आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
"इस वचन को देखे"
⭐ *इन बातों के बाद वह यीशु को मन्दिर में मिला, तब उसने उससे कहा, “देख, तू तो चंगा हो गया है; फिर से पाप मत करना, ऐसा न हो कि इससे कोई भारी विपत्ति तुझ पर आ पड़े।”*
(यूहन्ना 5:14)
✍️इस व्यक्ति का problem क्या था पता है ?
👉जब पब्लिक ने पूछा तुमे किस ने ठीक किया वो कौन है!
👉उस ने कहा मैं सिर्फ इतना जानता हूं चंगाई मिल गई!
👉वो यीशु कौन मैं नहीं जानता!
*सूने*:-
✍️आज बहुत सारे लोग ऐसे हैं!
👉मेरा उद्धार हो गया ,मुझे यीशु से कोई मतलव नही!
👉मेरा जीवन परिवर्तन हो गया!
👉मैं businessman बन गया!
👉मैं famous हो गया!
👉मैं अलाना हो गया, फलाना हो गया!
*सूने*:-
👉मैं क्यों बाईबल पढूं!
👉मैं प्रार्थना करु!
👉मैं क्यों संगति में जाऊं!
👉मै क्यों आज्ञा को मानूं!
⭐ *मुझे जो मिलना था वो मिल गया!*
✍️ *इसलिए यीशु ने कहा बेटा तेरे को तो चंगाई मिल गई लेकिन फिर पाप मत करना!*
*यीशु ने उसे चेतावनी दी*
✍️अड़तीस साल से तु बिमारी में था!
👉फिर पाप मत करना!
👉इस से भी भारी विपत्ति तुझ पर आ सकती है!
*अब इस का connection देखे*
👉 *“जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है, तो सूखी जगहों में विश्राम ढूँढ़ती फिरती है, और पाती नहीं।* तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाँ से निकली थी, लौट जाऊँगी, और आकर उसे सूना, झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है।
(मत्ती 12:43-44)
*मनुष्य*:-
✍️ये मनुष्य कौन है :-
👉ये विश्वासी है!
✍️एक मनुष्य में दुष्ट आत्मा कब निकलती है ?
👉जब उसका उद्धार हो जाता है!
👉अविश्वासी के अन्दर से दुष्ट आत्मा निकल जाए ये logic तो ठीक नहीं बैठता क्यों कि उनके तो वो रहती ही है!
*सूखी जगाह:-*
✍️ये सूखी जगह का क्या मतलव है:-
👉जहां पर किसी प्रकार का कब्जा नहीं है!
👉पूरी तरह से खाली है!
*सूखी जगहो में विश्राम ढुढती फिरती है:-*
✍️ये भी वो विश्वासी है जिस में से दुष्ट आत्मा निकल चुकी है!
*सूने*:-
✍️मसीहो मैं ऐसी जगह पाती नहीं जहां पर जा कर वो बैठे!
👉सूखी जगहो पर किसी ने कब्जा कर लिया है!
👉सूखी जगहो पर यीशु आकर बैठ गया है!
👉सूखी जगहो पर यीशु मसीह ने कब्जा कर लिया है!
*सूने*:-
✍️क्योंकि जिस का उद्धार हो जाता है उसके अन्दर यीशु का आना जरूरी है!
👉देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा, और वह मेरे साथ।
(प्रकाशितवाक्य 3:20)
*मतलव*:- *संगति करुंगा!*
✍️जहां पर यीशु का कब्जा हो गया सूखी जगहो पर!
👉तो वो दूसरों के पास जाकर देखती है!
👉तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाँ से निकली थी, लौट जाऊँगी, *और आकर उसे सूना, झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है।*
(मत्ती 12:44)
✍️इस व्यक्ति ने इस पर ध्यान नहीं दिया ?
👉पाप मत करना!
✍️अड़तीस साल के बीमार की भी यही हालत होने वाली थी!
👉इसलिए यीशु ने पाप मत करना!
👉 *तब वह जाकर अपने से और बुरी सात आत्माओं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें पैठकर वहाँ वास करती है, और उस मनुष्य की पिछली दशा पहले से भी बुरी हो जाती है। इस युग के बुरे लोगों की दशा भी ऐसी ही होगी।”*
(मत्ती 12:45)
✍️ *दुष्ट आत्माएं कहती हैं मिल गया वापस वो बकरा!*
👉 *मिल गया वापस वो व्यक्ति जिसने उद्धार पाया पर उसने पाप पर कंट्रोल नहीं किया!*
👉 *जिसके चलते दुष्ट आत्मा को मौका मिल गया!*
"इसलिए लिखा है"
*उद्धार पाने से पहले भी पाप का जीवन!*
*उद्धार पाने के बाद भी पाप का जीवन!*
👉ऐसों की संख्या पूरे विष्व में 99.9% प्रतिशत है
*ध्यान दें*:-
✍️ इसलिए यीशु ने कहा तुम्हें बच के रहना है!
*God bless you*
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