Sunday, 10 April 2022

क्या हमें सब्त का दिन मनाना चाहिए

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े लें


*बारां जरुरी बातें जो हर एक विश्वासी को जानना बहुत जरूरी है*


 *तीसरी बात*


*क्या हमें सब्त का दिन मनाना चाहिए ?*


✍️ *सब्त आता है व्यवस्था में जिसे विश्राम दिन भी कहते है!*


👉 *जो यहूदियों के हिसाब से शनिवार है!*


👉 *आपको ये समझना है सातों दिन प्रभु का है!*


👉 *ना Monday, important है*


👉 *ना Tuesday, important है*


👉 *ना Wednesday, important है*


👉 *ना Tuesday, important है*


👉 *ना Friday, important है*


👉 *ना Saturday, important है*


👉 *ना Sunday, important है*


👉 *सातों दिन प्रभु का है*


👉 *30 दिन प्रभु का है*


👉 *365 दिन प्रभु का है*


👉 *हर दिन प्रभु का है*


👉 *हर पल प्रभु का है*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *Saturday आपके लिए बिल्कुल भी (important) महत्वपूर्ण नही है!*


👉 *आप जब चाहो अराधना करो!* 


👉 *जब चाहो प्रभु के पास जाओ!*


👉 *जब चाहो कलिसिया खोलो!*


👉 *कौन सा भी दिन खोलो!*


👉 *Saturday आपके लिए बिल्कुल भी important नहीं!*

👉 *या सब्त आपके इसलिए important नहीं!*


👉 इसलिए खाने-पीने या पर्व या नये चाँद, या सब्त के विषय में तुम्हारा कोई फैसला न करे। *क्योंकि ये सब आनेवाली बातों की छाया हैं, पर मूल वस्तुएँ मसीह की हैं।*

(कुलुस्सियों 2:16-17)


✍️ *यह पडछाई है (व्यवस्था) जो टल जाएगी!*


👉 *कौन सी बातें व्यवस्था की बाते!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आपको किसी प्रकार के सब्त के दिन के अधिन रह कर या किसी के डर से किसी के Saturday के चर्च में नहीं जाना है!*


👉कुछ Saturday मिशन वाले और माता यरुशलेम वाले भी यही सिखाते की Saturday को ही जाना है!


*ध्यान से सूने*:-


👉आप Saturday जाओ

👉आप Sunday, जाओ

👉आप Friday, जाओ 


👉 *आप कोई भी दिन जाओ!*


👉 *आप स्वतंत्र है!*


👉 *आप कोई भी दिन कहीं पर भी खुले आसमान के नीचे कहीं पर भी प्रभु की आराधना कर सकते!*


👉 *परमेश्वर आपके अन्दर है!* 


👉 *परमेश्वर की उपस्थिति आपके अन्दर है, इस बात को आपको समझना होगा!*


*God bless you*

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