवास 


क्यो ,

क्योंकी ,

 1) में नही था ना उनके पास लेकिन ,

 2) तुम तो मेरी कलीसिया हो - - (2) 

 3) तुम मेरी दुल्हन हो 

 4) मै ऑलरेडी आ चुका हु आपके अंदर 

 5) पवित्र आत्मा दे चुका हु 

 6) वरदान से तुम्हें भर चुका हू 


तो क्या करता  , काम करता है , प्रभू का काम



हर विश्वासी की ये 3 तरह की Needs की जरुरत होती है


1) Spiritual Need - आत्मिक जरूरत

2) Physical Need - शारीरिक जरुरत

3) Materal Need - भौतिक जरुरत


                   याकूब 1:17 


क्योंकि हर एक अच्छा वरदान और हर एक उत्तम दान ऊपर ही से है, और ज्योतियों के पिता की ओर से मिलता है, जिस में न तो कोई परिवर्तन हो सकता है, ओर न अदल बदल के कारण उस पर छाया पड़ती है।


तो आपका , 


 1) आत्मिक जरूरत कौन पुरा करता है  ? परमेश्वर

 2) शारीरिक जरुरत कौन पुरा करता हैं ? परमेश्वर

 3) भौतिक जरुरत कौन पुरा करता है ? परमेश्वर

 4) तो आपका आत्मिक जरूरत पूरा हो चुका है 

 5) आपका शारीरिक जरुरत पुरा हो चुका है

 6) आपका भौतिक जरूरत पूरा हो चुका है 


आपका सर दुखना , पेट दुखना , कोरोना , आपका कॅन्सर

 ये सारी चीजे प्रभू कहता है मै बैठा हु , मै ठीक करुंगा


भौतिक जरूरत -


 1) राशन बिल नही , टेलिफोन बिल , इलेक्ट्रिकल बिल , बच्चो का स्कूल का फीज  

2) ये सारी चीजे प्रभू कहता है , में बैठा हूं

3) तो , जो चीज आपको प्रभू ऑलरेडी दे चुका है 

4) आप उसको लेकर Fasting में क्यों बैठ रहे हो ? (2)


आपका आत्मिक जरूरत -


 1) क्या चाहिये था , सालवेशन मिल गया 

 2) परमेश्वर की उपस्थिती मिल गया 

 3) आपको क्या चाहिये था , पवित्र आत्मा मिल गया 

 4) आपको क्या चाहिये था , वरदान मिल गया 


Fasting क्यों ?


शारीरिक जरूरत -

 1) मेरा हेल्थ अच्छा नही है , प्रभू कहता मेरे कोडे खाने से चंगाई मिली

 2) पैसे , नोकरी आपकी जरुरीते परमेश्वर बैठा हैं


Fasting सिर्फ सिर्फ 1 ही चीज के लिए करते है और वह है  , प्रभू तेरा राज्य बडे - - (2)


आज मशीह समाज मे उपवास खतरनाक होता जा रहा है

 दुष्ट आत्माओं की मिनिष्ट्री को प्राप्त कर रहे है


कैसे :-

1) एक पवित्र आत्मा नही - दो 

2) एक यीशु नही - दो 

3) एक सुसमाचार नही - दो


1) स्वर्ग दूत तो को जबरदस्ती देखना

2) आत्मा मे कही जा कर आने की बातो को करना

3) दर्शन पाने की चाह रखना

4) कोई कहता है मुझे स्वर्ग दूत दिखते है , कोई दिक्कत नही हैं

5) लेकिन मुझे भी देखना चाहिए , तो ये गलत है


जबरदस्ती देखना ,

 1) पवित्र आत्मा मुझे उठा कर ले जाये अमेरिका , आफ्रिका मे , गलत है

2) प्रभू आपको नही दे रहा है , लेकिन आप जबरदस्ती देखना चाहते है


तो बेस्ट (Best) क्या है ?


1) आपको बैठना हैं प्रभू के पास मे  , 

2) प्रभू में रहना है

3) वचन के अनुसार चलना है


तो आप को जबरदस्ती से नही मागना हैं

ऐसा मत करिये (2) 


तो फास्टिंग को लेकर जबरदस्ती नही करना , 


1) नक्कल नही करना 

2) जब तक पवित्र आत्मा नही कहता Fasting नही करना

3) क्योंकी किसी ने कहा नही करना है 

4) चर्च का सिस्टम हैं , नही करना है 

5) आपको अच्छा लगता है , इसलिये नही करना है 

6) आपको जब भी लीड होता है तब करना है









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