Tuesday, 23 August 2022

उद्धार पाने के बाद श्राप हमारे जीवन में बना रहता है (हिंदी )

 आज का विषय

किर्पा एक बार जरुर पढ़े


*क्या उद्धार पाने के बाद श्राप हमारे जीवन में बना रहता है* 


✍️ *क्या मसीह बनने के बाद श्राप हमारे जीवन में बना रहता है*

 

👉मेरी नौकरी चली गई

👉बच्चा मर गया

👉घर बिक गया

👉क्या उसके पीछे श्राप है


*सीधा जवाब है:- नहीं*


✍️ *मसीह बनने के बाद ऐसा कोई श्राप नहीं रहता*

 

👉 *इसलिए यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है:* पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं (2कुरि5:17)


✍️ *मसीहा बनने के बाद ऐसा कोई श्राप नहीं रहता*


👉 *क्योंकि न खतना, और न खतनारहित कुछ है, परन्तु नई सृष्टि महत्त्वपूर्ण है*

(गलतियां 6:15)


✍️पौलुश जादा जोर किस पर दे रहा है! 

 

👉 *नई सृष्टि पर*आप और हम क्या है नई सृष्टि*


👉 *पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी, याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और परमेश्वर की निज प्रजा हो, इसलिए कि जिसने तुम्हें अंधकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो। तुम पहले तो कुछ भी नहीं थे, पर अब परमेश्वर की प्रजा हो;* तुम पर दया नहीं हुई थी पर अब तुम पर दया हुई है!

(1पतरस 2:9-10)


✍️ *तो जो कोई यीशु में है नई सृष्टि है*


👉 *वाचा के लहु में है*

👉 *वो दुल्हन*

👉 *वो कलिसिया*

👉 *राज पदधारी जाजक है*

👉 *पवित्र समाज*

👉 *उस के वंशज हैं*


✍️ *तो फिर आपके जीवन में श्राप कैसे रह सकते हैं*


👉 *और विधियों का वह लेख और सहायक नियम जो हमारे नाम पर और हमारे विरोध में था मिटा डाला;* और उसे क्रूस पर कीलों से जड़कर सामने से हटा दिया है

(कुलसिया 2:14)


👉 *इसलिए अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दण्ड की आज्ञा नहीं*(रोमिया 8:1)


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आपको लगता है मेरे जीवन में कोई बन्धन है,तो वो क्यों है!*


✍️ *कोई वजह है?*


✨ *जो सुसमाचार नहीं सूनाता*


👉 *यदि मैं सुसमाचार सुनाऊँ, तो मेरा कुछ घमण्ड नहीं; क्योंकि यह तो मेरे लिये अवश्य है; और यदि मैं सुसमाचार न सुनाऊँ, तो मुझ पर हाय!* (1कुरि 9:16)


✨ *जो प्रभु को प्यार नहीं करता*-


👉 *पर मुझे तेरे विरुद्ध यह कहना है कि तूने अपना पहला सा प्रेम छोड़ दिया है।* इसलिए स्मरण कर, कि तू कहाँ से गिरा है, और मन फिरा और पहले के समान काम कर; और यदि तू मन न फिराएगा, तो मैं तेरे पास आकर तेरी दीवट को उसके स्थान से हटा दूँगा

(प्रकाशित 2:4-5)


✍️ *आपकी गलतीयो के कारण आपका बिज़नस, आपका परिवार, नौकरी,घर में प्रोब्लम है*


👉 *आप श्राप को चैक मत किजिए पाप को चैक किजिए*


👉 *आपके पूराने जीवन का कोई भी श्राप अब आपके जीवन में नहीं आएगा*


👉 *अगर मसीह में ठीक चल रहे हैं तो!*


✍️ *कौन कौन से श्राप टुट्ट गए है*


( *यीशु ने सलीब पर किलो से जड़कर निकाल दिया*)


👉 *आपके पापों का श्राप*


👉 *परिवारिक श्राप*


👉 *पूर्वजों का श्राप*


👉 *दूशमनो का श्राप (जादू-टोना)*


 *सवाल*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *क्या किसी के श्राप देने से हम श्रापित हो जाते हैं?*


*जवाब* नहीं


👉आपको किसी के श्राप देने से डरना नही चाहिए!


*ध्यान दें* 


✍️किसी के धोखे में नहीं आना! 


👉 *किसी तेल की बोतल*


👉 *पानी की बोतल*


👉 *प्रार्थना बीज या प्रार्थना*


👉 *विक्षेष पर जो कहता है उस से प्रार्थना करने से*


👉 *तेल की बोतल ले जाओ श्राप टृट जाएंगे*


👉 *पानी ले जाओ श्राप टृट हो जाएंगे*


👉 *प्रार्थना बीज भेज दो आपका श्राप टृट जाएगा*


*ऐसे धोखो से बचें*


✍️जो ऐसा कहते हैं करते हैं झूठ है गलत है


👉 *यीशु का लहु काफी है*


👉 *हमे ऐसे पर विश्वास नहीं करना है*


👉 *प्रार्थना विक्षेष*:- विक्षेष व्यक्ति से उस से प्रार्थना करवाए


👉कुछ ने तो विक्षेष प्रार्थना का रेट भी रखा है


*मैं फिर कहता हूं मसीह बनने के बाद कोई श्राप नहीं रहता*


*God bless you*

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