क्यों यीशु शरीर में जन्मा ?
1) यीशु शरीर मे क्यों आया ? क्यों प्रकट हुवा ? क्यों हमारे में निवास किया
2) अगर इसको नही समझे में समजता हु की
3) यीशू को पेश करने में हम फेल हो जाएगे
अगर ,,
आप ये कॉन्सेप्ट (Consept) को समझ गये - (2)
की यीशु शरीर मे क्यों जन्मा ? तो बहुत सारे लोगों को जवाब देने लायक हो जाओगे ।
कुछ लोग है वो कहते है कि ,,,,
1) येशु परमेश्वर नही है , वो व्यक्ति है
2) वो खुदा का बेटा कैसा हो सकता है
3) वो परमेश्वर कैसे हो सकता है
4) ये खुद परमेश्वर कैसे हो सकता है
अगर आप समझ गये कि , - - -
1) यीशू शरीर मे क्यों पैदा हुआ है ?
2) तो आप दुनिया को जवाब देने लायक हो जाएगे
तो यीशू शरीर मे क्यों जन्मा ?
पतरस का पहिला प्रचार पवित्र आत्मा से भर के :-
प्रेरितों के काम 2:22
हे इस्त्राएलियों, ये बातें सुनो: कि यीशु नासरी एक मनुष्य था जिस का परमेश्वर की ओर से होने का प्रमाण उन सामर्थ के कामों और आश्चर्य के कामों और चिन्हों से प्रगट है ।
1) क्योंकी यहुदी , इस्रायली , उस वक्त के कॉम के लोग एक मसीहा का इंतजार कर रहे थे
2) जिसकी भविष्यवाणी यशायाहनें की , यहेंजकेलने की , दाऊदने की , मुसाने की
3) और ना जाने कितने बडे , छोटे प्रॉफिट ने की एक मसीहा पैदा होगा
4) उसका इंतजार इस्रायली कर रहे थे
5) परंतु क्या बनकर पैदा होगा , मनुष्य
और पवित्र आत्मा ने पतरस सें कहा की कहो ,,,
1) वो वही मनुष्य हैं कौन ? यीशू नासरी
2) वो वही मनुष्य हैं कौन ? ये दाऊद के कॉम मे पैदा होंगा
3) वो वही मसीहा हैं जिसकी गवाई देने के लिए (आपका जॉन द बाप्तिसम ) यहुन्ना बपतिस्मा देने वाले जंगल मे चिल्लया
4) और लोग पूछते थे कि क्या तु मसीहा हैं ?
5) उसने Clear कह दिया मै नही हु, मेरे बाद जो आयेगा वो हैं
तो पतरस कहता है ,,,
1) वह मनुष्य था जिसका इस्रायली इंतजार कर रहे थे
2) यीशु अपना घर छोडकर इस पृथ्वी पर आया था
3) कौंनसा घर अपने बाप का घर
4) यीशु स्वर्ग छोडके पृथ्वी पर आया था
5) क्या बनकर आयेगा तो मनुष्य बनकर
6) वो अपने पिता के पास मे वह परमेश्वर है इस्मे कोई शक नही है
7) अपने बाप के घर मे परमेश्वर है, लेकिन वो पृथ्वी पे आ रहा है
8) वह परमेश्वर बनकर कैसे आ सकता है ?
9) उसको आना ही होगा तो इंसान बनकर कर - - (2)
इसीलिये पतरस ने कहा कि यीशू नासरी एक मनुष्य था ।
1 तीमुथियुस 3:16
और इस में सन्देह नहीं, कि भक्ति का भेद गम्भीर है; अर्थात जो शरीर में प्रगट हुआ, आत्मा में धर्मी ठहरा, स्वर्गदूतों को दिखाई दिया, अन्यजातियों में उसका प्रचार हुआ, जगत में उस पर विश्वास किया गया, और महिमा में ऊपर उठाया गया॥
1) तो पौलूस कहता है यीशू शरीर मे प्रकट हुआ
2) ये भक्ती का भेद गंभीर है
3) जो आत्मा से जन्मा हैं वो आत्मा की बाते जानता है
4) हर किसी की बस की बात नही है
1 तीमुथियुस 2:5
क्योंकि परमेश्वर एक ही है: और परमेश्वर और मनुष्यों के बीच में भी एक ही बिचवई है, अर्थात मसीह यीशु जो मनुष्य है।
1) यीशू अभी स्वर्ग मे नही , अब वो पृथ्वी पे खडा है
2) तो ये मनुष्य बनकर खडा है
फिलिप्पियों 2:7
वरन अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया।
1) परमेश्वर ने शुरुवात की मे क्या क्या बनाऊंगा
2) तो शुरुवात की स्वर्ग से , सुरुवात की स्वर्ग दुतो से
3) फिर पृथ्वी - उस्मे चांद , सूरज , पानी , पेड को , हवा को , पौधे को , जानवर को , पक्षी को , रेंगने वाले को , जंतू को
4) फिर उसने आखरी मे कौन सी ऐसी चीज बनाई फिर
5) उसके बाद में उसने कभी कोई चीज नही बनायी
और वो कोंसी चीज है , पता है और वो हैं मनुष्य ,,
1) परमेश्वर ने एक ही चीज बनाया वो है मनुष्य
2) तो परमेश्वर को पता चला की मनुष्य ही बिघडा हैं
3) तो वो मनुष्य बनकर आयेगा
1 यूहन्ना 4:2
परमेश्वर का आत्मा तुम इसी रीति से पहचान सकते हो, कि जो कोई आत्मा मान लेती है, कि यीशु मसीह शरीर में होकर आया है वह परमेश्वर की ओर से है।
1) यीशू मसीह शरीर में होकर आया है ऐसी बातो को मानने के लिए
2) परमेश्वर का आत्मा खुद आपको विवश करता है
इब्रानियों 2:14
इसलिये जब कि लड़के मांस और लोहू के भागी हैं, तो वह आप भी उन के समान उन का सहभागी हो गया; ताकि मृत्यु के द्वारा उसे जिसे मृत्यु पर शक्ति मिली थी, अर्थात शैतान को निकम्मा कर दे।
तो यीशू खुद भी क्या बन गया ? मांस और लहू बन गया
1) परमेश्वर था , स्वर्ग को बनाया
2) परमेश्वर था , स्वर्ग दूत को बनाया
3) परमेश्वर था , सृष्टी को बनाया
4) परमेश्वर था , जानवर , पक्षी , रेंगने वाले जंतु को बनाया
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