Tuesday, 13 December 2022

हमारे बजूर्गो को हमारी जरुरत है (हिंदी)

 आज का विषय


*एक बार जरुर पढ़ लें*


*हमारे बजूर्गो को हमारी जरुरत है*


✍️ परमेश्वर ने योजना बनाई आपने इकलौते पुत्र को पापी जगत में भेजे!


👉एक फरिश्ता मरियम के पास भेजा गया:- 


👉 ‌ *वह जवान थी!*


👉 दूसरी तरफ जकरियाह और इलीशिबा के पास पहोंचा जो:- 


👉 *बजूर्ग थे!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *जकरियाह और इलीशिबा को वो खुशी मिलने जा रही थी जिस के लिए सारी उम्र तरसते रहे*


*जकरियाह*:- 


👉 *और वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, और प्रभु की सारी आज्ञाओं और विधियों पर निर्दोष चलनेवाले थे। उनके कोई सन्तान न थी, क्योंकि एलीशिबा बाँझ थी, और वे दोनों बूढ़े थे।*

(लूका 1:6-7)


👉 *जब वह अपने दल की पारी पर परमेश्वर के सामने याजक का काम करता था।* तो याजकों की रीति के अनुसार उसके नाम पर चिट्ठी निकली, कि प्रभु के मन्दिर में जाकर धूप जलाए।और धूप जलाने के समय लोगों की सारी मण्डली बाहर प्रार्थना कर रही थी। कि प्रभु का एक स्वर्गदूत धूप की वेदी की दाहिनी ओर खड़ा हुआ उसको दिखाई दिया।

(लूका 1:8-11)


✍️ जकरियाह खुदा की (खीदमत) सेवा में मशरुफ था !


👉वो बजूर्ग है पर परमेश्वर को उसकी जरुरत है!


👉 *आज कहते हैं बजूर्ग किसी काम के नहीं!*


👉आज लोग कहते हैं जमाना बदल गया है,नई तकनीक आ गई !


👉 *पर बजूर्गो का मुकाम (जगा ) कहा है*?


 *बजूर्ग*:- 


👉थका हारा जिस्म,बहुतों के लिए बोझ बनकर  रह जाता है,या रह गया है!


👉जिन हाथों ने उंगली पकड़कर चलना शिक्षाया!


👉 *आज उन हाथो को आपकी जरूरत है*


👉 *बुढ़ापे के समय मेरा त्याग न कर; जब मेरा बल घटे तब मुझ को छोड़ न दे।*

(भजन संहिता 71:9)


✍️ *अन्दर से उनकी आत्मा कहती होगी, मेरे पुत्र मुझे तेरी जरुरत है*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *परमेश्वर बजूर्गो के बारे क्या कहता है*


👉“हे याकूब के घराने, हे इस्राएल के घराने के सब बचे हुए लोगों, मेरी ओर कान लगाकर सुनो; तुम को मैं तुम्हारी उत्पत्ति ही से उठाए रहा और जन्म ही से लिए फिरता आया हूँ। तुम्हारे बुढ़ापे में भी मैं वैसा ही बना रहूँगा *और तुम्हारे बाल पकने के समय तक तुम्हें उठाए रहूँगा*। मैंने तुम्हें बनाया और तुम्हें लिए फिरता रहूँगा; मैं तुम्हें उठाए रहूँगा और छुड़ाता भी रहूँगा।

(यशायाह 46:3-4)


✍️ *मैं ही स्भालूगा!* 


👉 *मैं गर्भ से निकलते ही, तेरे द्वारा सम्भाला गया; मुझे माँ की कोख से तू ही ने निकाला;* इसलिए मैं नित्य तेरी स्तुति करता रहूँगा

(भजन संहिता 71:6)


👉 *इसलिए हे परमेश्वर जब मैं बूढ़ा हो जाऊँ और मेरे बाल पक जाएँ, तब भी तू मुझे न छोड़,* जब तक मैं आनेवाली पीढ़ी के लोगों को तेरा बाहुबल और सब उत्पन्न होनेवालों को तेरा पराक्रम सुनाऊँ।

(भजन संहिता 71:18)


👉 *“क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूध पीते बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हाँ, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता। देख, मैंने तेरा चित्र अपनी हथेलियों पर खोदकर बनाया है; तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के सामने बनी रहती है।*

(यशायाह 49:15-16)


✍️ *परमेश्वर का प्रेम कभी कम नहीं होता*!


*उदाहरण*:- 


✍️500 रुपए के नोट का! 


👉एक प्रचारक नोट कलिसिया को दिखाते हूं पूछा ये नोट किस को चाहिए,बहुत से हाथ उठे! 


प्रचारक ने नोट को दोनों हाथ से मोड़ दिया फिर पूछा ये नोट किस चाहिए बहुत से हाथ उठे


फिर प्रचारक ने नोट जमीन पर गिराकर पैरों से रगड़ा फिर पूछा ये नोट किसे चाहिए अब भी बहुत से हाथ उठे,


अगले ही पल प्रचारक ने नोट के टुकड़े कर दिए फिर पूछा ये नोट किस को चाहिए! 


अब कोई भी हाथ नहीं उठा कियो?


अब उस नोट की कीमत खत्म हो चूकी थी!


*जब आपके पास ताकत है, सून्दरता है,पैसा है!* 


*बहुत से हाथ आपकी तरफ उठेंगे!*


*ध्यान से सूने*:- 


 *जब आप की ताकत चली जाएगी*


*जब आपकी सून्दरता चली जाएगी!*


*जब आपका पैसा चला जाएगा,तब कोई भी हाथ आपकी तरफ नहीं उठेगा!* 


*पर एक हाथ स्वर्ग की तरफ से आएगा!*


*वो हाथ प्रभु यीशु का होगा,जो आपको कभी नहीं छोड़ेगा!*


*उसी का हाथ हमें स्मभालेगा*


*God bless you*

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