Friday, 26 November 2021

सात बातें जो आपको स्वर्ग जाने से रोक सकती है

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*सात बातें जो आपको स्वर्ग जाने से रोक सकती है*


👉और तुम उस उपदेश को जो तुम को पुत्रों के समान दिया जाता है, भूल गए हो: “हे मेरे पुत्र, प्रभु की ताड़ना को हलकी बात न जान, और जब वह तुझे घुड़के तो साहस न छोड़।

(इब्रानियों 12: 5)


👉इस कारण हम इस राज्य को पाकर जो हिलने का नहीं, उस अनुग्रह को हाथ से न जाने दें, 

जिसके द्वारा हम भक्ति, और भय सहित, परमेश्वर की ऐसी आराधना कर सकते हैं जिससे वह प्रसन्न होता है।

(इब्रानियों 12:28)


 ✍️ *यह वचन बताते हैं हमें सावधान रहना है*


*उदाहरण:-*


✍️यहूदा सावधान नहीं रहा और उसका उद्धार खो गया!


*सात बातें जो आपको स्वर्ग जाने से रोक सकती है*


⭐ *1,धन का लालच:-*


👉तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, कि धनवान का स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करना कठिन है। 

(मत्ती 19:23)


👉पर जो धनी होना चाहते हैं, वे ऐसी परीक्षा, और फंदे और बहुत सी व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में फँसते हैं, जो मनुष्यों को बिगाड़ देती हैं और विनाश के समुद्र में डुबा देती हैं।

(1 तीमुथियुस 6:9)


✍️हम यीशु के पीछे कियो चल रहे हैं किसी प्रकार के लालच को लेकर तो नहीं चल रहे!


✍️हमे धन के लालची नहीं होना है!


👉आज सिर्फ पैसे की बात होती है!


उदाहरण:-

✍️जरा इने याद करें! 

👉गहेजी!

👉हन्नीयाह सफीरा!

👉यहूदा! 


✍️हमारा फोकस पैसा नहीं यीशु होना चाहिए!


👉प्रभु की सेवा होना चाहिए!


⭐ *2, घमंड:-*


👉वह तो और भी अनुग्रह देता है; इस कारण यह लिखा है, “परमेश्वर अभिमानियों से विरोध करता है, पर नम्रों पर अनुग्रह करता है।”(याकूब 4:6)


👉प्रभु के सामने नम्र बनो, तो वह तुम्हें शिरोमणि बनाएगा।(याकूब 4:10)


✍️ *हमे घमंडी नहीं बनना या घंमड नहीं करना !*


👉हमे उस की अधीनता में चलना है!


*उदाहरण:-*

👉लुशीफर फेंक दिया गया ! 


✍️आप जो भी है !

👉आप पास्टर है!

👉आप वरसीपर है!

👉आप बाईबल टीचर हैं!

👉अच्छा बोल सकते हैं, प्रचार कर सकते!

👉अच्छा गीत गा सकते हैं!

👉आप बहुत लोगों को अगुवाई कर रहे! 


✍️आपको जो कुछ भी मिला है 

👉परमेश्वर की ओर से मिला है!


⭐ *3,आलस:-*


👉 *हम भले काम करने में साहस न छोड़े, क्योंकि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे।(गलातियों 6:9)


👉 *श्रापित है वह जो यहोवा का काम आलस्य से करता है; और वह भी जो अपनी तलवार लहू बहाने से रोक रखता है।(यिर्मयाह 48:10)*


✍️ढिले ना हो(आलसी)

हमे किसी प्रकार की देरी नहीं करनी!


*उदाहरण*:-

✍️पिता , (परमेश्वर) पुत्र (यीशु) का!


👉*इस पर यीशु ने उनसे कहा, “मेरा पिता परमेश्वर अब तक काम करता है, और मैं भी काम करता हूँ।”

(यूहन्ना 5:17)*

👉ना पिता आलसी है!

👉ना पुत्र आलसी है!


✍️तो फिर कलिसिया कियू आलसी है! 

✍️कलिसिया को भी आलसी नहीं होना चाहिए!


👉बाईबल पढ़ने में!

👉प्रार्थना करने में!

👉सेवा करने में!


⭐ *4, क्रोध:-*


👉 *क्रोध तो करो, पर पाप मत करो; सूर्य अस्त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे!(इफिसियों 4:26)*

✍️यहा दो प्रकार का क्रोध दिखता है

👉आत्मिक गुस्सा! 

👉शारीरिक गुस्सा!


👉मैं यहां शारिरिक गुस्से की बात कर रहा हूं!

👉जो आपको परमेश्वर से दूर कर सकता है!

👉गुस्से में आकर रिश्ते टुट्ट रहे हैं!

👉गुस्से में आकर चर्च छोड़ रहे!

👉गुस्से में आकर पास्टर को छोड़ रहे हैं!

👉गुस्से में आकर लोग यीशु को छोड़ रहे हैं!

👉ये गुस्सा आपको स्वर्ग से वंचित कर सकता है,और अनंतकाल के लिए नरक में डाल सकता है!


✍️ये गुस्सा आपको परमेश्वर से दूर कर सकता है!


👉 *हे मेरे प्रिय भाइयों, यह बात तुम जान लो, हर एक मनुष्य सुनने के लिये तत्पर और बोलने में धीर और क्रोध में धीमा हो। क्योंकि मनुष्य का क्रोध परमेश्वर के धार्मिकता का निर्वाह नहीं कर सकता है।(याकूब 1:19-20)*


✍️ये गुस्सा आपको उद्धार से दूर कर सकता है!


👉 *अपने मन में उतावली से क्रोधित न हो, क्योंकि क्रोध मूर्खों ही के हृदय में रहता है।(सभोपदेशक 7:9)*


⭐ *5,अनआज्ञाकारी:-*


👉जो कोई यह कहता है, कि मैं ज्योति में हूँ; और अपने भाई से बैर रखता है, वह अब तक अंधकार ही में है।

(1 यूहन्ना 2:9)


👉 *जब तुम मेरा कहना नहीं मानते, तो क्यों मुझे ‘हे प्रभु, हे प्रभु,’ कहते हो?(लूका 6:46)*


⭐ *6,जलन:-*


✍️आज बहुत सारी चीज़ो में लोगो को जलन है!

👉किसी की तरक्की से जलन !

👉ये मुझे से अच्छा कैसे बोलता है !

👉ऐसी जलन जिसे डांस भी कहते हैं!

✍️जलन के चलते आप गलती या कर सकते है और परमेश्वर से दूर हो सकते !


*उदाहरण:-*


✍️कोई कहता है 

👉मेरा गाना तुम से अच्छा है!

👉मेरे सूसने वाले लाखों में है!

👉मुझे फोलो करने वाले तुम से ज्यादा है!

👉 *शान्त मन, तन का जीवन है, परन्तु ईर्ष्या से हड्डियाँ भी गल जाती हैं।*

(नीतिवचन 14:30)

✍️जलन के चलते आप बिमार पढ़ सकते हैं 

कमजोर हो सकते हैं,और मर भी सकते हैं!


👉 स्वार्थ या मिथ्यागर्व के लिये कुछ न करो, पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो।(फिलिप्पियों 2:3)


⭐ *7, व्यभिचार:-*


✍️100 प्रीतीशत नहीं लाख टका व्यभिचार के चलते परमेश्वर से दूर हो सकते है!


👉 सबसे मेल मिलाप रखो,और  *उस पवित्रता के खोजी हो जिसके बिना कोई प्रभु को कदापि न देखेगा।*

(इब्रानियों 12:14)


✍️ पवित्रा क्या है व्यभिचार से दूर रहना!


👉 *क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम पवित्र बनो अर्थात् व्यभिचार से बचे रहो,(1 थिस्सलुनीकियों 4:3)*


✍️व्यभिचार से बचें रहना !


*इन सात बातो पर ध्यान रखना है*!


*God bless you*

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