Monday, 15 November 2021

यहुन्ना बपतिस्मा

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*यहुन्ना बपतिस्मा देने वाले को यीशु पर शक कियू आया*


✍️ये वो व्यक्ति था जिस ने यीशु से पहले आकर यीशु की गवाही दी यीशु कौन है!


👉यह व्यक्ति वो है जिसने कबूतर की नई पवित्र आत्मा को यीशु पर उतरते देखा!


👉यह व्यक्ति वो है जिसने कहा मैं मसीह नहीं हूं!


👉यहुन्ना बपतिस्मा देने वाले की चारो अंजिलो में इसकी अच्छी गवाही पढ़ते हैं!


*ध्यान से सूने*:-


✍️पर एक घटना घटी उस पहलू को देखेंगे!


👉“क्या आनेवाला तू ही है, या हम दूसरे की प्रतीक्षा करें?”

(मत्ती 11:3)


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *क्यों यीशु पर शक हुआ!*


⭐ *दो कारण से!*


पहला:- *यीशु की सेवकाई!*


दूसरा:- *उसकी सेवकाई का तरीका!*


✍️ यहुन्ना बपतिस्मा देने वाला जेल में पड़े पड़े यीशु के प्रति सुनता था!


 👉यीशु की सेवकाई और सेवकाई के तरीके को भी सुनता था!


👉 *शक पैदा होने का सब से बड़ा कारण!*


👉यहुन्ना कभी भी यीशु के साथ नहीं दिखा चारों पुस्तकों में हम नहीं देखते!


👉दोनों को साथ में कभी सेवकाई करते हुए सिवाय बपतिस्मा के वक्त में!


👉यहुन्ना यीशु के साथ कम रहा था लेकिन उसके बारे में सुनता बहुत था!


👉इसलिए उसने यहुन्ना आपने चेलों को भेजा!


👉यूहन्ना ने बन्दीगृह में मसीह के कामों का समाचार सुनकर अपने चेलों को उससे यह पूछने भेजा,

(मत्ती 11:2)


*सूने*:-


⭐ *दो कारण को देखते है!*


*पहला कारण:-*


✍️यीशु की सेवकाई में राजा बनना नहीं था, यीशु ने कभी नहीं चाहा कि वह राजा बने!


👉यीशु ने अपने आप को कभी भी राजा घोषित नहीं किया बजाऐ इसके कि वो:-


👉 पापियों के साथ उठता बैठता !


👉 वेश्याओं का उद्धार करता!


👉 चुंगी लेने वालों का उद्धार करता!


👉 यीशु का पापियों को माफ कर देना!


👉पापी लोग यीशु को छूते थे मना नहीं करता था!


👉 *ये सब चर्चा यहुन्ना जेल में बैठे-बैठे सुनता था!*


👉 *सुन सुन के उसे ऐसा लगा  क्या यह वही है वही यीशु है जिसकी मैंने गवाही (या घोषणा) दी थी!*


👉 *क्योंकि यह जगत का उद्धार कर्ता है इसकी सेवकाई ऐसी क्यों है ?*


*दूसरा कारण:-*


✍️सेवकाई का तरीका!


👉ये घटना मत्ती रचित सुसमाचार 11: अध्याय और 


👉मत्ती  रचित सुसमाचार 10:अध्याय में यह देखते हैं यीशु ने खुद तो सेवकाई की ही की!


👉पर अपने चेलों को भी भेजा सेवकाई के लिए पूरे अधिकार के साथ में!


*सूने*:-


👉(यद्यपि यीशु स्वयं नहीं वरन् उसके चेले बपतिस्मा देते थे),

(यूहन्ना 4:2)


👉और उन्होंने यूहन्ना के पास आकर उससे कहा, “हे रब्बी, जो व्यक्ति यरदन के पार तेरे साथ था, और जिसकी तूने गवाही दी है; देख, वह बपतिस्मा देता है, और सब उसके पास आते हैं।”

(यूहन्ना 3:26)


👉यीशु आप नहीं वरन उसके चेले बपतिस्मा देते थे!


*सूने*:-


*यहुन्ना बपतिस्मा:-*


👉बपतिस्मा के लिए मशहूर था!


👉यहुन्ना को पता चला यीशु बपतिस्मा नहीं देता, उसको ऐसा लगा जैसे मैं बपतिस्मा देता हूं 


👉यीशु भी सब को  बपतिस्मा दे!


👉यीशु भी कर रहा है चेले भी कर रहे हैं!


👉तो यीशु के चेले चमत्कार भी कर रहे हैं अद्भुत काम भी कर रहे हैं उसके तरीके को लेकर सवाल उठा!


👉यहुन्ना को शक (confusion) हुआ यीशु दूसरों को यह अधिकार क्यों दे रहा है!


👉उसे लगा यीशु खुद परमेश्वर है वह उद्धार कर्ता है,तो वह खुद करें !


👉चेलों को पूरा अधिकार देकर क्यों भेज रहा है!


👉जेल में पड़े पड़े शक आना या (होना) लाजमी है!


*सूने*:-


✍️ *यीशु का यहुन्ना को उत्तर*:-


👉 *यीशु ने उत्तर दिया, “जो कुछ तुम सुनते हो और देखते हो, वह सब जाकर यूहन्ना से कह दो।* कि अंधे देखते हैं और लँगड़े चलते फिरते हैं, कोढ़ी शुद्ध किए जाते हैं और बहरे सुनते हैं, मुर्दे जिलाए जाते हैं, और गरीबों को सुसमाचार सुनाया जाता है। और धन्य है वह, जो मेरे कारण ठोकर न खाए।”

(मत्ती 11:4-6)


✍️यशायाह 35:अध्याय:-


👉यशायाह 61:अध्याय से लेकर कहा ये सब हो रहा है जैसा लिखा है!


👉यह नहीं कहा मैं ही वो यीशु हूं तुम्हें शक नहीं करना चाहिए!


👉और धन्य है वह, जो मेरे कारण ठोकर न खाए।”

(मत्ती 11:6)


*सूने*:-


✍️ *आज जब कुछ 10 प्रतिशत सेवक सही प्रचार करते है तो शंक पैदा होता है*!


👉आज भी जब कोई  Context (सन्दर्भ) में प्रचार करता हैं समझ नहीं पाता तो शंक पैदा हो सकता है!


*सावधान रहीए*


👉 *अगर यहुन्ना के साथ हो सकता है तो आपके साथ भी हो सकता है!*


*God bless you*

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