Sunday, 31 July 2022

ख़तरनाक अंत! मुसा (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*एक गलती और ministry खत्म*

*ख़तरनाक अंत!*


✍️एक व्यक्ति जिसका नाम है मूसा!


👉इस व्यक्ति को परमेश्वर ने अद्भुत तरीके से चलाया 6 लाख लोगों को lead करने में!


👉आप सभी इस बात को जानते है!


👉ये वो व्यक्ति था मिश्र से फिरौन के राजा के हाथ 

 से 430 साल की गुलामी से परमेश्वर ने अद्भुत तरीके से लोगों को से वहां से छुड़ाया!


👉ये वो व्यक्ति हैं जो व्यवस्था को लाया!


👉4000 साल के लगभग चला यहुदी इजराइली nation उस व्यवस्था देने के चलते!


👉परमेश्वर ने खूब इसका इस्तेमाल किया!


*सूने*:-


✍️ *लेकिन एक गलती इस पर भारी पड़ गई!*


*ध्यान दें*


👉वो चाहे मूसा हो!

👉वो चाहे अब्राहम ‌हो

👉इसहाक हो!

👉याकूब हो!

👉दाऊद हो!

👉पतरस हो!

👉इन सभी का हम आदर करते है!


👉इन सभी को परमेश्वर ने इस्तमाल किया है बाइबल के अन्दर!


*लेकिन एक और पहलू है वो भी देखना है!*


*लेकिन साथ ही साथ एक पहलु वो भी देखना है!* 


✍️इन की गलतीओ से हम क्या शिक्ष सकते हैं!


👉परन्तु ये सब बातें, जो उन पर पड़ी, दृष्टान्त की रीति पर थीं; और वे हमारी चेतावनी के लिये जो जगत के अन्तिम समय में रहते हैं लिखी गईं हैं।

(1 कुरिन्थियों 10:11)


✍️ये सारी चीजें इस लिए लिखी गई ताकि इन से कुछ शिक्ष सके!


"मेरा ये फर्ज है इस की गलती से आपको कुछ शिक्षा सकू"


✍️अगर कोई सेवक मुझे रहा है!


👉कोई Worship leader मुझे रहा है!


👉कोई Bible teacher मुझे सून रहा है!


👉अगर कोई विश्वासी मुझे सून रहा है!


👉आप सभी को ये सिखाना, समझना बहुत जरूरी है! 


👉इसके साथ में क्या ऐसी गलती हो गई!


*वो खतरनाक अंत क्या है!*

*वो खतरनाक गलती क्या है?*


⭐ *एक गलती मूसा पर भारी पड़ गई!*


✍️एक ऐसी गलती जिसकी सजा तो मिलनी ही थी!


👉वो कौन सी सजा थी!


👉आईए देखते हैं वो कौन सी गलती थी!


*ध्यान से सूने*


✍️मूसा एक ऐसा व्यक्ति जिसको ये नाम मिला था!


👉 *मैं तुझे फ़िरौन के लिये परमेश्वर सा (as god) ठहराता हूँ;*

(निर्गमन 7:1)


👉परमेश्वर ने मूसा को फिरौन के सामने परमेश्वर की तरह खड़ा किया था!


👉ताकि वो लोगों रिहा करा सके! 

(लोगों को छुड़ा सके)


👉परमेश्वर ने ऐसा दबदबा रखा ,फिरौन की हालत खराब हो गई!


👉ये वो मूसा था जिसके ऊपर 6 लाख लोगों की जिमेवारी थी,

(ताकि वो लोगों को lead करें)


👉ये वो मूसा था जिसने लाल समूद्र को पार कराया!


👉ये वो मूसा था जिसके द्वारा 10 बड़ी विपतीया मिस्र पर डालीं थी!


👉ये वो मूसा था 40 साल जंगल में इस्राइलियों की अगुवाई करी!


👉ये वो मूसा था जब ये प्रार्थना करता था तो युद्ध जीते गए !


👉ये वो मूसा था जिसके आमने सामने परमेश्वर बातें करता था!


👉ये वो मूसा था 40 साल मिश्र में!

👉40 साल ससूर के पास में!

👉फिर 40 साल जंगल में!


👉120 साल इस व्यक्ति को अद्भुत तरीके से चलाया था!


*सूने*:-


👉जब मूसा मरा तो देखो क्या लिखा है!


👉 *मूसा अपनी मृत्यु के समय एक सौ बीस वर्ष का था; परन्तु न तो उसकी आँखें धुँधली पड़ीं, और न उसका पौरूष घटा था।*

(व्यवस्थाविवरण 34:7)


✍️ना आंखें धुंधली पड़ी!

👉जैसे अब्राहम , इसहाक,याकूब की!


✍️और न उसका पौरूष घटा था।

👉 मतलब ये मजबूत था ,कोई बीमारी नहीं थी!


 *अब क्यों मरा परमेश्वर ने ?*


👉इसकी कब्र अभी तक किसी को नहीं पता, लुसिफर को भी नहीं पता!


👉एक ऐसा character था!

👉एक ऐसा‌ व्यक्ति था!


*सूने*:-


✍️इस व्यक्ति ने क्या गलती करी!


👉जब पानी नहीं था, दूसरी बार की बात कर रहा हूं!


👉क्योंकि जब पहली बार पानी नहीं था, तो चट्टान पर लकड़ी मारना सुभाविक था!


👉लेकिन जब दूबारा पानी की जरूरत पड़ी तो लकड़ी नहीं मारना था!

👉तो‌ ये था system


👉“उस लाठी को ले, और तू अपने भाई हारून समेत मण्डली को इकट्ठा करके उनके देखते उस चट्टान से बातें कर, तब वह अपना जल देगी; इस प्रकार से तू चट्टान में से उनके लिये जल निकालकर मण्डली के लोगों और उनके पशुओं को पिला।”

(गिनती 20:8)


✍️लेकिन मूसा ठीक इसके विपरित किया!


👉तब मूसा ने हाथ उठाकर लाठी चट्टान पर दो बार मारी; और उसमें से बहुत पानी फूट निकला, और मण्डली के लोग अपने पशुओं समेत पीने लगे।  


👉परन्तु मूसा और हारून से यहोवा ने कहा, “तुम ने जो मुझ पर विश्वास नहीं किया, और मुझे इस्राएलियों की दृष्टि में पवित्र नहीं ठहराया, इसलिए तुम इस मण्डली को उस देश में पहुँचाने न पाओगे जिसे मैंने उन्हें दिया है।”

(गिनती 20:11-12)


✍️इस भीड़ में सब खुश थे ,बच्चे खुश थे, जानवर खुश थे!

👉पर एक था जो खुश नहीं था!

👉वो है परमेश्वर!


👉परमेश्वर खुश नहीं था!


✍️पवित्र नहीं ठहराया!


*सूने*:-


✍️ *परमेश्वर की दिलचस्पी किस में है!*


✍️तुम क्या करते हो प्रार्थना करते हो! 

👉पानी मिठ्ठा हो जाता है!


✍️ तुम प्रार्थना करते हो!

👉बटवे में दो सो का नोट आ जाता है!


✍️ तुम प्रार्थना करते हो!

👉लोग गिर जाते हैं!


*सूने*:-


👉परमेश्वर कहता है मुझे उससे कुछ लेना देना नहीं है!


✍️ *परमेश्वर की दिलचस्पी इस में नहीं है!*


👉 *तुम ने मेरी पवित्रता को लोगों के सामने क्यों नहीं रखा!*


👉ये गलती मूसा से हूई ये गलती आप से कहीं ना हो जाए!


"इसलिए इस विषय को आपके बीच लेकर आया हूं"


"बड़े ध्यान से समझना होगा"


✍️आज मैं आप सभी से बात कर रहा हूं!


👉 क्या आपने अपनी चर्च में परमेश्वर को पवित्र ठहराया!


👉 क्या आपने अपनी worship में परमेश्वर को पवित्र ठहराया!


👉क्या आपने अपने music में परमेश्वर को पवित्र ठहराया!


👉क्या आपने अपने convention में परमेश्वर को पवित्र ठहराया!


"ये हैं परमेश्वर की दिलचस्पी"


👉परमेश्वर कहता है जब मैंने मूसा जैसे आदमी  को नहीं छोड़ा तो तुम्हें क्या छोड़ूंगा!


👉जिसको मैंने परमेश्वर सा ठहराया!


👉मतलव वो 40 साल प्रचार करता रहा, हम कनान जाएंगे, हम कनान जाएंगे, पर नहीं जा पाया!


👉इसलिए लिखा है खतरनाक अंत!


👉इस ने बहुत अच्छा काम किया पर एक ही गलती!


👉परमेश्वर को पवित्र नहीं ठहराया!


👉चट्टान को फिर से मार दिया!


*चट्टान कौन है ?*


✍️आज की तारीख में चट्टान कौन है!

👉तब की तारीख में चट्टान कौन है!

👉बाइबल क्या कहती है चट्टान कौन है!


👉और सब ने एक ही आत्मिक जल पीया, क्योंकि वे उस आत्मिक चट्टान से पीते थे, जो उनके साथ-साथ चलती थी; *और वह चट्टान मसीह था।*

(1 कुरिन्थियों 10:4)


✍️वह मसीह था


👉इसका मतलब जिस पर मूसा ने लकड़ी मारी वो कोई और नहीं था!


👉 *वो यीशु था!*


👉परमेश्वर ने कहा था तुमने चट्टान से बात करनी है!


👉उसने ने बात करने की बजाय लकड़ी मार दी!


 *ये चट्टान यीशु मसीह है तो तुम उसे दूबारा क्रुस पर नहीं मार सकते!*


"इसी को पौलुश कहता है"


👉 *क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्र को अपने लिये फिर क्रूस पर चढ़ाते हैं* और प्रगट में उस पर कलंक लगाते हैं।

(इब्रानियों 6:6)


✍️परमेश्वर कहता है मैं ये कदई बर्दाश्त नहीं करुंगा!


"एक और बात"


✍️ *क्या मूसा नहीं जानता था चट्टान कौन है ?*


👉जो चट्टान साथ चल रही है! 

👉जो चट्टान पानी दे रही है! 

👉वो परमेश्वर है!


✍️मूसा खुद प्रार्थना कर रहा है!


👉“वह चट्टान है, उसका काम खरा है; और उसकी सारी गति न्याय की है। वह सच्चा परमेश्वर है, उसमें कुटिलता नहीं, वह धर्मी और सीधा है। (रोम. 9:14) 

(व्यवस्थाविवरण 32:4)


✍️वो जानता था परमेश्वर चट्टान है!


*तो आज जो प्रचारक प्रचार कर रहे वो नहीं जानते सही क्या है गलत क्या है?*


👉तो फिर गलती कैसे कर रहे हो!


*अंत में*


"इस घटना से हम क्या सिखा सकते हैं"


 *परमेश्वर को कभी भी हल्के में कभी नहीं लेना!*


👉और मूसा ने ये ही गलती कर दी!


👉Ministry करते-करते सेवा करते-करते!

👉अरे प्रचार तो मैं चूटकी में कर देता हूं!

👉अरे गाना तो मैं चूटकी में गा देता हूं!

👉अरे चमत्कार तो मैं चूटकी में कर देता हूं!


👉 *जब परमेश्वर को हल्के में लेना शुरू कर देते हैं ,सेवा खत्म!*


👉आपको कोई भी हो देशी, विदेशी!

👉परमेश्वर सब बर्दाश्त कर सकता है!


👉ये बर्दाश्त नहीं करेगा सजा जरूर देगा!


*इसलिए सावधान रहीए*


*God bless you*

Tuesday, 26 July 2022

क्या POWERFUL सेवक बनने के लिए तपस्या करनी पडती है?

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


प्रश: *क्या POWERFUL सेवक बनने के लिए तपस्या करनी पडती है?*


✍️ *आपको किसी प्रकार का तपस्या type कुछ भी करने की जरूरत नहीं है!*


👉 *क्यों?*


👉 परन्तु ये सब प्रभावशाली कार्य वही एक आत्मा करवाता है, *और जिसे जो चाहता है वह बाँट देता है।*

(1 कुरिन्थियों 12.11)


👉 मतलब:- *ये पवित्र आत्मा तय करेगा किस को क्या दान देना है!*


👉 *लेकिन ऐसा कुछ concept (धारणा) मसीह समाज में आ गया है, खास करके सेवको के अन्दर!*


👉चाहे कोई भी country से हो!


👉वो क्या करते हैं ,आपने आप को कमरे में बंद कर लेते हैं!


👉20, 30, 40 दिन कभी-कभी तो 80 दिन भी, और जब वो बाहर निकलते हैं! 


👉तो ऐसी बातों के साथ जो वचन से match नहीं करती!


👉 *वापस कहता हूं ऐसी बातों के साथ जो‌ वचन से match नहीं करती!*


👉जब वो चर्च में आते हैं उनका जो चर्च (कलिसीया) है ना , वो ऐसा wait करता रहता है!


👉अभी पास्टर जी आएगे!


👉 *तपस्या type जैसे बाबा लोग करते हैं!*


👉पेड़ के नीचे, पेड़ कै ऊपर


👉पहाड़ के नीचे, पहाड़ के ऊपर


👉या मिट्टी के नीचे जाकर तपस्या करते हैं ना, 


👉तो वो ऐसा कुछ करते है,और उनकी जो कलिसिया wait करती है!


👉 *पास्टर जी अभी आएंगे और कुछ supernatural (अलौकिक) बात बताएंगे!*


👉 *और उनकी जो चर्चा (कलिसिया) उनकी बातों को स्वीकार कर लेती है!*


👉अरे देखो कुछ हो रहा है, लोग गिर रहे हैं!


"इस वचन को देखे"


👉इसलिए हे भाइयों क्या करना चाहिए? जब तुम इकट्ठे होते हो, तो हर एक के हृदय में भजन, या उपदेश, *या अन्य भाषा, या प्रकाश,* 


👉या अन्य भाषा का अर्थ बताना रहता है: सब कुछ आत्मिक उन्नति के लिये होना चाहिए। यदि अन्य भाषा में बातें करनी हों, तो दो-दो, या बहुत हो तो तीन-तीन जन बारी-बारी बोलें, और एक व्यक्ति अनुवाद करे। परन्तु यदि अनुवाद करनेवाला न हो, तो अन्य भाषा बोलनेवाला कलीसिया में शान्त रहे, और अपने मन से, और परमेश्वर से बातें करे।

(1 कुरिन्थियों 14:26-28)


👉 भविष्यद्वक्ताओं में से दो या तीन बोलें, *और शेष लोग उनके वचन को परखें।*

(1 कुरिन्थियों 14:29)


✍️ *ये जो शब्द है परखे ऐसा क्यों?*


👉किसी पास प्रकाश है supernatural (अलौकिक) बातें है!


👉 *ठीक है पर लिखा है, पर‌खे*


*ध्यान दें*


✍️तो कुछ लोग वहां पर बैठे रहते थे ! 


👉अच्छा, इसकी बातें ऐसी हैं! 


👉इस की बाते biblical है या नहीं!


👉मतलब:- *वचन से match करती है, क्या!*


👉उन दिनों में उनके पास जो source (साधन) था वो‌ उस से परखे थे इस से match करती है क्या!


*सूने*:-


✍️पर आज हमारे पास पूरी बाइबल है 66 किताबें हैं!


👉 *आसानी से जो गलत है पकड़ सकते हैं!*


👉फिर किसी को सामर्थ्य के काम करने की शक्ति; और किसी को भविष्यद्वाणी की; *और किसी को आत्माओं की परख,* और किसी को अनेक प्रकार की भाषा; और किसी को भाषाओं का अर्थ बताना।

(1 कुरिन्थियों 12:10)


✍️तो लिखा है परखो!


👉 *क्यों*


👉 *और यह कुछ अचम्भे की बात नहीं क्योंकि शैतान आप भी ज्योतिर्मय स्वर्गदूत का रूप धारण करता है।*

(2 कुरिन्थियों 11:14)


✍️ *लुशिफर स्वर्गदूत ,चमकदार दूत बन सकता है!*


👉 *लुशिफर फंसा सकता है!*


👉 *और सारे संसार का भरमानेवाला है,* 

(प्रकाशितवाक्य 12:9)


✍️ *वो संसार को भरमाने वाला है उस ने अच्छे-अच्छे को भरमा दिया!*


👉 *राजा महाराजाओं नहीं छोड़ा और ऐसी भटकाने वाली आत्माएं अभी है संसार में!*


👉जिनमें तुम पहले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के अधिपति अर्थात् उस आत्मा के अनुसार चलते थे, *जो अब भी आज्ञा न माननेवालों में कार्य करता है।*

(इफिसियों 2:2)


✍️आप भटक सकते हैं!


👉 *हे प्रियों, हर एक आत्मा पर विश्वास न करो: वरन् आत्माओं को परखो, कि वे परमेश्वर की ओर से हैं कि नहीं;* क्योंकि बहुत से झूठे भविष्यद्वक्ता जगत में निकल खड़े हुए हैं।

(1 यूहन्ना 4:1)


✍️तो जितने भी तपस्या type करते हैं!


👉कहीं पर 40 दिन,20 दिन, 80 दिन, 1हफता आप बैठ कर आते हो! 


👉या कोई पहाड़ के ऊपर पर , जैसे यीशु पहाड़ के ऊपर गए 40 दिन प्रार्थना के लिए गए थे!


👉वैसे concepts (धारणा) को लेकर पहाड़ पर चले जाते हैं!


👉और जब आते हैं कुछ ऐसा लेकर आते हैं कलिसिया भी स्वीकार लेती है!


👉जब वो कलिसिया स्वीकार लेती ,तो वो इसे पास के लोगों को बताना शुरू करते हैं!


👉की देखो  मुझे कुछ supernatural (अलौकिक) पास्टर की तरफ से मिला है!


👉 *तुम भी आओ, तुम भी आओ!*


👉तो ऐसे करके cult group शुरू होता है!


👉 *सतर्क रहें ,सावधान रहें*


*God bless you*

Monday, 25 July 2022

क्या महिलाएं पास्टर बन सकती है? (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*क्या महिलाएं पास्टर बन सकती है?*


✍️ महिलाएं pastor बन सकती है के नही मैं पहले ही बता चूका हूं!


👉जिसका सीधा जवाब है:- बन सकती है!


👉पर कुछ बुद्धिजीव बाइबल के कुछ वचनों को लेकर out of context ये सिखा रहे हैं!


👉महिला pastor नहीं बन सकती!


👉जिन वचनों को लेकर वो सिखाते आज हम उन पर बात करेंगे!


👉 *और करेंगे दूध का दूध और पानी का पानी*


👉 *स्त्रियाँ कलीसिया की सभा में चुप रहें, क्योंकि उन्हें बातें करने की अनुमति नहीं,* परन्तु अधीन रहने की आज्ञा है: जैसा व्यवस्था में लिखा भी है। और यदि वे कुछ सीखना चाहें, तो घर में अपने-अपने पति से पूछें, क्योंकि स्त्री का कलीसिया में बातें करना लज्जा की बात है।

(1 कुरिन्थियों 14:34-35)


✍️ Greek में 1135 guné (goo-nay')  (गुने) लिखा है:-


👉 *guné शब्द*:- women, wife, my lady के लिए भी इस्तेमाल होता है!


👉यहां पर ये शब्द पत्नी के लिए इस्तेमाल किया गया है!


अब वचन में देखते हैं:-


👉 *स्त्रियाँ कलीसिया की सभा में चुप रहें, क्योंकि उन्हें बातें करने की अनुमति नहीं,* परन्तु अधीन रहने की आज्ञा है: जैसा व्यवस्था में लिखा भी है। और यदि वे कुछ सीखना चाहें, तो घर में अपने-अपने पति से पूछें, क्योंकि स्त्री का कलीसिया में बातें करना लज्जा की बात है।

(1 कुरिन्थियों 14:34-35)


*ध्यान से सूने*:-


✍️guné का अर्थ:- पत्नी


👉 *स्त्री*:- ये किसी की पत्नी है


👉 *बाते*:- यहां प्रचार का जिक्र नहीं है!


👉 *अधीन*:-किसके? 

(आपने पति के)


👉 *व्यव्स्था*:- पौलुश किस को बोल रहा था यहूदियों को या अन्य जातियों को!


*सूने*:-


👉 *और यदि वे कुछ सीखना चाहें, तो घर में अपने-अपने पति से पूछें, क्योंकि स्त्री का कलीसिया में बातें करना लज्जा की बात है।*

(1 कुरिन्थियों 14:35)


✍️ *यहा प्रचार का तो जिक्र ही नहीं है!*


*ध्यान से सूने*:-


👉परन्तु कलीसिया में अन्य भाषा में दस हजार बातें कहने से यह मुझे और भी अच्छा जान पड़ता है, कि *औरों के सिखाने के लिये* बुद्धि से पाँच ही बातें कहूँ।

(1 कुरिन्थियों 14:19)


✍️ *औरो के सिखाने के लिए!*


👉क्योंकि तुम सब एक-एक करके भविष्यद्वाणी कर सकते हो *ताकि सब सीखें*, और सब शान्ति पाएँ।

(1 कुरिन्थियों 14:31)


✍️ *ताकि सब सीखें!* पौलुश तो कहता है सब सिखे!


✍️ *हम कैसे कह सकते हैं सारी महिलाएं घर में सीखें!*


👉 *महिलाएं अगर घर में सिखे तो सारी महिलाओ को चर्च में बैन करो!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *यहां महिलाओं की बात नहीं पत्नी की बात हो रही है!*


👉 *और स्त्री को चुपचाप पूरी अधीनता में सीखना चाहिए। मैं कहता हूँ, कि स्त्री न उपदेश करे और न पुरुष पर अधिकार चलाए, परन्तु चुपचाप रहे।*

(1 तीमुथियुस 2:11-12)


✍️ *यहां चर्च या पास्टर की बात नहीं हो रही!*


👉 *स्त्री* :- किसी की पत्नी है


👉 *उपदेश* :- पति का उपदेश


👉 *पुरुष* :- उसका पति


👉 *चूपचाप*:- context देखें पति के सामने चूपचाप रहे!


*ध्यान से सूने*:-


👉(1 कुरि 14:34,35) 

👉(1तीमु 2:11,12)


✍️ *इन दोनों वचनों में पौलुश ने कभी नहीं कहा महिला pastor नहीं बन सकती!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️इन दोनो वचनों में ये नहीं लिखा!


👉 *स्त्री* :- प्रचारक नहीं बन सकती!


👉 *स्त्री* :- प्रभु भोज नहीं दे सकती !


👉 *स्त्री* :- बपतिस्मा नहीं दे सकती!


👉 *स्त्री*:- चर्च नहीं चला सकती!


👉 *स्त्री*:- मय्यत नहीं चला सकती!


*सूने*:-


👉और हमारे प्रभु के धीरज को उद्धार समझो, जैसा हमारे प्रिय भाई पौलुस ने भी उस ज्ञान के अनुसार जो उसे मिला, तुम्हें लिखा है। वैसे ही उसने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है जिनमें कितनी बातें ऐसी है, जिनका समझना कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उनके अर्थों को भी पवित्रशास्त्र की अन्य बातों के समान खींच तानकर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं।

(2 पतरस 3:15-16)


✍️ *ना समझ कर क्या किया?*


👉 *खींच तान कर* 


*ध्यान से सूने*:-


👉 *ना यीशु ने कभी कहा था!*


👉 *ना पतरस ने कभी कहा था!*


👉 *ना पौलुश ने कभी कहा था!*


👉 *और ना ही किसी चेले ने कभी कहा था!*


👉 *कि स्त्री pastor नहीं बन सकती है!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *अब मैं आपको वचन से साबित करुगा स्त्री pastor बन सकती है!*


👉इसलिए वह कहता है, “वह ऊँचे पर चढ़ा, और बन्दियों को बाँध ले गया, *और मनुष्यों को दान दिए।”*

(इफिसियों 4:8)


1) मनुष्य:- Greek :-


👉(anth'-ro-pos) उनतरो पोस्ट


👉Definition: a man, human, mankind 

संसार के समस्त लोग


👉 *male female दोनों आ गए*


2) *दान क्या दिया है*:-


👉 *और उसने कुछ को प्रेरित नियुक्त करके, और कुछ को भविष्यद्वक्ता नियुक्त करके, और कुछ को सुसमाचार सुनानेवाले नियुक्त करके, और कुछ को रखवाले और उपदेशक नियुक्त करके दे दिया।* 

(इफिसियों 4:11)


✍️कितनो को:- *क्या इस में सिर्फ पुरुष है?*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *कुछ कहते हैं स्त्री या यही सब कर सकती है!*


👉 *चर्च में झाड़ू लगाना*


👉 *दरिया बिछाना*


👉 *गीत गाना*


इत्यादि......


*सूने*:-


✍️ *इस पर भी एक नजर मार ये भी आपकी बाइबल में ही है!* 


👉मेरे विरुद्ध साक्षी दे! मैं तो तुझे मिस्र देश से निकाल ले आया, और दासत्व के घर में से तुझे छुड़ा लाया; *और तेरी अगुआई करने को मूसा, हारून और मिर्याम को भेज दिया।*

(मीका 6:4)


✍️ *मिर्याम एक महिला थी!*


⭐ *जी हां महिला एक लिडर भी हो सकती है!*


*ध्यान से सूने* 


✍️ *नये नियम में पास्टर ही नहीं पर पांच प्रकार की सेवकाई भी कर सकती है!*


👉 *और उसने कुछ को प्रेरित नियुक्त करके, और कुछ को भविष्यद्वक्ता नियुक्त करके, और कुछ को सुसमाचार सुनानेवाले नियुक्त करके, और कुछ को रखवाले और उपदेशक नियुक्त करके दे दिया।*(इफिसियों 4:11)


✍️ *और ये सेवकाई महिलाओं ने की है!*


*सूने*:-


⭐ *pastor*:- फीबे एक महिला थी!


👉 *मैं तुम से फीबे के लिए, जो हमारी बहन और किंख्रिया की कलीसिया की सेविका है, विनती करता हूँ।*

(रोमियों 16:1)


⭐ *भविष्यवाणी*:- चार कुंवारी बेटीयां!


👉दूसरे दिन हम वहाँ से चलकर कैसरिया में आए, *और फिलिप्पुस सुसमाचार प्रचारक के घर में जो सातों में से एक था, जाकर उसके यहाँ रहे। उसकी चार कुँवारी पुत्रियाँ थीं;* जो भविष्यद्वाणी करती थीं। 

(प्रेरितों के काम 21:8-9)


⭐ *सुसमाचार सूनाने में सहायता*:-


👉 *हे सच्चे सहकर्मी, मैं तुझ से भी विनती करता हूँ, कि तू उन स्त्रियों की सहायता कर, क्योंकि उन्होंने मेरे साथ सुसमाचार फैलाने में,* क्लेमेंस और मेरे अन्य सहकर्मियों समेत परिश्रम किया, जिनके नाम जीवन की पुस्तक में लिखे हुए हैं।

(फिलिप्पियों 4:3)


⭐ *यीशु के जी उठने का संदेश*:-


👉 *मरियम मगदलीनी ने जाकर चेलों को बताया,* “मैंने प्रभु को देखा और उसने मुझसे बातें कहीं।”

(यूहन्ना 20:18)


👉 *यहुन्ना 4 आधय्य:- चेला किस ने बनाया!*


👉वचन किस ने सूनाया!


⭐ प्रेरितो के काम 2: आधय्य :- *बपतिस्मा किस ने दिया होगा?*


👉सब ने मिलकर:- *स्त्री-पुरुष दोनों ने* 


*अंत में* :- जी हां महिला pastor बन सकती है!


👉 *फिर से कहता हूं जी हां महिला pastor बन सकती है!*

*God bless you*

Friday, 22 July 2022

Train पटड़ी पर से उतर गई है (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*Train पटड़ी पर से उतर गई है*


*Direction change हो गई है*


👉 *तेल*

👉 *पानी*

👉 *नमक*

👉 *साबून*

👉 *रुमाल*

👉 *और मिठाई*


✍️ *प्रश्न: क्या यह सब चीजें आपको बचा सकती है ?*


👉 *प्रश्न: आपका उद्धार कर सकती है ?*


*सूने*:-


✍️ *बहुत से लोगो का मन भटकाकर इन नशावान चीजों की तरफ लग रहा है!*


👉 क्योंकि तुम जानते हो कि तुम्हारा निकम्मा चाल-चलन जो पूर्वजों से चला आता है 

उससे तुम्हारा छुटकारा चाँदी-सोने *अर्थात् नाशवान वस्तुओं के द्वारा नहीं हुआ!*


👉 पर निर्दोष और निष्कलंक मेम्‍ने अर्थात् मसीह के बहुमूल्य लहू के द्वारा हुआ।

(1 पतरस 1:18-19)


*जरा सोच कर देखिए*


✍️ *आपका उद्धार (छुटकार) किससे हुआ है!*


👉 *तेल ,पानी से साबुन से या यीशु के लहु से!*


👉 *फिर महीमा किसको दे रहे हो ?*


👉 *हमे इन चीजों पर विश्वास नहीं!*


👉 *हमारा focus यीशु पर होना चाहिए!*


👉 *यीशु पर विश्वास करना चाहिए!*


👉वो ही हमें जीवन देता है!


👉कोई भी परेशानी हो यीशु को पूकारे!


*God bless you*

Sunday, 17 July 2022

अंत के दिनो में 12 बातें (छटवी बात ) (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*अंत के दिनो में 12 बातें सच्चे मसीहियों के साथ घटेगी!*


*छठी बात*


*झूठे भविष्यवक्ता*


👉अब यहां से मुसीबत और बढ़ेगी!


👉 *क्योंकि आ रहा है six point* 


*झूठे भविष्यवक्ता*


👉अब यहां से आपका teaching का label कितना है परखा जाएगा!


👉 *बहुत से झूठे भविष्यद्वक्ता उठ खड़े होंगे, और बहुतों को बहकाएँगे।*

(मत्ती 24:11)


✍️तो हमें अपनी teaching को मजबूत करना होगा!


*क्यों ?*


⭐ *झूठी शिक्षाएं बहुत फैलेगी!*


👉अपना बाइबल study मजबूत करिए!


👉जितना जादा हो सके बाइबल पढ़िए!


👉अपना नौकरी, school, college करो! 


👉पर जब भी आपको समे मिलता है!


👉घंटों बैठे, प्रभु के पास में सिखों!


*झूठी शिक्षाएं बहुत फैलेगी!*


👉 *Teaching पर attack होगा यीशु ने कहा है!*


👉मैं आप से पूछ रहा हूं, क्या आप इसके लिए तैयार हैं!


*God bless you*

Thursday, 7 July 2022

विश्वासी - विश्वासीयो से प्रार्थना मत करवाए (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े लें


*विश्वासी - विश्वासीयो से प्रार्थना मत करवाए*


👉 *ऐसा कियू?*


✍️ *आज 90/.विश्वासीयो को गलत आदत लग गई है,*


👉 *दूसरों से प्रार्थना करवाने की!*


*मतलव*:- 


👉 *जिसका उद्धार हो गया!*


👉 *6,10,20,30 साल से चर्च में है या जा रहा है!*


👉 *जिसने पवित्र आत्मा पाया है!*


👉 *परमेश्वर के बेटे-बेटियों बन गया!*


👉 *यीशु के लहु के द्वारा खरीदें हूए है!*


*ध्यान से सूने*:-


👉 *ऐसों को भी ये आदत पड़ गई है*!


*ध्यान से सूने*:- 


✍️ *ये आदत किसने बिगाड़ी!*


👉 *कुछ लालची ऑनलाइन प्रार्थना करने वालों ने!*


👉 *फेसबुक पर बाहर से कुछ परिचय आते हैं, और कहते हैं!* 


👉 *आप अपना प्रार्थना निवेदन भेजो,*


👉 *हम आपके लिए प्रार्थना करेंगे!*


👉 *हमे ऑनलाइन प्रार्थना करने वालों से बच कर रहना है!*


👉 *और अपना प्रार्थना बीज भेजो!*


👉 *आप अपना ओफरीग भेजो!*


👉 *हम आपके लिए प्रार्थना करेंगे!*


👉 *इससे भी विश्वासीयो की आदत बिगड़ी है!*

 

👉 *कुछ कहते हैं हमारे मैंबर शिप लें लो हर महिने इतना दान देना हम आपके लिए प्रार्थना करेंगे!*


👉और हम कहते हैं प्रभु का दास हमारे लिए प्रार्थना कर रहा है!


👉दूसरों से प्रार्थना करवाने में सब से ज्यादा हाथ महिलाओं का है!


👉कोई भी देशी, विदेशीयों पास्टर,और कहते है बड़ा चर्च है !


👉 *पास्टर जी प्रार्थना कर दो, पास्टर जी प्रार्थना कर दो!*


👉 *हर किसी के आगे अपना सिर लेकर चले जाते हैं!*


⭐ *आओ देखें वचन क्या कहता है इस विषय पर* !


👉 *मुझसे प्रार्थना कर और मैं तेरी सुनकर तुझे बड़ी-बड़ी और कठिन बातें बताऊँगा जिन्हें तू अभी नहीं समझता*।

(यिर्मयाह 33:3) 


👉 मैं तेरी सून कर, मतलव:- 


👉 *हमे खुद प्रार्थना करनी है!*


👉  *परन्तु जब तू प्रार्थना करे, तो अपनी कोठरी में जा; और द्वार बन्द करके अपने पिता से जो गुप्त में है प्रार्थना कर;* और तब तेरा पिता जो गुप्त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा।

(मत्ती 6:6)


✍️ यहां बात हो रही है बाप बेटे की/बाप बेटी की!


👉बाप को अच्छे से पता है:- 


👉हमे बाप के पास जाना है! 


👉एजेंटों के पास नहीं जो आज मसीह समाज में घूम रहें हैं!


👉बाकी आप समझदार है!


👉 *निरन्तर प्रार्थना में लगे रहो।*

(1 थिस्सलुनीकियों 5:17)


👉 *कौन प्रार्थना में लगा रहे!*


👉 *वो भाई,बहन जो बड़ी-बड़ी चर्चो में प्रार्थना के फार्म भर-भर देता या देती है!*


👉  *यदि तुम में कोई दुःखी हो तो वह प्रार्थना करे;* यदि आनन्दित हो, तो वह स्तुति के भजन गाएँ।

(याकूब 5:13) 


👉 यदि तुम में कोई दूखी हो:- *वह प्रार्थना करें!*


👉मतलव:- प्रार्थना उसे खुद करनी है!


⭐ *एक और बात ध्यान से सूने*


👉 और हर समय और हर प्रकार से आत्मा में प्रार्थना, और विनती करते रहो, और जागते रहो कि *सब पवित्र लोगों के लिये लगातार विनती किया करो*,

(इफिसियों 6:18)


👉 आपको पवित्र लोगों के लिए प्रार्थना करना है!


👉मतलव:- पवित्र कौन आपका पास्टर!


👉बड़ी चर्चा वाला :- आपको उनके लिए प्रार्थना करनी है !

करवानी नहीं है!


✍️ पतरस के लिए कौन प्रार्थना कर रहा था कलिसिया!


👉 *बन्दीगृह में पतरस की रखवाली हो रही थी; परन्तु कलीसिया उसके लिये लौ लगाकर परमेश्वर से प्रार्थना कर रही थी।*

(प्रेरितों के काम 12:5)


✍️हमें उनके लिए प्रार्थना करनी है!


👉 *और इसके साथ ही साथ हमारे लिये भी प्रार्थना करते रहो, कि परमेश्वर हमारे लिये वचन सुनाने का ऐसा द्वार खोल दे, कि हम मसीह के उस भेद का वर्णन कर सकें* जिसके कारण मैं कैद में हूँ।

(कुलुस्सियों 4:3)


✍️ *हमें प्रार्थना करवाने वाले नहीं प्रार्थना करने वाले बनना है!*


*सूने*


✍️ *प्रार्थना खुद किजिए* 


👉 *चाहे कोई भी समस्या हो!*


👉 *चाहे बच्चा बीमार है!*


👉 *चाहे पत्ती बीमार है!*


👉 *नौकरी के लिए!*


👉 *इन सब के लिए आपको खुद  प्रार्थना करनी है!*


 *उदाहरण:- बाप और बच्चे का!*


👉एक वक्त था, बाप ने खाना खिलाया !


👉एक वक्त था, बाप ने दूध पीलाया!


👉 *अब अपना खाना खुद खाना चाहिए!*


👉 *पर अब आप सियाने हो गए हैं!*


✍️ *उदाहरण*:- अपंग बच्चों का

👉वो बड़े हो गए!


👉पर अब भी बाप के हाथ से खाना खा रहे हैं 


👉बाप के हाथ से दूध पी रहें !


👉वो खुद से कुछ नहीं कर सकते !


बाकी आप समझदार है........


✍️ *अब हमें खुद प्रार्थना करना चाहिए*!


*ध्यान से सूने* :-


✍️ *जब हमरा ड्रेक परमेश्वर से रिश्ता जूड गया है!*


👉 *खुद प्रार्थना करनी है*:-


👉 *खुद प्राथना करिए,  समस्या आपकी है,,*


👉 *तो प्रार्थना भी आपको ही करनी चाहिए,,*

 

👉 *रिश्ता प्रभु से मजबूत कीजिए, लोगों से नहीं!*


👉 *बच्चो वाली हरकत नहीं करनी है!*


*God bless you*

क्या मसीही लोग प्रसाद खा सकते है? (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*क्या एक मसीह व्यक्ति मूर्ति पर चढ़ाई हूई वस्तुओं को खा सकता है कि नहीं?*


*क्या मसीही लोग प्रसाद खा सकते है?*


✍️ बहुत सारे मसीह लोग सवाल करते हैं, हम चर्च जाते हैं हम प्रसाद खा सकते हैं कि नहीं, कई बार हम प्रसाद खा भी लेते हैं!


👉 *क्या प्रसाद खाना सही है या ग़लत है!*


👉इसलिए आज इस विषय को आप के लिए लेकर आया हूँ!


👉अगर आप यीशु मसीह पर विश्वास करते और आप कहते हैं, 

अब मैं मसीही हो गया हूं, क्या मैं प्रसाद खा सकता हूं कि नहीं!


👉क्योंकि बहुत सारे लोगों के मन यह सवाल होता है!


👉तो आज इस सवाल का जबाव बाइबल में से देखेगे, बाईबल इस के बारे में क्या कहती है!


👉अगर आप इन बातों को समझना चाहते तो इस विषय को बड़े ध्यान से पढ़ें और समझे!


👉जब पूरा पढ़ते हैं तो अपने मसीही बहन भाईयों को जरुर शेयर करे!


👉 ताकि उन लोगो तक भी ये जानकारी पहोंच सके,कैसे एक मसीह को पवित्र जीवन जीना है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️दोस्तों आज के विषय को आपके बीच रखने से पहले एक छोटी सी जानकारी आपके बीच रखना चाहता हूं!


👉हो सकता है इस विषय को वो लोग भी पढ़ें जो यीशु मसीह पर विश्वास नहीं करते!


👉तो हम उन लोगो को बताना चाहते है ये विषय या जानकारी सिर्फ उन लोगों के लिए है!


👉जो यीशु मसीह पर विश्वास करते हैं, जिन्होंने प्रभु यीशु मसीह को अपना उद्धार कर्ता के रूप में ग्रहण किया है!


👉किसी दूसरे व्यक्ति की भावनाओं को ठेस पहुंचाना हमारा कोई उद्देश्य नहीं है!


👉बाइबल की जो सच्ची शिक्षा है, हम उसी को present कर रहे हैं!

 

👉जो बाइबल बता रही है हम वही बता रहे हैं!


👉अगर इस विषय को पढ़ते समय किसी को ठेस लगी रही किरपा करके आप इस को मत पढे!


👉इस विषय को वो ही लोग पढ़े जो यीशु मसीह पर विश्वास करते हैं!


👉और जो पवित्र जीवन जीना चाहते हैं!


"आईए इस विषय को शुरू करते हैं"


✍️जैसे मैंने इस विषय के शुरू में ही बता दिया, *क्या एक मसीह व्यक्ति मूर्ति पर चढ़ाई हूई वस्तुओं को खा सकता है कि नहीं!*


👉सीधा सीधा कहे तो क्या प्रसाद खाना चाहिए या नहीं खाना चाहिए है!


👉कुछ वचनों को बाइबल से आपके बीच रखूंगा:- 


👉फिर मैं क्या कहता हूँ? क्या यह कि मूर्ति का बलिदान कुछ है, या मूरत कुछ है?  


👉 *नहीं, बस यह, कि अन्यजाति जो बलिदान करते हैं, वे परमेश्वर के लिये नहीं, परन्तु दुष्टात्माओं के लिये बलिदान करते हैं और मैं नहीं चाहता, कि तुम दुष्टात्माओं के सहभागी हो।* 

(1 कुरिन्थियों 10.19-20)


✍️ परमेश्वर का वचन यहां पर साफ रीति से कहता है कि मूर्ति जैसी चीज ही नहीं है!


👉अन्य जाति के लोग जो मूर्ति के नाम से कुछ भी चढ़ाते हैं,वो दुष्ट आत्माओं के लिए चढ़ाते हैं!


👉एक बात को मैं clear कर देता हूं मूर्ति को इन्सानों ने बनाया है, अपने हाथों से बनाया किसी परमेश्वर ने बनाकर नहीं दिया है! 


👉 इंसान मूर्ति बनाता है पर मूर्ति के अंदर तो कोई जान है नहीं!


👉जब वो चढ़ावा चढ़ाते हैं वो दुष्ट आत्मा जो इस संसार में प्रभुता करती है वो उनके चढ़ावे को ग्रहण कर लेती है!


👉ये इन्सानों को मनुष्य को भी पता नहीं होता कई वो अनजाने में दुष्ट आत्माओं को चढ़ा रहे होते हैं!


👉जब एक मसीह व्यक्ति इन चीजों को ग्रहण करता है उसको तो यह पता होता है,कि मूर्ति तो इस संसार में कोई वस्तु नहीं जो चढ़ावा चढ़ाया जाता है वो दुष्ट आत्माओं के लिए चढ़ाया जाता है!


👉इसलिए एक मसीह व्यक्ति को जो सारी चीजें मूर्तियो के आगे चढ़ाई जाती हैं, उन चीजों को लेना माना है बाइबल में!


👉इसलिए परमेश्वर का वचन साफ रीति से कहता है दुष्ट आत्माओं के सहभागी ना हो!


👉एक व्यक्ति को जो यीशु को नहीं मानता है, उसे तो नहीं पता है दुष्ट आत्मा कौन है?


👉 या परमेश्वर कौन है?


👉वो अनजान है, वो अनजाने में ये सोचते हैं कि मूर्ति उनका ईश्वर है!


👉सच्चाई क्या है उनके अनजाने पन का फायदा उठाकर दुष्ट आत्मा उस मूर्ति में वाश करती है!


👉उस पर चढ़ाई हूई चीजों को दुष्ट आत्मा ग्रहण कर लेती है!


👉इसलिए हम जो मसीह लोगो पता चलता है कि दुष्ट आत्माएं इस तरह से काम करती है!


👉इसलिए हम जान चूके हैं जो प्रसाद जो मूर्ति पर चढ़ाया गया था वो मूर्ति पर नही परन्तु दुष्ट आत्माओं के लिए चढ़ाया गया था!


👉 *इसलिए एक मसीह व्यक्ति को कभी भी मूर्ति पर चढ़ाई हूई वस्तुओं को कभी खाना नहीं चाहिए!*


"आगे भी कुछ बातें हैं उनको भी समझना बहुत ज़रूरी है"


👉 *तुम प्रभु के कटोरे, और दुष्टात्माओं के कटोरे दोनों में से नहीं पी सकते! तुम प्रभु की मेज और दुष्टात्माओं की मेज दोनों के सहभागी नहीं हो सकते।* 

(1 कुरिन्थियों 10.21)


✍️अगर आप यीशु पर विश्वास करते हो तो आप प्रभु भोज में  शामिल होते होंगे!


👉तो आप इस तरह प्रसाद लेकर दुष्ट आत्मा की मेज भी शामिल नहीं हो सकते!


👉यहां पर परमेश्वर का वचन साफ रीति से मना करता है!


"लेकिन - लेकिन इसके आगे कुछ और बातें हैं उन सारी बातों भी आपको जानना बहुत जरूरी है"


✍️सब वस्तुएँ मेरे लिये उचित तो हैं, परन्तु सब लाभ की नहीं। सब वस्तुएँ मेरे लिये उचित तो हैं, *परन्तु सब वस्तुओं से उन्नति नहीं।* 

(1 कुरिन्थियों 10.23)


✍️ *तो याद रखिएगा जिन वस्तुओं से आपकी उन्नति नहीं उनको लेकर आप क्या करोगे?*


👉 *जो कुछ कसाइयों के यहाँ बिकता है, वह खाओ* और विवेक के कारण कुछ न पूछो। 

(1 कुरिन्थियों 10.25)


✍️वचन कहता है जो कुछ कसाईयों के यहां पर बिकता है, वो खाओ, 


👉आप जो दूकान से बलि कि हूई चीज जैसे मांस उसे आप खरीद कर खा सकते हैं कोई problem नहीं!


👉 लेकिन वो ही मांस जब किसी को बलि चढ़ाया जाता है,  *तब आप नहीं ले सकते क्योंकि वो किसी के नाम पर चढ़ाया जाता है!*


👉आप दूकान से आप खरिदते है कोई problem नहीं!


👉एक और बात मैं आपको clearकरके चलना चाहता हूं बहुत सारे लोग कहते जब हम दूकान में जाते हैं वहां तो बहुत सारी चीज़ें होती क्या सब खा सकते हैं!


👉 Simple सी चीज है जो आप खरीद रहे हैं वे आप अपना पैसा देकर खरीद रहे हैं!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *प्रसाद में और जो हम खरिद रहें हैं क्या अंतर होता है!*


👉 *जो प्रसाद होता है वो बेचा नहीं जाता,*


👉वो फ्री में बाटते हैं, वो बलि चढ़ा कर फ्रि में बातें हैं!


👉जो बलि चढ़ा कर काट रहा है,पर वो बेचा रहा है!


👉इसलिए वो प्रसाद नहीं है! 


👉इसलिए हम उसे खरिद कर खा सकते हैं!


👉“क्योंकि पृथ्वी और उसकी भरपूरी प्रभु की है।”  

(1 कुरिन्थियों 10.26)


👉और यदि अविश्वासियों में से कोई तुम्हें नेवता दे, और तुम जाना चाहो, तो जो कुछ तुम्हारे सामने रखा जाए वही खाओ: और विवेक के कारण कुछ न पूछो।  


👉परन्तु यदि कोई तुम से कहे, “यह तो मूरत को बलि की हुई वस्तु है,” तो उसी बतानेवाले के कारण, और विवेक के कारण न खाओ। 

(1 कुरिन्थियों 10.27-28)


✍️ वचन कहता, हमें नहीं खाना है!


👉इसलिए तुम चाहे खाओ, चाहे पीओ, चाहे जो कुछ करो, सब कुछ परमेश्वर की महिमा के लिये करो। 

(1 कुरिन्थियों 10.31)


✍️जो कुछ तो करते हो परमेश्वर की महिमा होनी चाहिए!


👉परमेश्वर का वचन कहता है तुम स्वतन्त्र किए गए हो पर इसका मतलब ये नहीं हम जो मर्जी करें हम स्वतंत्र किते गए पर हमारे‌ ऊपर कई सारी बंदिशे भी है, मतलब पाबंदी है!


👉 परमेश्वर ने हमें विवेक दिया है हमें पता है क्या सही है क्या गलत है!


👉कैसी चीजें मूर्ति पर चढ़ाई गई होती है और कैसी चीजें normal होती है और इन्हें समझने के परमेश्वर ने अपना वचन दिया है!


"एक और बात"


✍️कई ऐसा होता कहीं आप जाते हैं वहां पर एक ऐसा विश्वासी जो प्रभु के वचन परिपख मजबूत नहीं है!


👉और वो कहता ये तो मूर्ति चढ़ाई हूई है तो आप भी मत खाईए


👉अगर आपके निर्णय के कारण को प्रभु से भटक रहा है तो आप को नहीं खाना चाहिए और वचन भी यही कहता है!


👉अगर कहीं आप चले जाते कई बार ऐसा होता है,मसीह बहन भाई किसी के यहां गए, उन्होंने  अनजाने में धोखा देकर आप को प्रसाद खिला दिया तो उससे आपका कोई नुकसान नहीं होने वाला है!


👉 *लेकिन अगर आप को पता है तो उस चीज को मत खाइए!*


👉 *अखीर में मैं फिर कहना चाहता हूं ये संदेश या मैसीज सिर्फ मसीह लोगो के लिए है!*


👉हमारा किसी को ठेस पहुंचाना का उद्देश्य बिल्कुल भी नहीं है!


*God bless you*

हम आत्मिक पिता बुला सकते हैं ? ( हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर


*क्या इस पृथ्वी पर किसी को अपना आत्मिक पिता बोल सकते हैं ?*


✍️आज बहुत सारे आत्मिक पिता और गुरु उठ खडे हुए हैं!


👉जो पास्टर को आत्मिक पिता कहते हैं!


👉आओ इस विषय पर बात करेंगे!


👉और देखेंगे बाइबल इस विषय में क्या बयान करती है!


"इस वचन देखे"


👉 *और बाजारों में नमस्कार और मनुष्य में रब्बी कहलाना उन्हें भाता है।* परन्तु तुम रब्बी न कहलाना, *क्योंकि तुम्हारा एक ही गुरु है:* *और तुम सब भाई हो।*(मत्ती 23:7-8)


👉और पृथ्वी पर किसी को अपना पिता न कहना, क्योंकि तुम्हारा एक ही पिता है, जो स्वर्ग में है।

(मत्ती 23:9)


👉इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; (मत्ती 28:19)


✍️ यीशु मसीह ने किस का चेला बनाने को कहा ?


👉यीशु मसीह ने अपना चेला बनाने को कहा है!


👉ना की हम एक दूसरे को अपना चेला बनाए!


👉मुझे और आपको ,लोगों को यीशु के साथ जोड़ना है ?


✍️ लेकिन आज हम देखते है पास्टर और ऐसे Prophet खड़े हो गए हैं!


👉जो लोगों को अपने पीछे लगाते हैं!


*सूने*:-


✍️जो स्थान परमेश्वर था जो स्थान यीशु मसीह का है!


👉उस पर वो खुद आ कर बैठ गए हैं!


👉 यीशु ने कहा तुम रब्बी ना कहलाना तुम गुरु मत कहलाना!


👉क्योंकि तुम्हरा एक ही गुरु है और तुम सब भाई हो!


*सूने*:-


✍️चेले जब गुरु कहते हैं ,तो गुरु को बहुत मजा आता है ,कानों को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है!


👉लेकिन याद रखें यह बात उसके जीवन में घमंड को पैदा करती है!


👉लिखा है नाश होने से पहले घमंड आता है!


👉उस दिन बहुत लोग मुझसे कहेंगे; ‘हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हमने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए?’ तब मैं उनसे खुलकर कह दूँगा, ‘मैंने तुम को कभी नहीं जाना, हे कुकर्म करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ।’ 

(मत्ती 7:22-23)


✍️यीशु कहेगा जो स्थान मेरे बाप का था, जो स्थान पिता है!


*सूने*:-


✍️ *वो कलिसिया के सेवक हैं!*


👉पौलुस ने कहा यीशु मसीह में हम तुम्हारे सेवक है(दास है)!


👉हमे सेवा करने के लिए बुलाया है!


👉इसी रीति से तुम भी, जब उन सब कामों को कर चुके हो जिसकी आज्ञा तुम्हें दी गई थी, तो कहो, ‘हम निकम्मे दास हैं; कि जो हमें करना चाहिए था वही किया है।’”

(लूका 17:10)


👉ना की किसी ओहदे पर आ कर बैठने के लिए!


*सूने*:-


✍️याद रखें अगर आप किसी को गुरु कहते तो आप गलत करते हैं!


👉अगर कोई कहता है मुझे गुरु कहो तो वो भी पाप करता है (गुनाह करता है)!


👉 *क्योंकि गुरु एक ही है वो प्रभु यीशु मसीह!*


👉क्योंकि यीशु मसीह ने कहा तुम्हारा एक गुरु है दस गुरु नहीं!


👉आज हर कोई गुरु बना बैठा हुआ है!

(हर कोई गुरु बनता है)


*सूने*:-


*उदाहरण*:-


✍️कई लोग मुझे भी गुरु कहते थे मैंने उन्हें चिताया मैंने उन्हें बताया मुझे गुरु मत बोलो!


👉मैं तुम्हारा भाई हूं!


👉क्योंकि जो कुछ भी आप मुझ से शिखते है वो मेरी काबिलियत नहीं है (मेरी खुबी नहीं है)!


👉और ये परमेश्वर की दया है अनुग्रह है!


👉वो‌ जो कुछ भी अपने अनुग्रह के द्वारा मुझे दे रहा है!

👉मैं आपको दे रहा हूं!


*सूने*:-


✍️जब यीशु ने बातें करना और समझाना शुरू किया तो 

कहा अन्यजातियों और फरिसी लोगों को गुरु कहाना उनको बहुत अच्छा लगता है!


👉पर यह स्थान प्रभु यीशु मसीह का है!


👉पर आज बहुत सारे लोग इस स्थान पर आ कर बैठ गए हैं!


*सूने*:-

 

⭐ *Teacher की सेवकाई!*


 ✍️Teacher की एक सेवकाई है!


👉पर उसे पवित्र आत्मा इस्तेमाल कर रहा है!


👉ये घमंड नहीं करना मैं Teacher हूं तुम सब student हो!


👉शिखाने वाला पवित्र आत्मा है!


👉आपको तो शूकरगुजार होना चाहिए की पवित्र आत्मा आपको इस्तेमाल कर रहा है!


👉आप में होकर आपको use कर रहा है!


*सूने*:-


✍️उसके पास बर्तनों की ,(लोगो ) कमी नहीं है!


👉इस दया का गलत उपयोग ना करें कि लोगों से जबरदस्ती का आदर लें!


✍️याद रखे आज हम मनुष्य से आदर ले लेंगे तो स्वर्ग में हमारे लिए कोई भी प्रतिफल नहीं बचेगा!


👉यीशु मसीह ने कहा तुम्हें धर्म के काम मनुष्य को दिखाने के लिए ना हो नहीं तो स्वर्गीय पिता से कोई प्रतिफल नहीं मिलेगा!


👉तुम जो एक दूसरे से आदर चाहते हो और वह आदर जो एकमात्र परमेश्वर की ओर से है, नहीं चाहते, 

(यूहन्ना 5:44)


✍️आज कलिसिया गलत दिशा की ओर बढ़ रही है!


👉और पृथ्वी पर किसी को अपना पिता न कहना, क्योंकि तुम्हारा एक ही पिता है, जो स्वर्ग में है।

(मत्ती 23:9)


✍️पास्टर को गुरु या ,आत्मिक पिता कहना!


👉वो हमारी आत्मा का पिता है! 


👉अगर कोई आत्मिक पिता है, तो वो‌ यहोवा परमेश्वर है!


👉उसकी जगह कोई भी नहीं ले सकता!


👉ना तो गुरु की जगह ले सकता है ,ना पिता की जगह ले सकता है!


*सूने*:-


✍️आज कल पंजाब में ये ज्यादा चल रहा है!


👉मेरा आत्मिक पिता वो है, मेरा आत्मिक पिता वो है!


👉और कलिसिया के अगुवे को लोग पापा,पापा कह कर पुकारते हैं!


👉बुजुर्ग लोग भी पापा बोलते हैं , सब लोग पापा बोलते हैं!


*सूने*:-


👉फिर जबकि हमारे शारीरिक पिता भी हमारी ताड़ना किया करते थे और हमने उनका आदर किया, तो क्या आत्माओं के पिता के और भी अधीन न रहें जिससे हम जीवित रहें।

(इब्रानियों 12:9)


✍️ बाइबल हमें बताती है एक ही शारीरिक बाप होता है, जिस ने हमें शरिर में जन्म दिया!

👉हम हर एक को बाप नहीं बुला सकते!


👉उसी तरह एक ही आत्मिक पिता है जिस ने हमें आत्मा में जन्म दिया है!


*सूने*:-


✍️आज बहुत सारे लोगों कहते हैं!

👉मैंने तुम्हें आत्मा में जन्म दिया !

👉मैंने तुम्हें आत्मा में जन्म दिया !

👉आत्मा में जन्म कोई पास्टर नहीं देता!

👉आत्मा में जन्म कोई सेवक नहीं देता!


👉 *आत्मा में जन्म परमेश्वर देता है!*


👉परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं

(यूहन्ना 1:12)


👉वे न तो लहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं।

(यूहन्ना 1:13)


✍️जब हम तोबा करते हैं ,मन फिराते है!


👉बपतिस्मा लेते हैं तो कोई पास्टर हमें आत्मिक जन्म नहीं दे रहा होता!


👉परमेश्वर अद्भुतरिति से नया बना रहा होता है!


*सूने*:-


✍️ *यीशु ने कहा तुम सब भाई हो!*


👉हमे घमंड नहीं करना!


*उदाहरण*:-


✍️लुशिफर क्यों गिर गया क्योंकि उसने परमेश्वर के स्थान को लेना चाहा!


👉परमेश्वर का स्थान आज पास्टर और Prophet लेकर बैठे हैं!


👉आपने आपको परमेश्वर के स्थान पर बिठाकर स्वर्ग के लिए नहीं नरक के लिए तैयार कर रहे हैं!


👉आज मसीहत गलत दिशा की ओर जा रही है!


👉आज आपने गुनाहों से तोबा करने की जरूरत है!


"इस वचन को देखे"


👉मैं तुम्हें लज्जित करने के लिये ये बातें नहीं लिखता, परन्तु अपने प्रिय बालक जानकर तुम्हें चिताता हूँ। क्योंकि यदि मसीह में तुम्हारे सिखानेवाले दस हजार भी होते, तो भी तुम्हारे पिता बहुत से नहीं, इसलिए कि मसीह यीशु में सुसमाचार के द्वारा मैं तुम्हारा पिता हुआ। इसलिए मैं तुम से विनती करता हूँ, कि मेरी जैसी चाल चलो। इसलिए मैंने तीमुथियुस को जो प्रभु में मेरा प्रिय और विश्वासयोग्य पुत्र है, तुम्हारे पास भेजा है, और वह तुम्हें मसीह में मेरा चरित्र स्मरण कराएगा, जैसे कि मैं हर जगह हर एक कलीसिया में उपदेश देता हूँ।

(1 कुरिन्थियों 4:14-17)


✍️ *कुछ लोग उदाहरण देते है प्रेरित पौलुस का*!


👉जिस समय पौलुस कुरिन्थियो की कलिसिया को प्रचार कर रहा था बहुत सारी गलत शिक्षाएं उनके बीच में आ चूकी थी!


👉जब हम किसी को प्यार से कुछ समझने के लिए बोलते हैं बेटा ऐसा मत करो ,वैसा मत करो ,


👉तो क्या वो हमें पापा बोलते हैं ?

👉 नही !


*सूने*:-


👉पौलुस उन्हें समझाने के लिए! 


👉बोल रहा है तुम्हारे सिखाने वाले दस हजार हो, पर मैंने ही तुम्हें सुसमाचार सुनाया!


👉मैंने ही तुम्हें सही शिक्षा दी!


👉पर अब तुम गलत राह पर चल बैठे हो!


👉और गलत शिक्षा पर चलने के कारण तुम मसीह से दूर होते जा रहे हो!


👉तो पौलुस उनको अपनी ओर आकर्षित करने के लिए या उन्हें समझाने के लिए!


👉 *ये प्रचार कर रहा है!*

👉 *ये आज्ञा नहीं है!


👉के तुम ने आत्मिक पिता बोला करो या पापा ,पापा बोला करो!*


👉पौलुस ने तीमुथियुस को कहा तु मेरा विशवासयोग पुत्र!


👉उस ने अपना एक प्यार व्यक्त किया ,उसके प्रति!


👉 *ना की आत्मिक पिता और पुत्र का एक सम्बन्ध बनाया!*


✍️ *पर याद रखें आत्मिक पिता यहोवा परमेश्वर ही है!*


👉और पवित्र आत्मा हमारा teacher (गुरु) है!


👉और जिन सेवकाईयो के द्वारा पास्टर ,और सेवको को इस्तेमाल कर रहा है!


👉बड़े दीन होकर उस सेवकाई को करना है!


👉और कलिसिया को अपने भाई अपनी बहन की नजरों से देखना है!


👉तभी वो अपनी सेवा का फल पाएंगे!


*सूने*:-


✍️लेकिन अगर वो पापा बने बैठे हैं!


👉गुरु बने बैठे हैं ,और आदर ले रहे है!


👉तो याद रखें स्वर्ग के राज्य में प्रतिफल नहीं है!


*सूने*:-


👉परमेश्वर का जो आदर है, उस स्थान पर उन्होंने खुद को बिठा लिया है!


*सूने*:-


✍️बहुत सारे लोग कहते हैं ,हम अपने शरीर पिता को ,पिता बोलते हैं!


👉तो जो हमें वचन शिखाते हैं उन्हें कितना आदर देना चाहिए!

👉या उन्हें कितना जाय्दा आत्मिक पिता बोलना नही चाहिए!


*सूने*:-


✍️ये गलत teaching है!

(Wrong teaching है)


👉एक ही आत्मिक पिता है वो है सेनाओं का यहोवा उसकी जगह कोई भी नहीं ले सकता!


👉एक ने कोशिश की थी वह नीचे चला गया और भी कोई भी कोशिश करेगा वह नीचे चला जाएगा!


👉हमे सावधान रहना है, और इन चीजों से निकलना है!


*सूने*:-


✍️आज हर जगह पापा,पापा,पापा,पापा चल रहा है!


👉कोई कहता मेरा वो आत्मिक पिता है!


👉कोई कहता मेरा वो आत्मिक पिता है!


*सूने*:-


✍️जो परमेश्वर का है हमें परमेश्वर को देना है जो मनुष्य का है वह मनुष्य को देना है!


*सूने*:-


✍️जब भी पौलुस लिखता है , बाइबल उठा कर देख लिजिए पत्री की शुरुआत में ये ही लिखता है!


👉हे मेरे भाईयो 

👉हे मेरे भाईयों!

👉हे मेरे भाईयों!


👉अगर वो बाप है तो, ये  लिखता!

👉 हे मेरे बच्चों ,हे मेरे बच्चों!


👉परन्तु मैंने भाइयों को इसलिए भेजा है, कि हमने जो घमण्ड तुम्हारे विषय में दिखाया, वह इस बात में व्यर्थ न ठहरे; परन्तु जैसा मैंने कहा; वैसे ही तुम तैयार हो रहो।

(2 कुरिन्थियों 9:3)


👉अब हे भाइयों, हम तुम्हें परमेश्वर के उस अनुग्रह का समाचार देते हैं, जो मकिदुनिया की कलीसियाओं पर हुआ है।

(2 कुरिन्थियों 8:1)


👉और सारे भाइयों की ओर से, जो मेरे साथ हैं; गलातिया की कलीसियाओं के नाम।

(गलातियों 1:2)


✍️पौलुस हर जगह भाई कहकर बुलाता है!


👉सारी पत्री उठाकर देख लिजिए!


👉शिखाने वालों को भाई कहकर ही बुलाता है!


👉और यीशु मसीह ने भी कहा "तुम भाई हो"!


"इस वचन को देखे"


👉और उसे एलीशा देखता और पुकारता रहा, “हाय मेरे पिता! हाय मेरे पिता! हाय इस्राएल के रथ और सवारों!” जब वह उसको फिर दिखाई न पड़ा, तब उसने अपने वस्त्र फाड़े और फाड़कर दो भागकर दिए। फिर उसने एलिय्याह की चद्दर उठाई जो उस पर से गिरी थी, और वह लौट गया, और यरदन के तट पर खड़ा हुआ।

(2 राजाओं 2:12-13)


✍️क्या कही पर लिखा है वो एलिय्याह को ही अपना पिता कह रहा था!


👉वह तो अपना दुख प्रगट कर रहा था!


👉 क्या कहीं भी किसी नबी या उपदेश ने आकर बोला हो 

"मैं तुम्हारा आत्मिक पिता हूं"


"या तुम मुझे पापा बोलो"!


👉कहीं भी ऐसा नहीं हुआ!


*सूने*:-


✍️पर ऐसे वचनों को लेकर यीशु की आज्ञाओं को बदल रहे हैं!


👉यीशु मसीह ने उन फरिसी और शास्त्रीयों को डाटा!


👉तुम अपनी आज्ञाओं और विधियों को‌ ऐसे सिखाते हो!

👉शिखाते हो ये परमेश्वर की आज्ञाएं है!


👉और परमेश्वर की आज्ञाओं को टाल देते हो!


👉तुम पर हाय!


✍️आज भी तो ऐसा ही हो रहा है अपने तरीके से वचन बना कर तोड़ मरोड़ कर लोगों पर थोप देते हैं!


👉जैसे वो परमेश्वर की आज्ञा हो!


👉“हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय! तुम मनुष्यों के विरोध में स्वर्ग के राज्य का द्वार बन्द करते हो, न तो आप ही उसमें प्रवेश करते हो और न उसमें प्रवेश करनेवालों को प्रवेश करने देते हो। [हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों, तुम पर हाय! तुम विधवाओं के घरों को खा जाते हो, और दिखाने के लिए बड़ी देर तक प्रार्थना करते रहते हो: इसलिए तुम्हें अधिक दण्ड मिलेगा।] “हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय! तुम एक जन को अपने मत में लाने के लिये सारे जल और थल में फिरते हो, और जब वह मत में आ जाता है, तो उसे अपने से दुगना नारकीय बना देते हो।

(मत्ती 23:13-15)


✍️आज क्या हो रहा है ऐसी बातें सूना रहे जो कानों की खुजली के अनुसार है!


👉कानों की खुजली वाला प्रचार हो रहा है!

👉जो लोगों सूने अच्छा लगता है!


👉परमेश्वर तुम्हें आशीष दे रहा है!

👉 परमेश्वर तुम्हें बरकत दे रहा है!

👉ये हो रहा है ,वो वो रहा है!


👉जीवन में लाखों गुनाह भरे पड़े हैं!


👉परमेश्वर तुम्हारा वीजा लगा रहा है!


👉पर ऐसी भविष्य वाणी की जा रही है!


*सूने*:-


✍️कोई तोबा का सुसमाचार उन के पास नहीं है!


👉कोई मन फिराने का सुसमाचार उनके पास नहीं है!


👉और लोग नरक में जाने के लायक बन रहे हैं!


👉 स्वर्ग का दरवाजा उनके लिए बंद कर रहे हैं!


*सूने*:-


✍️अगर कोई बहन भाई इन चीजों में फंसा है हमें उने बाहर लेकर आना है!


*उदाहरण*:-

👉जब पतरस ने प्रचार किया!

👉जब यहुन्ना ने प्रचार किया!

👉जब पौलुस ने प्रचार किया!


👉किसी ने नहीं कहा मैं तुम्हारा "आत्मिक पिता हूं"!


*उदाहरण*:-


✍️लिखा है जब पौलुस सिलास को आदर देना चाहा उन्होंने अपने कपड़े फाड़े!


👉शोग प्रगट किया हम तो तुम्हारे समान है!


✍️ *बाइबल के इतिहास को पढ़ कर देख लीजिए ,एक सच्चा सेवक वही है जो अपने आप को छोटा करता है, दीन करता है!*


👉ना के अपने आपको गुरु बनाया है!

👉ना अपने आपको आत्मिक पिता बनाता है!

👉ना वो आदर की खोज में रहता है!

👉वो सच्चा सेवक नहीं है!


👉वो झूठा सेवक है ,और वो भटक चूका है!


👉हमे बहुत सावधान रहना होगा !


*God bless you*

1,44,000 हजार कोण आहे ? ( मराठी )

 1,44,000 हजार कोण आहे ?



★ प्रकटीकरन 7 आणि 14  दोघांमध्ये एकच  ग्रुप आहे



          प्रकटी 7:4 


ज्यांच्यावर शिक्का मारण्यात आला त्यांची संख्या मी ऐकली; इस्राएल लोकांच्या सर्व वंशांपैकी एक लक्ष चव्वेचाळीस हजारांवर शिक्का मारण्यात आला.



Johovah witness (यहोवा व्हिटनेस ) - वाले म्हणतात की हे आम्ही आहे




1) जर हा विडिओ यहोवा व्हिटीनेस वाले पाहत असेल तर तुम्ही काळजीपूर्वक पहा , जर त्यांच्या ग्रुपचे लोक पाहत असेल तर तुम्ही पण काळजीपूर्वक पहा , जर तुमच्या कॉन्टॅक्टमध्ये यहोवा व्हिटनेस वाले असे लोक येतात तर तुम्ही पण काळजीपूर्वक पहा


2) म्हणतात की हा जो ग्रुप आहे ते आम्ही आहोत , म्हणजे यहोवा विटनेस वाले म्हणतात की हे आम्ही आहोत , याचा अर्थ हा आहे की तुमची मोजणी टोटल 1,44,000 हजार वर  समाप्त होते


3) तर जे यहोवा व्हीटनेस वाले दरवाजा टू दरवाजा हिंडत आहे दरवाजा वाजत , तर मला वाटते की 1,44,000 ला बंद केले पाहिजे


          प्रकटी 7:4 


ज्यांच्यावर शिक्का मारण्यात आला त्यांची संख्या मी ऐकली; इस्राएल लोकांच्या सर्व वंशांपैकी एक लक्ष चव्वेचाळीस हजारांवर शिक्का मारण्यात आला.



1) तर याचा अर्थ हा आहे की इजरायल चे बारा पुत्रांना निवडून त्यांच्यावर शिक्का मारण्यात आला आणि त्यांची मोजणी होते 12 इन टू 12 होतात 1,44,000


2) तर मी तुम्हाला सांगतो की हे यहोवा व्हिटनेस वाले लोक नाही , ज्यांच्यावर शिक्का मारण्यात आले ते यहोवा व्हीटनेस वाले लोक नाही


★ परंतु स्वर्गात जाणारे आपण , मोजणी पहा किती आहे ? 



          प्रकटी 7:9 


ह्यानंतर मी पाहिले तो सर्व राष्ट्रे, वंश, लोक व निरनिराळ्या भाषा बोलणारे ह्यांच्यापैकी कोणाला मोजता आला नाही असा, शुभ्र झगे परिधान केलेला व हातांत झावळ्या घेतलेला मोठा लोकसमुदाय राजासनासमोर व कोकर्‍यासमोर उभा राहिलेला माझ्या दृष्टीस पडला.


1) तर याचा अर्थ हा आहे की , तुमची आणि माझी मोजणी किती आहे ? कुणी मोजू शकत नाही , तेवढी आहे


2 तर आपण 1,44,000 मधून यहोवा व्हीटनेस च्या मते यातून निघालो , तर तुमच्यासाठी आनंदाची गोष्ट आहे ,जे यहोवा व्हिटनेस वाले शिकवतात , तुम्ही 1,44,000 मध्ये नाही  ते इजराइल साठी होते , तुमच्यासाठी आणि माझ्यासाठी ते नाही


3) परंतु अशी गर्दी पाहिली ज्याला कोणी मोजणी करू शकत नाही , तुम्ही आणि आपण त्यात आहोत , जे पाहत आहे ते त्यात आहे 


★ तर कोण आहे ? हे 1,44,000 हजार लोक ज्यांच्यावर शिक्का मारण्यात आला 


      प्रकटी 7:4 आणि 14:4

   


            प्रकटी 14 :4


स्त्रीसंगाने मलिन न झालेले ते हेच आहेत, ते शुद्ध आहेत. जेथे कोठे कोकरा जातो तेथे त्याच्यामागे जाणारे ते हे आहेत. ते देवासाठी व कोकर्‍यासाठी प्रथमफळ असे माणसांतून विकत घेतलेले आहेत.


★ हे ते आहे जे स्रीया सोबत अशुद्ध झाले नाही 


1) तर मी तुम्हाला विचारतो यहोवा व्हिटनेस वाल्यांना , जेव्हा तुम्ही येतात दरवाजा टू दरवाजा , आपल्या पत्नी सोबत येतात , याचा अर्थ हा आहे की तुमचे लग्न झाले आहे


2) याचा अर्थ हा आहे की हे जे वचन आहे हे तुमच्या साठी मॅच होत नाही , जे स्रिया सोबत अशुद्ध झाले नाही , तुम्ही तर झाले आहात , तर तुम्ही स्वतःला 1,44,000 मध्ये कसी मोजणी करतात ?


 चला पाहू या ,



★  प्रथम फळ होण्यासाठी :-



      प्रथम फळ कोण आहे ? चला पाहूया ,



         1 करिंथ 15:20 



तरीपण ख्रिस्त मेलेल्यांतून उठवला गेला आहेच; तो महानिद्रा घेणार्‍यांतले प्रथमफळ असा आहे.



इंग्लिश मध्ये फळाला Fruits म्हटले गेले आहे


 हे प्रथम फळ कोण आहे ? जे येशु मध्ये जे झोपी गेले आहे ते ?


  त्यांच्यामध्ये प्रथम फळ आहे Fruits हे अनेकवचन आहे



Who Are The First Fruits 

Jesus & 1,44,000 

Hou ?



याचा अर्थ येशू आणि 1,44,000 चे कॉम्पिशन काय आहे , चला पाहूया



          यशया 53:10 


त्याला ठेचावे असे परमेश्वराच्या मर्जीस आले. त्याने त्याला पिडले; त्याच्या जिवाचे दोषार्पण झाल्यावर तो संतती पाहील, तो दीर्घायू होईल, त्याच्या हातून परमेश्वराचा मनोरथ सफल होईल.



तो आपल्या संततीला पाहणार


कोण आहे हे जनरेशन ?

 ( Generation )



         मत्तय 2:13‭-‬17 


ते गेल्यावर, पाहा, प्रभूचा दूत योसेफास स्वप्नात दर्शन देऊन म्हणाला, “ऊठ, बालक व त्याची आई ह्यांना घेऊन मिसर देशास पळून जा आणि मी तुला सांगेपर्यंत तेथेच राहा; कारण बालकाचा घात करण्यासाठी हेरोद त्याचा शोध करणार आहे.” मग तो उठला आणि बालक व त्याची आई ह्यांना घेऊन रातोरात मिसर देशास निघून गेला; आणि हेरोदाच्या मरणापर्यंत तेथे राहिला; “मी आपल्या पुत्राला मिसर देशातून बोलावले आहे” हे जे प्रभूने संदेष्ट्याच्या द्वारे सांगितले ते पूर्ण व्हावे म्हणून असे झाले. तेव्हा मागी लोकांनी आपल्याला फसवले हे पाहून हेरोद अतिशय संतापला आणि जी वेळ त्याने मागी लोकांपासून नीट विचारून घेतली होती तिच्याप्रमाणे त्याने बेथलेहेमात व आसपासच्या सर्व प्रदेशांत जी दोन वर्षांची व त्यांहून कमी वयाची बालके होती त्या सर्वांना त्याने माणसे पाठवून त्यांच्याकडून जिवे मारवले. यिर्मया संदेष्ट्याच्या द्वारे जे सांगितले होते, ते त्या समयी पूर्ण झाले. ते असे:



 हे प्रथम फळ कोण आहे ? हे जे फळ आहे 1,44,000 बालके


1) किती बालके मारले गेले हे नाही लिहिले गेले , हे कोणाचे बालके होते इस्रायलचे बालके , हे कोठे आहे ? येरुशलेम मध्ये , येरुशलेम कुठे आहे ? बेथलेम मध्ये , कोणत्या शहराची गोष्ट होत आहे ? मेडेलीसची


2) हे जे बालके आहेत , जे इजरायल मधून हेरोद ला माहित होते की हो ना हो यहुद्या मधूनच कोणीतरी राजा जन्माला येईल , तेथूनच परमेश्वर पुत्र जन्मला येईल


3) त्याने काय केले ? इजराइलचे  जेवढे ही बालके होते , त्यांना मारून टाकले , प्रथम फळ होण्यासाठी



           यिर्मया 31:15 



परमेश्वर असे म्हणतो, “रामात शोक व आकांत ह्यांचा शब्द ऐकू येत आहे; राहेल आपल्या मुलांसाठी रडत आहे; आपल्या मुलांमुळे ती सांत्वन पावत नाही, कारण ती नाहीत.”


1) म्हणजे ते मरून गेले ही भविष्यवाणी आहे ज्याला आपण पाहतो मत्तय 2: 13 , 17 बालके मारले गेले


2) याचा अर्थ हा आहे की जे बालके मारले गेले होते ते , इजराइल मधून मारले गेले होते , इजराइलच्या 12 वंशातून मारले गेले होते


3) कशी मोजणी करण्यात गेली ? प्रथम फळ , पौल म्हणतो , येशू ख्रिस्तामध्ये प्रथम फळ होईल , प्रथम फळ होईल हे अनेक वचन आहे 


           यिर्मया 31:16 


परमेश्वर असे म्हणतो, “तू आपला शब्द रडण्यापासून आणि आपले डोळे अश्रुपातापासून आवर; कारण तुझ्या श्रमाचे फळ तुला मिळेल; ते शत्रूंच्या देशांतून परत येतील, असे परमेश्वर म्हणतो.


याचा अर्थ आहे ज्यांच्या वर शिक्का मारण्यात आले ते परत येतील


       परत येतील ते कोण आहे ?


1) हे जे 1,44,000 आहे ज्यांना परमेश्वर म्हणतो मी परत घेऊन येणार , याचा अर्थ हा आहे की हे यहोवा व्हीटनेस वाले नही , हे तुम्ही आणि आम्ही नाही


2) हे इजरायलचे 12 पुत्र आहेत ज्यांना परमेश्वर घेऊन येणार , हे तेच बालके आहे 1,44,000  , हे तेच बालके आहेत



          तर 1,44,000 हजार कोण आहे ?



1) हे मी तुम्हाला सांगितले आहे , जर आपल्याला कोणी चुकीच्या शिक्षणामध्ये घेऊन जात असेल , यहोवा व्हीटनेस वाले , तर तुम्हाला याचा स्वीकार करायचा नाही 



2) तर तुम्हाला या प्रकारे स्टडी करायचा आहे तेच बालके आहेत 1,44,000 प्रभू परत घेऊन येणार ज्यांच्या वर शिक्का मारण्यात आला


3) यासाठी लिहीले आहे ना , त्यांनी लग्न केले नाही , तुम्ही विश्वास करा किव्हा नका करू , तुमच्यावर आहे , हा माझा स्टडी आहे


               Praise The Lord

Monday, 4 July 2022

12 जरुरी बाते (हिंदी )

 ★ आज का विषय :-


★ 12 जरुरी बाते :-


   ★ जो हर विश्वासी को जानना बहुत जरूरी है


1) आज का व्हिडीओ डिफरेन्ट है , ये जो 12 बाते है बहुत इम्पॉर्टंट है , एक एक पॉईंट पर मे जादा बात नही करूँगा , 


2) ये ऐसा है जब हम किसींसे चलते चलते , बात करते है ना , यार ये क्या है ? वो क्या है ? सवाल करते हैं ना ये बिलकुल वैसा होंगा , 


3) आप लोग देख रहे होंगे , समय सीमा जो है वो में रखता हु , जादा लंबा नही खेचुगा


तो सबसे पहिला टॉपिक :-


1) क्या हमें मुसा की 10 आज्ञाओं का पालन करना है ?


1) आपको इसमें बॅलन्स होना बहुत जरुरी है , अगर कोई कहता है क्योंकी व्यवस्था मे लिखा है इसीलिए इसको फॉलो करो , तो फिर ये गलत होगा , 


2) देखे परमेश्वर का हर एक वचन जब तक यीशू नही आता , जब तक पृथ्वी पर कलीसिया हैं , परमेश्वर का हर वचन चाहे वर्ल्ड (Old) का हो या न्यू (New) का हो , परमेश्वर का वचन परमानंट है , लाभदायक हैं , हमेशा के लिए है , 


3) लेकिन कोई ऐसें सीखाता है अगर इसको फॉलो नही किया तो आपका उदार नही हुवा , अगर इसको फॉलो नही किया तो आप अभी तक विश्वासी नही है  ,अगर इसको फॉलो नही किया तो आप स्वर्ग नही जायेंगे , तो 10 आज्ञा को मानो ,


4) मै तो कहता हु कि 10 आज्ञा क्यों ? जितने भी आज्ञा हैं न्यू स्टेटमेंट मे , ओल्ड स्टेटमेंट मे जो व्यवस्था से हटकर है , परमेश्वर के प्रति बात कर रहा हू , 


4) इसलिये लिखा है परमेश्वर के मुख से निकला वचन आपके लिये है , लेकिन Contex को भी देखना है , जो परमेश्वर खूद कहता है पत्थर से मार दो , दात के बदले दात तोड दो , ये वचन हम फॉलो नही कर सकते , वैसे ही बॅलन्स होना चाहिये , 


5) कोई सिखाता हैं व्यवस्था का नियम हैं इसलिये पालन करना है , तो ए गलत हो जायेगा , आपको परमेश्वर से प्यार है , यही नही हर वचनो का पालन करो , न्यू स्टेटमेंट मे 27 किताब है , आप उसको फोलो करो , 


6) तो 10 आज्ञा को बॅलन्स करना बहुत जरुरी है , हम परमेश्वर से प्यार करते है , हम हर वचन का पालन करेंगे , वचन को मानेंगे Contex में


2) क्या हमे दशमांश देना चाहिये ?


1) अगर कोई कहता है क्योंकी व्यवस्था मे लिखा है मलाखी 3:10 में इसलिये देना है , इसका डर दिखाकर दशमांश दोंगे तो आशिष हैं नही दोगे तो श्राप है , ऐसे कॉन्सेप्ट के साथ अगर कोई पास्टर , कोई चर्च , कोई प्रीचर ऑनलाईन ये जो सीखाता है तो गलत है , 


2) आप प्रभू से प्यार करते हो 10 क्यों दोंगे ? आप अपना पूरा जीवन दो , आप प्रभूसे प्यार करते हो 10 क्यों देंगे ? 20 30 40 50 दोंगे , 10 के पीचे क्यों पडे हो ?


3) जो इस का डर दिखाकर अगर दशमांश नही दिया श्राप आयेगा ब्लेसिंग आयेगा , नही दिया तो श्राप आयेगा , ऐसे concepts से  बचे , ऐसे विचारधारा के लोगो से बचे ,


4) और आपको किसी दबाव मे आकर पैसा नही देना है , याद रखियो ये पौलूस कहता है , 2 करिंथ 9:7 वो कहता है , मैं हर्ष सें दूंगा , मै अपने मनसे दूंगा , किसी के दबाव से नही दूंगा ,


 5) परमेश्वर से प्यार करता हु इसलिये देऊगा , तो आप किसी बंधन मे नही है ये समज ले  , व्यवस्था के खास करके यहुदी के व्यवस्था के concepts  मे नही आना है , आप अन्य जाती है , अन्य जाती के हिसाब से चलना है


3) क्या हमे सबत का दिन मानना चाहिये ?


1) सबत का मतलब है व्यवस्था याने की विश्राम दिन , यहुदी के हिसाब से जो की आता है सॅटर्डे , 


2) तो आप को समजना है , ना मंडे इम्पॉर्टंट है , ना मंगलवार , ना गुरुवार , ना शुक्रवार , ना शनिवार , ना रविवार सातो दिन प्रभू का हैं  , 21 दिन प्रभू का हैं , 365 दिन प्रभू का है , मतलब हर दिन प्रभू का है , हरपल प्रभू का है , 


3) आप जब चाहो आराधना करो , जब चाहो प्रभू के पास जाओ , जब चाहो प्रभू का दिन मनाओ , जब चाहो कलीसिया खोलो , कौंनसा भी दिन बोलो साटर्डे बिल्कुल इम्पॉर्टन्ट नही है , या शाबाथ इम्पॉर्टंट नही है , कुलिसी 2:16 क्या कहता है ये परछाया है व्यवस्था की बाते टल जायेंगी ,


4) आपको किसी प्रकार का सबत का दिन आदींन रहकर , किसी को डर कर आपको उसके साथ चर्च नही जाना है , 


5) सेवन डे जो सीखाते है विश्राम दिन याने की सॅटर्डे इम्पॉर्टंट हैं , माता येरुसलेम वाले भी ये फॉलो करते है , की साटर्डे आना है ,


6) आप साटर्डे जाओ , संडे जावो , शुक्रवार जावो इस्मे कोई फरक नही पडता , हम स्वतंत्र हैं , खुले आसमान के नीचे आप परमेश्वर की आराधना कर सकते है ,


7) क्योंकी परमेश्वर आपके अंदर है , उसकी उपस्थिती आपके अंदर है , इस बात को समजना होगा


4) क्या रविवार का दिन ही सही दिन है आराधना करने का ?


1) आराधना का दिन सॅटर्डे हो या संडे हो , कुछ लोग कहते है संडे कंपल्सरी आना है कौन कहते है ? क्यारेसमॅटिक , पॅन्टेकोस्टल , मेन लाईन चर्च , साइड लाइन चर्च , या फिर इंडेडडीपेंड चर्च वाले वो कहते है 


2) आप कोई भी नोकरी करो , बिजनेस करो , अगर आप संडे को चर्च नही आये तो वो बंधन मे आ जाते है , मुसिबत मे आ जाते है , 


3) उनको डर दिखाते है कि अपना स्क्रुस उठाकर चलो , आप संडे चर्च नही गये तो आप विश्वासी नही है , आप संडे चर्च नही गये तो आपको आशिष नही मिलेगी , ये सिखाते है , इसका मतलब है कि मंडे सें सॅटर्डे वो फिर क्या सैतान के पास रहता है ? ये कॉन्सेप्ट गलत है , संडे चर्च जाना बहुत जरुरी है , लेकिन किसी दबाव से नही और किसी प्रेशर से नही , आप नही आये तो आशिष नही है , 


4) तो सातर्डे जाओ , संडे जावो या मत जावो , आप घर पर आराधना करो , नोकरी पर प्रभू को याद करो , Concepts क्या है , आपको किसी के बंधन मे नही आना है , Concepts क्या है डरकर आपको चर्च नही जाना है , 


5) नहीं जायेंगे तो प्रभू नाराज होगा , ऐसा कुछ नही है , आप हर दिन प्रभू को याद करो , प्रेरित 2:42 प्रती दिन वो प्रभू के संगतीने रहे , साटर्डे हो या संडे हो , कोई फरक नही पडता


5) क्या हमे यहुदी पर्वो को मानना चाहिये ?


1) इसका मतलब है की आप अन्य जाती है , आप यहुदी नही है , यहुदीओ का कौनसा भी फेस्टिवल जो की आज कल जो सिखा रहे है , वो कहते है पर्वो को मानना चाहिये , 


2) मेरा प्रश्न हैं क्यों मानना चाहिये ? आप यहुदी है क्या ? नही , आप अन्य जाती है , 


3) कहते है इजरायल पवित्र देश है , इजराइल देश पवित्र नहीं हैं , परमेश्वर पवित्र हैं , तो वापस कहता हु किसी भी यहुदी के फेस्टिवल को follow करना आपको जरूरत नही है


6) क्या हमे यीशू का जनम दिन मनाया चाहिये ?

7) क्या हमें यीशू का मृत्यु दिन मनाना चाहिये ?

8) क्या हमे पुनरुत्थान दिन मनाना चाहिये ?


1) ख्रिसमस , गुड फ्रायडे , ईस्टर ये मसीयत में तीन ऐसी चीज है इसको हम नही मानते , कुछ ख्रिश्चन ऐसे कहते है की , अगर इसको नही माना आप मशीह नही है , तो इसका मतलब है , आप साल मे तीन बार मसीह हो ? आप प्रति दिन के मसीह है ,


2) Concept क्या है पता है , ख्रिसमस , गुड फ्रायडे , ईस्टर संडे आपके लिये नही है , बल्की ख्रिसमस , गुड फ्राइडे , ईस्टर संडे दुसरो के लिये आप के द्वारा ,


3) आप मेसेज दे सकते है , की यीशू मसीह आज याने की 25 डिसेंबर , यीशू मसीह आज याने की गुड फ्रायडे , यीशू मसीह आज याने की ईस्टर संडे , आप उस दिन दुसरो को पैगाम सुना सकते है , दुसरो को यीशू के बारे मे प्रचार कर सकते है , दुसरो को बता सकते है कि 2000 साल पहले ऐसी घटना घटी थी , 


4) लेकिन यीशू पैदा हुवा एक बार , मरा और हमेशा के लिए जिंदा है , हम हर साल यीशु को पैदा नही करते  ,  हम हर साल यीशू को नही मारते , हम हर साल यीशू को जीवित नही करते , हमें ऐसा नहीं करना है  , 


5) तो आपके लिए ख्रिसमस , गुड फ्रायडे , ईस्टर संडे एक बार आता है , आपकी लाईफ मे , जीस दिन अपने उधार पाया था , उसके बाद आप कपडे पहने , खाना बनाओ , घर को पेंट मारो , आपको जैसा करना है वैसा करो ,


6) लेकिन ये कहकर नही की क्रिश्चनो का फेस्टिवल है , गलत हो जायेगा , हम किसी फेस्टिवल में नही चलते , हम साल मे कोई फेस्टिवल नही मनाते , 


7) हम प्रतिदिन यीशू को साथ लेकर चलते है , आप को समझना बहुत जरुरी है 


9) उपवास का कौन सा दिन सही दिन है ? 


1) कुछ लोग हिंदू के बॅकग्राऊंड से आते है , मुस्लिम के बॅकग्राऊंड से आते है , कोई अलग अलग बॅकग्राऊंड से आते है , वो मसीह बन जाते है , 


2) तो उनके मन में प्रश्न उठता हैं , हम पहिले उन दिनो उपवास करते थे , उस दिन करते थे , इस दिन करते थे , अब हम मसिह बन गये है , तो हम कौन से दिन करे ? 


3) तो मै आपको बता दु उपवास करने का कोई दिन फिक्स नही है , शुक्रवार को ही करना है ऐसा कोई गॅरंटी नही है , ऐसा कोई प्रेशर दबाव नही है , 


4) आप को उपवास करना है , तब कब ? , जब परमेश्वर कहता है , आप कोई भी दिन उपवास कर सकते है , ऐसा कोई दिन नही है , बाइबल मे ऐसा कोई रुल नही है , इस दिन करो उस दिन करो , ऐसा कोई फिक्स दिन नही है , 


5) जब जब चाहो तब करो , परंतु पवित्र आत्मा के अनुग्रह मे उपवास करना है


10) क्या बाइबल की संख्या को महत्व देना चाहिये ?


1) मै आपको बता दू , नंबर 3 , नंबर 7 , नंबर 6 , नंबर  12 , नंबर , 9 , और नंबर 40 , ऐसे कुछ संख्या है और अकसर 3 , 7 , 9 , 6 , 12 , 40 , ऐसा बहुत चलता है , 


2) खास करके ओल्ड स्टेटमेंट मे 40 का आकडा बहुत है , उसको लेकर अरे 40 याने की पवित्र नंबर , 7 बोले तो पवित्र नंबर , 9 बोले तो पवित्र नंबर , 


3) आपके नॉलेज के लिए बता दू , हम अंधविश्वास वाले लोग नही है , हम किसी संख्या , किसी नंबर , ऐसे ख्रिश्चननेटी में नही है ,


4) 1 से लेकर 100 तक , एक से लेकर लाख तक आपका हर नंबर परमेश्वर की और से आप के लिये है , 


5) आपके लिए ऐसा कोई स्पेशल नंबर नही है , 3 रखो , 7 रखो , गाडी का नंबर रखो , मोबाईल नंबर रखो लेकिन कोई विशेष नंबर को लेकर फॉलो नही करना है , 


6) इससे परमेश्वर का लेना देना नही है , ए गलत हो जायेगा , आपको जैसा ठीक लगे वैसे लेकर चल सकते है


11) प्रभू की प्रार्थना का महत्व कितना है ?


सबसे पहिली बात दो धारना देता हु , 


1) ये प्रभू की प्रार्थना नही है , ये प्रभू का सिखाया हुवा प्रार्थना है , ये प्रभू की प्रार्थना नही है , अगर प्रभू की प्रार्थना होती तो प्रभू ये कह रहा है मेरे पापो की क्षमा कर तो गलत हो जायेगा , क्योंकी प्रभू पापी नही है , ये कॅन्सल हो गया


2) दुसरा धारणा कहते है की इसे बोलते है तो स्पेशल ब्लेसिंग आता है , बोलते हैं तो कुछ अलौकिक चीजे होंगी , ऐसा कुछ नही होता है , यीशू की प्रार्थना यीशू की मत्ती 6:9 के अनुसार पॅटर्न दिया था उस वक्त ,


3) लेकिन रोमियो 8:26 वचन कहता है पवित्र आत्मा आपके अंदर है , कि वो आप को सिखाएगा ,  की प्रार्थना कैसे करना है ? क्योंकि हम नही जानते , 


4) तो इसका मतलब है की हमे पवित्र आत्मा के तरीके से चलना है , पवित्र आत्मा के प्रार्थना के तरीके से चलना है , 


5) ये प्रार्थना करना ये पूरा गलत है , ये मे नही बोल रहा हु , लेकिन कुछ तो पॅटरन बनाकर चलना गलत है , नियम बनाकर चलना गलत है , रूढी-वादी में नही चलना है , 


6) आप स्वतंत्र हैं , जैसें आप अपने बच्चो से बात करते है , वैसे ही आपको प्रभु से बात प्रार्थना करना है


12) कलीसिया (Denomination ) या यीशू :-


1) कुछ लोग कहते है की मैने यीशू को पा लिया अब आगे क्या ? तो कहते है आपको कलीसिया से जुडना है , ये गलत नही है , बहुत जरुरी है , 


2) लेकिन एक धारणा गलत है यीशू को धुंडते धुंडते हम पोहोच जाते हैं चर्च , जब हम चर्च पोहचते है , तो वो चर्च में हमे किससे जुडना है ? यीशु से , 


3) आपको पता हैं 90℅ प्रतिशत क्या होता है ? यीशू को धुंड धुंड के कोई भी बंदा जब वो चर्च पोहोचता है , तो यीशू कम दिखता है , चर्च मे पास्टर जादा दिखता है , पास्टर के रुल्स जादा दिखते है , पास्टर के तरिके जादा दिखते है , पास्टर का डर ज्यादा दिखता है , पास्टर के नियम जादा दिखते हैं , चर्च का डर ज्यादा दिखता है , 


4) चर्च मे ऐसा करना है , ऐसा नही करना , ऐसा आना है , वैसे नही आना , आपको ये करना है , आपको वो नही करना है , 


5) तो वो बंदा कहता है अच्छा ये हैं यीशू , तो पुरी जिंदगी असली यीशु तो नही मिलता , लेकिन उसको चर्च के तरिके से यीशू मिलता है , ऐसे करते करते बंदे मर जाते है , 


6) तो आपको बता दू , यीशु को फॉलो करो , वो चर्च कौनसा भी चर्च हो दुनिया का , मै सब की बात कर रहा हू , अगर असली बायबल का  यीशु नही मिल रहा है , वो चर्च गलत है , आप यीशू के पीछे चले थे यीशू के पीछे ही चलना है , 


7) जो ऐसे कुछ लोग करते है सर चर्च हमारा नही है , कुलपीट हमारा नही है , बायबल हमारी नही है , कितने भी मेंबर हो एक हो या लाख हो , वो यीशू के लोग है , 


8) यीशू ने क्या कहा था ? मेरी भेड मेरी आवाज सुनेगी , चर्च के कुलपिट के उपर से संडे हो या साटर्डे कोई भी दिन करो , लेकिन आवाज यीशु की सुनाना हैं ।


तो दोस्तो , इस तरह हमने देखा , 

12 बाते   , जो विश्वासियो को जानना जरुरी हैं 


1) क्या हमें मुसा की 10 आज्ञाओं का पालन करना है ?

2) क्या हमे दशमांश देना चाहिये ?

3) क्या हमे सबत का दिन मानना चाहिये ?

4) क्या रविवार का दिन ही सही दिन है आराधना करने का ?

5) क्या हमे यहुदी पर्वो को मानना चाहिये ?

6) क्या हमे यीशू का जनम दिन मनाया चाहिये ?

7) क्या हमें यीशू का मृत्यु दिन मनाना चाहिये ?

8) क्या हमे पुनरुत्थान दिन मनाना चाहिये ?

9) उपवास का कौन सा दिन सही दिन है ? 

10) क्या बाइबल की संख्या को महत्व देना चाहिये ?

11) प्रभू की प्रार्थना का महत्व कितना है ?

12) कलीसिया (Denomination ) या यीशू :-


              Praise The Lord

Saturday, 2 July 2022

येशूची खरे रूप ( सुवार्ता ) ( मराठी )

आज मी येशूचे खरे रूप , खरा चेहरा काय आहे ? हे थोडक्यात सांगणार आहे 


येशुला कोणी धरून दिले ? का धरुन दिले ?



          रोमकरांस पत्र 4:25


तो प्रभू येशू तुमच्याआमच्या अपराधांमुळे मरावयास धरून देण्यात आला व आपण नीतिमान ठरावे म्हणून तो उठवला गेला आहे.




1) येशुला 30 चांदीच्या सिक्यात विकले , म्हणून नाही


2) येशुच्या गालावर चुंबन घेऊन यहूदा इस्कॉर्योत ने धरून दिले नाही


3) यहुदा इसकोर्योतने नाही तर , आमच्या अपराधाने येशुला धरून दिले



तर लिहीले आहे ,,


1) माझ्या अपराधाने , 

2) तुमच्या अपराधाने ,  

3) मानवजातीच्या अपराधाने 


येशुला धरून दिले ... 



      ही सत्यता कधी माहीत होती का ?




1) येशुला कोणी धरून दिले ? यहूदा इस्कॉर्योतने नाही

2) तर माझ्या पापामुळे , मानव जातीच्या पापामुळे    येशुला धरून देण्यात आले



          यशया 53 : 6


आम्ही सर्व मेंढरांप्रमाणे बहकून गेलो होतो; आम्ही प्रत्येकाने आपापला मार्ग धरला होता; अशा आम्हा सर्वांचे पाप परमेश्वराने त्याच्यावर लादले.



1) आदमाच्या चुकीमुळे , येशु ख्रिस्ता पासुन तर        आत्तापर्यंत सर्वजण भटकले आहे

2) परमेश्वराचा शोध करणारा कोणी ही नाही

3) खऱ्या परमेश्वराला ओळखणारा कोणी ही नाही

4) आपण लोक अल्लाह म्हणतो , आपण लोक खुदा    म्हणतो , आपण लोक भगवंत म्हणतो ,

5) आपण लोक भगवान म्हणतो , आपण लोक ईश्वर    म्हणतो , आपण लोक देव म्हणतो

6) तोच परमेश्वर , यहोवा , एलोहिम , तो त्रेक्य देव    परमेश्वर म्हणतो सर्व जण भटकले आहात

7) आपण लोक म्हणतो ना , सर्व मार्ग एक आहे

8 ) तर वर बसलेला परमेश्वर म्हणतो , सर्व भटकले आहात



                   यशाया 53:6 



आम्ही सर्व मेंढरांप्रमाणे बहकून गेलो होतो; आम्ही प्रत्येकाने आपापला मार्ग धरला होता; अशा आम्हा सर्वांचे पाप परमेश्वराने त्याच्यावर लादले.



 1) वधस्तंभ (कृस) खांद्यावर घेऊन येशु चालत होता

 2) तर त्याला रोमी सरकार कडून मिळालेली शिक्षा  नव्हती

 3) ती पिलाता कडून मिळालेली शिक्षा नव्हती

 4) त्याला हेरोद राजा कडून मिळालेली शिक्षा नव्हती



येशू वर जो वधस्तंभ लादण्यात आला होता तो सर्व मानव जातीच्या पापांसाठी वधस्तंभ लादण्यात आला होता  , जे सर्व भटकलेले होते -- (2)



मुर्तीला परमेश्वर म्हणणाऱ्याची का चीड येते ,


1) का चीड येते प्लास्टिक आणि लाकडाला परमेश्वर म्हणणाऱ्या ची ?

 2) का चीड येते अशा लोकांची झाडावरती ,            झाडाखाली , 

3) पाण्यावरती , पाण्याखाली , डोंगरावर ,              डोंगराखाली , सूर्य , चंद्र 

4) अशा गोष्टीची परमेश्वराला का चीड येते ? कारण  आपण तेव्हा भटकले होतो

 5) तर आम्हाला योग्य मार्ग दाखवण्यासाठी येशुवर      वधस्तंभ लादण्यात आला होता



       प्रेषितांची कृत्ये 10:43


त्याच्यावर विश्वास ठेवणार्‍या प्रत्येकाला त्याच्या नावाने (येशूच्या नावाने ) पापांची क्षमा मिळेल अशी साक्ष सर्व संदेष्टे त्याच्याविषयी देतात.”



               असे का ? कारण


 1) येशुने वधस्तंभ घेतला हिंदू भावांसाठी

 2) येशुने वधस्तंभ घेतला मुस्लिम भावांसाठी

 3) येशुने वधस्तंभ घेतला बुद्धिष्ट भावांसाठी

 4) येशुने वधस्तंभ घेतला यहूदी भावांसाठी

 5) येशुने वधस्तंभ घेतला जैन , शीख , आदिवासी    भावांसाठी

 6) येशुने वधस्तंभ घेतला तुमच्या साठी आणि माझ्या साठी

 7) येशूने वधस्तंभ घेतला संपूर्ण जगासाठी



तर येशु आमच्या पापांची क्षमा करतो ?


अ) कारण येशूच , आमच्या पापांची क्षमा करतो


1) अमेरिकेचा डॉलर ने तुमचे पापक्षमा होणार नाही , भारताची 2000 ची नोट त्याने तुमची पापक्षमा होणार नाही , कोरांना व्हायरस , व्हाक्सीन आली , त्याने तुमची पापक्षमा होणार नाही


2) तर कोणतेही केमिकल , कोणतीही ऍसिड , कोणत्याही प्रकारचे टॅबलेट , कॅप्सूल , इंजेक्शन ने आमच्या पापांची क्षमा होणार नाही



            कलस्सै 2:13 


जे तुम्ही आपल्या अपराधांनी व देहस्वभावाची सुंता न झाल्याने मेलेले होता त्या तुम्हांला त्याने त्याच्याबरोबर जिवंत केले, त्याने आपल्या सर्व अपराधांची क्षमा केली;



1) कधी कोणी म्हटले का माझ्याजवळ या , मी तुमच्या पापांची क्षमा करीन , येशूला सोडून , काढून दाखवा


2) कधी कोणता ईश्वर , कधी कोणता देवता , कधी कोणता पक्षी , प्राणी , सूर्य , चंद्र , गॅलक्सी , पृथ्वीवरील वस्तू कधी मनुष्याला म्हटली का माझ्यावर विश्वास करा , मी तुमच्या पापांची क्षमा करीन ?


3) येशू म्हणतो माझ्यावर विश्वास करा , मी तुमच्या पापांची क्षमा करीन , तुम्हाला पापांची क्षमा मिळेल ,  ज्याची पृथ्वीवर कोणी क्षमा करू शकत नाही


4) कोणताही ग्रंथ वाचून पहा , तुम्हाला भेटणार नाही , ते कुराण असेल , ऋग्वेद असेल , हिंदुचा श्लोक असेल , गीता असेल , कधी कोणी म्हटले का ? मी तुमच्या पापांची क्षमा करीन ?


5) तुम्हाला नाही भेटणार , फक्त येशू म्हटला , मी तुमच्या पापांची क्षमा करीन



आपण किती पण ---


1) बकऱ्याचे रक्त , कोंबड्याचे रक्त , वासराचे रक्त

2) याचे रक्त , त्याचे रक्त , सफेद कपडे , लाल कपडे

3)  डोक्यावरील केस काढून टाका , अंगावर राख  ओढून घ्या

4) आपण कधीच - कधीच पवित्र होऊ शकत नाही

5) धार्मिक बनू शकत नाही

6)आपण कधीच कधीच शुद्ध होऊ शकत नाही


*परंतु असा एक व्यक्ती आहे , एक मसीहा असा आला , त्याच्या पवित्र रक्ताने सर्वांना शुद्ध केले*



अ) येशूच्या पवित्र रक्ताने

ब) येशूच्या सांडलेल्या रक्ताने

क) येशूने पापांची क्षमा केली 


★ कारण येशूचे रक्त , सर्व पापांपासून शुद्ध करते


1) आपल्यावर जेवढे पण श्राप होते , बंधन होते , येशु म्हणतो , मी सर्व दूर केले , सर्व श्राप मिटून टाकले , आपल्या पापांची क्षमा केली  


 2) असा फायदा कोण देऊ शकतो ? कोण करू शकतो ? जर येशूने क्षमा केली तर दुसरा , तिसरा , चौथा  आरोप करू शकत नाही


3) तुम्हाला अशा अपराधाची क्षमा मिळेल , तुम्हाला आशा पापापासून सुटकारा मिळेल , ज्याला या पृथ्वीवर कोणीच करू शकत नाही


 3) मी ख्रिशनविषयी बोलत नाही , तुम्ही सफेद कपडे घाला , मी त्या विषयी बोलत नाही , बहिणींनी कानात सोने घालू नये , मी त्याविषयी बोलत नाही 


4) तुम्ही तुमचा कल्चर चेंज करा , मी  त्याविषयी बोलत नाही , तुम्ही तुमचे खाणे पिणे चेंज करा , मी त्याविषयी बोलत नाही


 5) मी बोलत आहे आपल्या जीवन परिवर्तना विषयी , येशु धर्म परिवर्तन करण्यासाठी नाही आला तर , येशु जीवन परिवर्तन करण्यास आला आहे

6) आम्ही फक्त येशुला स्वीकारले आहे ,धर्म कोणताही असू द्या , त्याच्याशी काही संबंध नाही


7) तुमचे नाव संतोष आहे , रेश्मा आहे , सलीम आहे , किंवा सुनिता आहे , त्याने काही फरक पडत नाही , तुम्ही सर्व मनुष्य आहात , तुम्ही फक्त येशूला स्वीकारले आहे


पापांची क्षमा झाल्याशिवाय कोणीही स्वर्गाच्या राज्यात प्रवेश करू शकत नाही


1) काही लोक म्हणतात की , आम्ही कधी मच्छर नाही मारला , माशी नाही मारली , आम्ही कधी पाप केले नाही , खोटे बोललो नाहीं , खून केला नाही , तर आम्ही पापी कसो झालो ?

2) लक्षात ठेवा , पाप केल्यावरच पापी होत नाही , आपला जन्मच पापात झाला आहे 

3) बायबल सांगते नीतिमान कोणीही नाही , धार्मिक कोणीही नाही , एकही नाही , सर्व बहकले आहे 

4) म्हणून आम्ही पापी आहोत 


                   रोमकरांस पत्र 3:23 

कारण सर्वांनी पाप केले आहे आणि ते देवाच्या गौरवाला उणे पडले आहेत;


तर सर्वांमध्ये पाप आले ,


1) हिंदू , मुस्लिम , सिख , बुद्धिष्ट , ईसाई , पारसी आपण कुठलेही असो नॅशनल , इंटरनॅशनल असेल , सर्व मनुष्य पापी आहे  , वचन सांगते

2) तर आम्ही सर्व पापी आहोत आणि आम्हाला तारणकर्त्या येशूची गरज आहे


          स्वर्गाचे द्वार येशू आहे 


                 योहान 14:6 


येशूने त्याला म्हटले, “मार्ग, सत्य व जीवन मीच आहे; माझ्या द्वारे आल्यावाचून पित्याकडे कोणी येत नाही

       


2) याच येशूने बागेत रडून प्रार्थना केली आणि त्याने म्हटले शक्य असेल हा प्याला माझ्यापासून दूर कर , तुझी इच्छा असेल मरू तर मरेल , मी मरायला तयार आहे

3) या व्यक्तीला मनुष्य म्हटले गेले , ज्याला परमेश्वराचा सेवक म्हटले गेले ही व्यक्ती म्हणते , मला हा प्याला सहन होत नाही

4) परमेश्वराच्या क्रोधाचा प्याला ज्या माणसांना प्यायचा होता , तो परमेश्वराचा पुत्र म्हणतो हा प्याला माझ्यापासून दूर कर 

5) परंतु वर बसलेला परमेश्वर म्हणतो , नाही तूच पिणार , (राम नाही पिणार , मोहम्मद नाही पिणार , कृष्णा नाही पिणार ,) कोणत्याही प्रकारची व्यक्ती , जे तुम्ही देवता मानतात ते नाही पिणार  , परंतु येशू ख्रिस्ताला हा प्याला घ्यावा लागला

 6) तुम्ही म्हणता की सगळे मार्ग एक आहे , आपण सगळे एक आहोत , सर्व धर्म एक आहे , हे सर्व एक नाही , सर्व एक असते  तर सर्वांनी हा प्याला का नाही पिले

7) एक कारण होते की हा प्याला येशू ख्रिस्ताला प्यावा लागला , सगळ्यांनी विचार करा की येशूला का प्यावा लागला ? फार बारकाईने विचार करा की येशूच का ? जीजस का ?  येशू मसीह का ?




           लूक 22:42 


“हे पित्या, तुझी इच्छा असली तर हा प्याला माझ्यापासून दूर कर. तरी माझ्या इच्छेप्रमाणे नको, तुझ्या इच्छेप्रमाणे होऊ दे.”



परमेश्वराला येशू म्हणतो ,


 1) तुझी इच्छा आहे की मानव जातीसाठी मरू , तुझी इच्छा असेल तर हिंदू भावांसाठी मरू , तुझी इच्छा असेल प्रत्येक मुस्लिम भावासाठी मरु ,

 2) तुझी इच्छा असेल की बुद्धिष्ट लोकांसाठी मरू , तुझी इच्छा असेल की मी सर्व जगासाठी , 

3) जगातल्या धर्मासाठी त्या मनुष्यासाठी मरू , या पृथ्वीवर जन्म घेणाऱ्या प्रत्येक व्यक्तीसाठी मरू तर तुझी इच्छा पूर्ण हो


4) जर तुम्ही येशूला एकदा स्वीकारले , तर तुमच्या पापांची क्षमा होते


 5) परंतु येशूला जर स्वीकारले नाही , तर तुम्ही कितीही डुबकी घ्या , तुम्ही कोणत्याही डोंगरावर जा ,  किती ही दानधर्म करा  , तुमच्या पापांची क्षमा होणार नाही


6) जेव्हा पुस्तक उघडले जाईल ना , तेव्हा आपण वाचू शकत नाही , जर वाचायचे असेल , तर येशूचा स्वीकार करा , कारण आत्ताच संधी आहे


                            का ?

संपूर्ण जगाचा , सृष्टीचा न्याय येशुच करणार आहे

कोणा कोणा चा करणार आहे ? तर , 


                     प्रकटी 7:9 


ह्यानंतर मी पाहिले तो सर्व राष्ट्रे, वंश, लोक व निरनिराळ्या भाषा बोलणारे ह्यांच्यापैकी कोणाला मोजता आला नाही असा, शुभ्र झगे परिधान केलेला व हातांत झावळ्या घेतलेला मोठा लोकसमुदाय राजासनासमोर व कोकर्‍यासमोर उभा राहिलेला माझ्या दृष्टीस पडला.


1) न्यायाच्या दिवशी हर एक जातीचा व्यक्ती त्या येशू समोर उभा राहील


 2) तर ज्याने आपले जीवन येशुला दिले तो वाचेल


3) आणि ज्यांने आपले जीवन येशुला दिले नाही


4) तर त्याची परिस्थिती फार भयानक असेल


5) त्याचे जीवन नरकात टाकले जाईल


परमेश्वराचा क्रोध मनुष्यावर न लादता एका मनुष्यावर तो प्याला लादण्यात आला



येशू कृसावर मेला , कारण पापांची क्षमा व्हावी - - (2)


जर मी स्वर्गात असावे असें वाटते तर आजच संधी आहे 


1) आजच येशूचा स्वीकार करा

2) आजच येशूवर विश्वास ठेवा

3) आजच येशूला कबूल करा

4) आजच येशूला आपले जीवन द्या


कारण या येशूने मनुष्य जाती साठी ,


1) येशूला 39 फटके मारण्यात आले 

2) येशूचा छळ करण्यात आला

3) येशूच्या तोंडावर थुंकण्यात आले 

4) येशूच्या तोंडात मारण्यात आले

5) येशूचे शरीर छिन्न छिन्न करण्यात आले

6) येशूच्या पोटात भाला खुपसण्यात आला

7) येशूच्या डोक्यावर काट्याचा मुकुट घालण्यात आला

8) येशूच्या हातापायात खिळे खुपसण्यात आले

9) येशूच्या शरीराच्या मांसाचे तुकडे पाडण्यात आले

10) येशूला रक्त भांभाळ करण्यात आले

11) येशूचा चेहरा मनुष्या सारखा नव्हता , तो विद्रुप  करण्यात आला

12) येशूला कृसावर मारण्यात आले 


या सर्व गोष्टी येशु बरोबर होत असताना तो चुपचाप राहिला 


का ? कारण येशूच्या मरणाने ,


1) माझा हिंदू भाऊ वाचला जाईल

2) माझा मुस्लिम भाऊ वाचला जाईल

3) माझा बुद्धिष्ट भाऊ वाचला जाईल

4) माझा शीख , जैन , यहुदी , आदिवासी भाऊ वाचला जाईल

जन्म घेणाऱ्या प्रत्येक व्यक्ती चे पाप येशूला घावे लागले 


मर्डर करणारे , चोऱ्या करणारे , लबाडी करणारे , नक्षलवादी , आतंकवादी , या सर्वांचे पाप येशूवर लादण्यात आले 


का ? कारण 


कोणाचाही नरका च्या अग्नीमध्ये नाश होऊ नये तर त्याला स्वर्गाचे राज्य प्राप्त व्हावे , सार्वकालीन जीवन प्राप्त व्हावे


            फिलिप्पैकरांस पत्र 2:9‭-‬11 

ह्यामुळे देवाने त्याला अत्युच्च केले, आणि सर्व नावांपेक्षा जे श्रेष्ठ नाव ते त्याला दिले; ह्यात हेतू हा की, स्वर्गात, पृथ्वीवर व पृथ्वीखाली प्रत्येक गुडघा येशूच्या नावाने टेकला जावा, आणि देवपित्याच्या गौरवासाठी प्रत्येक जिभेने येशू ख्रिस्त हा प्रभू आहे असे कबूल करावे.


 

येशू मसीह प्रभू आहे - 


सर्व व्यक्ती , सर्व मानवजाती , सर्व जातीचे लोक , हिंदू , मुस्लिम , बुद्धिष्ट , जैन , शीख , पारसी , यहुदी , आदिवासी सर्व कबूल करतील , गुडघे टेकतील , 


        येशू हाच प्रभू आहे - - - (2)


           Praise The Lord