Sunday, 2 January 2022

दो तरह के लोग कलिसिया (चर्च) बदल

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*आज दो तरह के लोग कलिसिया (चर्च) बदल रहे हैं* 


 ⭐ *एक है वो जिनको चर्च में मजा नहीं आ रहा है*!


⭐ *दूसरे जिनको चर्च में सही वचन नहीं मिल रहा है*!


⭐ *पहले वो है*:- 


👉उनके हिसाब से चर्च में चीजें होती नहीं दिख रही है, इसलिए चर्च बदलते हैं!


⭐ *दूसरे वो है*:-


👉वचन की सेवकाई ठीक से नहीं हो रही इसलिए चर्च बदलते है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आपका चर्च किस चीज पर टिका है?*


👉 *स्तुति आराधना*:- आराधना गलत नहीं पर घंटों नाचते रहते हैं!

👉जहां सब से जदा ईनी पर focus होता है!


👉 *चमत्कार*:- तेल ,पानी ,हाथ रखना, वीज़ा अमेरिका चले जाओगे आदी....


👉 *अच्छी बातें*:- आप जैसे भी हो प्रभु आपसे प्यार करता है,

आप दारु पीओ माफी मांगो चर्च आ जाओ!


👉 *Manoranjan*:- game, बाहर बंदगीया पर जाना , बाहर जाना (घूमना फिरना), ग़लत नहीं, पर सिर्फ ये ही focus हो गया!


✍️ *या फिर ऐसे लोग जो सिर्फ वचन पर आधारित चर्च चलाते है*


👉 *उनका focus*

👉 *वचन से सटेडी करना* 

👉 *संसार से कैसे बचना है* 

👉 *अपना क्रुस उठाना* 

👉 *सेवा करना है*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आज पूरी दुनिया में दो तरह की कलिसीया है*


👉 *Manoranjan चर्च*:-

👉 *वचन पर आधारित चर्च*:-


👉 *आप कौन से चर्च में है?*


✍️ *पौलुश और तीमुथियुस की कलिसिया कैसी थी?*

 

👉 *कौन सा model था?*


👉 *कि तू वचन का प्रचार कर; समय और असमय तैयार रह, सब प्रकार की सहनशीलता, और शिक्षा के साथ उलाहना दे, और डाँट,* और समझा। क्योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे पर कानों की खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिये बहुत सारे उपदेशक बटोर लेंगे। और अपने कान सत्य से फेरकर कथा-कहानियों पर लगाएँगे।

(2 तीमुथियुस 4:2-4)


✍️ *लोग चर्च बदलेंगे, हमे निराश नहीं होना!*


👉 *हमें भीड़ नहीं चाहिए भेड़ चाहिए!*


*ध्यान दें*:-


👉 *नये जन्मे हुए बच्चों के समान निर्मल आत्मिक दूध की लालसा करो,* ताकि उसके द्वारा उद्धार पाने के लिये बढ़ते जाओ,

(1 पतरस 2:2)


✍️ नये जन्मे बच्चों का क्या करना है? 

👉वचन देना है?


👉तेल, पानी , Manoranjan नहीं!


👉 *और वे प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने में और रोटी तोड़ने में और प्रार्थना करने में लौलीन रहे।*

(प्रेरितों के काम 2:42)


✍️ उनका focus Manoranjan नहीं था!


👉 *ऐसे चर्च को ढुंढे*:-

👉 *ऐसो को सूने*:-


👉 *जो वचन की शिक्षा पाता है,* वह सब अच्छी वस्तुओं में सिखानेवाले को भागी करे।

(गलातियों 6:6)


👉 *जो प्राचीन अच्छा प्रबन्ध करते हैं, विशेष करके वे जो वचन सुनाने और सिखाने में परिश्रम करते हैं,* दो गुने आदर के योग्य समझे जाएँ।

(1 तीमुथियुस 5:17)


✍️ ऐसे चर्च को ढुढ्ढना है! 


👉ऐसे को सूनना है!


✍️ *एक सच्ची कलिसिया कौन सी है?* 


👉 *जो मसीह के आदेश को लेकर चलती है!*


*God bless you*

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