Saturday, 31 December 2022

मसीह मंथन बैठक की खरी शिक्षाएँ (हिंदी)

 मसीह मंथन बैठक की खरी शिक्षाएँ

(MMB DOCTRINES)


1-हम त्रिएक परमेश्वर पर विश्वास करते हैं।


2-उद्धार सिर्फ़ यीशु के नाम से ही होता है।


3-डूब का बप्तिस्मा ज़रुरी है (त्रिएक नाम से)


4-बाइबल परमेश्वर का वचन है हम विश्वास करते हैं।


5-सकरे रास्ते का चुनाव ही मसीह जीवन है।


6-हम विश्वास करते हैं की पवित्र आत्मा उद्धार पाते ही मिल जाता है।


7-हम GIBBRESH (अन्य भाषा) को नहीं मानते है ।


8-हम दूसरों की प्रार्थना पर निर्भर नहीं रहते है ।


9-हम मिलावटी सुसमाचार पर विश्वास नहीं करते हैं ।


10-हम विश्वास करते हैं की पुरुष हो या स्त्री परमेश्वर दोनों का इस्तेमाल कर सकता है ।


11-हम विश्वास करते हैं कि RAPTURE होगा ।


12-यीशु के द्वितीय आगमन पर हम विश्वास करते हैं।


13-हम बाइबल के बाहर किसी भी आलौकिक शक्ति को नहीं मानते हैं।


14-हम दशमांश के सिद्धांत को नहीं मानते हैं।


15-हम यहूदिवाद के सिद्धांत को नहीं मानते हैं ।

बाइबल के बारे में आप क्या जानते हैं (हिंदी)

 बाइबल के बारे में आप क्या जानते हैं।


1. बाइबल  यहूदियों  और क्रिश्चियन की एक धार्मिक पुस्तक है।

2. बाइबल में 66 पुस्तकें हैं। यह दो भागो में उल्लेख है।

पुराना नियम और नया नियम

3. पुराना नियम 39 पुस्तकें हैं।

4. पुराना नियम लिखने का समय 1500 ईसा पूर्व से 400 ईसा पूर्व तक है।

5.  पुराना नियम यहूदीयो और इजराइलीयो के लिए दिया गया है। 

6. पुराना नियम में शरीरीक 613 नियम है।

7.  नया नियम 27 पुस्तकें हैं।

8.  नया नियम लिखने का समय 30 ईस्वी 100 ईस्वी तक

9. नया नियम में आत्मीक 9 नियम हैं।

10.  नया नियम अन्य जातियों के लिए और पूरे विश्व के लिए दिया गया है।

11.  बाइबल को लगभग 40 लेखकों के द्वारा लिखा गया है।

12. बाइबल तीन भाषाओं में लिखी गई है।

इब्रानी Hebrew आरामी Aramaic यूनानी Greek 

13.  बाइबल में आदम से यीशु मसीह तक 76 पीड़ी हुई है।

14. बाइबल में दो लोगों ने जन्म नही लिया पर मृत्यु हुई थी।

 आदम और हव्वा

15.  बाइबल में दो लोगों ने जन्म लिया पर मृत्यु नही हुई थी।

 हनोक और एलिय्यह 

16.  बाइबल में कुल अध्याय 1189

17.  बाइबल में कुल आयत 31173

18.  बाइबल में कुल अक्षर 3556480

19. पुराना नियम में अध्याय 929

20. पुराना नियम में  कुल आयत 23214

21. नया नियम में अध्याय 260

22. नया नियम में  कुल आयत 7959

23. बाइबल का माध्यम अध्याय भजन सा0 117

24. बाइबल का सबसे बड़ा अध्याय भजन सा0 119

25.  बाइबल का सबसे छोटा अध्याय भजन सा0 117

26.  बाइबल का सबसे माध्यम आयत भजन सा0 102:2

27. बाइबल की सबसे बड़ी पुस्तक भजन सा0

28. बाइबल का सबसे बाड़ी आयत एस्तेर 8:9

29. बाइबल का सबसे लम्बा नाम यशायाह 8:1

30. बाइबल का सबसे छोटी आयत 1 इतिहास 1:1

31.  बाइबल में एक सामान दो अध्याय यशायाह 37 २राजा 19

32. बाइबल में एक सामान दो भजन= भजन सा0 14/53

33. सभी आयत एक सामान समाप्त होने वाले भजन सा0 136

34.  पुराना नियम से नया नियम में किये गए उदाहरण 850

35.  पुराना नियम में हिन्दुस्तान का नाम दो बार आया है एस्तेर 1:1 / 8:9

36.  बाइबल में मत डर शब्द 365 बार आया है।

  

*God bless you*

Tuesday, 27 December 2022

आज सिर्फ पैसे की बात होती है (हिंदी)

 आज का विषय 

एक बार जरुर पढ़े


*आज सिर्फ पैसे की बात होती है*


✍️वचन निकाल-निकाल कर कहते हैं दोगे, तो आशीष नहीं दोगे तो श्राप!


👉अगर किसी का कुछ भी ग़लत (नुकसान) हो जाए तो कहते हैं, आपने नहीं दिया ये नूकसान इसीलिए हुआ है!


👉 *"ये क्या लगा रखा है"*


👉 *और आशीष का लालच दे दे कर परमेश्वर आपको bless करेगा!*


👉 *परमेश्वर आपको bless करेगा!*


👉 *blessing के नाम पर कलिसिया (परमेश्वर की भेडो को लूटा जा रहा )आज सिर्फ पैसे की बात होती है!*


👉 *ये लोग आपको लग्जरी लाइफ स्टाइल की और ले जा रहे हैं!*


👉 *क्योंकि हम जानते हैं, कि जब हमारा पृथ्वी पर का डेरा सरीखा घर गिराया जाएगा तो हमें परमेश्वर की ओर से स्वर्ग पर एक ऐसा भवन मिलेगा, जो हाथों से बना हुआ घर नहीं परन्तु चिरस्थाई है।*

(2 कुरिन्थियों 5:1)


✍️ *हम परदेशी है*


👉 *पर हे परमेश्वर के जन, तू इन बातों से भाग; और धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, धीरज, और नम्रता का पीछा कर।*

(1 तीमुथियुस 6:11)


✍️ परमेश्वर तह करेगा आपको क्या देना है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *अगर आपका परमेश्वर के साथ कनैक्शन सही नहीं है तो?*


👉 *“जब तुम मेरा कहना नहीं मानते, तो क्यों मुझे ‘हे प्रभु, हे प्रभु,’ कहते हो?*(लूका 6:46)


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *ये सिर्फ पैसे की बात करते!*


👉 *कुछ लोग कहते आप मैंबर बन जाओ आपका सारा काम पूरा हो जाएगा!*


👉 *Silver pack*

👉 *Golden pack*

👉 *Crystal pack*

👉 *पर्सनल मिलने के इतने*

👉 *परिवार के साथ मिलने के इतने*

👉 *हाथ रख खाने के इतने*


👉 *प्रार्थना बीज भेजे प्रार्थना बीज के नाम पर पैसे मांगते हैं*:-


*सोचे*:- 


✍️ *ये क्या लगा रखा है*


👉 *मेरी किसी से दूशमनी नहीं मैं सिर्फ आपको सच्चाई बता रहा हूं!*


👉 *क्या ये सब नहीं चल रहा?*


👉 *क्या ये सही है?*


👉 *कैसे देना है?*


👉 *हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे;* न कुढ़-कुढ़ के, और न दबाव से, क्योंकि परमेश्वर हर्ष से देनेवाले से प्रेम रखता है।(2 कुरिन्थियों 9:7)


✍️ *डर कर नहीं देना और ना ही डराकर लेना है!*


👉 *और सब से जरूरी परमेश्वर को (Time ) समय दे, सिर्फ दान देने से कुछ नहीं होगा!*


👉 *समय नहीं दीया तो गई भैंस पानी में, मतलब आप समझ ही गए होंगे!*


*God bless you*

Tuesday, 20 December 2022

यीशु ‌का जन्म, दूनिया का सब से अनोखा जन्म (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*यीशु ‌का जन्म, दूनिया का सब से अनोखा जन्म*


✍️ *कैसे?*


1) जितने भी बच्चे पैदा हूआ है ना पुरुष और स्त्री के मिलन से पैदा हुए हैं!


2) *लेकिन यीशु का जन्म total अनोखा!*


3) और यीशु के जन्म पर बहोतो को एतराज है!


4) *यीशु के जन्म पर सवाल क्यों?*


5) *कुछ Group है जो कहते हैं ऐसा कैसे हो सकता है?*


6) *कैसे पुरुष और स्त्री के संबंध के बिना बच्चा पेट में आ सकता है?*


7) यीशु ऐसे कैसे पैदा हो सकता है!


8) *कुछ लोग कहते हैं , इंग्रोजोने तयार किया हुवा एक इन्सनी फरीस्ता*


9) ऐसे कई Groups है भारत में दुनिया में जो ये प्रश्न को उठाते है! 


10) मैं उनको और आपको जो इस वचन को सून रहे हैं जबाव देने जा रहा हूं!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।*  

(उत्पत्ति 2:7)


✍️जहा परमेश्वर मिट्टी को अपने हाथों में लेता है!


👉उसका लेप बनाता है!


👉उसको आकार देता है!


👉और उस आकार के अन्दर अपना सांस फूकता है!


👉उसे कहते परमेश्वर का आत्मा (सांस) फूकता है!


👉 *तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।*  

(उत्पत्ति 2:7)


👉 *आदम बन गया जीवत प्राणी!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *तो प्रश्न उठता है ये कैसे हो गया?*


👉 *कौन सा साइंटिस्ट* 


👉 *कौन सा विज्ञान ये proof कर देगा, की मिट्टी से एक आदमी जीवत प्राणी बन जाता है!*


👉 *वो परमेश्वर है जो मिट्टी से बनाने की ताकत रखता है!*


👉 *अगर परमेश्वर ये बना सकता है, तो परमेश्वर किसी औरत के पेट में बच्चा क्यों नहीं डाल सकता!*


👉फिर उस परमेश्वर ने एक system रखा पुरुष और स्त्री का !


👉इन के द्वारा बच्चे पैदा होगे, आगे का पीढ़ी चलेगा!


👉ये ऊपर बैठा परमेश्वर ने तह किया है!


👉उसी परमेश्वर ने एक महिला जिस का है मरियम और यूसुफ को कहा की इस के पेट में जो बच्चा आएगा!


👉वो परमेश्वर की पवित्र आत्मा उस पर छाया करेगी!


👉और वो बच्चा पेट में अलौकिक तरिके से आएगा!


👉वो बच्चा परमेश्वर का होगा!


👉वो बच्चा खुद परमेश्वर होगा!


*किसीं ने बनाया हुवा इन्सान नहीं तो खुद परमेश्वर जो इन्सान बनकर आया इस धरती पर*


*पुरी मानवजाती को पापो सें बचाने के लिये  खुद परमेश्वर मनुष्य बनकर आया*


👉स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, *और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी;* इसलिए वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।”

(लूका 1:35)


*ध्यान से सूने*:-


👉 *तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।*  

(उत्पत्ति 2:7)


👆

 *आप ने इस को स्वीकार कर लिया तो इस को क्यों नहीं स्वीकार नहीं करते!* 

👇


👉 *स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी; इसलिए वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है,* परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।”

(लूका 1:35)


✍️ *अगर परमेश्वर ये बना सकता है, तो परमेश्वर किसी औरत के पेट में बच्चा क्यों नहीं डाल सकता!*


👉 *तो फिर यीशु के जन्म पर इतना बवाल क्यों?*


*ध्यान से सूने*:-


"पौलुस क्या लिखता है"


👉 *हे मनुष्य, भला तू कौन है, जो परमेश्वर का सामना करता है? क्या गढ़ी हुई वस्तु गढ़नेवाले से कह सकती है, “तूने मुझे ऐसा क्यों बनाया है?”*

(रोमियों 9:20)


✍️मैं उन सभी से कहना चाहता हूं जो ये कहते हैं, और ऐसी-ऐसी video बनाते हैं, ऐसा कैसे हो सकता है!


👉यीशु का जन्म ऐसे कैसे हो सकता है!


👉भला तु कौन है! 'तेरी औकात क्या हैं ? जो परमेश्वर को पुछे


👉 *परमेश्वर कहता है मेरी मर्जी!*


👉 *वो जैसा चाहे वो बना सकता है!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आदम को मिट्टी से बनाया और पवित्र आत्मा के द्वारा इस मसीहा को मरियम के पेट में डाला!*


*God bless you*



Thursday, 15 December 2022

क्या सेवा करने वाला, सेवक नरक जा सकता है? (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*क्या सेवा करने वाला, सेवक नरक जा सकता है?*


✍️एक ऐसा वचन पढ़ते वक्त डर लगता है!


👉“जो मुझसे, ‘हे प्रभु, हे प्रभु’ कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।

(मत्ती 7:21)


*मतलब*:-

✍️ देशी,विदेशी कोई भी प्रचारक हो ठीक से नहीं समझाया तो?

(गई भैंस पानी में)


✍️आप सोच भी नहीं सकते क्या हो जाएगा!


👉 *मूसा ने परमेश्वर की बात को हल्के में ले लिया!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आप देश के PM,CM, को हल्के में ले सकते हैं!*


*👉पर परमेश्वर को हल्के में नहीं लेना!*


*सूने*:-


✍️ *यह कौन लोग है ?*


👉उस दिन बहुत लोग मुझसे कहेंगे; ‘हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हमने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए?’

(मत्ती 7:22)


✍️ये बोतल वाले मसीह नहीं है!


*मतलब*:-

👉दूध पीने वाले!


👉ये बाईबल के Christian है, इसमें!


👉 *विशप है*

👉 *पास्टर है*

👉 *बाईबल टीचर हैं*

👉 *भविष्यवक्ता है*


👉तब मैं उनसे खुलकर कह दूँगा, ‘मैंने तुम को कभी नहीं जाना, हे कुकर्म करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ।’

(मत्ती 7:23)


*उदाहरण*:-


✍️न्याय के समय हम कहेंगे प्रभु पहचाना!

👉मैं वो हूं जिसने मै पंजाब में सेवा की!

👉मैं वो हूं जिसने UP में सेवा की!

👉मैं वो हूं जिसने MP में सेवा की !

👉मैं वो हूं जिसने पूरे भारत में सेवा की!


👉यीशु सिंघासन पर बैठा होगा!

👉और खुल कर कहेगा,मेरे पास से चले जाओ!


*सूने*:-


👉हो सकता है आपने दारु नहीं पीया!

👉हो सकता है आपने व्यभिचार नही किया!

(गाड़ी कहा अटक  जाएगी )


✍️ *एक काम नहीं किया ?*

👉उसकी इच्छा पर नहीं चला!


*उदाहरण*:-


✍️एक सेवक ने एक आदमी को बहुत बार कहा तोबा नहीं करोगे तो नरक जाओगे!


👉दोनों प्रभु के पास चले जाते हैं!

👉यीशु आपने सिंघासन पर बैठे हैं!

👉उस आदमी ने जिस ने तोबा नहीं की उसको पता है मुझे तो नरक जाना होगा!


👉वो आदमी जो नरक की तरफ जा ही रहा था! 

👉वो पीछे मुड़कर देखता है सेवक उसके पीछे आ रहा है! 


👉उस आदमी ने सेवक से पुछा तुम कियू नरक जा रहे हो ?


👉सेवक बोला सब कुछ किया पर उसकी इच्छा पर नहीं चला!


*मतलब*:-


👉उस दिन बहुत लोग मुझसे कहेंगे; ‘हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हमने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए?’

(मत्ती 7:22)


✍️पर उसकी इच्छा पर नहीं चला!

👉“जो मुझसे, ‘हे प्रभु, हे प्रभु’ कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।

(मत्ती 7:21)


*सूने*:-


✍️बाईबल हाथ में पकड़ कर नरक जा रहे हैं शर्म आनी चाहिए!

👉सेवा मजाक नहीं !


👉“सरदीस की कलीसिया के स्वर्गदूत को लिख: “जिसके पास परमेश्वर की सात आत्माएँ और सात तारे हैं, यह कहता है कि मैं तेरे कामों को जानता हूँ, कि तू जीवित तो कहलाता है, पर है मरा हुआ। जागृत हो, और उन वस्तुओं को जो बाकी रह गई हैं, और जो मिटने को है, उन्हें दृढ़ कर; क्योंकि मैंने तेरे किसी काम को अपने परमेश्वर के निकट पूरा नहीं पाया।

(प्रकाशितवाक्य 3:1-2)


✍️जो मिटने पर है:-


*मतलव* :-


✍️ *वो कौन‌ सा काम है ?*

👉परमेश्वर का काम(सेवा का काम)

👉जो काम रह गया है खत्म कब करेगा!

👉मैंने तेरे किसी काम को परमेश्वर के निकट पूरा नहीं पाया है!


👉इसलिए स्मरण कर,कि तूने किस रीति से शिक्षा प्राप्त की और सुनी थी, और उसमें बना रह, और मन फिरा: और यदि तू जागृत न रहेगा तो मैं चोर के समान आ जाऊँगा और तू कदापि न जान सकेगा, कि मैं किस घड़ी तुझ पर आ पड़ूँगा।

(प्रकाशितवाक्य 3:3)


✍️तु याद कर तुने कैसी शिक्षा पाई है!


*सूने*:-


✍️ गीत गाते हैं यीशु जल्दी आ जा वो आ गया तो problem हो जाएगी !


👉 *काम उल्टे पुल्टे है!*


👉 *और उल्टा परमेश्वर को हुक्म देते हैं मेरी मिटिग में आ जाना!*


👉सेवा मजाक नहीं है!


👉अन्दर आ कर भी (मसीह में) बाहर की तरह जी रहे हैं!


👉उस दिन अच्छे-अच्छे लाईन में नजर आएंगे!


👉जो कोई यह कहता है, “मैं उसे जान गया हूँ,” और उसकी आज्ञाओं को नहीं मानता, वह झूठा है; और उसमें सत्य नहीं।

(1 यूहन्ना 2:4)


✍️उसकी आज्ञा को नहीं मानता!


*सूने*:-


✍️ *आप कहेंगे आपका किया problem है आप का नहीं बाप का!*


*उदाहरण*:- 


✍️ *दो ड्राइवर गाड़ी में बैठे हैं*:-


👉 एक ड्राइवर ठीक से नहीं चलाता तो दूसरे ड्राइवर को तकलीफ होती है!


*उदाहरण*:- 


✍️ *एक पास्टर ठीक से काम नहीं करता तो!* 


👉 *दूसरे पास्टर को तकलीफ होती है!*


✍️ *एक आराधक ठीक से काम नहीं करता तो!*


👉 *दूसरे आराधक को तकलीफ होती है!*


✍️ *एक बाईबल टीचर ठीक से काम नहीं करता तो!*


👉 *दूसरे बाईबल टीचर को तकलीफ होती है!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *सेवा मजाक नहीं है!*


👉 *ठीक से सीखाया है तो बच गए ,गलत सीखाया है तो फंस गए!*


*God bless you*

Tuesday, 13 December 2022

हमारे बजूर्गो को हमारी जरुरत है (हिंदी)

 आज का विषय


*एक बार जरुर पढ़ लें*


*हमारे बजूर्गो को हमारी जरुरत है*


✍️ परमेश्वर ने योजना बनाई आपने इकलौते पुत्र को पापी जगत में भेजे!


👉एक फरिश्ता मरियम के पास भेजा गया:- 


👉 ‌ *वह जवान थी!*


👉 दूसरी तरफ जकरियाह और इलीशिबा के पास पहोंचा जो:- 


👉 *बजूर्ग थे!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *जकरियाह और इलीशिबा को वो खुशी मिलने जा रही थी जिस के लिए सारी उम्र तरसते रहे*


*जकरियाह*:- 


👉 *और वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, और प्रभु की सारी आज्ञाओं और विधियों पर निर्दोष चलनेवाले थे। उनके कोई सन्तान न थी, क्योंकि एलीशिबा बाँझ थी, और वे दोनों बूढ़े थे।*

(लूका 1:6-7)


👉 *जब वह अपने दल की पारी पर परमेश्वर के सामने याजक का काम करता था।* तो याजकों की रीति के अनुसार उसके नाम पर चिट्ठी निकली, कि प्रभु के मन्दिर में जाकर धूप जलाए।और धूप जलाने के समय लोगों की सारी मण्डली बाहर प्रार्थना कर रही थी। कि प्रभु का एक स्वर्गदूत धूप की वेदी की दाहिनी ओर खड़ा हुआ उसको दिखाई दिया।

(लूका 1:8-11)


✍️ जकरियाह खुदा की (खीदमत) सेवा में मशरुफ था !


👉वो बजूर्ग है पर परमेश्वर को उसकी जरुरत है!


👉 *आज कहते हैं बजूर्ग किसी काम के नहीं!*


👉आज लोग कहते हैं जमाना बदल गया है,नई तकनीक आ गई !


👉 *पर बजूर्गो का मुकाम (जगा ) कहा है*?


 *बजूर्ग*:- 


👉थका हारा जिस्म,बहुतों के लिए बोझ बनकर  रह जाता है,या रह गया है!


👉जिन हाथों ने उंगली पकड़कर चलना शिक्षाया!


👉 *आज उन हाथो को आपकी जरूरत है*


👉 *बुढ़ापे के समय मेरा त्याग न कर; जब मेरा बल घटे तब मुझ को छोड़ न दे।*

(भजन संहिता 71:9)


✍️ *अन्दर से उनकी आत्मा कहती होगी, मेरे पुत्र मुझे तेरी जरुरत है*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *परमेश्वर बजूर्गो के बारे क्या कहता है*


👉“हे याकूब के घराने, हे इस्राएल के घराने के सब बचे हुए लोगों, मेरी ओर कान लगाकर सुनो; तुम को मैं तुम्हारी उत्पत्ति ही से उठाए रहा और जन्म ही से लिए फिरता आया हूँ। तुम्हारे बुढ़ापे में भी मैं वैसा ही बना रहूँगा *और तुम्हारे बाल पकने के समय तक तुम्हें उठाए रहूँगा*। मैंने तुम्हें बनाया और तुम्हें लिए फिरता रहूँगा; मैं तुम्हें उठाए रहूँगा और छुड़ाता भी रहूँगा।

(यशायाह 46:3-4)


✍️ *मैं ही स्भालूगा!* 


👉 *मैं गर्भ से निकलते ही, तेरे द्वारा सम्भाला गया; मुझे माँ की कोख से तू ही ने निकाला;* इसलिए मैं नित्य तेरी स्तुति करता रहूँगा

(भजन संहिता 71:6)


👉 *इसलिए हे परमेश्वर जब मैं बूढ़ा हो जाऊँ और मेरे बाल पक जाएँ, तब भी तू मुझे न छोड़,* जब तक मैं आनेवाली पीढ़ी के लोगों को तेरा बाहुबल और सब उत्पन्न होनेवालों को तेरा पराक्रम सुनाऊँ।

(भजन संहिता 71:18)


👉 *“क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूध पीते बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हाँ, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता। देख, मैंने तेरा चित्र अपनी हथेलियों पर खोदकर बनाया है; तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के सामने बनी रहती है।*

(यशायाह 49:15-16)


✍️ *परमेश्वर का प्रेम कभी कम नहीं होता*!


*उदाहरण*:- 


✍️500 रुपए के नोट का! 


👉एक प्रचारक नोट कलिसिया को दिखाते हूं पूछा ये नोट किस को चाहिए,बहुत से हाथ उठे! 


प्रचारक ने नोट को दोनों हाथ से मोड़ दिया फिर पूछा ये नोट किस चाहिए बहुत से हाथ उठे


फिर प्रचारक ने नोट जमीन पर गिराकर पैरों से रगड़ा फिर पूछा ये नोट किसे चाहिए अब भी बहुत से हाथ उठे,


अगले ही पल प्रचारक ने नोट के टुकड़े कर दिए फिर पूछा ये नोट किस को चाहिए! 


अब कोई भी हाथ नहीं उठा कियो?


अब उस नोट की कीमत खत्म हो चूकी थी!


*जब आपके पास ताकत है, सून्दरता है,पैसा है!* 


*बहुत से हाथ आपकी तरफ उठेंगे!*


*ध्यान से सूने*:- 


 *जब आप की ताकत चली जाएगी*


*जब आपकी सून्दरता चली जाएगी!*


*जब आपका पैसा चला जाएगा,तब कोई भी हाथ आपकी तरफ नहीं उठेगा!* 


*पर एक हाथ स्वर्ग की तरफ से आएगा!*


*वो हाथ प्रभु यीशु का होगा,जो आपको कभी नहीं छोड़ेगा!*


*उसी का हाथ हमें स्मभालेगा*


*God bless you*

Sunday, 11 December 2022

बड़ा दिन हर साल कुछ याद दिलाने के लिए आता है ,, ख्रिस्तमस (हिंदी)

 आज का विषय


*एक बार जरुर पढ़ लें*


*बड़ा दिन हर साल कुछ याद दिलाने के लिए आता है*


👉 *क्या बड़ा दिन का मतलब खाना पीना*


👉 *आपने दोस्तो से मिलना है*


👉 *पूछे तो कहते हैं प्रभु यीशु इस दिन पैदा हुआ था इसलिए हम मनाते हैं*


✍️ *पर सवाल ये है पैदा कियू हुआ?*


👉 *इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा। सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी,* और उसका नाम इम्मानुएल रखेगी।

(यशायाह 7:14)


👉 *अब यीशु मसीह का जन्म इस प्रकार से हुआ, कि जब उसकी माता मरियम की मंगनी यूसुफ के साथ हो गई, तो उनके इकट्ठे होने के पहले से वह पवित्र आत्मा की ओर से गर्भवती पाई गई*। "


👉 *और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया: और उसने उसका नाम यीशु रखा*(मत्ती 1:18, 25)


⭐ सवाल:- *क्यों यीशु पैदा हुआ?*


👉 “*क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो,परन्तु अनन्त जीवन पाए।*(यूहन्ना 3:16)


✍️ हमें बचने के लिए


👉 *अगर हमने उसे मुक्ति दाता ग्रहण नहीं किया तो बड़ा दिन मनाना बेकार है!*


✍️ *आओ देखे बड़ा दिन हमें किया याद दिलाने आता है*


 *"चार बातें याद दिलाता है"*


⭐ 1, *परमेश्वर हमारे साथ है*:- 


👉जब दूख प्रेसानियो के बीच कोई हमें नहीं पूछता !

या किसी के पास समे नहीं की हमारी सूने !


👉 *तब परमेश्वर कहता है मैं तुम्हारे साथ हूं*


👉“देखो, एक कुँवारी गर्भवती होगी और एक पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा,” *जिसका अर्थ है - परमेश्वर हमारे साथ।*

(मत्ती 1:23)


✍️ हम अपने आपको अकेला ना समझे!


⭐ 2, *परमेश्वर हम से प्यार करता है*:- 


👉इस दूनिया में सब मतलब के रिश्ते हैं !


👉 *“क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया,* ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।

(यूहन्ना 3:16)


✍️ परमेश्वर कहता है मैनू आपने इकलौते पुत्र को भेज दिया मैं तूम से प्यार करता हूं!


⭐ 3, *परमेश्वर आपने वाईदे का पंक्का है*:-


👉 *इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा।* सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानुएल रखेगी।

(यशायाह 7:14)


👉 *क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ,* हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके काँधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत युक्ति करनेवाला पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा।

उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा, इसलिए वह उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से लेकर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर सम्भाले रहेगा। सेनाओं के और यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा।*(यशायाह 9:6-7)


👉 *परन्तु जब समय पूरा हुआ, तो परमेश्वर ने अपने पुत्र को भेजा,* जो स्त्री से जन्मा, और व्यवस्था के अधीन उत्पन्न हुआ।

(गलातियों 4:4)


✍️ प्रभु यीशु का जन्म ये साबीत करता है, परमेश्वर आपने वादे का पंक्का है!


👉 *एक और वादा किया है :- यहुन्ना 14:3 किया हम तैयार हैं!*


⭐ 4, *तारे ने रस्ता दिखाया*:-


👉 *वे राजा की बात सुनकर चले गए, और जो तारा उन्होंने पूर्व में देखा था, वह उनके आगे-आगे चला;* और जहाँ बालक था, उस जगह के ऊपर पहुँचकर ठहर गया।(मत्ती 2:9)


✍️ *आज बहुत से लोग यीशु को नहीं जानते वो उस को परमेश्वर देखना चाहते हैं ,मिलाना चहाते है पर उनको रस्ता नहीं पता  कैसे जाएं हमे ऐसों की अगुवाई तारे समान करनी है ,वो तारा हमे बनना है* !


*God bless you*

Wednesday, 7 December 2022

मरियम के पेट जो बच्चा आया था (हिंदी)

आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े

*मरियम के पेट जो बच्चा आया था, वो 100/ प्रतिशत मनुष्य था, और 100/ प्रतिशत परमेश्वर था*

✍️ *फिर दोहराता हूं यीशु  100/ प्रतिशत मनुष्य था, और 100/ प्रतिशत परमेश्वर था*

👇लिखा है ना:-

👉 *आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।*
(यूहन्ना 1:1)

👇 *क्या कोई और वचन है!*

👉जिसने परमेश्वर के स्वरूप में होकर भी
परमेश्वर के तुल्य होने को अपने वश में
रखने की वस्तु न समझा।

👉वरन् अपने आपको ऐसा शून्य कर दिया,
और दास का स्वरूप धारण किया,
और मनुष्य की समानता में हो गया।
(फिलिप्पियों 2:6-7)

✍️अगर मनुष्य था तो मनुष्य की समानता में क्यों आएगा,

👉लिखा है परमेश्वर था और मनुष्य की समानता में आ गया!

👉 *तो यीशु100/ प्रतिशत मनुष्य था, और 100/ प्रतिशत परमेश्वर था*

👇 *क्या और वचन है!*

👉और इसमें सन्देह नहीं कि
भक्ति का भेद गम्भीर है,*अर्थात्, वह जो शरीर में प्रगट हुआ,*
आत्मा में धर्मी ठहरा,
स्वर्गदूतों को दिखाई दिया,
अन्यजातियों में उसका प्रचार हुआ,
जगत में उस पर विश्वास किया गया,
और महिमा में ऊपर उठाया गया।
(1 तीमुथियुस 3:16)

👇 *क्या वचन है!*

👉 परमेश्वर को किसी ने कभी नहीं देखा, एकलौता पुत्र जो पिता की गोद में हैं, *उसी ने उसे प्रगट किया।*
(यूहन्ना 1:18)

✍️परमेश्वर को किसी ने नहीं देखा!

👉मूशा कहता मैं देखना चाहता हूं, परमेश्वर कहता मर जाएगा,मेरी पीठ देख ले!

👉परमेश्वर को किसी ने कभी नहीं देखा एकलौता पुत्र जो पिता की गोद में हैं, *उसी ने उसे प्रगट किया।*

👉ऐसा नहीं लिखा उसी ने देखा,लिखा है! 

👉लिखा है, उसी ने उसको प्रगट किया! 

👉परमेश्वर कैसा होता है उस ने उसको प्रगट किया!

👉यही प्रश्न फिलिप्स ने पूछा था हमको परमेश्वर दिखा!

👉यीशु ने उससे कहा, “हे फिलिप्पुस, मैं इतने दिन से तुम्हारे साथ हूँ, और क्या तू मुझे नहीं जानता? *जिसने मुझे देखा है उसने पिता को देखा है:* तू क्यों कहता है कि पिता को हमें दिखा?”
(यूहन्ना 14:9)

✍️तो जिसने यीशु को देखा है उसने पिता को देखा है!

👉जैसा पिता है वैसा ही यीशु है!

👇 *क्या और वचन है!*

👉पुत्र तो *अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप* और सारी सृष्टि में पहिलौठा है।
(कुलुस्सियों 1:15)

✍️ *क्या यीशु परमेश्वर है?*

👉 *जी हां यीशु 100/ प्रतिशत मनुष्य था, और 100/ प्रतिशत परमेश्वर था*

👉 *मरियम के पेट में शुन्य बन कर कौन आया? मसीहा*

*God bless you*

Tuesday, 6 December 2022

पंगू व्यक्ती (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


"इस वचन को देखे"


⭐ *इन बातों के बाद वह यीशु को मन्दिर में मिला, तब उसने उससे कहा, “देख, तू तो चंगा हो गया है; फिर से पाप मत करना, ऐसा न हो कि इससे कोई भारी विपत्ति तुझ पर आ पड़े।”*

(यूहन्ना 5:14)


✍️इस व्यक्ति का  problem क्या था पता है ?  


👉जब पब्लिक ने पूछा तुमे किस ने ठीक किया वो कौन है!


👉उस ने कहा मैं सिर्फ इतना जानता हूं चंगाई मिल गई!


👉वो यीशु कौन मैं नहीं जानता!


*सूने*:-


✍️आज बहुत सारे लोग ऐसे हैं!


👉मेरा उद्धार हो गया ,मुझे यीशु से कोई मतलव नही!


👉मेरा जीवन परिवर्तन हो गया!


👉मैं businessman बन गया!

👉मैं famous हो गया!


👉मैं अलाना हो गया, फलाना हो गया!


*सूने*:-

👉मैं क्यों बाईबल पढूं!

👉मैं प्रार्थना करु!

👉मैं क्यों संगति में जाऊं!

👉मै क्यों आज्ञा को मानूं!


⭐ *मुझे जो मिलना था वो मिल गया!*

 

✍️ *इसलिए यीशु ने कहा बेटा तेरे को तो चंगाई मिल गई लेकिन फिर पाप मत करना!*


*यीशु ने उसे चेतावनी दी*


✍️अड़तीस साल से तु बिमारी में था! 


👉फिर पाप मत करना!

👉इस से भी भारी विपत्ति तुझ पर आ सकती है!


*अब इस का connection देखे*


👉 *“जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है, तो सूखी जगहों में विश्राम ढूँढ़ती फिरती है, और पाती नहीं।* तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाँ से निकली थी, लौट जाऊँगी, और आकर उसे सूना, झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है।

(मत्ती 12:43-44)


*मनुष्य*:- 

✍️ये मनुष्य कौन है :- 

👉ये विश्वासी है!


✍️एक मनुष्य में दुष्ट आत्मा कब निकलती है ?

👉जब उसका उद्धार हो जाता है!


👉अविश्वासी के अन्दर से दुष्ट आत्मा निकल जाए ये logic तो ठीक नहीं बैठता क्यों कि उनके तो वो रहती ही है!


*सूखी जगाह:-*


✍️ये सूखी जगह का क्या मतलव है:-


👉जहां पर किसी प्रकार का कब्जा नहीं है!

👉पूरी तरह से खाली है!


*सूखी जगहो में विश्राम ढुढती फिरती है:-*

✍️ये भी वो विश्वासी है जिस में से दुष्ट आत्मा निकल चुकी है!


*सूने*:-


✍️मसीहो मैं ऐसी जगह पाती नहीं जहां पर जा कर वो बैठे!


👉सूखी जगहो पर किसी ने कब्जा कर लिया है!


👉सूखी जगहो पर यीशु आकर बैठ गया है!


👉सूखी जगहो पर यीशु मसीह ने कब्जा कर लिया है!


*सूने*:-

✍️क्योंकि जिस का उद्धार हो जाता है उसके अन्दर यीशु का आना जरूरी है!


👉देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूँ; यदि कोई मेरा शब्द सुनकर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आकर उसके साथ भोजन करूँगा, और वह मेरे साथ।

(प्रकाशितवाक्य 3:20)


*मतलव*:- *संगति करुंगा!*


✍️जहां पर यीशु का कब्जा हो गया सूखी जगहो पर!


👉तो वो दूसरों के पास जाकर देखती है!


👉तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाँ से निकली थी, लौट जाऊँगी, *और आकर उसे सूना, झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है।*

(मत्ती 12:44)


✍️इस व्यक्ति ने इस पर ध्यान नहीं दिया ?

👉पाप मत करना!


✍️अड़तीस साल के बीमार की भी यही हालत होने वाली थी!


👉इसलिए यीशु ने पाप मत करना!


👉 *तब वह जाकर अपने से और बुरी सात आत्माओं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें पैठकर वहाँ वास करती है, और उस मनुष्य की पिछली दशा पहले से भी बुरी हो जाती है। इस युग के बुरे लोगों की दशा भी ऐसी ही होगी।”*

(मत्ती 12:45)


✍️ *दुष्ट आत्माएं कहती हैं मिल गया वापस वो बकरा!*


👉 *मिल गया वापस वो व्यक्ति जिसने उद्धार पाया पर उसने पाप पर कंट्रोल नहीं किया!*


👉 *जिसके चलते दुष्ट आत्मा को मौका मिल गया!*


"इसलिए लिखा है"


*उद्धार पाने से पहले भी पाप का जीवन!*

*उद्धार पाने के बाद भी पाप का जीवन!*


👉ऐसों की संख्या पूरे विष्व में 99.9% प्रतिशत है


*ध्यान दें*:-

✍️ इसलिए यीशु ने कहा तुम्हें बच के रहना है!


*God bless you*

Monday, 5 December 2022

यीशु ‌का जन्म, दूनिया का सब से अनोखा जन्म (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*यीशु ‌का जन्म, दूनिया का सब से अनोखा जन्म*


✍️ *कैसे?*


👉जितने भी बच्चे पैदा हूआ है ना पुरुष और स्त्री के मिलन से पैदा हुए हैं!


👉 *लेकिन यीशु का जन्म total अनोखा!*


👉और यीशु के जन्म पर बहोतो को एतराज है!


👉 *यीशु के जन्म पर सवाल क्यों?*


👉 *कुछ Group है जो कहते हैं ऐसा कैसे हो सकता है?*


👉 *कैसे पुरुष और स्त्री के संबंध के बिना बच्चा पेट में आ सकता है?*


👉यीशु ऐसे कैसे पैदा हो सकता है!


👉ऐसे कई Groups है भारत में दुनिया में जो ये प्रश्न को उठाते है! 


👉मैं उनको और आपको जो इस वचन को सून रहे हैं जबाव देने जा रहा हूं!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।*  

(उत्पत्ति 2:7)


✍️जहा परमेश्वर मिट्टी को अपने हाथों में लेता है!


👉उसका लेप बनाता है!


👉उसको आकार देता है!


👉और उस आकार के अन्दर अपना सांस फूकता है!


👉उसे कहते परमेश्वर का आत्मा (सांस) फूकता है!


👉 *तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।*  

(उत्पत्ति 2:7)


👉 *आदम बन गया जीवत प्राणी!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *तो प्रश्न उठता है ये कैसे हो गया?*


👉 *कौन सा साइंटिस्ट* 


👉 *कौन सा विज्ञान ये proof कर देगा, की मिट्टी से एक आदमी जीवत प्राणी बन जाता है!*


👉 *वो परमेश्वर है जो मिट्टी से बनाने की ताकत रखता है!*


👉 *अगर परमेश्वर ये बना सकता है, तो परमेश्वर किसी औरत के पेट में बच्चा क्यों नहीं डाल सकता!*


👉फिर उस परमेश्वर ने एक system रखा पुरुष और स्त्री का !


👉इन के द्वारा बच्चे पैदा होगे, आगे का पीढ़ी चलेगा!


👉ये ऊपर बैठा परमेश्वर ने तह किया है!


👉उसी परमेश्वर ने एक महिला जिस का है मरियम और यूसुफ को कहा की इस के पेट में जो बच्चा आएगा!


👉वो परमेश्वर की पवित्र आत्मा उस पर छाया करेगी!


👉और वो बच्चा पेट में अलौकिक तरिके से आएगा!


👉वो बच्चा परमेश्वर का होगा!


👉वो बच्चा खुद परमेश्वर होगा!


👉स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, *और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी;* इसलिए वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।”

(लूका 1:35)


*ध्यान से सूने*:-


👉 *तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया।*  

(उत्पत्ति 2:7)


👆

 *आप ने इस को स्वीकार कर लिया तो इस को क्यों नहीं स्वीकार नहीं करते!* 

👇


👉 *स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी; इसलिए वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है,* परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।”

(लूका 1:35)


✍️ *अगर परमेश्वर ये बना सकता है, तो परमेश्वर किसी औरत के पेट में बच्चा क्यों नहीं डाल सकता!*


👉 *तो फिर यीशु के जन्म पर इतना बवाल क्यों?*


*ध्यान से सूने*:-


"पौलुस क्या लिखता है"


👉 *हे मनुष्य, भला तू कौन है, जो परमेश्वर का सामना करता है? क्या गढ़ी हुई वस्तु गढ़नेवाले से कह सकती है, “तूने मुझे ऐसा क्यों बनाया है?”*

(रोमियों 9:20)


✍️मैं उन सभी से कहना चाहता हूं जो ये कहते हैं, और ऐसी-ऐसी video बनाते हैं, ऐसा कैसे हो सकता है!


👉यीशु का जन्म ऐसे कैसे हो सकता है!


👉भला तु कौन है!


👉 *परमेश्वर कहता है मेरी मर्जी!*


👉 *वो जैसा चाहे वो बना सकता है!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आदम को मिट्टी से बनाया और पवित्र आत्मा के द्वारा इस मसीहा को मरियम के पेट में डाला!*


*God bless you*

Friday, 2 December 2022

क्या मसीह लोग चर्च में नाच सकते हैं (हिंदी )

 आज का विषय 

एक बार जरुर पढ़े लें


*क्या मसीह लोग चर्च में नाच सकते हैं*


✍️ *सबसे पहले पूरी दुनिया के मसीहो से एक सवाल नाचने की एक वजाह दो क्यों नाचते हैं* ?


👉99.9 /.लोग एक व्यक्ति का उदाहरण रखते है!

*दाऊद नाचा था*:-


👉और दाऊद सनी का एपोद कमर में कसे हुए यहोवा के सम्मुख तन मन से नाचता रहा।

(2 शमूएल 6:14)


⭐ *दाऊद के नाचने के तीन कारण थे*


👉फिलिस्तीनीयो से युद्ध जीता था !

👉सन्दूक से आशीष मिली थी !


👉वो परमेश्वर से प्यार करता था !


✍️ तुम नाचते हो एक कारण बताओ!

👉 तुमने ने कौन सा गढ़ जीत लिया !

👉 तुमने कितनी आत्माओं को जीता या बचाया !


✍️ परमेश्वर से प्यार है तो म्यूजिक क्यों चाहिए ?


*सूने*:-


✍️ *दाऊद का मिशन और काम अलग था*!


👉 *दाऊद राजा था उसका वक्त अलग था*

 

*सूने*:-


✍️ *हमारा मिशन और काम अलग है*


 👉 *हमारा वक्त अलग है*


*सूने*:-


✍️ *हम यीशु के सेवक है*


👉दाऊद के पास कोई Mandate नहीं था !


👉हमारे पास Christ-mandate है!


👉इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ।”

(मत्ती 28:19-20)


👉पीछे वह उन ग्यारह चेलों को भी, जब वे भोजन करने बैठे थे दिखाई दिया, और उनके अविश्वास और मन की कठोरता पर उलाहना दिया, क्योंकि जिन्होंने उसके जी उठने के बाद उसे देखा था, इन्होंने उसका विश्वास न किया था।

(मरकुस 16:14)


👉और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा।

(लूका 24:47)


👉यीशु ने फिर उनसे कहा, “तुम्हें शान्ति मिले; जैसे पिता ने मुझे भेजा है, वैसे ही मैं भी तुम्हें भेजता हूँ।”

(यूहन्ना 20:21)


👉परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”

(प्रेरितों के काम 1:8)


*सूने*:-


👉“हे सब परिश्रम करनेवालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूँगा। मेरा  जूआ  अपने ऊपर उठा लो; और मुझसे सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूँ: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे। क्योंकि मेरा जूआ सहज और मेरा बोझ हलका है।”

(मत्ती 11:28-30)


✍️ यीशु ने हमारा बोझ उठा लिया है,पाप का बोझ, बिमारी का बोझ,


👉 *अब हमें यीशु का बोझ उठाना है*!


*सूने*:-


✍️ *"हमें enjoy करने के लिए नहीं बुलाया"*

 

👉हम बीजी है:-तो नाचने का समय कहा है!


👉 *नाचना कूदना तो फ्री लोगों का काम है और हम फ्रि नहीं है*


👉हमें बहुत काम करना है!


*सूने*:-


✍️ *नाचना एक फैशन बन गया है* 


👉कई में चर्चो में:- सब नाचना ही नाचना है!


👉 चर्च में 2 घंटे नाचना ही है!


👉 आराधना करने वाले नचाए नहीं तो कहते हैं, मज़ा नहीं आया!


👉 नचाया तो कहते बहुत अच्छा आराधना करने वाला था!


*सूने*:-


✍️ *जिस परमेश्वर के (पिता पुत्र, पवित्र आत्मा) लिए नाच रहे हैं ,वो आभी क्या कर रहा है जानते हैं*?


⭐ *पिता (परमेश्वर) रो रहा है*


👉“तू उनसे यह बात कह, ‘मेरी आँखों से दिन-रात आँसू लगातार बहते रहें, वे न रुकें

(यिर्मयाह 14:17)


👉 प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कितने लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता, कि कोई नाश हो; वरन् यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।

(2 पतरस 3:9)


👉 “क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।(यूहन्ना 3:16)


✍️कियू परमेश्वर रो रहा है कियोकि इस्राईली लोग कूचले गये,


👉आज भी परमेश्वर के लोगों कूचले जा रहे हैं परमेश्वर चाहता है सब बचाए जाए!


⭐ *पुत्र (परमेश्वर) भी रो रहा है!*


👉इसलिए जो उसके द्वारा परमेश्वर के पास आते हैं, वह उनका पूरा-पूरा उद्धार कर सकता है, क्योंकि वह उनके लिये विनती करने को सर्वदा जीवित है।

(इब्रानियों 7:25)


✍️ विनती:- मधीयता की प्रार्थना कर रहा है!


👉 यीशु बादलों पर बैठ कर कौफी नहीं पी रहा!


👉 लिडो नहीं खेल रहा है


👉जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया।

(लूका 19:41)


👉लाजर की कब्र:-


👉 गतसमनी बाग:-


👉अभी भी रो रहा है.....


⭐ *पवित्र आत्मा (परमेश्वर) भी रो रहा है!*


👉 इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है, क्योंकि हम नहीं जानते, कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर जो बयान से बाहर है, हमारे लिये विनती करता है।(रोमियों 8:26)

✍️ इसे भर-भर कर 

( सिसक -सिसक कर)


*सूने*:-


✍️आप नाच रहे होते हैं और परमेश्वर क्या कर रहे होते है,और परमेश्वर रो रहा है उसके लोग नाश हो रहे है!


*सोचे*


⭐ *मिशन ठप पड़ा है*:- 


👉 इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ।”

(मत्ती 28:19-20)


✍️ *सुसमाचार का काम ठप पड़ा है!*


✍️ पूरे ने नये नियम में एक वचन निकाल कर दिखाए!


👉अगर नाचना है तो अकेले में नाचे! कमरे में जाकर सब के सामने कियू और म्यूजिक कियो चाहिए!


*सूने*:-


👉 प्रार्थना तो होती नहीं है!


👉 Sunday को ही क्यों नाचना है!

👉 नाचने पर जोर होता है!


✍️ *पूछे तो कहते हैं हम परमेश्वर से प्यार करते हैं*!

 👉 *ठीक है*


✍️ *तो फिर सेवा करें,अभी भी बहुत से गांव खाली पड़े हैं जाईए गांवों गांव लोगों को बचाने*!


👉 *अपना जो वहां पर दिखाईए*


👉 *सेवा तो होती नहीं और नाचने पर जोर दे रखा है*!


👉क्योंकि परमेश्वर गड़बड़ी का नहीं, परन्तु शान्ति का कर्ता है; जैसा पवित्र लोगों की सब कलीसियाओं में है।

(1 कुरिन्थियों 14:33)(14:-26-33 भी पढ़ लें)


👉ये वचन यह ही बातते है परमेश्वर शांति का परमेश्वर है!


*सूने*:-


✍️ जब कोई अविश्वासी चर्च में आऐ वो देखेगा ये किया चल रहा है!

👉शांति दिखनी चाहिए ये क्या चल रहा चर्च में धूम धड़ाका!


 ✍️ *परमेश्वर गड़बड़ी नहीं चाहता* !


👉 *जैसा नाच आज चल रहा है परमेश्वर नहीं चाहता*!


👉 *बाकी आप को जैसा आपको ठीक लगे*


*God bless you*

Thursday, 1 December 2022

खुले सांड की तरह (हिंदी)

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*आज मसीहत कैसी हो गई है?*


✍️ *खुले सांड की तरह*


👉 *इसका मतलब क्या है?*


*ध्यान से सूने*:-


👉उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था; *जिसको जो ठीक जान पड़ता था वही वह करता था।*

(न्यायियों 21:25)


 ✍️ *जिसको जो ठीक जान पडता था वही वह करता था*


👉 *इसको कहते*


👉 *आपने मनमानी का सेवक*


👉 *आपने मनमानी की सेवकाई*


👉 *आपने मनमानी का प्रचारक*


👉 *आपने मनमानी की doctrines*


👇 *इसे कहते हैं खुला सांड*


✍️ *ये ही हुआ था इस्राइलीयो में जिसको जैसे ठीक लग रहा था वैसे चल रहा था!*


*सूने*:-


✍️ मसीह समाज मसीहा का है ,आपके बाप का नही!


👉Church (कलिसिया) तुम्हारा नहीं परमेश्वर का है!


👉Church पर आप आपनी Boss गिरी नहीं कर सकते हैं!


*सूने*:-


👉 *आपने मनमानी का सेवक*

👉 *आपने मनमानी की सेवकाई*

👉 *आपने मनमानी का प्रचारक*


👉 *आपने मनमानी की doctrines बनाते हैं*


 ✍️ *जिस को जैसा लग रहा है, वैसा कर रहा है!*


*सूने*:-


✍️ *कहते हैं तेल से प्रार्थना कर देगे Context अलग है!*


👉 *पर तेल की बोतलें बिक रही है, और लगातार बिक रही है और करोड़ों कमा रहे हैं!*


*सूने*:-


✍️ *आज पूरी दूनिया में यीशु के नाम पर खुब पैसे कमाए जा रहे हैं!*


👉 *जब की एक वक्त था जिसे Church कहते थे!*


👉 *जहां मन बदलते थे!*


👉 *जहां पापी उद्धार पाते थे!*


👉 *जहां जिन्दगी मिलती थी!*


👉 *वहीं Church की बिल्डिंग Commercial बन गई है!*


👉 *जहां पैसे छप रहे है!*


👉 *प्रार्थना का अलग Rate है!*

👉 *प्रचार का अलग Rate है!*

👉 *Worship का अलग Rate है!*

👉 *Musicals का अलग Rate है!*


*सूने*:-


✍️ *आज सब कुछ बिक रहा है!*


👉 *प्रचारक कहता मैं आऊंगा इतना Rate है!*

 

👉 *Worship का इतना Rate है!*


👉आज सब कुछ बीक रहा है!

👉आज सब कुछ बीक रहा है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *हमे bible दी गई है मसीह समाज को तैयार करने के ,ना की पैसे कमाने के लिए!*


👉यीशु ने पवित्र शास्त्र मेरे और आपके हाथ किस लिए दिया है!

 

*सोचे*:-


👉मसीह समाज को तैयार करने के लिए ! 


👉ना bible से पैसे कमाने के लिए


*सूने*:-


👉अगर कोई पास्टर

👉अगर कोई प्रचारक

👉अगर कोई आराधक


👉 *पैसे कमाने के लिए आ रहा है तो उसके मुंह पर दरवाजा बंद करे ,उसे कहे नमस्ते!*


*सूने*:-


✍️ *प्रार्थना के लिए Rate नही लगना चाहिए!*


👉 *कहते हैं हाथ रखने का इतना Rate*


👉 *घर पर आने का इतना Rate*


*सूने*:-


✍️ऐसी प्रार्थना लुसिफर की है परमेश्वर की कभी नहीं हो सकती!


👉ऐसा सेवक लुसिफर का होगा परमेश्वर का कभी नहीं!


👉जो खुद को बेच रहा है यीशु मसीह के नाम पे!


👉 *ऐसों से सतर्क रहें सावधान रहें !*


*God bless you*

Thursday, 24 November 2022

4 बाते सें पहचाने सेवक को (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*कैसे पहचाने उस आत्मा को जो पवित्र आत्मा नहीं है?*


*और उस आत्मा से भरे सेवकों को?*


 *Total 4 प्रकार से*


⭐ *पहला*:- *ऐसे सेवकों की बाते परमेश्वर के राज्य से match नहीं करेगी!*


👉 *कौन से सेवक जिनके अंदर Lucifer की आत्मा है!*


👉उनके फलों से तुम उन्हें पहचान लोगे। क्या लोग झाड़ियों से अंगूर, या ऊँटकटारों से अंजीर तोड़ते हैं?

(मत्ती 7:16)


✍️आपको अंगूर दिखता है, झाड़ी नहीं दिखती!


👉आपको अंजीर दिखता है, आपको बाबूल का पेड़ नहीं दिखता!


👉आप अंगूर और अंजीर के चक्कर में पेड़ नहीं देख रहे हो!


👉ये फल आ कहा से रहा है,

आप समझ रहे हैं, मैं क्या बत कर रहा हूं!


👉 *तुम को चमत्कार दिख रहा है, लेकिन वो चमत्कार आ कहा से रहा है, वो झाड़ी नहीं दिख रहा!*


👉 *तुम को blessing दिख रही, वो झाड़ी नहीं दिख रही!*


👉मेरा Pastor आता मेरे सिर पर हाथ रखता है मैं नीचे गिर जाता हूं, बड़ा मज़ा आता है!


👉मुझे बड़ा अच्छा लगता है जमीन पर लोट पोट होता हूं,अरे कितनी अच्छी feeling है!


👉लेकिन यह feeling का जरिया कहा से,कटीली झाड़ी, यह यहां से आ रही है, और तुम इसी के चक्कर में पागल हो गए!


👉 *तो लिखा है ऐसे सेवकों की बातें परमेश्वर के राज्य से match नहीं करेगी!*


⭐ *दूसरा*:-  *ऐसे सेवक की बातों में परमेश्वर की इच्छा नहीं होगी!*


👉इसका मतलब है यह क्या प्रचार करेंगे!


"वचन को देख लिजिए"


👉 *संसार और उसकी अभिलाषाएँ दोनों मिटते जाते हैं,* पर जो परमेश्वर की इच्छा पर चलता है, वह सर्वदा बना रहेगा।

(1 यूहन्ना 2:17)


✍️ *यह परमेश्वर की इच्छा पर नहीं चलेंगे!*


👉 *बातें कौन सी करेगे?*


👉 *यह संसार की बाते करेंगे!*


👉 *यह अभिलाषा की बाते करेंगे!*


👉यह क्या कहेंगे पता है, हम को जितना हो सके संसार में जाना है!


👉संसार में क्यों जाना है पता है! 


👉वहां पर मंनोरंजन ज्यादा है अभिलाषाएं ज्यादा है आपको खूब मज़ा आएगा!


👉  *संसारिक दिमाग*

👉 *संसारिक सेवक* 

👉 *संसारिक कलिसिया* 

👉 *संसारिक दास,दासीया*


👉 *इनका परमेश्वर की इच्छा से कोई लेना-देना नहीं!*


👉 *प्रभु की क्या मर्जी है कोई लेना-देना नहीं!*


⭐ *तीसरा*:- *ऐसे सेवक की बातों में खुद कि महिमा होगी!*


👉 *यह खुद को बहुत महिमा देंगे!*


👉 *कैसे पकड़े इस के अन्दर कौन सी आत्मा है?*


👉 *वह मेरी महिमा करेगा, क्योंकि वह मेरी बातों में से लेकर तुम्हें बताएगा।*

(यूहन्ना 16:14)


👉कौन:- *पवित्र आत्मा*


👉 *किस की महिमा यीशु की महिमा करेगा!*


👉किस के मेरे द्वारा और जितने मुझे सून रहे हैं आपके द्वारा!


👉कैसे पकड़े इस के अन्दर कौन सी आत्मा है?


👉 *वह मेरी महिमा करेगा, क्योंकि वह मेरी बातों में से लेकर तुम्हें बताएगा।*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *वह जो खुद को centre में रखते है!*


👉यह परमेश्वर को महिमा कैसे दे सकते हैं!


👉मेरे पास आओ मुझे से प्रार्थना करवाओ मैं तुम्हारा Pastor हूं!


👉तो जिसको कहते हैं i centre


👉Not Jesus centre i centre

 

👉 *मैं Pastor हूं मैं चर्च में दिखूगा!*


👉मुझे से प्रार्थना करवाओ!


👉मेरा हाथ imported (जरुरी) है,जब तक मैं हाथ नहीं रखूंगा कुछ नहीं होगा!


👉जब तक मैं कुछ नहीं बोलूंगा तब तक कुछ नहीं होगा!


👉इसे कहते i centre


👉 *ऐसे सेवकों की बाते में खुद की महिमा होगी!*


👉ऐसे सेवक कलिसिया को यह सिखाते है, अपना प्रार्थना निवेदन मुझे भेजो!


👉यह क्यों सिखाते तुम को मुसिबत हो तो यीशु के पास जाओ!


👉तुम यह क्यों सिखाते हो तुम को मुसिबत हो तो मेरे पास आओ!


👉देखो कितना बड़ा गलत है!


👉यह मेरे phone number है कोई परेशानी हो तो मुझे phone करो!


⭐ *चौथा*:-  *ऐसे सेवकों की बाते में चोड़ा रास्ता सूनाई देगा!*


👉 *सकेत फाटक से प्रवेश करो,* क्योंकि चौड़ा है वह फाटक और सरल है वह मार्ग जो विनाश की ओर ले जाता है; और बहुत सारे लोग हैं जो उससे प्रवेश करते हैं।

(मत्ती 7:13)


👉 *संकेत फाटक:- जिसको कहते हैं दूख उठाना!*


👉चौडा फाटक:- 21 वीं सदी की कलिसिया हम जैसों को पसंद नहीं करेगी!


👉 *क्योंकि हम संकेत फाटक वाले हैं!*


👉 *हम कौन सा प्रचार करते हैं दूख उठाओ!*


👉 *हम कौन सा प्रचार करते हैं यीशु की सेवा करो!*


👉 *हम कौन सा प्रचार करते हैं परमेश्वर के लिए क्रुस उठाओ!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *यह कौन सा प्रचार करते हैं?*


👉 *अरे कोई tension नहीं!*

👉 *आपको पैसे चाहिए मेरे पास आओ!*


👉 *ऐसा सेवक हमेशा पैसों की बाते करता हुआ मिल जाएगा!*


👉 *आपको अमीर कैसे बनना है कलिसिया को उस में busy रखेगा!*


👉 *क्या परमेश्वर ने हमें इस संसार में पैसा कमाने के लिए बोला है!*


👉 *अपने लिये पृथ्वी पर धन इकट्ठा न करो;* 

(मत्ती 6:19)


👉 *परन्तु अपने लिये स्वर्ग में धन इकट्ठा करो,* 

(मत्ती 6:20)


✍️लेकिन यह कहते आओ पृथ्वी पर धन इकठ्ठा करेगे!


👉पृथ्वी पर अमीर बन जाएगे!


👉अभी कुछ कहेंगे pastor जी अगर हमे धन इकठ्ठा नहीं करना है, तो हमारे बच्चों का क्या होगा!


👉आगे पीढ़ी का क्या होगा!


*ध्यान से सूने*:-


👉 *उपर बैठा है ना सब का बाप!*


*सूने*:-


👉पृथ्वी पर ऐसे लालच के साथ pastor ने बंगला खरीदा है, मैं भी खरीदूगा!


👉pastor के पास गाड़ी है मैं भी खरीदूंगा!


👉इसी में तो busy  करके रखा है, अमीर बनो!


👉ऐसी प्रीचिंग नर्क के pulpit से आती है!


👉और ऐसे प्रचारक को public पसंद करती भी है!


👉बोले अरे क्या प्रीचर है,


👉अरे उसको फिर बुलाओ, अगले हफ्ते फिर बुलाओ,


👉अरे क्या प्रचार करता है, तुम को भी ले डूबेगा!


👉 *जिस प्रकार की बातें वचन से match नहीं करती वह मसीह का विरोधी है!*


👉 *ऐसो से सतर्क रहें, सावधान रहें*


*God bless you*

Wednesday, 16 November 2022

येशूची खरे रूप (यशया -53 ) (मराठी)

     आजचा विषय :-         


             येशूचे खरे रूप

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1) यशया संदेष्टाने येशुचे खरे रूप पाहिले , या व्यक्तीने 66 अध्यायाचे पुस्तक लिहिले .

 2) त्या पुस्तकात सर्वात जास्त उल्लेख येशूचे होते , जेव्हा हा पुस्तक लिहित होता , तेव्हा परमेश्वराने त्याला येशुचे खरे रूप दाखवले .


तर मग , तुम्हाला पाहियचे आहे का ? येशूचे खरे रूप कसे आहे ?


ते रूप , यशया 53:1.12 या अध्यायामध्ये दाखवले आहे

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                     यशया 52:14

ज्याप्रमाणे तुला पाहून बहुत लोक चकित झाले (त्याचा चेहरा मनुष्याच्या चेहर्‍यासारखा नव्हता, त्याचे स्वरूप मनुष्यजातीच्या स्वरूपासारखे नव्हते इतका तो विरूप होता),


1) त्याला स्वरूप नव्हते , असे यशया संदेष्टा का लिहितो ? कारण तो मनुष्य सारखा नव्हता आणि त्याची सुंदरता माणसासारखी नव्हती

2) ज्या येशूला आपण म्हणतो माझा विजा लावून दे ,ज्या येशूला आपण म्हणतो माझा बिझनेस वाढू दे , 

3) मला गाडी दे , मला बंगला दे , माझे हे कर , माझे ते कर , त्या येशूला कधी बाबा , कधी जेवण देणारा , 

4) कधी डॉक्टर बरा करणारा , पैसे देणारा , कधी नौकर , कधी शांती देणारा , हे कर , ते कर 

5) त्या येशूला यशया म्हणतो , त्याचे स्वरूप भयानक होते , त्याला सुंदरता नव्हती , तो विद्रुप होता , तो माणसाप्रमाणे नव्हता हे त्याने पाहिले

                 

येशूचे खरे रूप , अनेक शतकापासून लपवुन ठेवण्यात आले आहे -- (2)


आज येशूचे खरे रूप देश , विदेशांमध्ये कसे दाखवत आहेत ?


1) खाली पाडणे , फुंक मारणे , झाडाप्रमाणे झाडाझुड करने , खाली पटकने आणि वरून हे म्हणायचे की येशु तुमच्यावर प्रेम करतो , यात काही शंका नाही

 2) हे 100℅ खरे आहे येशू तुमच्यावर प्रेम करतो परंतु फक्त हेच का ? सँटाक्लॉज प्रमाणे तो तुम्हाला गिफ्ट देईन , लिप्स देईन , तुम्हाला ते देईन , तुम्हाला हे देईन , असे का ?


जर आज तुम्ही हा संदेश पूर्ण  ऐकाल , तर तुमचे नाचणे , उड्या मारणे , तुमचे Time pass करणे बंद होईल आणि तुम्हाला येशूवर खरे प्रेम होईल 


                       लूक 22:42 

“हे पित्या, तुझी इच्छा असली तर हा प्याला माझ्यापासून दूर कर. तरी माझ्या इच्छेप्रमाणे नको, तुझ्या इच्छेप्रमाणे होऊ दे.”


परमेश्वराला येशू म्हणतो ,


 1) तुझी इच्छा आहे की मानव जातीसाठी मरू , तुझी इच्छा असेल तर हिंदू भावांसाठी मरू , तुझी इच्छा असेल प्रत्येक मुस्लिम भावासाठी मरु ,

 2) तुझी इच्छा असेल की बुद्धिष्ट भावांसाठी मरू , तुझी इच्छा असेल की मी सर्व जगासाठी , 

3) जगातल्या धर्मासाठी , त्या मनुष्यासाठी मरू , या पृथ्वीवर जन्म घेणाऱ्या प्रत्येक व्यक्तीसाठी मरू , तर तुझी इच्छा पूर्ण हो


या ठिकाणी यशया संदेष्टा हा येशुचे खरे रूप दाखवत आहे

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      चला पाहू या , येशूचे खरे रूप 


               यशया 53:1 

आम्ही ऐकलेल्या वार्तेवर कोणी विश्वास ठेवला आहे? परमेश्वराचा भुज कोणास प्रकट झाला आहे?


येशूच्या जन्माअगोदर ही सुवार्ता सांगण्यात आली , 


 1) भूज (ताकत , शक्ती ) ही परमेश्वराने कोणावर दाखविली ? मनुष्याला वाचवण्यासाठी परमेश्वराने कोणावर शक्ती दाखविली , जी अशी व्यक्ती जो मनुष्य म्हणून आला , त्याचे नाव येशू ख्रिस्त

2) भूज कोणावर प्रकट झाला ? त्याच्यावर कोणी विश्वास ठेवला ? हे तेव्हा पण विश्वास करत नव्हते आणि आज पण विश्वास करत नाही 

3) व्यवस्थित येशुचे खरे रूप दाखवले गेले नाही , तर विश्वास कोण करणार ?


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                  यशया 53:2 

कारण तो त्याच्यापुढे रोपासारखा, रुक्ष भूमीतील अंकुरासारखा वाढला; त्याला रूप नव्हते, त्याला शोभा नव्हती, त्याच्याकडे पाहिले तर त्याच्यावर मन बसेल असे त्याच्या ठायी सौंदर्य नव्हते.


रुक्ष याचा अर्थ माहित आहे का ? 


1) जिथे पाणी नाही , अशी एक जमीन ज्याच्यावर काहीच येऊ शकत नाही , ती लहान आणि सुकलेली असते , 

2) कोणत्याच प्रकारचा आनंद नाही , कोणत्याच प्रकारचे चांगले घर नाही , चांगले अन्न नाही , चांगले कपडे नाही , हे सर्व येशुला नाही मिळाले  . 

3) चार ही शुभवर्तमान सांगते की , जेव्हा येशूचा जन्म झाला , त्याला चांगले घर नव्हते आणि चांगले कपडे नव्हते , हे वचन याला कनेक्ट करते .  

4) आज आपल्या लेकरांसाठी चांगले कपडे , चांगले खेळणी , शॉपिंग करू शकतो , आपले लेकरे सर्व काही करू शकतात , परंतु येशूच्या आई-वडिलांकडे , येशू साठी कपडे , शॉपिंग करण्यासाठी काहीच नव्हते

 5) म्हणून वचन सांगते तो वृक्ष भूमीतील अंकुर सारखा वाढला

 6) लक्षपूर्वक ऐका येशूचा जन्म राजमहालमध्ये होऊ शकत होता , राजाच्या महालामध्ये जन्म होऊ शकत होता

 7) परंतु परमेश्वराने ठरवले की तो अशाच जागेवर जन्म घेईल , त्याला कुठलेच सौंदर्य नव्हते , लोकांनी तुच्छ मानलेला , टाकलेला तो असा होता

               

                       मत्तय 2:23 

आणि नासेरथ नावाच्या गावी जाऊन राहिला; अशासाठी की, “त्याला नासोरी म्हणतील” हे जे संदेष्ट्यांच्या द्वारे सांगितले होते ते पूर्ण व्हावे.

     (नासोरीचा अर्थ ग्रीकमध्ये कचर्‍याचा ढीग )


                    योहान 1:46 

नथनेल त्याला म्हणाला, “नासरेथातून काहीतरी उत्तम निघू शकते काय?” 


1) ज्याला कचरा म्हटले जाते , ज्याला वृक्ष जमीन म्हटले जाते , अशी एक जागा कि तेथे घर नाही ,  कुठल्या सुख सुविधा नाही

 2) आणि त्याला नासोरी म्हणतील याचा अर्थ काय आहे ? नासोरी मधून चांगले काही निघू शकते का ? नाही .  

3) ती चांगली जमीन होती का ? नाही ,  तिथे फॅसिलिटी होती का ? नाही . काय तिथे शांती होती का ? नाही .

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                   यशया 53:3 

तुच्छ मानलेला, मनुष्यांनी टाकलेला, क्लेशांनी व्यापलेला व व्याधींशी परिचित असलेला असा तो पुरुष पाहून लोक तोंडे फिरवत व त्याला तुच्छ लेखत; आणि त्याला आम्ही मानले नाही.


1) हा येशू जिथे जायचा तिथे त्याला नाकारले जायचे , कोणी त्याला पसंत करत नव्हते , असा होता येशू मित्रांनो , तर कोणी पाहिला यशयाने संदेष्ट्याने .

2) आज आपण गाणे गातो , सागर से गहरा , असमा के नीचे , कधी हा विचार केला का ?  येशू आपल्याला वाचवण्यासाठी ह्या टोकांपर्यंत गेला , मनुष्याने टाकलेला , तुच्छ मानलेला , तो दुःखी पुरुष होता .


दुःखी पुरुष याचा अर्थ काय आहे ?


1) टाईमा वर अन्न नाही , टाईमा वर कपडे नाही , एकदा येशू म्हटला की पक्षी , प्राणी यांना घर आहे 

2) पण मनुष्याच्या पुत्राला माथा टेकण्यासाठी जागा नाही , या रीतीने पाहिले दुःखी पुरुष

 3) तुम्हाला घर आहे , परंतु येशुला नव्हते 


अशी हाल का ? अशी परिस्थिती का ?


1) येशू हा रोगाशी परिचित होता , लोक त्याच्याकडे पाहून आपले तोंड फिरवून घेत होते , 

2) कोणालाही येशूचा चेहरा पसंत नव्हता , येशूचे रूप कोणालाही पसंत नव्हते 

3) विचार करा या व्यक्तीने कसे Adjust केले , या व्यक्तीचे नाव आहे येशू ख्रिस्त - - (2)


4) या एक व्यक्तीने अशी जागा निवडली , असा जीवन जगला मनुष्याने तुच्छ मानलेला , रोगाशी परिचित , लोक आपले तोंड फिरवून घेत होते , येशूला कोणी मित्र बनवत नव्हते , मित्रांनो ..


आणि आपल्याला त्याची किंमत समजली नाही,  असे का ?


1) कारण आपल्याला समजले नाही की परमेश्वराचा पुत्र , स्वतः परमेश्वर म्हणून खाली आला आणि असे जीवन जगला


 2) परंतु आपल्याला त्याची किंमत समजली नाही , त्याची किंमत समजली नाही , का ? कारण येशुचे खरे रुप दाखवले नाही , येशूचे खरा चेहरा दाखवला नाही , येशूचे खरे जीवन सादर केले नाही   


3) तर त्याची किंमत कशी समजणार ? खरे रुप , खरे चेहरा , खरे जीवन , कधी दाखविले गेले नाही


 4) परंतु यशया संदेष्ट्याने येशूचे खरा चेहरा , खरे रूप , खरे जीवन दाखविले


तो रोगांशी परिचित होता

                   मत्तय 9:12 

हे ऐकून तो म्हणाला, “निरोग्यांना वैद्याची गरज नाही तर दुखणाइतांना आहे.


1) येशूने कुष्टी रोग्याला बरे केले , रक्तस्रावी स्त्रीला बरे केले , तर कुपी अस्त्र स्त्री तिचे पाप माफ केले , पाप्याबरोबर येशु होता , उद्धार , तारण करत होता ,असा येशू आपल्याला समजला का ? 

2) असा येशू जो सर्व ठीक करणार , माझी गाडी , नोकरी , माझा बंगला , या सर्व गोष्टी तुम्हाला देत आहे 

3) कारण येशूला आपण बाबा करून टाकले


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                      यशया 53:4 

खरोखर आमचे व्याधी त्याने आपल्यावर घेतले, आमचे क्लेश त्याने वाहिले; तरी त्याला ताडन केलेले, देवाने त्याच्यावर प्रहार केलेले व त्याला पिडलेले असे आम्ही त्याला लेखले.


                    मत्तय 8:17 

“त्याने स्वत: आमचे विकार घेतले आणि आमचे रोग वाहिले,” असे जे यशया संदेष्ट्याच्या द्वारे सांगितले होते ते पूर्ण व्हावे म्हणून असे झाले.


1) कोठे रोग वाहिले ? त्या वधस्तंभावर ,  39 फटके खाल्ले कोणी  ? येशूच्या डोक्यावर काट्यांचा मुकुट  घातला कोणी ?

 2) किंमत दिली कॅन्सर साठी , कोणी ? येशुने , किंमत दिली कोरोनाव्हायरस साठी , कोणी ? येशूने , किंमत दिली तुमच्या आजारासाठी .कोणी ? येशूने

3) हे सर्व येशूचा रक्ताद्वारे आरोग्य मिळाले आहे


                    1 पेत्र 2:24 

‘त्याने स्वतः तुमची आमची पापे’ स्वदेही ‘वाहून’ खांबावर ‘नेली’, ह्यासाठी की, आपण पापाला मेलेले होऊन सदाचरणासाठी जगावे. त्याला बसलेल्या ‘माराने तुम्ही निरोगी झाला आहात.’


1) कोणी 10 हजार दिले म्हणून आरोग्य नाही मिळाले , माझ्या बहिणीनो भावांनो , येशुला बसलेल्या फटक्याने आम्हाला आरोग्य मिळाले आहे 

2) परंतु का देतात पैसे काळ्या कोटवाल्यांना , सफेद कोटवाल्यांना  ? कधी इकडे , कधी तिकडे वर बसलेला परमेश्वर म्हणतो , माझ्या पुत्राच्या रक्ताच्या द्वारे आरोग्य मिळाले आहे 

3) हे खरे रूप दाखवले जात नाही ? या कारणामुळे चर्च मध्ये लोकांची गर्दी जमते . कारण तिथे चमत्कार करणारा बाबा आणतात , 

 4) आज येशूचे खरे रूप दाखवत नाही


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                     यशया 53:5 

खरे पाहिले असता तो आमच्या अपराधांमुळे घायाळ झाला, आमच्या दुष्कर्मांमुळे ठेचला गेला; आम्हांला शांती देणारी अशी शिक्षा त्याला झाली; त्याला बसलेल्या फटक्यांनी आम्हांला आरोग्य प्राप्त झाले.


                रोमकरांस पत्र 4:25 

तो प्रभू येशू तुमच्याआमच्या अपराधांमुळे मरवयास धरून देण्यात आला व आपण नीतिमान ठरावे म्हणून तो उठवला गेला आहे.


1) कोणाची हिंमत आहे , जो येशूला मारू शकतो ? परंतु परमेश्वर पिता बोलला की त्याला ठेचा , त्याला कृसावर चढवा

2) येशू जर नाही चढला , येशू जर नाही ठेचला गेला , येशू जर मारला नाही गला , तर मी कसा वाचणार , हिंदू भाऊ कसा वाचणार , माझा मुस्लिम भाऊ कसा वाचणार , 

3) तुम्हाला दहा हजार रुपयांमध्ये शांती नाहीं मिळाली , शांती डोक्यावर हात ठेवल्याने शांती नाही मिळत , तर येशूच्या कडे आल्याने शांती मिळते .

4) रोम 4:25 येशूला कोणी धरून दिले ? आणि का धरले ?

5) यहूदा इस्कोर्योत नाही धरून दिले , येथे असे लिहिले आहे की आमच्या अपराधामूळे येशूला धरून देण्यात आले , 

6) येशूला 30  चांदीच्या शिक्या मध्ये , गालावर चुंबन घेऊन धरून दिले नाही , 

7) परंतु हे लिहिले आहे की माझ्या अपराधासाठी येशूला धरून दिले , मानव जातीच्या पापामुळे , येशूला धरून दिले ,

8) असा चेहरा , असे रूप कधी पाहिले होते का ? ही सत्यता माहीत होती का ?


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                       यशया 53:6 

आम्ही सर्व मेंढरांप्रमाणे बहकून गेलो होतो; आम्ही प्रत्येकाने आपापला मार्ग धरला होता; अशा आम्हा सर्वांचे पाप परमेश्वराने त्याच्यावर लादले.


1) एदेन बागेत आदमाच्या हातातून झालेल्या चुकीमुळे आणि येशू ख्रिस्ता पासून आणि आज पर्यंत सर्व भटकले आहे , सर्वजण भटकले आहे 

2) परमेश्वराला ओळखणारा कोणी नाही , खऱ्या परमेश्वराला ओळखणारा कोणीही नाही 

3) तुम्ही अल्लाह म्हणता ना , खुदा म्हणता ना तोच परमेश्वर म्हणतो , सर्वजण भटकले आहे 

4) तुम्ही म्हणता ना सर्व मार्ग एक आहे , ते सर्वजण भटकले आहे 

5) येशु जो कृस घेऊन चालला होता ना ती शिक्षा रोम कडून नव्हती , पिलात पकडून शिक्षा नव्हती , हेरोद राजाकडून शिक्षा नव्हती , महायाजक हनन्या , कयफा यांच्याकडून शिक्षा नव्हती 

6) परंतु येशूवर जो कृस लादला होता ना तो सर्व मानव जातीचे पाप आणि अधर्माने चालणारे , ते सर्व भटकले होते .


7) का चीड येते मूर्तीला परमेश्वर म्हणणाऱ्यांची ? का चीड येते प्लास्टिक आणि लाकडाला परमेश्वर म्हणणाऱ्याची ? का चीड अशा लोकांची झाडाच्यावर , झाडाच्याखाली , 

8) पाण्याच्या वर पाण्याच्या खाली , डोंगराच्या वर , डोंगराच्या खाली परमेश्वराला शोधतात , तुम्हाला नाही माहित तुम्ही भटकले आहात

9) तर खरा मार्ग दाखवण्यासाठी कोणावर तरी कृस देण्यात आला , हा चेहरा दाखवला जात नाही . आणि म्हणतात की येशू सर्वांवर प्रेम करतो , 

10) जसे आहे तसे या , तुम्ही जे काही करीत असेल ते पण या , तुम्ही रविवारी चर्चमध्ये हालेलुया करा , परमेश्वराची स्तुती करा

 11) परंतु त्याच्या नंतर सोमवारपासून तर शनिवार पर्यंत पिक्चर थेटरला , जा दारू प्या , नशा करा , चुकीचे काम करा , तरी परमेश्वर तुमच्यावर प्रेम करतो .

12) नाही करणार प्रेम , जेव्हा भटकले होते तेव्हाच मार्ग काढला होता , प्रभू मध्ये येऊन ही जर भटकले असाल , तर कोणता नवीन मार्ग काढायचा ?


                 प्रेषितांची कृत्ये 10:43 

त्याच्यावर विश्वास ठेवणार्‍या प्रत्येकाला त्याच्या नावाने पापांची क्षमा मिळेल अशी साक्ष सर्व संदेष्टे त्याच्याविषयी देतात.”

असे का ?


                        1 पेत्र 2:25

कारण तुम्ही मेंढरांसारखे भटकत होता; परंतु आता तुमच्या जिवांचा मेंढपाळ व संरक्षक1 ह्याच्याकडे तुम्ही परत फिरला आहात.


 1) येशूने कृस घेतला हिंदूं भावांसाठी , येशूने कृस घेतला मुस्लिम भावांसाठी , येशूने कृस घेतला बुद्दिष्ट भावांसाठी,  येशूने क्रूस घेतला यहुदी भावांसाठी , 

2) येशूने क्रूस घेतला आमच्यासाठी , सर्व मानव जातीसाठी , हा खरा चेहरा दाखवला जात नाही ? हे खरे रूप दाखवले जात नाही ?


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                      यशया 53:7

त्याचे हालहाल केले तरी ते त्याने सोसले, आपले तोंडसुद्धा उघडले नाही; वधण्यास नेत असलेल्या कोकराप्रमाणे, लोकर कातरणार्‍यांपुढे गप्प राहणार्‍या मेंढराप्रमाणे, तो गप्प राहिला; त्याने आपले तोंड उघडले नाही.


1) येशूच्या तोंडावर थुंकण्यात आले , येशूच्या डोळ्यांवर पट्टी बांधण्यात आली , चापट मारण्यात आली ,

 2) येशूला मागून मारण्यात आले , कोणाची एवढी हिम्मत की , परमेश्वराला मारू शकेल , फटके मारू शकेल , त्या येशूला छळण्यात आले


                    मत्तय 27:12‭-‬14 

मुख्य याजक व वडील हे त्याच्यावर दोषारोप करत असता त्याने काहीच उत्तर दिले नाही. तेव्हा पिलात त्याला म्हणाला, “हे तुझ्याविरुद्ध किती गोष्टींबद्दल साक्ष देतात, हे तुला ऐकू येत नाही काय?” परंतु त्याने एकाही आरोपाला त्याला काही उत्तर दिले नाही; ह्याचे सुभेदाराला फार आश्‍चर्य वाटले.


1) येशू तू शांत का आहे , जेव्हा तुला मारले जात होते , येशू तू शांत का आहे , जेव्हा तुझ्या वर आरोप केले जात होते , 

2) तू शांत आहे , तू वेश्याबरोबर संगत ठेवायचा , पापी लोकांबरोबर संगत ठेवायचा , तू मूर्ती पूजक आहे ,

3) तू चुकीच्या माणसाबरोबर रहातो , तुझ्यामध्ये दुष्ट आत्मा आहे , तू जबुलून च्या साह्याने काम करतो ,

 4 ) हे सर्व ऐकून येशू तू शांत का आहे 


का शांत राहिला येशु ,,तर,,,


1) जेव्हा आपण चूक करीत होतो , पाप करीत होतो वर बसलेला परमेश्वराने , आपला चुटकीमध्ये नाश केला असता , पण येशूमुळे तो शांत आहे 

2) आतंकवादी , मर्डर करणारे , चोरी करणारे , हे सर्व पापी यांचा संसार आहे , त्यांच्यासाठी शांत आहे कारण यांच्यासाठी किंमत दिली परमेश्वराने

 4) नाही तर येशूने , चुटकी मध्ये सर्व नष्ट करून टाकले असते , सर्व संपूण टाकले असते , परंतु येशु शांत राहिला


                 प्रेषितांची कृत्ये 8:32 


तो जो शास्त्रलेख वाचत होता तो असा: “त्याला मेंढरासारखे वधासाठी नेले; आणि जसे कोकरू कातरणार्‍याच्या पुढे गप्प असते, तसा तो आपले तोंड उघडत नाही.



       यशयचा 53 अध्याय च काय ?


9) हफषी षंडाला 53 अध्याय कोण आहे ? हे त्याला पाहियचे होते येशूची खरे रूप , येशूचा खरा चेहरा कोण सांगेल ? त्याची तळमळ पवित्र आत्म्याने पाहिली आणि फिलिप्प्याला सांगितले , जा त्याला 53 चा व्यक्ती कोण आहे ? तो सांग ?


10) आज भारताला 53 चा व्यक्ती कोण आहे ? हे सांगितले पाहिजे , अमेरिका 53 चा व्यक्ती सांगितले पाहिजे , आफ्रिकाला 53 चा व्यक्ती सांगितले पाहिजे , आपले शहर , आपले नगर , आपले गाव , आपले नातेवाईक येशु सांगितले पाहिजे


11) आज या 53 च्या व्यक्तीला लोकांनी आज बाबा , कधी डॉक्टर मध्ये बदलून टाकले


 12) येशूची खरी ओळख करून देण्यासाठी फिलीप्पा सारखी व्यक्ती परमेश्वर आपल्यासाठी तयार करीत आहे 


13) जेव्हा त्याला , येशूचे खरे रूप समजले , तर फिलिप तेथून गायब झाला , निघून गेला . हेच खरे रूप दाखवून दिल्यानंतर संपले आणि दुसऱ्या लोकांना सांगण्यास सुरुवात करा


                  1 करिंथ 15:3 

कारण मला जे सांगण्यात आले ते मी तुम्हांला सांगून टाकले, त्यांपैकी मुख्य हे की, शास्त्राप्रमाणे ख्रिस्त तुमच्या-आमच्या पापांबद्दल मरण पावला;


1) आज असे काही ग्रुप्स आहे , काही लोक आहे ते म्हणतात की ही इसाई (ख्रिशन) लोक धर्मांतर करणारी लोक आहे ,  हे (ख्रिशन धर्माचे ) इसाईचे प्रसार करणारे आहे ,


 2) नाही , आम्ही (ख्रिश्चन धर्माचे) इसाईचे प्रसार करत नाही , आम्ही ख्रिस्ताचे प्रसार करत नाही , आम्ही तर येशू ख्रिस्ताचे प्रसारक , सुवार्तिक आहोत


 3) येशू ख्रिस्त मानव जातीच्या पापांसाठी मरण पावला , हे खरे रूप .


                     1 योहान 3:5 

तुम्हांला माहीत आहे की, आपली पापे हरण करण्यासाठी तो प्रकट झाला; त्याच्या ठायी पाप नाही.


1) येशू ख्रिस्ताने कधीच कोणावर तलवार नाही चालवली , कोणाचा गळा कापण्यासाठी , येशू ख्रिस्ताने कोणत्या प्रकारचा त्रिशूल नाही चालवले ,


2) येशू ख्रिस्ताने कोणत्या प्रकारचा बांण नाही चालवला , येशू ख्रिस्ताने कोणत्याही प्रकारचा गद्दा नाही उचलला ,


3) येशू ख्रिस्ताने कोणत्याही प्रकारचे मर्डर नाही केले , येशू ख्रिस्ताने अनेक लग्न नाही केले , आत्ताचे राजे , नबी त्यांनी भरपूर लग्न केले , तसे येशू ख्रिस्ताने काहीच केले नाही


 4) कुठून होणार पाप  , कारण तो परमेश्वर होता आणि तो मानव म्हणून आला


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                      यशया 53:10 

त्याला ठेचावे असे परमेश्वराच्या मर्जीस आले. त्याने त्याला पिडले; त्याच्या जिवाचे दोषार्पण झाल्यावर तो संतती पाहील, तो दीर्घायू होईल, त्याच्या हातून परमेश्वराचा मनोरथ सफल होईल.


1) मला , तुम्हाला , मानव जातीला मारायचे होते पण येशूला मारले
 2) तुम्हाला आम्हाला मरायचे होते , परंतु येशूला मारले गेले , परमेश्वराने त्याला मनुष्य म्हणून पाठवले 


येशूला रोगी बनवण्यात आले , रोगी चा अर्थ समजतो का ?


यशाया पहात आहे , येशू ख्रिस्ताला आणि विचारतो की  ,


1) तू असा दिसत आहे की , जसे तुला रोग झाला आहे , तुम्ही परिस्थिती अशी झाली आहे , की जसा तुला आजार झाला आहे ,


2) तुझ्या चेहऱ्यावर काहीच चमक नाही , तुझे गाल एकदम सुकून गेले आहे , तू असा दिसत आहे की , तुझे डोळे एकदम खाली गेले आहे , 


3) तुझ्या डोळ्या खाली काळे वर्तुळे आली आहे , तुझ्या हडड्या सुकून गेल्या आहे , तू तंदुरुस्त नाही , परमेश्वराने त्याला रोगी केले 


4) असा चेहरा का पाहत नाही आपण , अशा येशूला का समजून घेत नाही , आपण लोक ? 


5) आज हे दाखवले जात आहे की , येशु तूम्हाला गाडी देईल , बंगला देईल , हे सत्य आहे , तो देईल ,


 परंतु हे का दाखवत नाही की , त्याने तुमच्या साठी काय केले ? - - (2)



त्याच्या जिवाचे दोषार्पण झाल्यावर तो संतती पाहील


1) येशूची वंशावळ बायबलमध्ये नाही , अब्राहमची आहे , इसहाकाची आहे , याकोबाची आहे , दाविदाची आहे 

2) परंतु येशूची वंशावळ बायबलमध्ये नाही , पण येशूची वंशावळ आम्ही आणि तुम्ही आहोत .


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                   यशया 53:12

ह्यामुळे मी त्याला थोरांबरोबर विभाग देईन, तो बलवानांबरोबर लूट वाटून घेईल; कारण आपला प्राण वाहू देऊन तो मृत्यू पावला, त्याने आपणास अपराध्यांत गणू दिले; त्याने बहुतांचे पाप आपल्यावर घेतले व अपराध्यांसाठी मध्यस्थी केली.


                       इब्री 7:25 

ह्यामुळे ह्याच्या द्वारे देवाजवळ जाणार्‍यांना पूर्णपणे तारण्यास हा समर्थ आहे; कारण त्यांच्यासाठी मध्यस्थी करण्यास हा सर्वदा जिवंत आहे.


गेथशेम बागेत काय होणार होते ?


1) हा येशू आहे ज्याला ठेचला जाणार होता , त्याला बेदाम मारणार होते , बेदर्द पिटणार होते 


2) येथे काय होणार होते , ही गोष्ट अगोदरच येशूला माहिती होती


 3) हा स्वतः परमेश्वर आहे , स्वतः खुदा आहे त्याला माहीत होते की , माझ्या बरोबर काय होणार आहे


गेथशेम बागेत थोड्या वेळानंतर काय होणार होते ?


1) येथे परमेश्वराच्या क्रोधाचा प्याला , रागाचा प्याला तो पिणार होता 

2) या कारणावरून हा प्याला माझ्यापासून दूर कर , हे व्हायच्या अगोदर येशूने शिष्याला सांगितले होते की ,


                       लूक 22:37 

मी तुम्हांला सांगतो ‘तो अपराध्यांत गणलेला होता’ असा जो शास्त्रलेख आहे तो माझ्या ठायी पूर्ण झाला पाहिजे कारण माझ्याविषयीच्या गोष्टी पूर्ण होत आहेत.”


मला मारले जाईल पेत्रा , ते रात्री गेले सर्व शिष्य पळून गेले शास्त्रात लिहिले होते ते माझ्याबरोबर करणार आहे


गेथशेम - येथे येशु परपेक्त मानव होता  -


1) येशूच्या तोंडातून हे निघाले की , हा प्याला माझ्यापासून दूर कर , पृथ्वीवरील कोणत्याही मनुष्य सांगू शकत नाही की येशूबरोबर काय होणार होते

 2) येशूला प्रार्थना सहाय्याची गरज होती , परंतु हे तिघे झोपून गेले होते , काय थोडा वेळ जाऊ शकत नाही , 

3) तुम्हाला माहित नाही , माझ्याबरोबर काय होणार आहे


                 फिलिप्पैकरांस पत्र 2:6‭-‬7 

तो देवाच्या स्वरूपाचा असूनही देवाच्या बरोबरीचे असणे हा लाभ आहे असे त्याने मानले नाही, तर त्याने स्वतःला रिक्त केले, म्हणजे मनुष्याच्या प्रतिरूपाचे होऊन दासाचे स्वरूप धारण केले.


1) येथे परफेक्ट मनुष्य होता , अंश भर मनुष्याचा भाग येथे दिसत नव्हता , त्याला शून्य करून टाकले , येथे येशूने परमेश्वराचा शक्तीचा वापर केला नाही ,


 2) पेत्रा तू जो पाण्यामध्ये डुबत होता , तुला वर काढले , योहान तुला माझी आई सोपवण्यात येणार आहे , तुम्ही माझ्यासाठी जागे राहिले नाही ,


 3) येथे येशू मनुष्य होता , जरा पण त्याने मदत घेतली नाही , तो मनुष्य होता , म्हणून तो बोलला की शक्य असेल हा प्याला माझ्या पासून दूर कर 


4) जगाचे सर्व पाप येशूवर , याचा विचार करून येशू बोलला की थोडा वेळ जागे राहा , प्रार्थनेचा सपोर्ट मिळावा पण नाही मिळाला 


                     1 तीमथ्य 3:16 

सुभक्तीचे रहस्य निर्विवाद मोठे आहे; तो देहाने प्रकट झाला, आत्म्याने नीतिमान ठरला, देवदूतांच्या दृष्टीस पडला, त्याची राष्ट्रांत घोषणा झाली, जगात त्याच्यावर विश्वास ठेवण्यात आला, तो गौरवात वर घेतला गेला.



                  प्रेषितांची कृत्ये 2:22 

अहो इस्राएल लोकांनो, ह्या गोष्टी ऐका; नासोरी येशूच्या द्वारे देवाने जी महत्कृत्ये, अद्भुते व चिन्हे तुम्हांला दाखवली त्यांवरून देवाने तुमच्याकरता पाठवलेला असा तो मनुष्य होता, ह्याची तुम्हांला माहिती आहे.


1) गेथशेम बागेत येशू परफेक्ट मनुष्य होता , पूर्ण मानव होता , त्याच्यामध्ये परमेश्वराची शक्ती अंश भर नाही दिसली  , माझे रक्त घामाप्रमाणे पडणार होते , मला अस्वस्थ होणार आहे मला कसे मारणार हे सर्व सांगितले होते


 2) माझे मांसचे तुकडे पडणार होते , चाबकाने मारणार होते , हातापायाला खिळे खुपसणार होते , त्याच्या डोक्यावर काट्यांचा मुकुट घातलेला होता , हा येशू पूर्ण मानव होता


 3) असा येशु आपण पाहिला आहे का ? हा येशु कशामध्ये बदलला ? तर सँटाक्लॉज मध्ये , कशामध्ये बदलला ? तर ख्रिसमस ट्री मध्ये , कशामध्ये बदलला ? तर मनोरंजन मध्ये


4) येथे कोण होता ? शक्य असेल हा प्याला दुर कर येथे येशू होता


 5) सैतान म्हणतो काहीच गरज नाही , परंतु परमेश्वर म्हणतो फक्त तूच आहे , मी सर्व राजे पाहिले , सर्व संदेष्टांना पाठवले , हे धार्मिकता आणीन , परंतु  हे सर्व फेल झाले 


6) तुझ्या जवळच फक्त ते पवित्र रक्त आहे , कोणत्याही प्रकारचे पाप तुझ्या मध्ये नाही , माझी इच्छा आहे की तू मरावे आणि येशू म्हणतो शक्य असेल तर हा प्याला दुर कर आणि सैतान म्हणतो क्रुसावर नको मरू



                 फिलिप्पैकरांस पत्र 2:8 

आणि मनुष्यप्रकृतीचे असे प्रकट होऊन त्याने मरण, आणि तेही वधस्तंभावरचे मरण सोसले; येथपर्यंत आज्ञापालन करून त्याने स्वतःला लीन केले.


1) येथे येशू परीक्षा पास झाला , परमेश्वराची इच्छा पूर्ण झाली , येशू चर्चची घंटा नाही , 


2) की रविवारी चांगले कपडे घालून चर्चमध्ये नाचायचे आणि बाहेर यायचं , ही येशूचे खरे रूप नाही


सैतान ची इच्छा अशी होती की येशूने क्रुसावर मरु नये , का ?


 1) येशु जर मेला तर सर्व मानव जात वाचली जाईल , हिंदू भाऊ वाचला जाइल , मुस्लिम भाऊ वाचला जाईल , 

2) बुद्धीष्ट भाऊ वाचला जाईल , शीख , पारशी , जैन , आदिवासी भाऊ , यहुदी भाऊ वाचला जाईल , मनुष्य वाचला जाईल


सैतानाने पूर्ण ताकद लावली की येशूने क्रुसावर मरू नये ?


1) जर येशू क्रुसावर मेला नसता तर देवाचे लोक रस्त्यावर वचन सांगतांना , सुवार्ता करताना दिसले नसते , तुम्ही मला वचन सांगताना ऐकले नसते 


2) येशु क्रूसवर मेला त्याने सांगितले की , जा सुवार्ता सांगा म्हणून आम्ही सुवार्ता सांगतो . येशूचा घाम रक्ता प्रमाणे वाहत होता ,


3) परमेश्वर म्हणतो , तुलाच मरावे लागेल , कारण तू जर नाही मेला , तर हे मनुष्य कसे वाचणार ?


4) मी पाप सहन नाही करू शकत , जे बलात्कारी , चोरी , खून नशा , भ्रष्टाचार , आतंगवादी हे कसे वाचणार ? येशू म्हणतो असे असेल तर तुझी इच्छा पूर्ण हो 


5) 25 डिसेंबर ला कोणता संदेश गेला पाहिजे ? गुड फ्रायडेला कोणता संदेश गेला पाहिजे ? ईस्टर संडेला कोणता संदेश गेला पाहिजे ? 


6) परंतु आज काय होत आहे , प्रत्येक संडेला काय प्रचार , संदेश दिला जात आहे की ? येशूकडे या , नोकरी मिळेल , बिजनेस वाढेल , आशीर्वाद मिळेल , आरोग्य मिळेल , बरकत मिळेल असा संदेश दिला जात आहे ,


 परंतु खरा येशु कुठे आहे ? - - - (2) 


परमेश्वराचा क्रोध मनुष्यावर न लादता एका मनुष्यावर  तो प्याला लादण्यात आला -


1) जेव्हा येशूला मारण्यात येत होते तेव्हा त्या बापाचा जीव काय म्हणत असेल ? त्याच्या जीवावर काय बितत असेल ?


 2) जो परमेश्वर आहे , तो सर्व नष्ट करू शकतो , त्याने ठरवले की असेच मरण यावे , असेच मारावे त्याला , तो प्याला पाजण्यात आला , 

3) येशूला क्रुसावर मारले गेले . का ? कारण माझे , तुमचे , पाप  माफ होईल , हे हिंदू भाऊ त्याचे पापक्षमा होईल , मुस्लिम भाऊ त्याचे पाप क्षमा होईल ,  


 येशू कृसावर मेला , कारण पापांची क्षमा व्हावी - - (2)


जन्मापासून तर कृसापर्यंत येशू बरोबर काहीच चांगले झाले नाही -


 1) चांगले घर भेटले नाही  , आईवडीलांची साथ नहीं भेटली , घरच्या लोकांनी त्याला वेडे म्हटले , शिष्य त्याला सोडून गेले


 2) एक व्यक्ती येऊन त्याला 30 चांदीच्या शिक्या मध्ये विकून देते , येशू बरोबर काहीच चांगले झाले नाही


3) म्हणून यशया म्हणतो , ना त्याला सुंदरता होती , ना त्याला चमक होती , ना त्याला रूप होते , नाही त्याला खरी ओळख होती , तो मनुष्याने टाकलेला होता 


4) असा येशू क्रुसावर आपल्या पापांसाठी मरण पावला


येशूला क्रुसावर सैतानाने नाही मारले तर परमेश्वराची इच्छा होती की तो मरावे -


             फिलिप्पैकरांस पत्र 2:9‭-‬11 

ह्यामुळे देवाने त्याला अत्युच्च केले, आणि सर्व नावांपेक्षा जे श्रेष्ठ नाव ते त्याला दिले; ह्यात हेतू हा की, स्वर्गात, पृथ्वीवर व पृथ्वीखाली प्रत्येक गुडघा येशूच्या नावाने टेकला जावा, आणि देवपित्याच्या गौरवासाठी प्रत्येक जिभेने येशू ख्रिस्त हा प्रभू आहे असे कबूल करावे.


1) जो पुर्ण मनुष्य होता , असे मरण त्या परमेश्वराने दिले की , क्रुसावर तूच मरणार , 

2) त्याच परमेश्वराने , त्या येशूला मोठ्या , श्रेष्ठ , शानदार , मोठ्या शक्तीने , मोठ्या सन्मानाने त्याला आपल्या डाव्या हाताला जवळ बसवले

 

येशू मसीह प्रभू आहे - 


सर्व व्यक्ती , सर्व मानवजाती , सर्व जातीचे लोक , हिंदू , मुस्लिम , बुद्धिष्ट , जैन , शीख , पारसी , यहुदी , आदिवासी सर्व कबूल करतील , गुडघे टेकतील , 

येशू हाच प्रभू आहे - - - (2)


                    Praise The Lord

Saturday, 12 November 2022

खरंच तीन प्रकारची अन्यभाषा आहे का ? ( मराठी )

खरंच तीन प्रकारची अन्यभाषा आहे का ?



1) अन्यभाषा तीन प्रकारची आहे , तर मी विचार केला की याला वचनानुसार तुमच्या मध्ये ठेवतो


2) ते यासाठी ठेवतो की , येशूच्या शरीरामध्ये (मसी के देह में) असे काही नहीं आले पाहिजे , ज्याला वचन सपोर्ट करत नाही


3) प्रत्येक टिचिंग , स्वीकार करण्याच्या  योग्य आहे  आणि जे वचनाच्या कॉन्टेक्सक्स मध्ये संदेश (प्रचार) करतात



खरंच तीन प्रकारची अन्यभाषा आहे का ?



काही लोक असे शिकवत आहे की अन्यभाषा एक नाही तीन आहे , यासाठी मी लिहिले आहे की , खरंच तीन प्रकारची अन्यभाषा आहे का ?



जर कोणी म्हणत आहे की तीन प्रकारची अन्यभाषा आहे , तर त्याला प्रूफ द्यावे लागेल , वचना च्या Right Context मध्ये



अ) होय मित्रांनो , जर वचन ठेवत नाही की अन्यभाषा तीन प्रकारची आहे , तर तो (प्रचारक ) सेवक चुकीचा आहे आणि अशांना ऐकू नका 



2) दुसरी गोष्ट , जो मला आता ऐकत आहे , त्यांना हक्क आहे , तुम्ही बारकिणीने पहा , समजून घ्या , की मी जर काही तरी स्टेटमेंट ठेवतो , तर त्याला वचन सपोर्ट करत नसेल , तर तुम्ही माझा पण विडिओ पाहू नका , अशी सर्व टिचिंग , ती नॅशनल असो या इंटर नॅशनल , ती चुकीचे आहे



खरंच तीन प्रकारची अन्यभाषा आहे का ?



1) प्रेषित 17:11 जेव्हा पौल संदेश (प्रचार) द्यायचा , तिथले यहुदी लोक त्यांनी पौल याचा संदेश स्वीकार केला होता , त्यांनी एक हात स्वीकार केला होता , परंतु त्यांच्या हातात पंचग्रंथ असायचा , मोशे ची पुस्तके , काव्याची पुस्तके , संदेष्टांची पुस्तके , अशा पुस्तकांनी ते पौलाच्या शिक्षणाला मॅच करायचे की , हेच बरोबर आहे की चुकीचे


2) पौल काय म्हणतो ? गलती 1:7,8,9 तो म्हणतो , मी किंवा स्वर्ग दूत येऊन जे शिक्षण आम्ही दिले नाही ते श्रापित आहे , पौल इतका कडक का आहे ?


3) येशू स्वतः म्हणतो की , मी गेल्या नंतर भरपूर तुम्हाला फाडण्यासाठी लांडगे येतील , येशूने म्हटले सावधान रहा , हा इशारा पेत्राने केला , हा इशारा पौल ने केला , हा इशारा योहानाने केला ,  आज जेवढ्या सेवकांनी पुस्तके लिहिली त्यांनी आप -आपल्या टाईमात , हा इशारा करत गेले की अनेक प्रकारचे सिद्धांत , असे अनेक प्रकारचे डॉक्टरीन ला , अशा प्रकारची थेरी ला स्वीकार करू नका , ज्याला वचन सपोर्ट करत नाही



4) जर ते सर्व डॉक्टरीन , ते सर्व सिद्धांत , ते सर्व थेरी स्वीकार करण्यायोग्य आहे , त्याला वचन सपोर्ट आहे 



जर अन्य भाषा तीन प्रकारची आहे , तर अन्य भाषा एक , अन्य भाषा दोन , अन्य भाषा तीन असे वेगवेगळे आहे , असे क्रीप्चर (वचन) द्या ते पण वचन Right Context मध्ये 



उदा . 



1) प्रेषित 15 मध्ये काय झाले , तिथे काही यहुदी होते , जे पौल ला , जे याकोब ला , जे यहोनाना ला , जे पेत्राला असे शिक्षण देत होते की , पहा तुमचे तारण विश्वासाने तर झाले , परंतु एवढ्यानेच भागणार नाही , तर सुंता पण झाली पाहिजे , त्यांनी सांगितले की सुंता पण झाली पाहिजे


2) तेथे पेत्र , पौल , याकोब ही सर्व टिचिंग करायचे जे प्रेषित होते त्या काळाचे , ते सर्व एकत्र आले , एकमेका बरोबर बोलले , की काय करायचं ? योग्य काय आहे , तेव्हा त्यांना समजले की , सुंताने काहीच फायदा नाही ,  सुंता तर यहुद्यासाठी होता , इजराइल यांच्यासाठी होता


3) परंतु येशू ख्रिस्त स्पष्ट बोलला की , जो कोणी माझा स्वीकार करतो , जो कोणी माझ्यावर विश्वास करतो , त्याचे तारण होते , अट काय आहे पुढे ? बाप्तिस्मा , पिता-पुत्र , पवित्र आत्म्याच्या नावाने


4) याशिवाय दुसरा सिद्धांत दिला नाही , तर अशी टीचिंग त्या दिवसात चालत होती , आणि आज पण असें काही चालू आहे ,  त्यात हे एक आहे


5) असे म्हणतात की तीन प्रकारची अन्य भाषा आहे , अन्य भाषा एक , अन्य भाषा दोन , अन्य भाषा तीन ,  हे तीन क्रिपचर (वचन) ते पण Right Context मध्ये , जर तो देत नसेल तर , तो चुकीचा आहे


*दोन प्रकारची थेअरी*

*Nonbiblical , Theory on Tongues*



Act 2 (प्रेषित 2) , 1COR 14:2 (1करी 14:2) , 1COR 14:5 (1 करी 14:5)



1) ही पहिल्या प्रकारची थेअरी आहे ,  टोटल तीन प्रकारची अन्य भाषा आहे , कोठून घेतात ?


1) Acts 2 (प्रेषित) ही सर्वांना समजत होती ( All can understand )



2) 1COR 14:2 - जे अशा भाषेत बोलत आहे , जे कोणीच समजू शकत नाही  ( No one can understand )



3) 1COR 14:5 याचा अर्थ हा की भाषांतर शिवाय कोणीच भाषेला समजू शकत नाही  (Need interpretation )



तर एक आहे , 


1) जे सर्व लोक समजू शकतात , तुम्ही त्यांच्या भाषेमध्ये बोलू शकतात

2) दुसरा आहे ,कोणी समजू शकत नाही

3) तिसरा (अनुवाद) भाषांतर पाहिजे ,भाषेचा अर्थ सांगणारा पाहिजे



तर ही झाली पहिली थेअरी



*आता दुसरी थेअरी:-*



1) New Tongue - वेगळी

2) Other Tongue - वेगळी

3) unknown Tongue - वेगळी



 आता जर आपल्याला दोन थेरीला समजून घ्याययचे असेल , तर आपल्याला वचनामध्ये जावे लागेल



मराठी मध्ये ,,



1)  नवनव्या (नवीन नवीन) भाषा

2)  वेगवेगळ्या भाषा

3) (अनजान) अनोळखी भाषा 



 तर सर्वात प्रथम क्रीपक्चर आहे New Tongue साठी  ,



1) मार्क 16:17 - New Tongue हा एक झाला



2) दुसरा आहे , प्रेषित 2:4 - Other Tongue

3) तिसरा आहे , 1 COR 14:2 - unknown Tongue



 तर , इथे तिन्ही पण आल्या 



1) New Tongue 

2) Other Tongue

3) unknown Tongue



तर याला उचलून म्हणतात की पहा , क्रिपचर सांगत आहे की , तीन प्रकारचे अन्य भाषा आहे



तुम्ही सहज उल्लू बनू शकतात , फसू शकतात , कारण की स्पष्ट दिसत आहे  ,


1) मार्क 16:17 मध्ये वेगळी आहे , 

2) प्रेषित 2:4 मध्ये वेगळी आहे 

3) 1COR 14:2 मध्ये वेगळी आहे 



            तर टोटल झाले ना तीन ,,



* तर मी आपल्याला विचारतो , मत्तय चे पुस्तक , मार्क चे पुस्तक , लुकाचे पुस्तक , योहानाचे पुस्तक , चला पाचवे पण घेतो , या पाचही पुस्तकामध्ये तुम्हाला येशू दिसतो का ?


 तर मी विचारतो की ,


1) मत्तय या पुस्तकाचा येशू वेगळा आहे का ? 

2) मार्क या पुस्तका चा येशु वेगळा आहे का ?

 3) लुक या पुस्तकाचा येशू वेगळा आहे का ?

4) योहान या पुस्तकाचा येशु वेगळा आहे का ?

5) आणि तसेच प्रेषित या पुस्तका चा येशु वेगळा आहे का ?



तर येशू एकच आहे , परंतु पाच वेगवेगळे अँगल आहे , तर माझ्या मित्रा , ही गोष्ट समजते , तर ही गोष्ट का समजत नाही ?  



1) मार्क मध्ये जेव्हा येशू बोलत होता 16: 17 वचन :-

     जो विश्वास करेल आणि बाप्तिस्मा घेईल त्याचे तारण होईल , आणि ज्याचे तारण होईल , त्याच्याबरोबर हे चिन्ह राहील , ते नवनव्या भाषा बोलतील 



2) आणि तीच घटना प्रेषित या पुस्तकात 2:4 पूर्ण झाली :-


अ) येशू म्हटला होता की , तुम्ही नवनव्या भाषा बोलतील , तर पेत्राने कोणती भाषा बोलली ? दुसऱ्यांची भाषा बोलली Other Tongue


ब) परंतु ती येशूच्या दृष्टीने कशी होती ? नवीन भाषा  (NewTongue) , कारण की ज्या भाषेला मी ओळखत नाही ,  ज्याला तुम्ही ओळखत नाही , ती तुमच्यासाठी नवीन आहे



क) परंतु ती दुसऱ्यांसाठी वेगळी (Other) आहे ते तर म्हणणारच ना की तुम्ही माझ्या भाषेमध्ये बोलत आहात , म्हणजे तुम्ही वेगळ्या भाषेत बोलत (Other Tongue) आहात


 आणि तिसरा म्हणतात की ,



3) 1COR 14:2 मध्ये Unknown Tongue :-

अ) याचा अर्थ अनोळखी भाषा :- अशी एक भाषा आहे , त्याला भाषांतर नाही , मी बोलत आहे पण समजत नाही , कारण की प्रेषित या पुस्तकात पेत्र जेव्हा बोलत होता , ती समजत होती , तिथे मॅटर सॉल होयचा

ब) परंतु  1cor 14:2 मध्ये :-  तिथे भाषांतर नाही , तिथे कोणाला समजत नव्हती , जेव्हा मी बोलत आहे , या चर्च मध्ये बोलत आहे , तिथे कोणालाच समजत नाही



*हे आहे तिन्ही एकच ,


आता याला प्रचारक (सेवक) असे म्हणतात की  New Tongue वेगळी आहे , Other Tongue वेगळी आहे , Unknown Tongue वेगळी आहे



*तर वेगळी नाही , हे आहे तिन्ही एकच*



जर तुम्ही पाचही पुस्तकातला येशूला एकच म्हणतात , तर ठीक आहे , परंतु अशांच्या हाती गेले तर एक Tongue ला तीन म्हणत आहे , तर पाच पुस्तकातले येशूला , पाच येशू म्हणावे लागेल


 आता पहा ,

1) New Tongue - 

येशूने म्हटले की , मार्क मध्ये की तुम्ही नव-नवीन भाषा बोलतील , जेव्हा तुम्ही सुवार्ता सांगायला जाणार


2) Other Tongue :-

पेंटीकॉस्ट च्या दिवशी 120 जणांनी दुसऱ्यांच्या भाषेत बोलले 



3) Unknown Tongue :-

करिंथकरास मंडळीत हे दान  , जोरामध्ये कार्य (काम) करत होते


अ) Original Translation म्हणजे ग्रीक , युनानी त्यात काय आहे , पहा तुम्हाला तिन्ही देतो , कोणते देत आहे तर , मार्क 16:17 , प्रेषित 2:4 ,  1 करिंथ 14:2


ब) हे तुमच्या समोर , जिथे सर्कल केले आहे ना , तेथे तुम्ही पाहणार हे , Glossa - Strong's काय आहे ? 1100 , तुम्हाला तिन्ही ठिकाणी हेच translation मिळणार Strong's 1100



तुम्ही म्हणतात ना , तीन प्रकार ची भाषा , परंतु वेगवेगळी आहे ,


अ) भाषांतर जेव्हा ओरिजिनल भाषा मध्ये म्हणजे  ग्रीक मध्ये तेथे ही भाषा वेगळी आहे , म्हणजे New Tongue , मग लिहियायला पाहिजेन होते Unknown Tongue , मग लिहियायला पाहिजे Other Tongue असे तीन वेगवेगळे लिहियायला पाहिजेन होते आणि हे पण लिहियायला पाहिजेन होते की तिन्ही वेगवेगळी आहे 



 ब) असे एकही ट्रान्सलेशन (भाषांतर) तुम्हाला एक पण भेटणार नाही , कारण की तिन्ही Strong's एकच आहे , जो  Word युज झाला आहे Gloss , तो एकच Word युज झाला आहे , तिन्ही ठिकाणी , इथपर्यंत तुम्हला समजले गेले असेल 



*आणि अजून एक प्रूफ देतो*



*तिन्ही एकच दान आहे , वेगवेगळे नाही*



अ) मला हे प्रूफ करून दाखवा की पवित्र आत्म्याचे नऊ नाही दहा वरदान आहे या बारा वरदान आहे , हे प्रूफ करून दाखवा , कारण की असे आहेच नाही ना



ब) जर पौलाने पवित्र आत्म्याच्या प्रेरणेने जर 1 करी 12 : 7,8,9,10 पर्यंत लिहिले आहे  , नऊ प्रकार चे वरदान  , तर मग त्याने लिहियायला पाहिजेन होते की , अन्य भाषा एक नाही तर तीन प्रकारची आहे , तर असे काहीच लिहिले नाही , 



क) तर मग एक्स्ट्रा फिटिंग ज्याला म्हणतात एक्स्ट्रा फिटिंग का करत आहे ? , जे येशूने म्हटले  आहे की काही काढून , वाढवून शिकायचे नाही  प्रकटी 22 : 16 ,19 मध्ये म्हटले , काही काढायचे नाही आणि काही वाढू नाही , नाही तर (संकट) विपट्टी वाढली जाईल

 जो कोणी ‘ह्यांत भर घालील त्याच्यावर ह्या पुस्तकात लिहिलेल्या’ पीडा देव आणील;


*तर तीन प्रकारची अन्यभाषा नाही*



*1 करी 12 : 10*

अनेक प्रकार ची भाषा



तर हे झाले दोन प्रकारचे दान , टोटल नऊ मधले एक ,

 1) अनेक प्रकारची भाषा आणि 2) दुसरा आहे भाषा चा अर्थ सांगणे



अ) याचा अर्थ हा आहे की , पवित्र आत्म्याने अनेक प्रकार ची हे अनेकवचनी (प्युलर) आहे , एकवचनी नाही (सिंगुलर) , जेव्हा दानाचा उल्लेख केला होता पौलाने ,  पौलाला अजून एक दान देत आहे  , 



ब) दान हे आहे , जेव्हा कोणी पण कोणाच्या तरी भाषेत बोलत असेल ते त्याच्या साठी  New Tongue असेल त्याच्यासाठी  Other Tongue असेल या त्याच्या साठी  Unknown Tongue असेल 



क) 1) New का आहे कारण की त्याने फर्स्ट time बोलला आहे  , 

2) Other का आहे  ? कारण की दुसऱ्यांची भाषा आहे , दुसऱ्याला समजत आहे , जो बोलत आहे , जसे Act (प्रेषित) मध्ये झाले  

3) Unknow का आहे  ? कारण की , बोलत तर आहे , परंतु भाषांतर नाही , तर त्याच्या साठी Unknown आहे



 याचे ओरिजनल ग्रीक मध्ये 1100 , हे पृफ सकट आपल्या समोर ठेवले आहे




*अन्य भाषा च्या संदर्भात चार सत्यता*



त्या प्रत्येक विश्वासणार्यांना माहिती असणे गरजेचे आहे , चला पाहू या ,


1) पहिली सत्यता - भाषांतर असल्या शिवाय बोलू नये

1 करी 14 : 28 , 12: 10



2) दुसरी सत्यता - हे दान अविश्वासनाऱ्यासाठी चिन्ह आहे  , विश्वासणाऱ्यांसाठी नाही ,याच्या मागे पळायचे नाही


अ) हे परमेश्वराने पहिल्या मंडळीत हे दान दिले , हे दान जोरात काम करत होते  , हे या साठी केले होते की , त्या दिवसामध्ये language खूप होती , परंतु शिक्षण नव्हते . पेत्र , योहान शिकलेले नव्हते , हे बायबल रेकॉर्ड करते



ब) परंतु आज ची परिस्थिती वेगळी आहे , आज आपल्या मोबाईल मध्ये 6000 Language आहे , तुम्ही जी पाहिजे ती निवडू (चुज) शकता 



क) आज कॉलेज आहे , शाळा आहे , शिक्षण आहे , भरपूर काही आहे , परंतु त्या दिवसात नव्हते ,जे नव्हते तर अलौकीक रीतीने परमेश्वर त्यांना संदेश देत होता , सोबत त्यांना भाषा पण देत होता , या साठी की त्या भाषेत संदेश देता यावे म्हणून ,  



1) पहली सत्यता काय आहे ?  भाषांतर असल्याशिवाय बोलू नये


2) दुसरी सत्यता काय आहे ? ही अविश्वासनार्यां साठी चिन्ह आहे

1 करी 14:22



3) तिसरी सत्यता  :-  हे दान सर्वांना भेटत नाही

1 करी 12:30



अ) हे दान सर्वांना भेटत नाही , जेव्हा भेटत नाही तर , असे का शिकवतात काना मध्ये येऊन , प्रॅक्टिस करा , प्रॅक्टिस करा , 8-8 घंटा बोला , 10-10 घंटे बोला , हे का शिकवत आहे सर ?


 ब) कारण की क्रिपचर (वचन) हे सांगते की , हे दान सर्वांना नाही भेटत  , एक तरी वचन काढून दाखवा की हे दान सर्वांना भेटते


क) पौलाने हे जरूर म्हटले की 1 करी 12:40 जो भाषा (अन्यभाषा)  मध्ये बोलतो , त्यांना मनाई करू नका , त्याने हे नाही म्हटले की , सर्वांना बोलायचे आहे


4) चौथी सत्यता - हे दान समाप्त होईल



कोठे लिहिले आहे ? 1कुरी 13:8 , 

अ) आता याला खोटे करून दाखवा की हे चुकीचे आहे , हे कौनते दान आहे , जे समाप्त होईल ? हे कौंनते दान आहे जे सर्वांना नाही मिळणार ? सत्यता प्रूफ करा



ब) जे म्हणतात ना की तीन प्रकारची अन्य भाषा आहे , तर मला सांगा , कोणते दान समाप्त होईल , तिन्ही मध्ये  ?



*आता एक महत्व पूर्ण गोष्ट , आपली (स्वतःची) उन्नती आणि आत्मिक उन्नती मध्ये जमीन असमान चा फरक (अंतर) आहे*


अ) तुम्हाला माहिती आहे ? काय म्हणतात लोक , जे अन्यभाषा मध्ये बोलतात , त्याची आत्मिक उन्नत्ती होते , मला क्रिप्चर (वचन) मधून कोणी शोधून दाखवा की कोठे पौलाने म्हटले आहे , जो अन्यभाषा मध्ये बोलतो , त्याची आत्मिक उन्नती होते  , 



ब) तर काय लिहिले आहे माहिती आहे , आपली (स्वतः ची)  उन्नत्ती करतो  , तर शब्दाला पकडा , येथे लिहिले आहे स्वतः ची उन्नत्ती , येथे लिहिले नाही की आत्मिक उन्नत्ती


क) मी परत सांगतो , आपली (स्वतःची) उन्नत्ती आणि आत्मिक उन्नत्ती मध्ये जमीन असमान का फरक आहे , खरे पाहिले तर येथे पौल काय म्हणत आहे ,  तुम्ही स्वतःची ( वैयक्तिक) उन्नत्ती करत आहे , कशी ?


ड) जसे कोणी स्तोत्रसंहिता चे काही अध्याय पाठ करतात , तर त्याची उन्नत्ती आहे  , जसे की पूर्ण ते  पूर्ण 66 पुस्तके पाठ करतात , तर त्याची स्वतःची उन्नती आहे , 


ई) याचा अर्थ त्याचे नॉलेज चांगले आहे , ही चांगली गोष्ट आहे , हे चुकीचे नाही , परंतु आत्मिक उन्नती होते , अन्य भाषा बोलण्याने , हे कोणी शोधून दाखवा 


*अन्यभाषा बोलण्याने आत्मिक उन्नती होते , असे कोणतेच वचन नाही , अनेक सेवक लोक हेच म्हणत असतात*



अन्यभाषा मध्ये बोला तुमची स्वतः ची उन्नती होईल



*1करी 14:4 , 14:17 चे कनेक्शन पहा  ,*



आपली (स्वतः ची) करतो , परंतु दुसऱ्यांची उन्नत्ती होत नाही



अ) तर येथे कॉन्टॅस काय आहे ? पौल काय म्हणत आहे , तू स्वतःची  उन्नती करत आहे  दुसऱ्यांची नाही परंतु भविष्यवाणी करत आहे ना ती मंडळींची उन्नत्ती होते  , येथे जोर कशावर आहे , स्वतः च्या उन्नती वर नाही , तर दुसऱ्यांची उन्नत्ती वर



ब) तर पौल 1 कुरी 14:1 काय म्हणते ही जी लाईन आहे ना सक्रेस्टिक  आहे , सक्रीस्टिक चा अर्थ आहे , हे टोंट मारने आहे , तर पौल येथे जे स्टेटमेंट युज करत आहे ना तो हे म्हणत नाही की वाव किती चांगली गोष्ट आहे  , तुमची उन्नती होत आहे , असे  नाही म्हणत की काय करत आहात तुम्ही मंडळींची उन्नती च्या ऐवजी , तुम्ही स्वतः ची उन्नती करत आहे , पहा उन्नती करने चुकीचे नाही 



*उदा देतो*

प्रेषित 14: 28 , 29 असे वाचा



अ) तेथे असे लिहिले आहे की तेव्हा मंडळी एक होती , पेत्र त्यांचा पास्टर म्हणा , बिशप म्हणा ,  अपोस्टल म्हणा , काही अडचण नाही , असे लिहिले आहे की सर्व आपआपली संपत्ती विकत होती  आणि मंडळीला आणून देत होते , पेत्राच्या चारणाजवळ ठेवत होते आणि पेत्र काय करत होता 



ब) जशी त्यांची गरज होती तसे त्यांना तो वाटून देत होता , तर याचा अर्थ काय होतो ? स्वतः ची उन्नती करत नाही , तर तो सर्वांची उन्नती करत आहे , तुम्ही कोणत्याही क्षेत्रामध्ये उन्नती करू शकता



क) टोटल जेथे जेथे आपल्याला क्रीपचर (वचन) मिळाले असेल , अन्य भाषेचा चा , एकही ठिकाणी असे स्टेटमेंट नाही भेटणार की , जेथे असे लिहिले आहे की , जर उन्नती करायची असेल तर , तुम्हाला अन्यभाषा मध्येच बोलावे लागेल  , 



ड) एकही लाईन नाही मिळणार , जेथे स्पष्ट लिहिले असेल , जे आज कल शिकवत आहे  , जेथे  स्पष्ट लिहिलेले असेल की जो अन्यभाषा बोलणार तोच आत्मिक उन्नत्ती करणार 



*अन्य भाषा ने आत्मिक उन्नत्ती होते असे वचन नाहीच*



1करी 14:4 , 14:17

हे कॉन्टॅक्स आहे , हे कनेक्शन आहे



*काही अजून Nonbiblical Theories on Tougue :-*



1) स्वर्गीय भाषा

 2) प्रार्थनाची भाषा

 3) पवित्र आत्म्याची भाषा 

4) जी शैतानाला समजत नाही 



1) स्वर्गीय भाषा :-



स्वर्गीय भाषा असे लिहिलेले हे बायबल मध्ये कोठे आहे ? जेथे लिखित असेल Not 1 करी 13:1 ते नाही चालनार , ते सेक्रेस्टिक आहे ,  ते ना पौल आहे  ना Example देत आहे , जरी मी स्वर्ग दूताच्या बोलीया बोलू  , तर असे स्पष्ट लिखित असेल , ही स्वर्गीय भाषा आहे , नाही मिळणार 



2) ही प्रार्थना ची भाषा आहे हे शिकवत आहे


3) ही पवित्र आत्म्याची भाषा आहे


4) सैतानाला समजून येत नाही 



जर आम्ही 8-8 घंटे बोलणार ना अन्य भाषा मध्ये , तर सैतानाला नाही समजणार , तर वचन द्या , कोठे लिहिले आहे सैतानाला समजत नाही ?



*आता शेवटी*


याला खूप वापरतात , मी ठेवतो तुमच्या समोर , जेव्हा अन्यभाषा ची गोष्ट आली की , तेव्हा ते बोलतात 



                 मत्तय 12:32


मनुष्याच्या पुत्राविरुद्ध कोणी काही बोलेल तर त्याची त्याला क्षमा होईल, परंतु जो कोणी पवित्र आत्म्याविरुद्ध बोलेल त्याची त्याला क्षमा होणार नाही; ह्या युगात नाही व येणार्‍या युगातही नाही.



आता मी आपल्याला सांगतो , हे काय चक्कर आहे ?




अ) अनेक लोक म्हणतात आणि अनेक लोकांना घाबरून ठेवले आहे की , अन्यभाषा अशी भाषा आहे , एक असे gipts आहे ,असे दान आहे ,जे सरळ पवित्र आत्म्याशी कनेक्ट आहे ,



 ब) का ? कारण की पेंटीकुस्ट च्या दिवशी उतरली होती , पवित्र आत्मा ने हे दान दिले होते , आणि या वचनाचा सहारा घेतात आणि मंडळीला , लोकांना , आमच्यासारख्याना घाबरवतात , पहा जो अन्यभाषा विरुद्ध बोलणार , त्याला क्षमा नाही मिळणार



क) येथे व्यवस्थित वाचा , येथे दानाचा उल्लेख होत नाही , येथे अन्यभाषा चा उल्लेख होत नाही , येथे उल्लेख होत आहे जर context मध्ये पाहणार ना , तर पवित्र आत्म्याची गोष्ट होत आहे



ड) आणि पवित्र आत्मा ची गोष्ट यासाठी होत आहे की , येशु ख्रिस्ताला म्हणत होते की , याच्या मध्ये दुष्ट आत्मा काम करत आहे  , 



इ) तर येशु ने म्हटले जर दुष्ट आत्मा माझ्यामध्ये काम करत आहे तर तुम्ही माझी निंदा करणार , मला वाईट बोलणार तर तुम्हला क्षमा नाही मिळणार ,  हे आहे Contex ,



ई) परंतु हे उचलून काय म्हटले , जसे ही तुम्ही अन्यभाषा मध्ये बोलणार , ते बरोबर असो या चुकीचे , तर तुम्ही बोलणारे चुकीचे , दुषी ठरणार



*आता मी याचा क्रॉस रेफरन्स देतो*


बंधुजनहो, तुम्ही आध्यात्मिक दानांविषयी अजाण असावे अशी माझी इच्छा नाही.


*१ करिंथ 12:1*



अ) हा पौल आहे , कोणाचा प्रेषित आहे ? अन्य जातियों (परराष्ट्रीयचा), हा यहुदी चा प्रेषित नाहीं  , तुम्ही विचार करा एका बाजूने आहे मत्तय 12:32 , दुसऱ्या बाजूने आहे 1 करी 12:1 आता तुम्ही काय म्हणणार ?



ब) हाच येशु , हाच येशु आहे  पवित्र आत्मा लीड करत आहे , आणि खास करून मंडळी साठी जेव्हा आत्मिक दानाची चर्चा तुमच्या मध्ये होत असेल , तर सटीक study करा , 



क) पारख करून कोणत्याही दान आपल्या मध्ये घेणे , यासाठी सांगतो की अजाण राहू नका



*कोणते दान कोणत्या कामासाठी दिले आहे , हे आपल्याला माहिती असणे गरजेचे आहे*



*प्रत्येक दानाचा एक अर्थ असतो , जर परपोज (Purpose) नाही माहीत , तर मग अन्य भाषा एक नाही ,तीन आहे , असे म्हणाल*



अ) जी टिचिंग नाही , त्याला तोड मोड करून सिकवत आहे  , जे त्यांना कोणीतरी शिकवले आहे आणि ते काँक्रीट बनले आहे , आणि ते हटू शकत नाही ,



 ब) तर काँक्रीट बनले आहे , सोलेट बनले आहे , नाही हटत  येशू स्वतः येऊन सुधारिन ना , तर ते बोलणार की हा येशू नाही सैतान आहे , असे त्याला बोलतील , ही पण हरकत करतील



*आपल्याला परपोज (Purpose) माहिती पाहिजे*



अ) आपल्याला अन्यभाषा का दिली आहे ? त्याचा उद्देश काय आहे ? सुवार्ता वाढवण्यासाठी , त्याचा परपोज काय आहे ? tich करणे



ब) त्याचा अर्थ हा नाही की अशी भाषा आहे की ती बोलल्याने आत्मिक उन्नत्ती होते , एक तरी वचन दाखवा


*तर आपल्याला उद्देश माहिती पाहिजे की , हे दान का दिले ?*



अ) परंतु मी परत विचारीन माझी जेवढी स्लाईड पाहिली आहे , त्या सर्व जागेवर जर तुम्हाला एकाही ठिकाणी out Of आहे तर हा व्हिडिओ shere करू नका आणि मला fallow करू नका 



 ब) मला ऐकले तर तुम्हाला वाटते की ओरिजनल ट्रान्सलेशन म्हणजे ओरिजनल जे ट्रांनसलेक्शन आहे ग्रीक , युनानी तेथून ठेवले , क्रिपचर च्या क्रॉस रेफरन्स मध्ये ठेवले  , 



क) येशुने काय म्हटले , त्याला  पेत्राने कसे म्हटले , त्याला पौलाने कसे म्हटले  , तीन वेगवेगळे अँगल आहे , तीन वेगवेगळे गिफ्ट्स आहे , गिफ्ट एकच आहे तो 1100 म्हणजे ग्लोसा त्याला उचलून कोणी शिकवत आहे की बायबल मध्ये तीन प्रकारची अन्य भाषा आहे , तर प्रूफ द्या ,