Sunday, 26 June 2022

10 कारण आपको अन्य भाषा नहीं बोलना है (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*10 कारण आपको अन्य भाषा नहीं बोलना है*


✍️ *तो इस teaching को मै आपके बीच में शुरु करने जा रहा हूं!*


👉 *आपको Galossa और Gibberish का अंतर समझना होगा!*


👉 *ये कैसे होगा?*


👉जैसे-जैसे मैं एक एक point आपके बीच रखूंगा!


👉 हर एक point के बाद आपको खुद ही समझ आ जाएगा की आप क्या बोल रहे थे!


👉या क्या बोल रहे हैं, या आप क्या बोलने वाले हो!


👉एक एक point जैसे ही clear होगा आपको खुद ही समझ आ जाएगा!


👉ये Gibberish था, मैंने इस को क्या बना दिया!


👉तो जिसके चलते Galossa को Galossa तक रखो!


👉और Gibberish को Gibberish तक रखो!


👉कितना लेना है, उसको भी समझो कितना नहीं लेना उसको भी समझो!


👉 *अब यहां से शुरु करते हैं!*

Saturday, 25 June 2022

अन्य भाषा का दान सब को नहीं मिलता Part - 3 (हिंदी )

 आज‌ का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*अन्य भाषा का दान सब को नहीं मिलता*


✍️ *आप कहेंगे pastor जी कहा लिखा है?*


👉क्या सब प्रेरित हैं? 

👉क्या सब भविष्यद्वक्ता हैं? 

👉क्या सब उपदेशक हैं? 

👉क्या सब सामर्थ्य के काम करनेवाले हैं? 

👉क्या सब को चंगा करने का वरदान मिला है? 

👉 *क्या सब नाना प्रकार की भाषा बोलते हैं?* 

👉क्या सब अनुवाद करते हैं? 

(1 कुरिन्थियों 12:29-31)


✍️इसका मतलब ये हुआ जब पौलुस कुरिन्थुस की कलिसिया को समझा रहा है!


👉क्योंकि सब झगड़ा कर रहे थे!


👉तुझे मिला, मुझे क्यों नहीं मिला!


👉मुझे तुझे मिला, मुझे क्यों नहीं मिला!


👉ये ही चीज आज भी चल रही है!


👉कुछ लोग ऐसा कहते हैं आप को सीखना पड़ेगा, आप को बोलना पड़ेगा!


👉 *तो जितने लोग उनकी leadership (अगुवाई) में सीख रहे थे (या सीख रहे हैं), उनको पलट ये पूछना पड़ेगा sir ये वचन फिर ऐसा क्यों?*


👉 *सब को नहीं मिलता!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️पौलुस ने यह कभी नहीं कहा था अन्य भाषा की धुन में रहो!


👉बल्कि उसने यह कहां था!


👉प्रेम का अनुकरण करो, और आत्मिक वरदानों की भी धुन में रहो विशेष करके यह, कि भविष्यद्वाणी करो।

(1 कुरिन्थियों 14:1)


✍️खास करके भविष्यवाणी करो!

भविष्यवाणी = prophesy


Greek word= προφητεύω


(prof-ate-yoo'-o)= (प्रोफटयू-ओ)


अर्थ है = प्रचार करना


मतलव :-Supernatural preaching

(जो यीशु का प्रचार है वो)


✍️उस ने यह कभी नहीं कहा था, अन्य भाषा की धुन में रहो!


👉 *क्योंकि यह दान सब को नहीं मिलता!*


👉वापस से रख देता हूं!


👉 *अन्य भाषा का दान सबको नहीं मिलता sir*


👉 *आत्मिक वरदानों की भी धुन में रहो!*


👉 *उस ने यह कभी नहीं कहा था, अन्य भाषा की धुन में रहो!*


👉 *उसने ये बोला आत्मिक वरदानों की भी धुन में रहो!*

👉उस में अगर अन्य भाषा आता है, यह एक part है!


👉उस में अगर भविष्य वाणी आता है, यह एक part है!


👉चंगाई का, विश्वास का, आत्मा परखने का, यह एक part है!


👉 total नौ दानों को वो कह रहा है,उस की धून में रहो! 


👉किन को कह रहा है? 

👉जिनको सेवा करना हैं!


👉पौलुस ने सब को इजाजत नहीं दी थी, अन्य भाषा में बोलने की!


👉ये point clear करता है, ये दान सबको नहीं मिलना था, (सबको नहीं मिलता था)


👉 *यदि अन्य भाषा में बातें करनी हों, तो दो-दो, या बहुत हो तो तीन-तीन जन बारी-बारी बोलें,* और एक व्यक्ति अनुवाद करे।

(1 कुरिन्थियों 14:27)


✍️अगर एक भी व्यक्ति अन्य भाषा (Glosa) में बात करें, उसका अनूवाद होना compulsory (जरूरी) है!


👉मतलब अनूवाद होना ही चाहिए!


*ध्यान से सूने*:-


✍️यहां ये पढ़ने में नहीं मिलता ये दान सब को मिलता है!


👉क्योंकि एक को आत्मा के द्वारा बुद्धि की बातें दी जाती हैं; और दूसरे को उसी आत्मा के अनुसार ज्ञान की बातें। और किसी को उसी आत्मा से विश्वास; और किसी को उसी एक आत्मा से चंगा करने का वरदान दिया जाता है। फिर किसी को सामर्थ्य के काम करने की शक्ति; और किसी को भविष्यद्वाणी की; और किसी को आत्माओं की परख, *और किसी को अनेक प्रकार की भाषा;* और किसी को भाषाओं का अर्थ बताना।

(1 कुरिन्थियों 12:8-10)


✍️ *तो क्या लिखा है सबको ,सबको?*


👉नहीं लिखा है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *अन्य भाषा का दान का एक ही मकसद था?*


👉 *दूनिया भर की जातियों में सुसमाचार फैसला!*


*बहुत ध्यान से समझना*:-


✍️ *आपको एक छोटा सा connection देता हूं!* 


👉एक हो बीस हो, 

👉यहुन्ना हो ,

👉पतरस हो , 

👉पौलुस हो ,

👉फिलिप्पुस हो,


✍️ये जितने भी थे ना, जब सड़कों पर घूमते थे ना, वहां की पब्लिक बिना रोक-टोक ऐसे चुटकी में बात कर लेती थी!


👉पता है क्यों?


👉 *क्योंकि उनको ये पता था,ये ऐसे लोग हैं, जो किसी भी जाति से कभी भी उनकी मातृभाषा में बात कर सकते हैं!*

👉किसी से भी!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *यीशु ने क्या कहा था?*


👉 *परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।*

(प्रेरितों के काम 1:8)


✍️पृथ्वी के छोर तक जाओगे!


👉पहले मैं तुम सब के लिये यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, *कि तुम्हारे विश्वास की चर्चा सारे जगत में हो रही है।*

(रोमियों 1:8)


✍️तो जब ये सड़क पर चलते थे, तो कोई भी इन्हें hi hello कर सकता था, 


👉किसी भी दूनिया का ,

👉चाहे किसी भी कोने का, 

👉किसी भी जाति का हो!


👉क्योंकि इनको आती थी, सब की भाषा!


👉अगर नहीं भी आती थी, तो ये प्रार्थना करते थे, प्रभु जी मुझे उस गांव में जाना है, मुझे उन की भाषा में प्रचार करना है!


👉तो प्रभु supernatural तरीके से दे देता था!


👉 *तो ये होता था!*


👉आप जितने मुझे सून रहे हैं, ये picture अपने दिमाग में बनाओ!


👉इसलिए पौलुस यह कहता है, मैं तुमसे ज्यादा अन्य अन्य भाषाओं में बातें करता हूं!


👉ये सब को नहीं मिलता!


👉 *ये किस को मिलता है?*


👉जो प्रभु की सेवा करता है!


👉और मकसद क्या है, देख लिजिए सुसमाचार!


👉 सुसमाचार के contacts में ये दान orporate होता है!


👉 *और ये देता कौन है?*


👉परमेश्वर का आत्मा!


👉 *ये सबको नहीं देता sir*


👉और मेरी हाथ जोड़कर request है, आप सब से जो मुझे सून रहे हैं!


👉घंटों बैठ कर रोते मत बैठो, मुझे दान क्यों नहीं मिल रहा, अन्य भाषा का!


👉नहीं मिलेगा!


👉आपको प्रभु से ये कहना है प्रभु मुझे सेवा दे!


👉ऐसा देश जहां की भाषा आपको नहीं आती,अगर प्रभु आपको वहां ले जाता है!


👉तो वो आपको को वहां की मात्रा भाषा भी देगा!


👉तो आप बात कर पाओगे,जैसे कई बात करते भी हैं! 


👉glosa:- मतलव धरती की भाषा!


👉 *लेकिन note gibberish तो आप check करो आप क्या बोल रहे थे!*


👉 *Glosa या Gibberish*


*God bless you*

Friday, 24 June 2022

यह दान भेद प्रगट करने का दान नहीं है (1 कुरिन्थियों 14:2) part-2 (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*अन्य भाषा का दान का भेद समझा जा सकता है*


✍️ *यह दान भेद प्रगट करने का दान नहीं है*


👉 *कैसे ?*


👉आपने अपनी पूरी life में इस angle को कभी check नहीं किया होगा!


*ध्यान से सूने*:-


✍️पूरी बाइबल में कहीं भी अन्य भाषा के दान को भेद प्रगट करने वाला दान कभी नहीं बोला है!


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


✍️आपने इसी को पढ़ा है ना!


👉इसी को लेकर confuse हो गए ना!


👉 *मनुष्य*

👉 *कोई*

👉 *भेद*


👉 *पौलुस चाहता था, मनुष्य यह भेद को समझें!*


👉 *वचन के साथ आपको ये proof करुंगा!*


👉 *पढ़ने में ऐसा लगता है, कोई नहीं इस भेद को समझें!*


👉 *लेकिन लेखक की चाल को पकड़ो!*


👉 *अब मैं आपको context (संदर्भ) में लेकर चलता हुं!*


👉जब तक आप context (संदर्भ) में नहीं पढ़ोगे और एक टुकड़ा उठाओगे!


👉जैसे के तेरी आंख ठोकर खाती है, तो आंख निकाल दे!


👉तेरा हाथ ठोकर खाता है, तो हाथ काट दे!


👉 *तो आप अंधे लंगड़े लूले हो जाओगे!*


👉लेकिन उसके पीछे के context (संदर्भ) को समझो!


👉स्त्री कलीसिया में चुप रहे context (संदर्भ) समझो!


👉नहीं तो बेड़ा गर्क!

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✍️तो context (संदर्भ) में पढ़ेंगे!


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; *वह मनुष्यों* से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


👉परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, *वह मनुष्यों से* उन्नति, और उपदेश, और शान्ति की बातें कहता है।

(1 कुरिन्थियों 14:3)


✍️context (संदर्भ) क्या है! 


👉जो अन्य भाषा में बातें करता है, वह अपनी ही उन्नति करता है; परन्तु जो भविष्यद्वाणी करता है, *वह कलीसिया की उन्नति करता है।*

(1 कुरिन्थियों 14:4)


✍️मनुष्यों की उन्नति, फ़िर कहता है कलिसिया की उन्नति!


👉या जो अभी तक total आप पढ़ रहे हैं, आपके दीमाग में क्या आया!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ये लेखक जिस नाम है पौलूस है, पूरा पढ़ते वक्त में इस का इशारा कहां है! 


👉या कहना क्या चहता है, कहना क्या रहा है!


👉 *मनुष्यों की उन्नति हो,*


👉 *कलिसिया की उन्नति हो,* 


👉 *मनुष्य प्रभु के नजदीक आए,*


👉 *उपदेश की बातें मनुष्य समझ सके!*


👉क्योंकि जब 1कुरि 14:2 में पढ़ते हैं, तुम जब बात करते हो,मनुष्य को समझ में नहीं आता!


👉 *पौलूस चहता था भेद की बाते हर मनुष्य समझे!*


👉मैं चाहता हूँ, कि तुम सब अन्य भाषाओं में बातें करो, परन्तु अधिकतर यह चाहता हूँ कि भविष्यद्वाणी करो: क्योंकि यदि अन्य भाषा बोलनेवाला *कलीसिया की उन्नति के लिये अनुवाद न करे* तो भविष्यद्वाणी करनेवाला उससे बढ़कर है।

(1 कुरिन्थियों 14:5)


👉इसलिए हे भाइयों, *यदि मैं* तुम्हारे पास आकर अन्य भाषा में बातें करूँ, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूँ, *तो मुझसे तुम्हें क्या लाभ होगा?*

(1 कुरिन्थियों 14:6)


✍️पीछे चलते हैं!


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


✍️ *जब आप ये पढ़ रहे थे, आपको लग रहा था, ओ हो मनुष्य नहीं समझ सकता!*


👉 *मेरे पास भेद की बाते हैं, 


👉 *मैं आत्मा हो होकर भेद की बाते बोलता हूं!*


👉पौलूस कहता नहीं, 


👉जो भी बात करो‌ मनुष्य को उस का भेद समझा में आना चाहिए!


👉मतलव:- मनुष्य को पता होना चाहिए!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *कहा पर बात clear हो गई!*


👉तो ये बात करते करते-करते वो कहा पर पहोंचा! 


👉इसलिए हे भाइयों, *यदि मैं* तुम्हारे पास आकर अन्य भाषा में बातें करूँ, और प्रकाश, या ज्ञान, या भविष्यद्वाणी, या उपदेश की बातें तुम से न कहूँ, *तो मुझसे तुम्हें क्या लाभ होगा?*

(1 कुरिन्थियों 14:6)


👉मतलब :- *मेरी बातों से तुमको क्या फायदा!*


👉इसी प्रकार यदि निर्जीव वस्तुएँ भी, जिनसे ध्वनि निकलती है जैसे बाँसुरी, या बीन, यदि उनके स्वरों में *भेद न हो* तो जो फूँका या बजाया जाता है, वह क्यों पहचाना जाएगा?

(1 कुरिन्थियों 14:7)


👉और यदि तुरही का शब्द साफ न हो तो कौन लड़ाई के लिये तैयारी करेगा? ऐसे ही तुम भी यदि जीभ से साफ बातें न कहो, तो जो कुछ कहा जाता है? वह *कैसे समझा जाएगा?* तुम तो हवा से बातें करनेवाले ठहरोगे।

(1 कुरिन्थियों 14:8-9)


✍️ *context (संदर्भ) मैं क्या है?* 


👉 *भेद*


👉 *मतलव तुम्हारा भेद हमें समझ आना चाहिए!*


👉 *पौलुस चाहता था कि यह भेद मनुष्य समझे!*


👉 *तो 1कुरि 14:2 ऐसा नहीं है जैसा परोसा गया था!*


*एक छोटा सा उदाहरण:-*


👉पर ऊपर की यरूशलेम स्वतंत्र है, और वह हमारी माता है।

(गलातियों 4:26)


👉इतना सा टुकड़ा उठा लिया, कहते हैं, ऊपर एक मां है!


👉और लाखों की तादाद में लोग इस के पीछे जा रहे हैं!


👉context (संदर्भ) में क्या हाजिरा और सारा है, 


👉दो बच्चे हैं, इसहाक और इस्माइल है!


👉ये हैं context


👉इसी तरह 1 कुरि 14:2 इतना सा टुकड़ा उठा लिया!


👉कोई नहीं समझता,


👉पर पौलुस चाहता है मनुष्य समझे!


👉कुछ कहते हैं कोई जरूरत नहीं समझने की, मैं आत्मा में प्रभु से बातें कर रहा हूं!


👉पौलुस कहता तुम तो हवा में बातें करने वाले ठहरोगे!


👉जगत में कितने ही प्रकार की भाषाएँ क्यों न हों, परन्तु उनमें से कोई भी बिना अर्थ की न होगी। 


👉 *इसलिए यदि मैं किसी भाषा का अर्थ न समझूँ, तो बोलनेवाले की दृष्टि में परदेशी ठहरूँगा;* और बोलनेवाला मेरी दृष्टि में परदेशी ठहरेगा।

(1 कुरिन्थियों 14:10-11)


✍️ परदेशी का अर्थ


👉Greek 915 - βάρβαρος

English में - barbarian का मतलव जंगली 


👉जिस की कोई भाषा नहीं!


👉इसलिए तुम भी जब आत्मिक वरदानों की धुन में हो, तो ऐसा प्रयत्न करो, *कि तुम्हारे वरदानों की उन्नति से कलीसिया की उन्नति हो।*

(1 कुरिन्थियों 14:12)


👉 *इस कारण जो अन्य भाषा बोले, तो वह प्रार्थना करे, कि उसका अनुवाद भी कर सके।*

(1 कुरिन्थियों 14:13)


✍️इसलिए पौलुस चाहता था, भाषा का भेद मनुष्य समझे!


👉Total पढ़ने के बाद क्या समझ में आ रहा है, भाषा का भेद समझे या न समझे!


*अब दूबारा पढ़े*:-


✍️मनुष्य को दीमाग में रख कर!


👉क्योंकि जो अन्य भाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिए कि उसकी बातें कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।

(1 कुरिन्थियों 14:2)


✍️अगर भेद की बातों को नहीं समझ सकते तो!


👉मेरा प्रश्न:- उन लोगो से जो ये कहते ये तो भेद की बाते हैं! 


👉 *तो अनुवाद का दान क्यों दिया?*


👉मुझे इसका जवाब दे दीजिए!


👉जो Gibberish बोलते है!


👉पौलुस एक तरफ कहता है, इसे समझ नहीं सकते एक तरफ कहता है इसे समझना चाहिए!


👉क्या पौलुस बौखला गया है!

👉नहीं!


👉दूसरी तरफ पवित्र आत्मा कहता ऐसी भाषाएं आएगी इसलिए अनुवाद का दान भी दूगा!


👉तो जब समझना ही नहीं है तो ये दान क्यों?*


👉 *अब check करो आप क्या बोल रहे थे Glossa या Gibberish*


👉आपको Glossa और Gibberish में फर्क करना होगा!


*God bless you*

Thursday, 23 June 2022

वे अन्य भाषाओं में बातें करेगे! मरकुस 16:17 Part-1 (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*अन्य भाषा एक बहुवचन का दान है*


*PLURAL GIFT*


👉वे अन्य भाषाओं में बातें करेगे!

(मरकुस 16:17)


✍️अब इसी को *King James Bible*


👉क्या कहती है original translation से और बहुत पूराना translation है!


👉 And these signs shall follow them that believe; In my name shall they cast out devils; *they shall speak with new tongues;*

(वे नई भाषाएं बोलेंगे)


👉जब वह शब्द सुनाई दिया, तो भीड़ लग गई और लोग घबरा गए, *क्योंकि हर एक को यही सुनाई देता था, कि ये मेरी ही भाषा में बोल रहे हैं।* और वे सब चकित और अचम्भित होकर कहने लगे, “देखो, ये जो बोल रहे हैं क्या सब गलीली नहीं? तो फिर क्यों हम में से; हर एक *अपनी-अपनी* जन्म-भूमि की भाषा सुनता है?”

(प्रेरितों के काम 2:6-8)

✍️पतरस अकेला नहीं था!


👉 *क्योंकि उन्होंने उन्हें भाँति-भाँति की भाषा बोलते और परमेश्वर की बड़ाई करते सुना।* 

(प्रेरितों के काम 10:46)


✍️एक भाषा नहीं,भाँति-भाँति की भाषा!


👉और जब पौलुस ने उन पर हाथ रखे, तो उन पर पवित्र आत्मा उतरा, *और वे भिन्न-भिन्न भाषा बोलने और भविष्यद्वाणी करने लगे।*

(प्रेरितों के काम 19:6) 

 

✍️मतलब:- एक व्यक्ति एक भाषा बोल रहा!


👉दूसरा उसके विपरित दूसरी भाषा बोल रहा था!


👉तीसरा अलग भाषा!  


👉total बारां भाषा!


👉वहां एक सो बीस भाषा, यहां बारां भाषा!


👉 *और किसी को अनेक प्रकार की भाषा;* 

(1 कुरिन्थियों 12:10)


👉और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और जिस प्रकार आत्मा ने उन्हें बोलने की सामर्थ्य दी, *वे अन्य-अन्य भाषा बोलने लगे।*

(प्रेरितों के काम 2:4)


✍️ *अनेक प्रकार की भाषा,और जो पब्लिक सून रही थी वो समझ रही थी!*


✍️आपको एक परमेश्वर का concept (सिध्दांत)समझ आ गया!

👉आपको पिता, पुत्र, पवित्र आत्मा का concept (सिध्दांत) समझ आ गया!


👉एक बपतिस्मा का concept (सिध्दांत) समझ आ गया, तो‌ ये कियू समझ पा रहे ऊपर कोई एक भाषा है ही नहीं!


(1 कुरि 14:5) PLURAL है!

(1 कुरि 14:6) PLURAL है!

(1 कुरि 14:18) PLURAL है!

(1 कुरि 14:22) PLURAL है!

(1 कुरि 14:23) PLURAL है!


👉इन सभी जगहों पर बहुवचन पढ़ने को मिलता है!


*ध्यान से सूने*:-


👉 *एक व्यक्ति को एक से ज्यादा भाषाओं मैं बालने का दान मिल सकता है!*


👉तो एक व्यक्ति एक ही भाषा में बात नहीं करता है!


👉अगर आप कहते हो मुझ से प्रभु ने बात किया प्रभु ने स्वर्गीय दान दिया!


👉तो मेरा ये प्रश्न है फिर तुम एक भाषा में बात कियू कर रहे हो फिर तो आपके पास बहुत सारी भाषा होनी चाहिए! 


👉मैं शब्दों की बात नहीं कर रहा ,मैं भाषा की बात कर रहा हूं!


👉 *क्योंकि लिखा है एक भाषा है ही नहीं थी, अनेक भाषा थी!*


👉आपने अभी जो सूना वो‌ बहुवचन है! 


👉फिर आप एक भाषा में कैसे बात कर रहे हो!


👉 *कम से कम बारां यहां एक सो‌ बीस वहां!*


👉मैं कहां से बोल रहा हूं बाईबल से!


👉 *मैं अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, कि मैं तुम सबसे अधिक अन्य अन्य भाषा में बोलता हूँ।* 

(1 कुरिन्थियों 14:18-19)


✍️ *दस हजार शब्द!*


👉तो शब्द कब बनते हैं जब भाषा होती है!


👉भाषा से ही शब्द बनता है!


*उदाहरण*:-


👉मराठी में टमाटा!

👉हिंदी में टमाटर!

👉English में Tomato


👉एक ही सब्जी है! 


👉तीन शब्द क्यों?


👉क्योंकि:-तीन भाषाएं हैं!


👉तो पौलुस कहता है:- *मैं तुम सबसे अधिक अन्य अन्य भाषा में बोलता हूँ।* 


*ध्यान दें*:-


✍️ *क्या कहीं पढ़ने में आता है, जो अन्य भाषा जो दान है वो Singular (एक वचन) है ?*


👉नहीं आता!


👉 *अन्य भाषा का दान कभी Singular (एक वचन) नहीं था!*


👉पता नहीं कहां से निकाले हैं!


👉और जो बाईबल में से नहीं, उस मुर्खता की हम उसे स्वीकार कैसे कर सकते हैं!


👉वो चाहे Africa से आए!


👉चाहे America से आए!


👉चाहे favourite पापा से आए!


👉वो चाहे favourite Pastor से आए!


👉चाहे कहीं से भी आए!


*ध्यान से सूने*:-


✍️तो प्रश्न उठता है!


👉 *तो आप check करो आप क्या बोल रहे थे Glossa या Gibberish* 


👉अगर आप Glossa की बात करते हैं तो वो‌ PLURAL (बहुवचन) है!


👉अगर Gibberish की बात करते हैं तो‌ वो भी PLURAL (बहुवचन) होना चाहिए, आपके हिसाब से मेरे हिसाब से तो नहीं!


👉तो वो एक कैसे हो गया!


👉एक व्यक्ति एक ही भाषा में कैसे बात कर रहा है!


👉आप कहता है Gibberish प्रभु की ओर से है!


👉फिर एक ही भाषा में कियू बात कर रहे हो!


👉आपकी बहुत सारी भाषाओं बात करना चाहिए!


*ध्यान से सूने*:-


✍️आप struggle (संघर्ष) एक को पकड़ने के लिए, आपको जो सिखातें है ना ये repeat करो!


👉उसको सिखने में हालत ख़राब हो जाता है!


👉फिर इतनी भाषा में कैसे बात करोगे!


👉क्योंकि ये तो PLURAL (बहुवचन) है!


*God bless you*

Tuesday, 21 June 2022

पवित्र आत्मा को पहले मांगना पड़ता था (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*पवित्र आत्मा को पहले मांगना पड़ता था*, 

*फिर हाथ रखा जाता था* 

*और अंत में वो खुद उतरा लोगों पर*

 


👉 *तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।”*

(लूका 11:13)


✍️इस वचन पर बात करेंगे!


*सूने*:-


प्रश्न: *एक व्यक्ति दास दासी ,लड़का लड़की ,पुरुष स्त्री कहता है ,प्रभु मुझे पवित्र आत्मा चाहिए,परमेश्वर देगा या नहीं देगा ?*


✍️सीधी बात: परमेश्वर देगा!


दूसरा प्रश्न : *कितनी बार मांगना है उसको ?*


 ✍️ *एक बार मांगा दे दिया, क्या दूसरे दिन मांगना है  उसको ?*


👉नही मांगना है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️इसका मतलब आपने मांगा परमेश्वर ने दे दिया!


👉 *और परमेश्वर ने हम सब के लिए किस दिन दे दिया ?*


 👉 *जब पिन्तेकुस्त का दिन आया उस दिन दे दिया!*


👉 *तो अब मांगने का system खत्म*


*सूने*:-


✍️जब चेलों से कह रहा था ,यीशु तुम मांगों!


👉 *तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।”*

(लूका 11:13)


✍️ *तुम प्रतीक्षा करो!*


👉 *और जिसकी प्रतिज्ञा मेरे पिता ने की है, मैं उसको तुम पर उतारूँगा और जब तक स्वर्ग से सामर्थ्य न पाओ,* तब तक तुम इसी नगर में ठहरे रहो।” 

(लूका 24:49)


👉 *परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे;* और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”

(प्रेरितों के काम 1:8)


*सूने*:-


✍️ *तो यह सिलसिला खत्म हो चूका है!*


👉 *मांगने का सिलसिला खत्म हो चुका है!*


👉 *इंतजार का सिलसिला खत्म हो चूका है!*


👉पिन्तेकुस्त के दिन पवित्र आत्मा आ चूका है!


*सूने*:-


✍️अब वापस (लूका 11:13) क्यों!


⭐ *एक और जबरदस्त connection देता हूं!*


👉जब प्रेरितों ने जो यरूशलेम में थे सुना कि सामरियों ने परमेश्वर का वचन मान लिया है तो पतरस और यूहन्ना को उनके पास भेजा। 


👉और उन्होंने जाकर उनके लिये प्रार्थना की ताकि पवित्र आत्मा पाएँ। क्योंकि पवित्र आत्मा अब तक उनमें से किसी पर न उतरा था, उन्होंने तो केवल प्रभु यीशु के नाम में बपतिस्मा लिया था। तब उन्होंने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्र आत्मा पाया।

(प्रेरितों के काम 8:14-17)


✍️क्योंकि प्रेरितों के काम 8 अध्याय में नहीं पता पवित्र आत्मा कैसे आता है!


👉उन को सिर्फ ये ही पता था ,पतरस को बुलाओ! 


👉पतरस हाथ रखेगा, तो सब को मिलेगा!


*ध्यान से सूने*:-


👉पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवित्र आत्मा वचन के सब सुननेवालों पर उतर आया।

(प्रेरितों के काम 10:44)


✍️ *तो इस को क्या समझे?*


👉इस को ये समझेगे! 


*ध्यान दें*


✍️जब तक ये नहीं पता था पवित्र आत्मा कैसे आएगा!


👉तो पतरस और यहुन्ना को बुला,बुला कहते थे!


👉 *प्रार्थना करो आएगा!*

👉 *प्रार्थना करो आएगा!*


👉 *और आता था!*


*ध्यान दें*


✍️ *तो जब पवित्र आत्मा ने देखा इनका direction change (दिशा परिवर्तन) हो रहा है!*


👉इन की doctrine अलग बन रही ये पतरस को ही बुला रहे हैं!


👉तो पवित्र आत्मा ने कहा मैं क्या करता हूं, ‌मै खुद उतर जाऊंगा!


👉यहां पर लिखा है पवित्र आत्मा किसी के हाथ ना रखने पर भी उतर गया!


*इस का क्या मतलब है*:-


👉इसी घटना को जो हुआ था पतरस repeat (दोहराता) करता है!


👉 *जब मैं बातें करने लगा, तो पवित्र आत्मा उन पर उसी रीति से उतरा,* जिस रीति से आरम्भ में हम पर उतरा था।

(प्रेरितों के काम 11:15)


✍️पतरस कहता है मैं तो ताज्जुब हो गया!


👉मैं तो समझता था, जैसा हम पर पवित्र आत्मा आया ,वैसा किसी पर नहीं आयेगा!


👉लेकिन जब मैं कुरनेलियुस के घर पे था, तो पता चला जैसे हम पर पवित्र आत्मा उतरा वैसे ही कुरनेलियुस के पूरे लोगों पर उतरा!


👉वो Shock (चकित)हो गया!


*सुनें*:-


✍️और जितने सून रहे है, अगर ऐसा किसी ने अपना-अपना doctrine (सिद्धांत) बना के रखा है!


👉के जब तक पतरस हाथ नहीं रखता था, पवित्र आत्मा नहीं मिलता था!


👉 *तो ये concept (विचार) गलत है!*


*सूने*:-

 

✍️प्रेरितों के काम 10 अध्याय concept change हो गया!


👉अब पवित्र आत्मा खुद उतर रहा है!


👉इस का जिक्र आगे जा के देखते हैं!


👉 *क्या तुम नहीं जानते*, कि तुम परमेश्वर का मन्दिर हो, और परमेश्वर का आत्मा तुम में वास करता है?

(1 कुरिन्थियों 3:16)


✍️"इसका मतलब क्या है"

👉वो नहीं जानते थे!


✍️ *पवित्र आत्मा तो आपके अन्दर है!*


👉 *जो विश्वास करे* और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा। 


✍️उस की ये निशानी है!


👉और विश्वास करनेवालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे; नई-नई भाषा बोलेंगे;

(मरकुस 16:16-17)


✍️वो चमत्कार कर रहा है ,दुष्ट आत्मा निकल रहा है!


"इसे भी देखें"


👉और न कोई पवित्र आत्मा के बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है।

(1 कुरिन्थिया 12:3)


✍️ तो मुझे यीशु को प्रभु कहना है तो क्या चाहिए?


👉 *पवित्र आत्मा*


*सूने*:-


✍️तो पवित्र आत्मा कहता है! 


👉जब तक तुम यीशु को प्रभु नहीं कहेगा तेरा उद्धार नहीं होगा!


👉कितनी अद्भुत बात है!


👉पाप के विषय में इसलिए कि वे मुझ पर विश्वास नहीं करते;

(यूहन्ना 16:9)


✍️ *मुझे lead किसने किया यीशु की तरफ?*


👉पवित्र आत्मा ने!


✍️ *मैं पापी हू किस ने बताया?*


👉पवित्र आत्मा ने!


✍️ *मुझे अन्दर से किसने तोड़ा?*


👉पवित्र आत्मा ने!


✍️ *यीशु को स्वीकार करो किस ने कहा?*


👉पवित्र आत्मा ने!


✍️ *उद्धार तो दूर की बात आप पापी है ,किस ने एहसास करवाया!*

 

👉पवित्र आत्मा ने!


*God bless you*

पिन्तेकुस्त के दिन कौन सी भाषा उतरी थी ? (हिंदी )

 आज का विषय :-

 

*पिन्तेकुस्त के दिन कौन सी भाषा उतरी थी ?* 


◆ यहां दो भाषा है!


◆ पहली भाषा :-


1] बाईबल में जिसे Glossa कहते हैं!


2] Glossa  का मतलव:- Language (भाषाएं)


◆ दूसरी भाषा


2] Gibberish:-


1] ये बाईबल की नहीं बाहर की!


2] आज कल की भाषा Gibberish जिस का कोई मतलव नहीं!


ध्यान से सूने:-


1)  Glossa (Language) 


2) ये दान सब को नहीं मिलता!


3) पतरस को मिला!


4) कुरन्थियो की कलिसिया को मिला!


               (1 कुरिन्थियों 12:30)

क्या सब को चंगा करने का वरदान मिला है? *क्या सब नाना प्रकार की भाषा बोलते हैं?*

                   


◆ सूने:-


1) उस समय ज्ञान नहीं था!


2) Mobile phone नहीं थे!


3) Goggle नही था!


4) School college नही थे!


5) भाषाओं का अनूवाद नहीं था!


★ जरा सोचिए :-


आज की भाषा में और जो बाईबल बात करती है, उस भाषा में कितना फर्क है!


सूनिए :- 

             (1 कुरिन्थियों 12:30)


👉क्या सब को चंगा करने का वरदान मिला है? *क्या सब नाना प्रकार की भाषा बोलते हैं?*


1) सब को नहीं! 


2) तो ये पवित्र आत्मा तय करेगा, ये वरदान देना है या नही!


★ सुनिये :-


1) आज ये वरदान देना है या नही!


2) आज ज्ञान है!


3) mobile phone है!


4) Google है!


5) School, college है!


6) भाषाओं का अनूवाद है!


★ सुनिये :-


1) चेलों को इस वरदान की बहुत जरूरत थी!


★ क्यों?

                   (मत्ती 28:19)

इसलिए तुम जाकर *सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ*; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो,


                 (लूका 24:47)

और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा।


★ सुनिये :-


1) चेलों को हर जाति में सुसमाचार लेकर जाना था!


2) पर प्रभु को मालूम था जातियों में जाना है , तो चेलों के लिए समस्या है भाषा की


3) इस लिए परमेश्वर ने अन्य भाषा का वरदान दिया!


★ सुनिये :-


 इन वचनों को ध्यान से पढ़ें


              (प्रेरितों के काम 1:8)

👉परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; *और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”*


             (प्रेरितों के काम 2:4-8)


और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और जिस प्रकार आत्मा ने उन्हें बोलने की सामर्थ्य दी, वे अन्य-अन्य भाषा बोलने लगे। और आकाश के नीचे की हर एक जाति में से भक्त-यहूदी यरूशलेम में रहते थे। जब वह शब्द सुनाई दिया, तो भीड़ लग गई और लोग घबरा गए, क्योंकि हर एक को यही सुनाई देता था, कि ये मेरी ही भाषा में बोल रहे हैं। *और वे सब चकित और अचम्भित होकर कहने लगे, “देखो, ये जो बोल रहे हैं क्या सब गलीली नहीं? तो फिर क्यों हम में से; हर एक अपनी-अपनी जन्म-भूमि की भाषा सुनता है?


             (प्रेरितों के काम 2:9-12)


हम जो पारथी, मेदी, एलाम लोग, मेसोपोटामिया, यहूदिया, कप्पदूकिया, पुन्तुस और आसिया, और फ्रूगिया और पंफूलिया और मिस्र और लीबिया देश जो कुरेने के आस-पास है, इन सब देशों के रहनेवाले और रोमी प्रवासी, अर्थात् क्या यहूदी, और क्या यहूदी मत धारण करनेवाले, क्रेती और अरबी भी हैं, परन्तु *अपनी-अपनी भाषा में उनसे परमेश्वर के बड़े-बड़े कामों की चर्चा सुनते हैं।” और वे सब चकित हुए,* और घबराकर एक दूसरे से कहने लगे, “यह क्या हो रहा है?”


 

वो चकित हूए और इसका परिणाम क्या हुआ तीन हजार का उद्धार हुआ!



तो , पिन्तेकुस्त के दिन कौन सी भाषा उतरी थी ?


1) जो इस पृथ्वी पर भाषा बोली जाती हैं 

2) इस अन्यभाषा का वरदान चेलो को मिला था

3) ताकी वो हर नगर में , हर देश में , हर जातीओं में जाकर वचनो का प्रचार करे , संदेश दे सके , प्रभू का सुसमाचार सुना सके 


उदाहरण :-


1) थोमा  भारत (साऊथ) आया उसे साऊथ की भाषा नहीं आती थी!,


2) पर उसके पास अन्य भाषा का वरदान था!


3) वो साऊथ की भाषा में सुसमाचार सूना रहा था! , प्रचार कर रहा था 


                      God bless you

Saturday, 18 June 2022

हमे कब पवित्र आत्मा मिल जाता है 5 मिन (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


प्रश्न: *हमे कब पवित्र आत्मा मिल जाता है ?*


✍️आज का विषय बहुत ही ज्यादा समझने और सिखने लायक है!


👉ऐसा क्यों ?


👉क्योंकि जब भी हम Facebook YouTube को open करते हैं!


👉कुछ लोगो का एक ही topic होता है


👉परमेश्वर आपको पवित्र आत्मा से भर रहा है!


👉और वो चाहे 10 साल, 20 साल , 40 साल के विश्वासी हो ! 


👉कई-कई घंटे एक ही बात बोलते रहते हैं!


👉 *पवित्र आत्मा से भर दे*

👉 *पवित्र आत्मा से भर दे*

👉 *पवित्र आत्मा से भर दे*


*सूने*:- 


✍️ *और खुद इन वचनों को ध्यान से पढ़ें!*


⭐ *वाईदा*


👉 *और मैं पिता से विनती करूँगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा,*कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे।*

(यूहन्ना 14:16)


👉 *परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे;* और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”

(प्रेरितों के काम 1:8)


*सूने*:-


✍️ *जो वाईदा यीशु ने किया प्रेरितो के काम 2अध्याय में पूरा हुआ*


👉‌ *और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए,*

(प्रेरितों के काम 2:4)


👉पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक अपने-अपने पापों की क्षमा के लिये यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले; *तो तुम पवित्र आत्मा का दान पाओगे।*

(प्रेरितों के काम 2:38)


👉क्योंकि यह प्रतिज्ञा तुम, और तुम्हारी सन्तानों, और उन सब दूर-दूर के लोगों के लिये भी है जिनको प्रभु हमारा परमेश्वर अपने पास बुलाएगा" 

(प्रेरितों के काम 2:39)


✍️ तो आपको पवित्र आत्मा कब मिल जाता है ?


👉 *पवित्र आत्मा सबके लिए एक ही बार उतरा, फिर आया गया नही*


👉हाथ रखना निचे गिराना ऐसा नहीं!


👉 *वो आपके अन्दर बसा है!*


✍️ *फिर पास्टर ,सेवक कियू कहते हैं पवित्र आत्मा को रसिव करो*


👉 *वो तो पहले से आपके अन्दर है*


*ध्यान से सूने*:-


👉 "ये (biblical) बाइबल की शिक्षा नहीं है"


👉 *परन्तु जब कि परमेश्वर का आत्मा तुम में बसता है,* तो तुम शारीरिक दशा में नहीं, परन्तु आत्मिक दशा में हो। यदि किसी में मसीह का आत्मा नहीं तो वह उसका जन नहीं।

(रोमियों 8:9)


✍️ *तुम में बसा है*:- 


*सूने*:-


✍️पवित्र आत्मा शूरु से ही आपको lead कर रहा है!

 

👉इसलिए मैं तुम्हें चेतावनी देता हूँ कि जो कोई परमेश्वर की आत्मा की अगुआई से बोलता है, वह नहीं कहता कि यीशु श्रापित है; *और न कोई पवित्र आत्मा के बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है।*

(1 कुरिन्थियों 12:3)


*सूने*


✍️ *अब पिन्तेकोस्ट के समान फिर आपके लिए नहीं होगा!* 


👉आग नहीं गिरेगी!


✍️यह दूबारा नहीं हुआ!


"*इन सभी वचनों को ध्यान से पढे*"

 

👉तब उन्होंने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्र आत्मा पाया।

(प्रेरितों के काम 8:17)


👉 पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवित्र आत्मा वचन के सब सुननेवालों पर उतर आया।

(प्रेरितों के काम 10:44)


👉और जब पौलुस ने उन पर हाथ रखे, तो उन पर पवित्र आत्मा उतरा, और वे भिन्न-भिन्न भाषा बोलने और भविष्यद्वाणी करने लगे।

(प्रेरितों के काम 19:6)


✍️ जैसे मंन्ना दूबारा नहीं गिरेगा! 


👉अब मंन्ना बंद हो गया !


👉वो समय खत्म हो गया! 


(वैसे अब वो समय नहीं पवित्र आत्मा आया फिर चला गया)!


*सूने*:-


👉और उसी में तुम पर भी जब तुम ने सत्य का वचन सुना, जो तुम्हारे उद्धार का सुसमाचार है, 

और जिस पर तुम ने विश्वास किया, *प्रतिज्ञा किए हुए पवित्र आत्मा की छाप लगी।*

(इफिसियों 1:13)


✍️ *हमे सब कुछ salvation package में मिल जाता है*


👉 तो उसने हमारा उद्धार किया और यह धार्मिक कामों के कारण नहीं, जो हमने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार, नये जन्म के स्नान, *और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ।*

(तीतुस 3:5)


✍️ पवित्र आत्मा की छाप लग गई!


👉पवित्र आत्मा हमे नया बनाता है!


👉अब सब कुछ आपके अन्दर है!


👉बाहर से कुछ नहीं मिलेगा!


👉अब 1,2,3 बोलने की जरुरत नहीं !


👉 ना कोट घूमना नही!


👉ना फूंक मारना नही!


👉ये नहीं अन्य भाषा बोलेंगे तभी पवित्र आत्मा आएगा!


👉ना फायर-फायर बोलना है!


👉ना निचे गिराना है!


👉 ना welcome पवित्र आत्मा कहना है!


*सूने*:-


*उदाहरण:-


✍️जब घर में मेहमान आ जाऐ है, तो क्या हम बार बार फोन लगाके हैं , पूछते हैं!


👉कब आएगे या आ जाओ आ जाओ कहते है


👉वो तो घर में आ गया है!


 *पवित्र आत्मा अब आप सब के अन्दर है*.....


*God bless you*

Friday, 17 June 2022

LOCAL PASTOR को कभी ना भूलें 5 मिन (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*आपने  LOCAL PASTOR को कभी ना भूलें*


✍️ *क्योंकि सब से ज्यादा सेवा वो करते हैं*


👉 जब आप बीमार होते हो तो वही घर या हस्पताल में प्रार्थना करने के लिए जाते हैं!


👉 *शादी, विवाह,या जन्म दिन, या जनाजा या कोई होर बंदगी करवानी हो तो तब वही PASTOR हाजिर होते हैं!*


👉 *रात के समय या किसी भी दूख सूख के समय जब भी आप बुलाते हो, तो वो बिना कुछ सोचे दौड़े चले आते हैं!*


👉 *लेकिन आज हम देख रहे हैं कि लोग LOCAL PASTOR को छोड़कर बड़ी ministrys की ओर दौड़ रहे हैं!*


👉 प्रश्न: *क्या बड़ी ministrys के PASTOR आपके घर आए?*


👉 प्रश्न: *जन्म दिन, विवाह, शादी,या शोक या बीमारी में आपके पास आते हैं?*


👉तब हमें LOCAL PASTOR याद आता है


👉 *पर आगे पीछे हम उन प्रभु के सेवकों को कुछ समझते नहीं!*


👉 *हमारे सच्चे पड़ोसी वो ही PASTOR है!*


👉 *यह नहीं सोचना चाहिए की सिर्फ बड़ी बड़ी ministrys वाले PASTOR के पास ही सामर्थ है!*


*ध्यान से सूने*:-


👉 *एक LOCAL PASTOR को भी परमेश्वर ने बराबर सामर्थ दी है!*


👉 *आपने LOCAL PASTOR की सेवकाई में साथ दे!*


👉जैसे वो हमारे हर काम में हाथ देते हैं!


👉 क्योंकि वो सिर्फ हमें वचन ही नहीं सूनाते पर वो हमारे हर दूख सूख में सहारा भी है!


👉 *परमेश्वर आप सब को आशीष दे*


*God bless you*

Wednesday, 15 June 2022

प्रार्थना के 7 फायदे 5 मिनिट ( हिंदी )

 ★ प्रार्थना के 7 फायदे :-


1) प्रार्थना आपके जीवन को बदलता है :- 


1) जिस किसी का प्रार्थना यीशू के साथ जुड जाता है , उसका जीवन पक्का बदलता है ,

 

2) उसका नेचर , उसकी बाते ,  उसका स्वभाव , उसका गुस्सा , उसका प्रेम हर चीज बदल जाता है , आपकी आदते बदलती है  ,


3)  जीस चीज को आप शान से करते थे ना दारू पिना , सिगरेट पिना , गुटखा खाना , गलत फिल्म देखना , उलटीसुलटी हरकते करना , 


4) जिसको तुम शान से करते थे ना जब यीशु के संगती मे आ जाता है , उसका जीवन बदल जाता है , प्रार्थना आपके जीवन को बदल देता है


2) प्रार्थना आपको विजय बनाता है :-


1) जो प्रार्थना करता है उसके मूह से ये कभी नही निकलेगा आज कर्जा हैं , आज तकलीफ है , टेन्शन हैं , आज पैसा नही है , 

2) आज ऐसा है , आज वैसा हैं ,  चारो तरफ कोरोनाव्हायरस है , मै क्या करू ?


3) ए कभी नही ऐसी बाते निकलेगी , प्रार्थना करने वाला व्यक्ति विजयी जीवन जीता हैं 


4) एक प्रार्थना करने वाला व्यक्ति कभी उसका मुह लटका हुआ नही है , प्रार्थना करने वाला व्यक्ति के मुह से उत्साहा की बाते  , विजय की बाते , सफलता की बाते , कामयाबी की बाते निकलती है , 


4) क्यों ? क्योंकी उसका परमेश्वर विजय का परमेश्वर है


 5) एक प्रार्थना करने वाला व्यक्ति कभी जंगल में तो क्या हुआ ? हॉटेल में है तो क्या हुआ ?  रिपोर्ट पॉझिटिव्ह आया कोरोनाव्हायरस का , तो क्या हुआ ?


6) कर्जे का बील  आ गया , इलेक्ट्रिक बिल , राशन बिल , इस की चींता नही करता , ये सब प्रभू देगा , क्योंकी प्रार्थना आपको विजय बनाता है


3) प्रार्थना आपका हालात बदलता है :-


1) मेरे घर मे जादूटोणा हैं , प्रार्थना करो , मुझे डर लगता है प्रार्थना करो ,  मेरे घर मे समस्या है  प्रार्थना करो , 


2) ये सब कैसे चेंज हो सकता है ?  सिर्फ प्रार्थना प्रार्थना , 


3) फॅमिली हैं प्रार्थना करो , पती-पत्नी है , प्रार्थना करो , न्यू कपल्स हैं प्रार्थना करो , यंग है प्रार्थना करो , 


4) प्रार्थना आपका हालात बदलता है , प्रार्थना का जीवन शुरू करो ,आपकी घर की हालात बदलेगी


4) प्रार्थना आपको हिम्मत देता हैं :-


1) एक प्रार्थना करने वाला कभी हिम्मत नही हारता , लिखा हैं प्रार्थना आपको हिंमत देता हैं ,


2) आप वीक हैं , आपको एनर्जी चाहिये , आपको ताकत चाहिये , क्या करना ?  प्रार्थना करना है , 


3) प्रार्थना मे बैठो ,बैठो घुटनो पे प्रार्थना में , आपको हिम्मत मिलेगी


5) प्रार्थना आपको आगे बढने की ताकत देता है :-


1) प्रार्थना करने वाला नही कहेगा में पिछे जा रहा है , वो नही कहेगा मे मिनिस्ट्री बंद करूँगा , 


2) वो नही कहेगा अभी बस नही करूँगा , वो आगे बडेगा , वो आगे बडेगा  , ताकत उसको परमेश्वर देता है


6) प्रार्थना से आपका आत्मिक जीवन मजबूत होता है :-


1) प्रभू से संगती , प्रभू से बात चीत , प्रभू से आप जुड जाते हो , तब आत्मिक जीवन मजबूत होता है ,


2) यीशू कहता है तुम मेरे बगैर कुछ नही ,  मुझसे अलग होकर कुछ नही कर सकते , आत्मिक जीवन मजबूत करो


7) प्रार्थना से सैतान के बंधन तुटते है :- 


1) जिसका आत्मिक प्रार्थना जीवन मजबूत होता हैं , वो शैतान के बंधन तोडता है , प्रार्थना से बंधन तूटते है  ,

2) आप प्रार्थना करते है , जादू टोना तुटता है , आप प्रार्थना करते है दुष्ट आत्मा निकलती है , आप प्रार्थना करते है सैतान की बंधन तुटे है ,


3)  प्रार्थना मेरी ताकत है , प्रार्थना मे अधिकार है , प्रार्थना यानी की परमेश्वर आपके साथ है




इस तरह हमने देखा प्रार्थना के 7 फायदे , 


1) प्रार्थना आपके जीवन को बदलता है 

2) प्रार्थना आपको विजय बनाता है 

3) प्रार्थना आपका हालात बदलता है 

4) प्रार्थना आपको हिम्मत देता हैं :-

5) प्रार्थना आपको आगे बढने की ताकत देता है 

6) प्रार्थना से आपका आत्मिक जीवन मजबूत होता है 

7) प्रार्थना से सैतान के बंधन तुटते है :- 




               Praise The Lord

प्रार्थनेचे 7 फायदे 5 मिनिट ( मराठी )

 ★ प्रार्थनेचे 7 फायदे :-


1) प्रार्थनेने तुमचे जीवन बदलते :-


 1) ज्याची प्रार्थना येशू बरोबर जुडतात , त्याचे जीवन नक्की बदलते


2) त्याचे नेचर , त्याचे बोलणे , त्याचा स्वभाव , त्याचा राग , त्याचे प्रेम प्रत्येक गोष्ट बदलते


3) ज्या गोष्टी तुम्ही मोठ्या अभिमानाने करत होतात ना , दारू पिणे , सिगरेट ओडणे , गुटखा खाणे , वाईट मुव्ही पाहणे , उलटेसुलटे गोष्टी करणे


4) जा गोष्टी तुम्ही अभिमानाने करत होता ना , जेव्हा तुम्ही येशुच्या संगतीत येतात , तुमचे जीवन बदलून जाते , प्रार्थनेने तुमचे जीवन बदलते


2) प्रार्थना तुम्हाला विजय बनवते :-


1) जो प्रार्थना करतो त्याच्या मुखातून हे कधीच निघणार नाही की , आज कर्ज आहे , आज त्रास आहे , आज टेन्शन आहे , आज पैसे नाही ,


2) आज असे आहे , आज तसे आहे , चारी बाजूने कोरोनाव्हायरस आहे मी काय करू ? अशा गोष्टी कधीच निघणार नाही , प्रार्थना करणारा व्यक्ती विजय जीवन जगतो


3) एक प्रार्थना करणारा व्यक्ती त्याचा चेहरा कधी उतरत नाही , प्रार्थना करणाऱ्या व्यक्तीच्या मुखातून उत्साहाच्या गोष्टी , सफलता च्या गोष्टी , विजया च्या गोष्टी निघतात


4)  का ? कारण त्याचा परमेश्वर विजय देणारा परमेश्वर आहे


5) एक प्रार्थना करणारा व्यक्ती कधी जंगलात आहे तर काय झाले ? हॉटेलमध्ये आहे तर काय झाले ? रिपोर्ट पॉझिटिव्ह आला कोरोनाव्हायरस चा तर काय झाले ? 


6) कर्जाचे बिल आले , इलेक्ट्रिक बिल , राशन बिल या गोष्टीची चिंता करत नाही , हे सर्व प्रभू देईल , कारण प्रार्थना तुम्हाला विजय बनवतो


3) प्रार्थना तुमची परिस्थिती बदलते :-


1) माझ्या घरामध्ये जादू टोना आहे प्रार्थना करा , मला भीती वाटत आहे प्रार्थना करा , घरामध्ये समस्या आहे प्रार्थना करा


2) हे सर्व कसे बदलू शकते ? फक्त प्रार्थना प्रार्थना


3) फॅमिली आहे प्रार्थना करा , पती-पत्नी आहे प्रार्थना करा , न्यू कपल्स आहे प्रार्थना करा , यंग आहे प्रार्थना करा


4) प्रार्थना तुमची परिस्थिती बदलते , प्रार्थनेचे जीवन सुरू करा , तुमच्या घरची परिस्थिती बदलून जाईल


4) प्रार्थना तुम्हाला हिंमत देते :-


1) एक प्रार्थना करणारा कधी हिम्मत हारत नाही ,  लिहिले आहे की प्रार्थना हिंमत देते


2) तुम्ही वीक आहात , तुम्हाला एनर्जी पाहिजेत , तुम्हाला ताकत पाहिजे , काय करायचे ? तर प्रार्थना करायची आहे


3) प्रार्थने मध्ये बसा , गुडघ्यावर बसा ,  प्रार्थनेत बसा , तुम्हाला हिम्मत मिळणार


5) प्रार्थना तुम्हाला पुढे वाढण्यास ताकत येते :-


1) प्रार्थना करणारा म्हणणार नाही की , मी मागे चाललो  ,तो  म्हणणार नाही मी मिनिस्ट्री बंद करत आहे 


2) तो म्हणणार नाही आता बस झाले , आता नाही करणार , तो पुढेच जाणार ,  तो पुढेच जाणार , ताकत त्याला परमेश्वर देतो


6) प्रार्थनेने तुमचे अध्यात्मिक जीवन मजबूत होते :-


1) प्रभूची संगती , प्रभू बरोबर बातचीत करणे ,  प्रभुशी तुम्ही एकचित होतात , तेव्हा तुमचे आत्मिक जीवन मजबूत होते


2) येशू म्हणतो तुम्ही माझ्या शिवाय काहीच नाही , माझ्याशिवाय काहीच करू शकत नाही , तर आत्मिक जीवन मजबूत करा


7) प्रार्थनेने सैतानाची बंधने तुटतात :-


1) ज्याचे आत्मीक जीवन मजबूत असते , तो सैतानाचे बंधने तोडतो


2) प्रार्थनेने बंधने तुटतात , तुम्ही प्रार्थना करतात जादूटोणा तुटतात , तुम्ही प्रार्थना करतात दुष्ट आत्मा निघून जातात , तुम्ही प्रार्थना करता सैतानाची बंधने तुटतात


3) प्रार्थना माझी ताकद आहे , प्रार्थना मध्ये अधिकार आहे , प्रार्थना म्हणजे परमेश्वर तुमच्या बरोबर आहे


                 Praise The Lord

Tuesday, 7 June 2022

GOD - परमेश्वर DT-1 (मराठी)

 ★ DT चा उद्देश काय आहे ?



1) वचना चे पूर्ण ज्ञान असावे


आता मी म्हणतो की, वारस जोपर्यंत बाळ आहे तोपर्यंत तो सर्वांचा धनी असूनही त्याच्यामध्ये व गुलामामध्ये काही भेद नसतो; 


माझ्या मुलांनो, तुमच्यामध्ये ख्रिस्ताचे स्वरूप निर्माण होईपर्यंत मला पुन्हा तुमच्यासंबंधी प्रसूतिवेदना होत आहेत.


गलतीकरांस पत्र 4:1‭, ‬19 


गलतीयो 4:1 काही भेद नसतो गलतीयो 4:19 ख्रिस्ताचे स्वरूप निर्माण करणे :-



1) कलस्सै 1:28 


आम्ही त्याची घोषणा करतो, सर्व प्रकारच्या ज्ञानाने प्रत्येक माणसाला बोध करतो व प्रत्येक माणसाला शिकवतो; अशासाठी की, प्रत्येक माणसाला ख्रिस्त येशूच्या ठायी पूर्ण असे उभे करावे.




1) घोषणा 2) ज्ञान 3) शिकवणे 4) पूर्ण करणे



2) Leader तयार करणे :-


माझा उद्देश या DT ने तुमचे ज्ञान  वाढवणे नाही तर ज्ञानी लीडर तयार करणे आहे यासाठी की ख्रिस्ताचे देहा साठी प्राचीनला सिद्ध करणे आहे



★  या ट्रेनिंग ला आपण तीन हिस्स्या मध्ये शिखणार :-



1) Invite - बुनियादी शिक्षण

2) Invest - गहरी शिक्षण 

3) Empowerment - सशक्तिकरण चे शिक्षण



★ Discipleship Training :-


आम्हाला एक असे ख्रिस्ताचे देह तयार करायचे आहे , ज्याला वचनाचे पूर्ण ज्ञान असावे


1) GOD - Invite परमेश्वर



★ Worldly People Concept Regarding GOD No GOD or Many GOD'S



★ चला मग पाहू या बायबल काय म्हणते ? एका खऱ्या परमेश्वरा विषयी



★ पूर्ण जगामध्ये खऱ्या परमेश्वराविषयी ज्ञान असणे खूप गरजेचे आहे , नाहीतर दुनिया खतम केली जाईल


               यशाया 1:9 , 


सेनाधीश परमेश्वराने आमच्यासाठी यत्किंचित शेष राखून ठेवले नसते तर आम्ही सदोमासारखे झालो असतो, गमोर्‍याप्रमाणे बनलो असतो.



         रोमकरांस पत्र 9:29 


त्याप्रमाणे यशयाने पूर्वी म्हटले, “जर सेनाधीश प्रभूने आमच्यासाठी बीज राहू दिले नसते, तर आम्ही सदोमासारखे झालो असतो, व गमोराप्रमाणे बनलो असतो.”


         

               अनुवाद 6:12 


ज्या परमेश्वराने तुला मिसर देशातून, दास्यगृहातून बाहेर काढले त्याचा तुला विसर पडू नये म्हणून जप.



★ अर्थ -



1) आपल्या सगळ्यांना माहीत आहे की सदोम आणि गमोरा या दोन शहरांचा नाश का झाला ? कारण कि तिथे परमेश्वर नव्हता


2) आणि हे पण माहीत आहे 6 लाख इजरायल लोक का नाही गेले वचन दत्तक देशामध्ये ? कारण की ते परमेश्वराला विसरून गेले होते


3) आणि याची वार्निंग कुठे देत आहे ? पाचवे पुस्तक मध्ये 6 अध्याय 12 वचनामध्ये


4) तर किती इम्पॉर्टंट आहे की आपण परमेश्वराला जाणून घेणे 


5) तुम्ही विचाराल की अजून दुनिया खतम (नष्ट) झाली नाही , तर अजून पण प्रभु चे लोक आहेत , त्यांच कारणाने भारत नेपाळ etc वाचलेले आहे


 6) स्वतःला शाबासकी द्या , आपले जग वाचलेले आहेत , आपल्याला गर्व (घमेंड) असला पाहिजे , आपल्या परमेश्वरावर


7) एक अशा परमेश्वराला तुम्ही जाणतात , ज्याने पूर्ण दुनियाला वाचवले आहे


8) एका व्यक्तीच्या कारणाने आणि त्या व्यक्तीचे नाव आहे मोशे , नाहीतर 6 लाख लोक पूर्ण बदमाश होते , कधी धोका देत होते , कधी पाण्याचा चक्कर , कधी म्हणतात लसुन नाही , कधी म्हणतात कांदा नाही , काय फर्माईश होती या लोकांचे , गजबचे लोक होते 


9) त्या कारणाने एक व्यक्ती त्याचे नाव आहे मोशे , त्याने परमेश्वराला जिवंत ठेवले आपल्या हृदया मध्ये , तो परमेश्वरा बरोबर चालला , तेव्हा परमेश्वर त्याला बोलला , मोशे तू आहे तर हे आहे


10) तसेच मी पण तुम्हा सर्वांना म्हणतो , तुम्ही स्वतःला कमी समजू नका , तुमचा जो पण इलाका आहे , तुमचे गाव तुम्हाला नाव ठेवत आहे , शेजारचे लोक म्हणतात पहा ये ख्रिस्ती लोक आले


11) तुमच्यामुळे ते लोक जिवंत आहे , ही गोष्ट तुम्हाला नंतर समजून येईल



          फिलिप्पैकरांस पत्र 3:8    


इतकेच नाही, तर ख्रिस्त येशू माझा प्रभू, ह्याच्याविषयीच्या ज्ञानाच्या श्रेष्ठत्वामुळे मी सर्वकाही हानी असे समजतो; त्याच्यामुळे मी सर्व गोष्टींना मुकलो, आणि त्या केरकचरा अशा लेखतो; ह्यासाठी की, मला ख्रिस्त हा लाभ प्राप्त व्हावा,



1) पौल म्हणतो काही पण हो मी ख्रिस्ताला धरून राहील , काही पण हो , मी परमेश्वराला विसरणार नाही , काही पण हो मी ख्रिस्ताला प्राप्त करूनच राहील या गोष्टी पौल म्हणत आहे


2) सर्व काही हानी समजतो , अशी कोणती हानी समजतो ?


3) तुम्हा सर्वांना माहित आहे पौल असा जीवन जगला , त्याला म्हणतात त्यागाचे जीवन जगला , कमीत कमी 13-14 पत्र त्याने लिहिले आहे , त्याच्या जीवनशैली वरुण कळते की त्याने लग्न केले नाही


4) तो म्हणतो माझ्या जवळ पैसा नव्हता , आणि तो म्हणतो की मला जेवण नव्हते , आणि तो म्हणतो मला दगडाने मारण्यात आले ,  पाण्यात डूबण्यात आले माझ्याजवळ खूप काही संकटे आली


5) असा व्यक्ती म्हणतो की मी ही हानी उचलली आहे आणि त्याला मी कचरा समजतो , का ? कारण ख्रिस्त मला प्राप्त व्हावा


असे ख्रिस्ताचे देह DT मध्ये मला तयार करायचे आहे


★ खऱ्या परमेश्वराला ओळखायचे आहे का ? तर का ?



1) सदोम आणि गमोरा का नाश केले ? का ?



1) खऱ्या परमेश्वरला ओळखत नव्हते , लोटाची फॅमिली तीन लोक वाचले आणि पत्नी (बायको) मिठाचे खांब झाली


2) आम्हाला यातून हे शिकायला भेटले की आम्हाला जगातल्या गोष्टी वर ध्यान द्यायचे नाही , ही शिकवण येशू आज पर्यंत आम्हाला देत आहे


2) निनवे शहर :- 1 लाख 20 हजार



1) हे लोक खऱ्या परमेश्वराला ओळखत नव्हते , यांच्यामध्ये योना ला पाठवले , योना ने संदेश दिला आणि खरा पश्चाताप केला , पूर्ण शहराने गुडघ्यावर येऊन पश्चाताप केला


2) त्या कारणाने हे नगर वृद्ध , मुले , तरुण आणि जे वाईट होते ते बाहेर टाकण्यात आले आणि त्यांनी खऱ्या परमेश्वराला ओळखले , पूर्ण नगर वाचले गेले


★ या दोन्ही शहरांमध्ये एकच फरक आहे , खऱ्या परमेश्वराची ओळख


1) एका शहराने ओळखले नाही , एका शहराने ओळखले आणि ज्याने ओळखले ते शहर वाचले गेले


2) याचा अर्थ असा आहे की जे शहर परमेश्वराला नाही ओळखणार ते शहराचा नाश होणार



3) पूर्ण जग परमेश्वराला नाही ओळखणार ते नष्ट केले जाईल परंतु काही लोकांमुळे ही दुनिया सुरक्षित आहे


4) काही सरकार विचार करत असेल की ते चालत आहे देश परंतु मी , तुम्ही , आपण खऱ्या अर्थाने चालवत आहोत


5) लंडनचा प्रिन्स असेल , अमेरिकेचा प्रेसिडेंट असेल हे सर्व सुरक्षित आहे ना , फक्त या पृथ्वीवर येशूची मंडळी आहे म्हणून , ज्या दिवशी मंडळी उचलली जाईल , त्या दिवसापासून दुनिया खतम


★ या प्लॅनेटवर मनुष्याचे संपूर्ण कर्तव्य एकच आहे , खऱ्या परमेश्वराला ओळखणे :-


          

                उपदेशक 12:13 


आता सर्वकाही तुम्ही ऐकले; सर्वांचे सार हे की देवाचे भय धर व त्याच्या आज्ञा पाळ; मनुष्यकर्तव्य काय ते एवढेच आहे.




★ परमेश्वराला एका मनुष्यकडून काय पाहिजे ?


एका मनुष्याने जन्म घेतल्यानंतर त्याचे पहिले काम खऱ्या परमेश्वराला ओळखणे , त्याचा सेवक बनणे आणि त्याची सेवा करणे


★ परमेश्वरा विषयी खरे ज्ञान देणे :-


    

            प्रेषितांची कृत्ये 17:23


कारण मी फिरता फिरता तुमच्या पूज्य वस्तू पाहताना, ‘अज्ञात देवाला’ ही अक्षरे लिहिलेली वेदी मला आढळली. ज्यांचे तुम्ही अज्ञानाने भजन करता ते मी तुम्हांला जाहीर करतो.


1) या शहरांमध्ये भरपूर लोक परमेश्वराला (God) मानत होते , त्यांच्यामध्ये हा बंदा गेला , हे अशा ईश्वराची आराधना करत होते परंतु ओळख नव्हती


2) आज अनेक लोक म्हणतात की वर कोणी तरी आहे , मी त्याला घाबरतो , वर कोणीतरी आहे मी त्याला मानतो , वर कोणी तरी आहे मी त्याची पूजा करतो परंतु कोण आहे माहित नाही ?


                     

                 प्रेषित 17:23


ज्यांचे तुम्ही अज्ञानाने भजन करता ते मी तुम्हांला जाहीर करतो.


1)  या पृथ्वी वर टाटा असो , बिर्ला असो , तो अंबानी असो , कोणी पण असो , लंडनचा प्रिन्स असो , अमेरिका प्रेसिडेंट असो


2) परंतु आपल्याला माहीत असावे या पृथ्वीच्या वर सर्वात मोठे काम , सर्वात मोठा मनुष्य  एका खऱ्या परमेश्वराची ओळख दुसऱ्याला माहिती करून देणे आणि त्यामध्ये तुम्ही आणि मी , आपण आहोत



★ चला मग सुरुवात करूया , सर्वात प्रथम दोन Consepts आहे परमेश्वरा विषयी , त्याला पाहू :-


1) मनुष्याने स्वतः आपले परमेश्वर बनवून मनुष्यावर प्रकट केले


2) परमेश्वराने स्वतः ला मनुष्यावर प्रकट केले



1) पहिला - 


             रोमकरांस पत्र 1:19 


कारण देवाविषयी प्राप्त होणारे ज्ञान त्यांच्यात दिसून येते; कारण देवाने ते त्यांना दाखवून दिले आहे.


1) तो डाकू असो , तो शिपाई असो , तो संत असो , तो महात्मा असो , पुरुष व स्त्री असो , कोणी पण असो , या सर्व मनुष्याच्या मनामध्ये परमेश्वराचे ज्ञान स्वतः परमेश्वराने त्यांच्या मनात टाकले आहे


2) कोणी ईश्वर आहे , वर कोणीतरी बसला आहे , वर कोणी तरी सृष्टीला चालवत आहे , जर कोणत्या मनुष्याला विचारले कोणी ईश्वर आहे का ? होय आहे कोणी तरी ईश्वर आहे , एक किंवा अनेक , पौल म्हणतो , प्रत्येक माणसाच्या मनात भावना आहे


1) सर्वप्रथम पाहूया ,  मनुष्याने बनवलेल्या परमेश्वराच्या Consept ची


★ आज कोणा-कोणाला परमेश्वर म्हणत आहे , जगामध्ये जे मनुष्याने बनवले आहे :-


1) स्वतःचा परमेश्वर , परिवाराचा परमेश्वर , पतीचा परमेश्वर ,  मित्राचा परमेश्वर , समाजाचा परमेश्वर , दगडाचा परमेश्वर , लाकडाचा परमेश्वर , लोखंडाचा परमेश्वर , प्लास्टिकचा परमेश्वर , सोने चांदी चा परमेश्वर , प्राण्यांच्या रूपा मध्ये परमेश्वर , जीवजंतुच्या रूपा मध्ये परमेश्वर , पक्ष्यांच्या रूपा मध्ये परमेश्वर , मनुष्यांच्या रूपामध्ये परमेश्वर , सृष्टीच्या रूपा मध्ये परमेश्वर 


2) एक खरा बायबल मानणारा ज्याने आपले स्वतःचे जीवन येशूला दिले आहे , हे सर्व बनवलेले परमेश्वर मानणार नाही


★ मनुष्य हे सर्व का बनवू शकला ?

                  

             रोमकरांस पत्र 1:19


कारण देवाविषयी प्राप्त होणारे ज्ञान त्यांच्यात दिसून येते;



     रोमकरांस पत्र  1:23 , 25 सांगते ,


 मनुष्याने आप-आपल्या बुद्धीने परमेश्वर बनवले आहे



            रोमकरांस पत्र 1:23 


आणि अविनाशी देवाच्या गौरवाची, नाशवंत मनुष्य, पक्षी, चतुष्पाद पशू व सरपटणारे प्राणी ह्यांच्या प्रतिमांच्या रूपांशी त्यांनी अदलाबदल केली.



           रोमकरांस पत्र 1:25 


त्यांनी देवाच्या खरेपणाची लबाडीशी अदलाबदल केली, आणि निर्माणकर्त्याऐवजी निर्मित वस्तूंची भक्ती व सेवा केली; तो निर्माणकर्ता तर युगानुयुग धन्यवादित आहे. आमेन.


1) सृष्टीची , सूर्याची , चंद्राची आणि निसर्गाची वर्शिप करू शकता काय? सरळ गोष्ट आहे , नाही करू शकत


2) चंद्राची , सूर्याची पूजा कसी करू शकतात ? सूर्याची पूजा कशी करू शकतात ? गृहा ची पूजा कशी करू शकतात ?


3) हे सर्व परमेश्वराने बनवले आहे , नदीची आराधना पूजा केली जाते , झाडाझुडपांची पूजा केली जाते


4) परमेश्वर प्राणी  होऊ शकतो का ? हे सर्व परमेश्वर कसे होऊ शकतात ?


★ हे सर्व परमेश्वर कसे होऊ शकतात ?


          यशाया 44:6 , 20


इस्राएलाचा राजा परमेश्वर, त्याचा उद्धारकर्ता, सेनाधीश परमेश्वर म्हणतो: “मी आदी आहे, मी अंत आहे; माझ्यावेगळा देव नाहीच.




★ परंतु या सहा हजार वर्षांमध्ये मनुष्य करोडो परमेश्वर बनवण्यामध्ये कामयाब झाला आहे , आणि हा सिलसिला आत्तापर्यंत चालत आहे


                यशाया 42:8 

मी परमेश्वर आहे; हे माझे नाम आहे; मी आपले गौरव दुसर्‍यास देऊ देणार नाही; मी आपली प्रशंसा मूर्तींना प्राप्त होऊ देणार नाही.



★ सीक्रेट पुस्तक काय म्हणते ?

   

आपण आपली दुनिया स्वतः बनवू शकतात , आपल्या बुद्धीने


★ हे पुस्तक म्हणते , 


      आपल्याला जे पण पाहिजेन , आपल्याकडे एक अट्रॅक करा  , चार गोष्टीने


1) आपल्याला माहिती पाहिजे , आपल्याला काय पाहिजे ?


2) विश्वास करा आपल्याला भेटणार


3) दर्शन मध्ये पाहण्यास सुरुवात करा


4) जे आपल्याला पाहिजे ते जोर-जोराने बोला



★ ही सर्व प्रॅक्टिस आज काल चर्चमध्ये पाहायला भेटत आहे , आणि ते शिकवत आहे


           ★ उद्या बोलूया ★

Monday, 6 June 2022

GOD (परमेश्वर ) DT-1 (हिंदी)

 ★ DT मकसद क्या है ?


1) वचन का पुरा ज्ञान हो


गलतीयो 4:1 कोई भेद नही है  गलतीयो 4:19 मसीह रूप परिपक्व करना :-


1) कुलुस्सियों 1:28 


जिस का प्रचार करके हम हर एक मनुष्य को जता देते हैं और सारे ज्ञान से हर एक मनुष्य को सिखाते हैं, कि हम हर एक व्यक्ति को मसीह में सिद्ध करके उपस्थित करें।



1) प्रचार 2) ज्ञान 3) सिखाते 4) सिद्ध


2) Leader तैयार करना :-


मेरा मकसद इस DT से आपका ज्ञान बढाना नही है बल्कि ज्ञानी लीडर्स तयार करना है ताकि मसीह की देह के लिये प्राचीनो को नियुक्त कर सके


★ इस ट्रेनिंग को हम तीन हिसो मे बाट कर सिखेंगे :-


1) Invite - बुनियादी शिक्षाए

2) Invest - गहरी शिक्षाए

3) Empowerment - सशक्तिकरण की शिक्षाए


★ Discipleship Training :-


हम एक ऐसा मसीह देह तैयार करना चाहते है , जिसको वचन का पूरा ज्ञान हो


1) GOD - Invite परमेश्वर


★ Worldly People Concept Regarding GOD No GOD or Many GOD'S


★ आई देखते है बाइबल क्या कहती है ? एक सच्चे परमेश्वर के बारे मे


★ पूरी दुनिया मे सच्चे परमेश्वर का ज्ञान होना बहुत जरुरी है , नही तो पुरी दुनिया खतम हो जायेंगी


               यशायाह 1:9 , 


यदि सेनाओं का यहोवा हमारे थोड़े से लोगों को न बचा रखता, तो हम सदोम के समान हो जाते, और अमोरा के समान ठहरते॥


               रोमियो 9:29 


जैसा यशायाह ने पहिले भी कहा था, कि यदि सेनाओं का प्रभु हमारे लिये कुछ वंश न छोड़ता, तो हम सदोम की नाईं हो जाते, और अमोरा के सरीखे ठहरते॥


          व्यवस्थाविवरण 6:12 


तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है।


★ अर्थ -


1) आप सभी जानते है सदोम और गमोरा नाश क्यों हुवा ? क्योंकी वहा परमेश्वर नही था 


2) और यह भी जानते हो इजरायल लोग 6 लाख क्यों नही गये प्रतिज्ञा के देश मे ? क्योकीं वो परमेश्वर को भूल गये 


3) और इसकी वॉर्निंग कहा दे रहा हैं , पाचवी किताब मे 6 वचन में 12 मे


4) तो कितनी इम्पॉर्टंट है की हम परमेश्वर को समजे


5) आप पूछोगे कि अभी तक दुनिया खतम नही हुई है तो अभी भी प्रभू के लोग हैं लोग है , उनके कारण भारत नेपाल etc  बचे हुए है ,


 6) अपने पिट थपथपाइ ये , आप की दुनिया बची है आपको घमंड होना चाहिये कि आपने परमेश्वर पे , 


7) एक ऐसे परमेश्वर को जानते है जिसने ये दुनिया को बचा रखी है , ताली बजाए ये ।


8) एक व्यक्ती के चलते उस व्यक्ति का नाम है मुसा , नही तो 6 लाख लोग पुरे तो पुरे बदमाश थे , कभी धोका दे रहे है , कभी पानी का चक्कर , कभी खाने का चक्कर , कभी कहते लसुन नही है , कभी कहते कांदा नही है , क्या फर्माईश है , ये गजब के लोग थे , 


9) उसके चलते एक व्यक्ती उसका नाम है मुसा , उसने परमेश्वर को जिंदा रखा अपने अंदर , वो परमेश्वर के साथ चला , तब जाकर परमेश्वर बोला , मुसा तू है तो ये है , 


10) वैसे ही मै आपको कहता सभी को , आप खुद को , कमी नही समजना , आपका जो इलाका है ना , आपका गाव आपको नफरत करते है , पडोसी कहते है ये देखो  इसाई लोग आ गये , 


11) आपके  वजह से वो लोग जिंदा है , ये बात आपको बाद में समज जायेंगी


                     फिलिप्पियों 3:8 


वरन मैं अपने प्रभु मसीह यीशु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूं: जिस के कारण मैं ने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूं, जिस से मैं मसीह को प्राप्त करूं।


1) पौलूस कहता है , कुछ भी हो जाये मैं मसीह को पकडकर रहूंगा , कुछ भी हो जाये मै परमेश्वर को नही भूलूंगा , कुछ भी हो जाये मसीह को प्राप्त करके रहूंगा , इस बात को कहता है


2) सब वस्तूओ की हानी उठता हू , ऐसी कोंसी वस्तूए जिस्की हानी उठाता है ? 


3) आप सभी जानते है पौलुस के जीवन में एक ऐसा जीवन जिया था जिसे कहते थे त्याग का जीवन जीया था , कम से कम तेरा-चौदा लेटर पौलुसने लिखा है उसकी जीवन शैली से पता चलता है कि उसने शादी नही की


4) वो कहता है मेरे पास पैसा नही था और फिर कहता है की मेरे पास वक्त वक्त खाना नही था फिर कहता मुझे पत्थर से मारा पाणी दुबा हू मेरे पास न जाने कितनी तकलीफ भाई


5) ऐसा व्यक्ती कहता है ऐसे वस्तूये की मैने हानी उठाई और उने कुडा समजता हू क्यों ताकी मसीह को प्राप्त कर सकू


ऐसी मसीह के देह DT सें में तयार करना चाहता हु


★ सच्चा परमेश्वर को जानना चाहते है , तो क्यों ?


1) सदोम और गमोरा क्यों नाश किया ? क्यों


1) सच्चे परमेश्वर को नही जानते थे ,  लूत की फॅमिली तीन लोग बचाये और पत्नी नमक का खाम हो गई , 


2) इसका ये सबब है , हमें संसारीक नही , ध्यान नही देना , ये सब यीशू अभी तक हमे देता है


2) निनवे शहर :- 1 लाख 20 हजार


1) ये लोग सच्चे परमेश्वर को नही जानते थे , इन के बीच योना को भेजा , योना ने प्रचार किया , और सच्चा पश्चाताप हुआ , पुरे शहर ने घुटनेपर आकर पश्चाताप किया , 


2) जिसके चलते ये नगर , बुढे , बच्चे , जवान  ,और जो गंदगी थी वो बहार निकाली और उन्होने सच्चे परमेश्वर को पहचाना और पुरा नगर बच गया


★ इन दोनों शहरो मे एकही अंतर हैं सच्चे परमेश्वर की पहचान


1) एक शहर ने नही पहचाना , एक शहर ने पहचाना और जिसने पहचाना वो शहर बच गया


2) इसका मतलब है जो शहर परमेश्वर को नही पहचानेगा वो शहर नाश होगा , 


3) पूरी दुनिया परमेश्वर को नही पहचाने गा वो नाश होगा , लेकिन कुछ लोगो के कारण पूरी दुनिया सलामत है , 


4) कुछ सरकार सोचती होगी कि वो चला रहे है देश , लेकिन दरसल में आप और हम है , 


5) लंडन का प्रिन्स हो , अमेरिका प्रेसिडेंट सब सुरक्षित हैं ना तो , सिर्फ इस पृथ्वी पर कलसिया है , जिस दिन कलीसिया उठा लेंगी खतम


★ इस प्लॅनेट पर मनुष्य का संपूर्ण कर्तव्य एकही हैं सच्चे परमेश्वर को पहचाना :-


          सभोपदेशक 12:13 


सब कुछ सुना गया; अन्त की बात यह है कि परमेश्वर का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर; क्योंकि मनुष्य का सम्पूर्ण कर्त्तव्य यही है।


★ परमेश्वर एक मनुष्य से क्या चाहता है ?


एक मनुष्य का जन्म लेने के बाद पहिला काम सच्चे परमेश्वर को जानना है उसका सेवक बनकर उसकी सेवा करना


★ परमेश्वर के बारे मे सच्चा ज्ञान देना :-


              प्रेरितों के काम 17:23 


क्योंकि मैं फिरते हुए तुम्हारी पूजने की वस्तुओं को देख रहा था, तो एक ऐसी वेदी भी पाई, जिस पर लिखा था, कि अनजाने ईश्वर के लिये। सो जिसे तुम बिना जाने पूजते हो, मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूं।


1) ये शहर में ये लोक बहुत सारे God को मानते थे , इसके बीच ये बंदा पोहोच गया , ये ऐसा ईश्वर वो आराधना करते थे , पर जानते नही है , 


2) आज बहुत सारे लोग कहते है , ऊपर कोई तो है मै उसको डरता हु , उपर कोई तो है जिसको मै मानता हू , कोई तो है जिसकी मै पूजा करता हु , लेकिन कौन है पर जानते नही है ?


                      प्रेरित 17:23

सो जिसे तुम बिना जाने पूजते हो, मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूं।


1) इस पृथ्वी के ऊपर टाटा हो , बिरला हो , वो अंबानी हो , कोई भी हो , लंडन का प्रिन्स हो , अमेरिका प्रेसिडेंट हो , 


2) लेकिन आपको पता हो इस पृथ्वी के उपर सबसे बडा काम , सबसे बडा इन्सान , एक सच्चे परमेश्वर को दुसरो को मालुमत कराने की है और उसमे आप और हम है


★ आईये शुरू करते है सबसे पहले दो Concepts हैं परमेश्वर को लेकर उसको देखेंगे :-


1) मनुष्य ने खुद अपने परमेश्वर बनाकर मनुष्य प्रकट किया


2) परमेश्वर ने खुद को मनुष्ययो पर प्रकट किया


1) पहला - रोमियो 1:19 


इसलिये कि परमेश्वर के विषय का ज्ञान उन के मनों में प्रगट है, क्योंकि परमेश्वर ने उन पर प्रगट किया है।


1) वो चाहिये डाकू हो , वो चाहे शिपाई हो , वो चाहे संत हो महात्मा हो , पुरुष हो , स्त्री हो , कोई भी हो , इन सभी इंसानो के मन में परमेश्वर का ज्ञान परमेश्वर ने खुद उनके अंदर डाला हैं की


2) कोई ईश्वर है , ऊपर कोई बैठा है , ऊपर कोई सारी सृष्टी को चला रहा है , अगर इन्सान को पूछोगे ना कोई ईश्वर है , हा हैं कोई ईश्वर है , या तो एक या फिर बहुत , पौलुस कहता , हर इंसान के मन मे भावना है


1) सबसे पहिले बात करते है :-

मनुष्य के बनाये हुये परमेश्वर के Concept की


★ आज किस किस को परमेश्वर कहते है दुनिया भर में जो मनुष्य के बनाये हुये है


1) खुदका परमेश्वर , परिवार का परमेश्वर , पती परमेश्वर , दोस्त का परमेश्वर , समाज का परमेश्वर , पत्थर का परमेश्वर , लकडी का परमेश्वर , लोहे का परमेश्वर , प्लास्टिक का परमेश्वर , सोने चांदी का परमेश्वर , जानवरो के रूप मे परमेश्वर , जीवजंतूओ के रूप मे परमेश्वर , पक्षियों के रूप मे परमेश्वर , मनुष्य के रूप मे परमेश्वर , सृष्टी के रूप मे परमेश्वर 


2) एक सच्चा बायबल को मानने वाला जो यीशू को खुदका जीवन ते चूका हैं ये सब परमेश्वर नही मानेगा


★ ये सब मनुष्य क्यों बना पाया ?


                   रोमियो 1:19


इसलिये कि परमेश्वर के विषय का ज्ञान उन के मनों में प्रगट है,


          रोमियो 1:23 , 25 कहता हैं ,


मनुष्यो ने अपने अपने तरीके से परमेश्वर बना लिये


                  रोमियो 1:23


और अविनाशी परमेश्वर की महिमा को नाशमान मनुष्य, और पक्षियों, और चौपायों, और रेंगने वाले जन्तुओं की मूरत की समानता में बदल डाला॥


                        रोमियो 1:25


क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है। आमीन॥


1) क्या सृष्टीकी सुरज की चांद की और नेचर की वर्शिप हो सकती है ? सीधी बात है नही हो सकती


2) कही लोग सुबह उठकर सूर्यनमस्कार चांद की पूजा कैसे हो सकती है ? सुरज की पूजा कैसे कर सकते है ? गृह की पूजा कैसे कर सकते है ? 


3) ये सब परमेश्वर ने बनाया है नदी की आराधना पूजा होती है पेड पौधे की पूजा होती है 


4) जानवर क्या परमेश्वर हो सकते है ? ये सब परमेश्वर कैसे हो सकते है ?


★ ये सब परमेश्वर कैसे हो सकते है ?


                यशायाह 44:6 , 20


यहोवा, जो इस्राएल का राजा है, अर्थात सेनाओं का यहोवा जो उसका छुड़ाने वाला है, वह यों कहता है, मैं सब से पहिला हूं, और मैं ही अन्त तक रहूंगा; मुझे छोड़ कोई परमेश्वर है ही नहीं।


★ लेकिन इन 6 हजार सालो मे मनुष्य करोडो परमेश्वर बनाने मे कामयाब हो गया है और ये सिलसिला अब भी चल रहा है


                    यशायाह 42:8 


मैं यहोवा हूं, मेरा नाम यही है; अपनी महिमा मैं दूसरे को न दूंगा और जो स्तुति मेरे योग्य है वह खुदी हुई मूरतों को न दूंगा।


★ सीक्रेट पुस्तक क्या कहती है ?

   

         हम अपनी दुनिया खुद बना सकते है , अपने तरीके से


★ ये पुस्तक कहती है , 


         आपको जो भी चाहिये अपनी तरफ Attract करो चार तरीके से


1) आपको पता होना चाहिये आपको क्या चाहिये ?


2) विश्वास करो आपको मिल जायेगा


3) दर्शन मे देखना शुरू करो


4) जो आपको चाहिये वो जोर-जोर से बोलो


★ और यही सब की प्रॅक्टिस आज कल की कलसीयाओ में भी देखा जा सकता है , सिखा जा रहा है


           ★ कल बात करेंगे ★

Friday, 3 June 2022

मसीह बनना आसान है या मसीह बने रहना? (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


प्रश्न: *मसीह बनना आसान है या मसीह बने रहना?*


👉 *मसीही बने रहना*


*ध्यान से सूने*:-


✍️आप मसीह बन सकते हैं चुटकी में!


👉  *मसीह तो बन गए लेकिन उसकी कीमत आपको चूकानी पडेगी पूरी जिन्दगी भर*


👉 *और मेरे नाम के कारण सब लोग तुम से बैर करेंगे।*

(लूका 21.17)

 

✍️(मेरी शिक्षाओ के कारण) सब लोग तुम से बैर करेंगे!


👉 *तलवारें चलीं?*:- चली


👉 *आप से नफ़रत करेंगे पक्का करेगे*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *जैसे आपने declare कर दिया!* 


👉 *पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, अमेरिका, अफ्रीका में की मैं यीशु को मानता हूं आपके दोस्त भी दूश्मन बन‌जाएगे!*


👉आप जिसके साथ बैठकर पीते थे सीगरेट 


👉पर बन गए, मसीह तो वो बन गया आपका दूश्मन!


👉आप जिसके साथ बैठकर पीते थे शराब!


👉 पर आप बन गए मसीह तो वो बन गया आपका दूश्मन


👉वैसे ही घूस लेते थे चोरी करते थे पाप करते थे!


👉संसार का जीवन जीते थे!


👉पर आपने सूना शन्ति का सुसमाचार और आपका जीवन बदल गया, और आपके दोस्त का जीवन नहीं बदला तो वो बन गया आपका दूश्मन!


👉ये ही नही घर के खुद के लोग आपके विरोध हो जाएंगे!


👉पति-पत्नी के विरोध हो जाएगा!


👉बच्चे मां बाप के विरोध हो जाएंगे! 


👉मां बाप बच्चों को विरोध हो जाएंगे!


👉पड़ोसी अड़ोसी के विरोध हो जाएगा!


👉आपका बिजनेस पार्टनर भी आप के विरोध में हो जाएगा!


👉रिश्तेदारों को घर से निकाल देंगे!


👉आपके गांव का हुक्का पानी राशन पानी x y सब बंद!


👉 *शन्ति तो हमें स्वर्ग में मिलेगी*


👉 *तो आपको यहां पर अपेक्षा नहीं करनी!*


👉आपको पृथ्वी पर शन्ति की अपेक्षा नहीं करनी, हमे यहां नहीं मिलेगी!


*ध्यान से सूने*:-


✍️अगर आप ऐसा सोचते हो कि मैंने अपना जीवन प्रभु को दे दिया है तो सब कुछ Peacefull चलेगा!


👉गाड़ी पेंचर हो गई है अब सब कुछ ठीक से चलेगा!


👉घर में पैसा आ गया है अब घर ठीक से चलेगा!


👉मेरी नौकरी लग गई है अब जीवन ठीक से चलेगा!


👉ना आप जिस दिन से मसीह बन जाते हो ज़िन्दगी उथल पुथल रास्ते से!


👉क्रुस उठाकर गलगता के पहाड़ से सकरे रास्ते से गुजरेगा यहां से ताना वहां से ताना!


👉यहां से बदनामी वहां से बदनामी!


👉हां या ना


👉 यीशु ने कहा फिर रख देता हूं:- *और मेरे नाम के कारण सब लोग तुम से बैर करेंगे।*

(लूका 21.17)


✍️इस लिखा है शान्ति तो हमें यहां नहीं मिलेगी!


👉 *तो कहा मिलेगी?*


👉 *शान्ति तो सीधा स्वर्ग में मिलेगी!*


👉 इसलिए लिखा है:- *“और वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा; और इसके बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी;* पहली बातें जाती रहीं।” 

(प्रकाशितवाक्य 21.4)


✍️ *वहां अनंत काल का शांति का राज्य!*


👉 *तो आप कहेंगे तो pastor जी यहां पर क्या मिलेगा?*


👉 *जानना चाहेंगे*:- यहां सिर्फ दूशमनी मिलेगी!


👉 *जैसे ही आप यीशु की सच्ची शिक्षा पर चलना शुरु, आपके दूश्मन तैयार!*


👉ये तो पक्की बात है!


*उदाहरण*:-


✍️दो तरह की गाड़ी एक तो शौरुम की दूसरी है सड़क की गाड़ी कम्पनी  एक ही है!


👉 फर्क क्या है पता है?


👉शौरुम की गाड़ी पर एक भी खरोंच, एक डेनट, एक भी गड़बड़ी नहीं मिलेगी!


👉 *शौरुम की गाड़ी किसी को कुछ नहीं बोलती!*


👉लेकिन वही कम्पनी की गाड़ी सड़क पर चलने लगती है!


👉आपको पचासों गंदगी, पचासों डेन्ट,पचासों गड़बड़ी मिलेगी!


👉वैसे ही जब हम क्रिश्चियन सड़क पर आ जाते हैं ना काम करने के लिए!


👉यीशु की बातों करना शुरू करो, सफेद को सफेद कहना शुरू करो!


👉काले को काला कहना शुरू करो!


👉सफेद को सफेद बोलते हैं तो गलत है!


👉काले को काला बोलते हैं तो गलत है!


👉 *वापस कह देता हूं स्वर्ग में मिलेगी शान्ति यहां मिलेंगी दूशमनी!*


*कुछ वचन रख देता हूं:*


👉 वे तुम्हें आराधनालयों में से निकाल देंगे,*वरन् वह समय आता है, कि जो कोई तुम्हें मार डालेगा यह समझेगा कि मैं परमेश्वर की सेवा करता हूँ।*

(यूहन्ना 16.2)


✍️उस वक्त के यहूदी आज के इक्कीसवीं सदी के डिनॉमिनेशन, चर्च आपको चर्च से निकाल देंगे!


👉 *जो कोई तुम्हें मार डालेगा यह समझेगा कि मैं परमेश्वर की सेवा करता हूँ।*


👉एक वक्त आएगा क्रिश्चियन लोग क्रिश्चयन को मार देंगे!


👉मैं अविशसीयो की नहीं, मैं बात कर रहा हूं!


👉यीशु को मानने वालों की, बाइबल पढ़ने वालों की


👉परमेश्वर की सेवा कर रहा हूं!


👉तो ये परमेश्वर की सेवा करने वाले कौन हैं!


👉सेवक है ये परमेश्वर की सेवा करने‌ वाले कौन क्रिश्चियन!


ये किस को मर डालेंगे, ये ऐसों को मर डालेंगे जो यीशु प्रचार करतें हैं!

जो खरी शिक्षाओं का प्रचार करते हैं!


👉ऐसा दिमाग में कभी ‌नही सोचना सब अच्छा होगा!


*ध्यान से सूने*:-


✍️सताव सहना एक मसीह जीवन‌ का हिस्सा है!


👉दुख उठाना एक मसीह जीवन‌ एक हिस्सा है!


👉मर खाना एक मसीह जीवन‌ का एक हिस्सा है!


👉गालियां खाना मसीह जीवन‌ का एक हिस्सा है!


👉भूखा रहना एक मसीह जीवन‌ का एक हिस्सा है!


👉पैसे नहीं है मसीह जीवन का एक हिस्सा है!


👉अपमान सहना मसीह जीवन का एक हिस्सा है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️आज ऐसा प्रचार नहीं होता साहब!


👉 क्या प्रचार होता है आज मसीह हो सताव नही


👉मसीह हो‌ तो‌ भूखा नहीं रहोगे!


👉पैसे की कोई कमी नहीं होगी क्यों?


👉कहते हैं हम मसीह है, nonsense है सब!


👉ऐसा कोई वचन‌ है!


👉यीशु ने कहा मेरा पीछे चलना है, क्रूस उठाओ,माता पिता का त्याग करो, यहां तक भी खुद का भी त्याग करो,जो ऐसा नहीं करेगा वो चेला नहीं हो सकता!


👉क्योंकि न हम जगत में कुछ लाए हैं और न कुछ ले जा सकते हैं।  यदि हमारे पास खाने और पहनने को हो, तो इन्हीं पर सन्तोष करना चाहिए। 

(1 तीमुथियुस 6.7-8)


👉पौलुश कहता जितना पैसा उतने ही सन्तुष्ट रहो अमीर कोई जरूरत नहीं!


👉लेकिन आज का चल रहा है!


👉अमीर कैसे बने उसके 3 पॉइंट,अमीर कैसे बने उसके साथ पॉइंट,


👉अमीर कैसे बने उसका अलग से अनोईटिग है, हद हो गई!


*God bless you*