आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े लें
*क्या मसीह लोग चर्च में नाच सकते हैं*
✍️ *सबसे पहले पूरी दुनिया के मसीहो से एक सवाल नाचने की एक वजाह दो क्यों नाचते हैं* ?
👉99.9 /.लोग एक व्यक्ति का उदाहरण रखते है!
*दाऊद नाचा था*:-
👉और दाऊद सनी का एपोद कमर में कसे हुए यहोवा के सम्मुख तन मन से नाचता रहा।
(2 शमूएल 6:14)
⭐ *दाऊद के नाचने के तीन कारण थे*
👉फिलिस्तीनीयो से युद्ध जीता था !
👉सन्दूक से आशीष मिली थी !
👉वो परमेश्वर से प्यार करता था !
✍️ तुम नाचते हो एक कारण बताओ!
👉 तुमने ने कौन सा गढ़ जीत लिया !
👉 तुमने कितनी आत्माओं को जीता या बचाया !
✍️ परमेश्वर से प्यार है तो म्यूजिक क्यों चाहिए ?
*सूने*:-
✍️ *दाऊद का मिशन और काम अलग था*!
👉 *दाऊद राजा था उसका वक्त अलग था*
*सूने*:-
✍️ *हमारा मिशन और काम अलग है*
👉 *हमारा वक्त अलग है*
*सूने*:-
✍️ *हम यीशु के सेवक है*
👉दाऊद के पास कोई Mandate नहीं था !
👉हमारे पास Christ-mandate है!
👉इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ।”
(मत्ती 28:19-20)
👉पीछे वह उन ग्यारह चेलों को भी, जब वे भोजन करने बैठे थे दिखाई दिया, और उनके अविश्वास और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, क्योंकि जिन्होंने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इन्होंने उसका विश्वास न किया था।
(मरकुस 16:14)
👉और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा।
(लूका 24:47)
👉यीशु ने फिर उनसे कहा, “तुम्हें शान्ति मिले; जैसे पिता ने मुझे भेजा है, वैसे ही मैं भी तुम्हें भेजता हूँ।”
(यूहन्ना 20:21)
👉परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”
(प्रेरितों के काम 1:8)
*सूने*:-
👉“हे सब परिश्रम करनेवालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूँगा। मेरा जूआ अपने ऊपर उठा लो; और मुझसे सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूँ: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे। क्योंकि मेरा जूआ सहज और मेरा बोझ हलका है।”
(मत्ती 11:28-30)
✍️ यीशु ने हमारा बोझ उठा लिया है,पाप का बोझ, बिमारी का बोझ,
👉 *अब हमें यीशु का बोझ उठाना है*!
*सूने*:-
✍️ *"हमें enjoy करने के लिए नहीं बुलाया"*
👉हम बीजी है:-तो नाचने का समय कहा है!
👉 *नाचना कूदना तो फ्री लोगों का काम है और हम फ्रि नहीं है*
👉हमें बहुत काम करना है!
*सूने*:-
✍️ *नाचना एक फैशन बन गया है*
👉कई में चर्चो में:- सब नाचना ही नाचना है!
👉 चर्च में 2 घंटे नाचना ही है!
👉 आराधना करने वाले नचाए नहीं तो कहते हैं, मज़ा नहीं आया!
👉 नचाया तो कहते बहुत अच्छा आराधना करने वाला था!
*सूने*:-
✍️ *जिस परमेश्वर के (पिता पुत्र, पवित्र आत्मा) लिए नाच रहे हैं ,वो आभी क्या कर रहा है जानते हैं*?
⭐ *पिता (परमेश्वर) रो रहा है*
👉“तू उनसे यह बात कह, ‘मेरी आँखों से दिन-रात आँसू लगातार बहते रहें, वे न रुकें
(यिर्मयाह 14:17)
👉 प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कितने लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता, कि कोई नाश हो; वरन् यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।
(2 पतरस 3:9)
👉 “क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।(यूहन्ना 3:16)
✍️कियू परमेश्वर रो रहा है कियोकि इस्राईली लोग कूचले गये,
👉आज भी परमेश्वर के लोगों कूचले जा रहे हैं परमेश्वर चाहता है सब बचाए जाए!
⭐ *पुत्र (परमेश्वर) भी रो रहा है!*
👉इसलिए जो उसके द्वारा परमेश्वर के पास आते हैं, वह उनका पूरा-पूरा उद्धार कर सकता है, क्योंकि वह उनके लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है।
(इब्रानियों 7:25)
✍️ विनती:- मधीयता की प्रार्थना कर रहा है!
👉 यीशु बादलों पर बैठ कर कौफी नहीं पी रहा!
👉 लिडो नहीं खेल रहा है
👉जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया।
(लूका 19:41)
👉लाजर की कब्र:-
👉 गतसमनी बाग:-
👉अभी भी रो रहा है.....
⭐ *पवित्र आत्मा (परमेश्वर) भी रो रहा है!*
👉 इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है, क्योंकि हम नहीं जानते, कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर जो बयान से बाहर है, हमारे लिये विनती करता है।(रोमियों 8:26)
✍️ इसे भर-भर कर
( सिसक -सिसक कर)
*सूने*:-
✍️आप नाच रहे होते हैं और परमेश्वर क्या कर रहे होते है,और परमेश्वर रो रहा है उसके लोग नाश हो रहे है!
*सोचे*
⭐ *मिशन ठप पड़ा है*:-
👉 इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ।”
(मत्ती 28:19-20)
✍️ *सुसमाचार का काम ठप पड़ा है!*
✍️ पूरे ने नये नियम में एक वचन निकाल कर दिखाए!
👉अगर नाचना है तो अकेले में नाचे! कमरे में जाकर सब के सामने कियू और म्यूजिक कियो चाहिए!
*सूने*:-
👉 प्रार्थना तो होती नहीं है!
👉 Sunday को ही क्यों नाचना है!
👉 नाचने पर जोर होता है!
✍️ *पूछे तो कहते हैं हम परमेश्वर से प्यार करते हैं*!
👉 *ठीक है*
✍️ *तो फिर सेवा करें,अभी भी बहुत से गांव खाली पड़े हैं जाईए गांवों गांव लोगों को बचाने*!
👉 *अपना जो वहां पर दिखाईए*
👉 *सेवा तो होती नहीं और नाचने पर जोर दे रखा है*!
👉क्योंकि परमेश्वर गड़बड़ी का नहीं, परन्तु शान्ति का कर्ता है; जैसा पवित्र लोगों की सब कलीसियाओं में है।
(1 कुरिन्थियों 14:33)(14:-26-33 भी पढ़ लें)
👉ये वचन यह ही बातते है परमेश्वर शांति का परमेश्वर है!
*सूने*:-
✍️ जब कोई अविश्वासी चर्च में आऐ वो देखेगा ये किया चल रहा है!
👉शांति दिखनी चाहिए ये क्या चल रहा चर्च में धूम धड़ाका!
✍️ *परमेश्वर गड़बड़ी नहीं चाहता* !
👉 *जैसा नाच आज चल रहा है परमेश्वर नहीं चाहता*!
👉 *बाकी आप को जैसा आपको ठीक लगे*
*God bless you*