आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
*हमे पवित्र आत्मा के मकशद को समझना है*
✍️ पवित्र आत्मा परमेश्वर ने हमें कियू दीया है ?
👉इसलिए मैं तुम से कहता हूँ, कि मनुष्य का सब प्रकार का पाप और निन्दा क्षमा की जाएगी, पर पवित्र आत्मा की निन्दा क्षमा न की जाएगी। जो कोई मनुष्य के पुत्र के विरोध में कोई बात कहेगा, उसका यह अपराध क्षमा किया जाएगा, परन्तु जो कोई पवित्र आत्मा के विरोध में कुछ कहेगा, उसका अपराध न तो इस लोक में और न ही आनेवाले में क्षमा किया जाएगा।(मत्ती 12:31-32)
✍️मसीह लोग,पास्टर लोग डर जाते हैं!
👉 पर परमेश्वर का सही ज्ञान नहीं है, तो ये भी गलत है और अधूरा ज्ञान ख़तरनाक होता है!
👉और अनुग्रह की आत्मा का अपमान किया।
(इब्रानियों 10:26-29)
*सूने*:-
✍️ तो कुछ लोग कहते हैं ऐसा है तो हम कुछ नहीं बोलेंगे!
👉कोई भी पवित्र आत्मा की activity कर रहा है!
👉तेल,बेचना ,नीचे गिराना हम कुछ नहीं बात करेंगे !
*सूने*:-
✍️अगर आप गलत को सही बोलते हैं!
👉ये भी गलत है!
✍️और सही को गलत बोलते हैं !
👉ये भी गलत है
*उदाहरण*:-
✍️यीशु न्याय करेगा तो ?
(बाकी आप समझदार है)
👉तो सही को सही और ग़लत को ग़लत बोलिए?
👉तब उसने पवित्रशास्त्र समझने के लिये उनकी समझ खोल दी(लूका 24:45)
✍️उनकी समझ खोल दी !
👉 *क्यों ?*
👉दूसरों को समझना है तो!
👉और यरूशलेम से लेकर सब जातियों में मन फिराव का और पापों की क्षमा का प्रचार, उसी के नाम से किया जाएगा।
(लूका 24:47)
✍️हमे दूसरों समझाना है तो पहले खुद समझना जरूरी है!
👉और जिसकी प्रतिज्ञा मेरे पिता ने की है, मैं उसको तुम पर उतारूँगा और जब तक स्वर्ग से सामर्थ्य न पाओ, तब तक तुम इसी नगर में ठहरे रहो।”
(लूका 24:49)
👉भविष्य वाणी(योएल 2:28)
👉(प्रेरितो काम 2अधयाय पूरी हुई)
*सूने*:-
✍️यीशु ने कहां मैं कलिसिया बनाऊंगा!
👉और मैं भी तुझ से कहता हूँ, कि तू पतरस है, और मैं इस पत्थर पर अपनी कलीसिया बनाऊँगा, और अधोलोक के फाटक उस पर प्रबल न होंगे।
(मत्ती 16:18)
⭐ *पवित्र आत्मा का कलिसिया से Connection है!*
👉 *पवित्र आत्मा को कलिसिया के लिए दीया गया है!*
👉और आत्मा, और दुल्हन दोनों कहती हैं, “आ!” और सुननेवाला भी कहे, “आ!” और जो प्यासा हो, वह आए और जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंत-मेंत ले।(प्रकाशितवाक्य 22:17)
👉कि उसको वचन के द्वारा जल के स्नान से शुद्ध करके पवित्र बनाए, और उसे एक ऐसी तेजस्वी कलीसिया बनाकर अपने पास खड़ी करे, जिसमें न कलंक, न झुर्री, न कोई ऐसी वस्तु हो, वरन् पवित्र और निर्दोष हो।
(इफिसियों 5:26-27)
⭐ *5 सेवकाई किस के लिए है!*
👉और उसने कुछ को प्रेरित नियुक्त करके, और कुछ को भविष्यद्वक्ता नियुक्त करके, और कुछ को सुसमाचार सुनानेवाले नियुक्त करके, और कुछ को रखवाले और उपदेशक नियुक्त करके दे दिया।,जिससे पवित्र लोग सिद्ध हो जाएँ और सेवा का काम किया जाए, और मसीह की देह उन्नति पाए!
(इफिसियों 4:11-12)
⭐ *9 वरदान किस के लिए है!*
👉वचन पढे :-(1कुरि12:4-11)
⭐ *पवित्र आत्मा के 9 फल किस के लिए है!*
👉पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, और दया, भलाई, विश्वास,
(गलातियों 5:22)
*अगर मैं पवित्र आत्मा के मकशद को ना समझूं तो मैं उसके विरोध में हूं!
*मैं पवित्र आत्मा के मकशद को ना समझूं तो मैं उसका अपमान करता हूं!
*अगर हम जानते होते तो ये नहीं करते!
*हमें ये समझने की जरूरत है!
👉आत्मा को न बुझाओ।
(1 थिस्सलुनीकियों 5:19):-
✍️इसका मतलब किया है :-
👉सोचे कही मै अपमान या निंदा तो नहीं कर रहा हूं!
👉पवित्र आत्मा किस लिए दीया है ?
👉हमें पवित्र आत्मा के मकशद को समझना है!
👉और उन्होंने हर एक कलीसिया में उनके लिये प्राचीन ठहराए, और उपवास सहित प्रार्थना करके उन्हें प्रभु के हाथ सौंपा जिस पर उन्होंने विश्वास किया था।
(प्रेरितों के काम 14:23)
👉इसलिए अपनी और पूरे झुण्ड की देख-रेख करो; जिसमें पवित्र आत्मा ने तुम्हें अध्यक्ष ठहराया है कि तुम परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली करो, जिसे उसने अपने लहू से मोल लिया है
(प्रेरितों के काम 20:28)
✍️ पवित्र आत्मा की अगुवाई होना बहुत जरूरी है!
👉परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं(यूहन्ना 1:12)
👉इसलिए कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं।(रोमियों 8:14)
⭐ *कौन कौन पवित्र आत्मा की अगुवाई में चले!*
"इन वचनों को देखे"
(प्रेरितो के काम 8:29)
(11:12 ) (13:2) (15:28 )(16:6 ) (20:23)
*उदाहरण*:-
⭐ *यीशु भी पवित्र आत्मा की अगुवाई में चले!*
👉तब उस समय पवित्र आत्मा यीशु को एकांत में ले गया ताकि शैतान से उसकी परीक्षा हो।
(मत्ती 4:1)
⭐ *पतरस को लेकर चला!*
⭐ *पौलुश को कौन लेकर चला!*
⭐ *कलिसिया को कौन लेकर चलेगा!*
✍️ *आपको कौन लेकर चलेगा!*
*सूने*:-
👉 जो भी आप करते हैं वो पवित्र आत्मा की अगुवाई में होना चाहिए!
👉वचन से मैच खाना चाहिए!
👉हम अपनी मनमानी नहीं कर सकते !
*कुछ (nonbiblical) वचन से बाहर*
⭐ *जैसे निचे गिराना*:-
*गिराने के बारे में* (देखे)
👉जब याजक पवित्रस्थान से निकले, तब यहोवा के भवन में बादल भर आया। और बादल के कारण याजक सेवा टहल करने को खड़े न रह सके, क्योंकि यहोवा का तेज यहोवा के भवन में भर गया था।
(1 राजाओं 8:10-11)
✍️वो खडे ना रह सके!:-
*मतलब*:-
👉वो वहां से चलेंगे!
👉उन्होंने उसको उत्तर दिया, “यीशु नासरी को।” यीशु ने उनसे कहा, “मैं हूँ।” और उसका पकड़वानेवाला यहूदा भी उनके साथ खड़ा था। उसके यह कहते ही, “मैं हूँ,” वे पीछे हटकर भूमि पर गिर पड़े।(यूहन्ना 18:5-6)
✍️ वो कौन थे जो निचे गिरे थे!
👉और कितनी बार गिरे थे!
*सवाल*
✍️ *निचे गिरते हैं तो बदलाव आना चाहिए ?*
*सवाल/उदाहरण*:-
✍️ *न्याय के दिन परमेश्वर पूछेगा निचे गिरना ,ऐसा कियू /किया ? एक भी वचन नही!*
👉आप फंस जाओगे!
⭐ *धक्का कियू मरते हैं ?*
✍️यह पवित्र आत्मा के विरोध है!
⭐ *हिलाते कियू है ?*
✍️ क्या ये पवित्र आत्मा का कार्य है!
*उदाहरण*:-
✍️आपका बच्चा चिल्लाता है मेहमानों के सामने तो आपको कैसा लगेगा!
⭐ *फूंक मारना ?*
✍️ *फूक कियू मारते हैं ?*
👉यीशु ने एक बार किया था या बार बार नहीं किया!
*सूने*:-
👉 किस को पवित्र आत्मा देना है!
👉ये परमेश्वर तय करेगा ,आप तह नहीं करेंगे!
*उदाहरण*:-
👉वो इन्सान गलत है!
👉पर पास्टर कहता है?
👉 *तो मिलेगा ?*
*सूने*:-
*अब बात करेंगे!*
⭐ *पवित्र आत्मा एक मकशद के लिए दिया गया है*
"इन वचनों को देखे"
(प्रेरितो के काम 2:37,39)
(प्रेरित 1:8):-
👉पवित्र आत्मा विश्वासीयो को दीया जाता है!
⭐ *अग्नी*:-
👉और उन्हें आग के समान जीभें फटती हुई दिखाई दी और उनमें से हर एक पर आ ठहरी।(प्रेरितों के काम 2:3)
✍️आग की जीभे /हम कहते मैं आग गिराएगा!
✍️पवित्र आत्मा expression के लिए नहीं दिया गया!
👉सेवकाई के लिए दीया गया है!
✍️कुछ कहते हैं पवित्र आत्मा आता है तो अच्छा लगता है?
👉पवित्र आत्मा हमे अच्छा महसूस लगने के लिए नहीं दिया गया ?
👉सेवकाई के लिए दीया गया है!
👉क्योंकि परमेश्वर गड़बड़ी का नहीं, परन्तु शान्ति का कर्ता है; जैसा पवित्र लोगों की सब कलीसियाओं में है।
(1 कुरिन्थियों 14:33)
✍️ परमेश्वर गड़बड़ी का परमेश्वर नहीं!
*मतलब*:-
✍️हमे परमेश्वर के order (आदेश) में काम करना है
👉 परमेश्वर का काम सही तरीके से करें !
👉जो दान पवित्र आत्मा ने नहीं दिया!
👉तो क्यों पवित्र आत्मा के विरोध करके दंड क्मा रहे हैं!
*हमें सावधान रहना है*!
*वचन के अनुसार ही सेवा करना है*
*God bless you*