Saturday, 27 August 2022

आकान का पाप (हिंदी )

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*पाप को हल्के में मत लो*

*Take sin Lightly*


*आकान का पाप*


👉परन्तु इस्राएलियों ने अर्पण की वस्तु के विषय में विश्वासघात किया; अर्थात् यहूदा गोत्र का आकान, जो जेरहवंशी जब्दी का पोता और कर्मी का पुत्र था, उसने अर्पण की वस्तुओं में से कुछ ले लिया; इस कारण यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा।

(यहोशू 7:1)


✍️एक अध्याय पहले यरीहो की दीवार को इन की आवाज से ही गिरा दिया था!


👉एक बहुत बड़ी विजय का ये हिस्सा रहे!


👉सातवें अध्याय में यह लोग हार गए एक छोटे से देश से!


👉इसलिए कोई तीन हजार पुरुष वहाँ गए; परन्तु आई के रहनेवालों के सामने से भाग आए,

(यहोशू 7:4)


✍️तब यहोशु ने परमेश्वर से पूछा हम इतने बड़े-बड़े देश से जीत गए!

👉दानव जैसे शूरवीर योद्धाओं को मर डाला!


👉आई से सिर्फ तीन हजार यौद्धाओ से युद्ध जीता जा सकता था!

👉 *हम क्यों हर गए?*


👉 *परमेश्वर ने कहा आकान नामक व्यक्ति ने कुछ पैसे के सोने चांदी के लालच में आ कर मुझे से विश्वासघात किया है!*


👉तब जो पुरुष अर्पण की वस्तु रखे हुए पकड़ा जाएगा, वह और जो कुछ उसका हो सब आग में डालकर जला दिया जाए; क्योंकि उसने यहोवा की वाचा को तोड़ा है, और इस्राएल में अनुचित कर्म किया है।’”

(यहोशू 7:15)


👉तब उसने उसके घराने के एक-एक पुरुष को समीप खड़ा किया, और यहूदा गोत्र का आकान, जो जेरहवंशी जब्दी का पोता और कर्मी का पुत्र था, *पकड़ा गया।*

(यहोशू 7:18)


✍️ *पकड़ा गया!*


👉तब यहोशू ने उससे कहा, *“तूने हमें क्यों कष्ट दिया है?* आज के दिन यहोवा तुझी को कष्ट देगा।” तब सब इस्राएलियों ने उस पर पथराव किया; और उनको आग में डालकर जलाया, और उनके ऊपर पत्थर डाल दिए।

(यहोशू 7:25)


✍️ *तुने हमें क्यों कष्ट!*


👉 *हम युद्ध जीत रहे थे!*


👉 *हम अच्छे खासे चल रहे थे!*


👉 *तेरी एक गलती के कारण हम जीतते जीतते हार गए!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *इन की मौत क्यों हो गई?*


👉एक ही चीज हैं!


👉 *इन्होंने ने पाप को हल्के में लिया!*


👉ये कौन सा परमेश्वर है?


👉ये वो ही परमेश्वर है जिसे कहते हैं पिता ,पुत्र ,पवित्र आत्मा त्रिएक परमेश्वर जो आपके अन्दर बसा है!


*ध्यान दें*


✍️तो आपको सोचना होगा!


👉जिसने हनन्याह सफीरा को नहीं छोड़ा!


👉आकान को नहीं छोड़ा!


👉तो आपको कैसे छोड़ेगा!.


👉 *अगर तुम हल्के में लोगे!*


✍️उन प्रचारकों का क्या जो कहते हैं  प्रभु प्यार करता है!

प्यार करता है!


👉मैं इस के खिलाफ नहीं हूं


👉बिल्कुल सच्च बात है परमेश्वर प्यार करता है!


*उदाहरण*


✍️आप मां बाप है आप आपने बच्चों से प्यार करते हैं!


👉तो फिर डंडे से क्यों मरते हैं 


👉जब गलती करते है!


👉बच्चे पर हाथ क्यों उठाते हैं! 


👉जब वो मस्ती करता हैं! 


👉गलत काम करता है!


👉यह परमेश्वर का nature है


*सूने*:-


✍️ *हमे समझना होगा हम कौन‌ लोग है!*


👉यहां बात एक व्यक्ति की नहीं हो रही!


👉पूरे राष्ट्र की हो रही है!


👉परमेश्वर की बातों को हल्के में ले!

👉और ना ही पाप को हल्के में ले!

👉आज कल ऐसी बातें नहीं हो रही है दोस्तों!


⭐ *एक और बात!*


✍️ *कुछ कह सकते है pastor जी जिसने गलती की उसको मरना था पत्नी को बच्चों को बाकि लोगों को क्यों मरा?*


👉 *सूनना चाहते हैं इस का जवाब*:-


👉परमेश्वर क्या कहना चाहता है!


👉बच्चे जो मरे हैं ना वो मरने से नरक नही जाएंगे!


👉अगर ये ही बच्चे बड़े होकर बाप के पद चिन्ह पर चले और बाप की तरह चोरी करना शिक्ष जाए!


👉जो के खून में आता है!

बड़े होकर नरक जाने से अच्छा है!


👉ये छोटेपन में स्वर्ग जाएं ये बेहतर है ना!


*सूने*:-


✍️ *बाकि लोग logic लगा सकते हैं परमेश्वर निर्दई है!*


👉जवाब है:- नहीं!


✍️परमेश्वर कठोर है!

👉नही!


✍️ परमेश्वर से ज्यादा भविष्य को कौन जान सकता है! 


👉दस साल के बाद ये परिवार क्या निकलेगा कौन जान सकता!

👉सिर्फ परमेश्वर!


👉नूह के समय पूरी दुनिया को क्यों खत्म कर दिया उस में भी तो छोटे-छोटे बच्चे थे औरते थी ना!


👉परमेश्वर से बेहतर कौन जान सकता है!


👉अगर पाप का एक भी बीज रह गया तो क्या कर सकता है!


*ध्यान से सूने*:-


*उदाहरण*:-


✍️चावल की फसल लेने के बाद आग लगाना पड़ता है!


👉 *पता है कियो?*


👉ताकि नया बीज ही आए जो बीजा है वो ही आए वापस से पूराना बीज ना आए!


👉नये बीज को लाना है तो पूराने बीज को जड़ से खत्म करना पड़ता है!


*सूने*:-


✍️ *वैसे ही परमेश्वर कहता है मैं जड समेत चीजों को खत्म करना चाहता हूं!*


👉तो परमेश्वर का गुस्सा तब शांत हुआ जब वो व्यक्ति पृथ्वी पर से खत्म हो गया!


👉हनन्याह सफीरा के प्रति परमेश्वर का गुस्सा तब शांत हुआ जब वो पृथ्वी पर से खत्म हो गया!


👉और उन्होंने उसके ऊपर पत्थरों का बड़ा ढेर लगा दिया जो आज तक बना है; *तब यहोवा का भड़का हुआ कोप शान्त हो गया।* इस कारण उस स्थान का नाम आज तक आकोर तराई पड़ा है।

(यहोशू 7:26)


👉जब तक मृत्यु नहीं हो परमेश्वर का गुस्सा शांत नहीं होता!


*सूने*:-


✍️ *और ये ही कारण है हमारे गुनाहों की सजा यीशु को दी!*


👉 *परमेश्वर का गुस्सा तब तक शांत नहीं हुआ, जब तक यीशु सलीब पर नहीं मरा!*


👉 *मंदिर का पर्दा तब तक नहीं फटा जब तक यीशु सलीब पर नहीं मरा!*


*God bless you*

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