Tuesday, 21 September 2021

मत्ती 7:6 का खुलासा

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


"आज के वचन का खुलासा "


*मत्ती 7:6 का खुलासा*


*ध्यान दें*


✍️जब मैंने इतिहास को study किया तो मुझे पता चला!


👉जैसे आज मुहावरे या कहावत चलती है उन दिनों में भी मुहावरे और कहावत चलती थी!


*सूने*:-


✍️आज के मुहावरे में से कुछ रख देता हूं!


*भैंस के आगे बीन बजाना!*

👉आप भैंस को नहीं बोलते!

👉आप किसी इन्सान को बोल रहे होते हैं!


*बीन बजाना*

👉आप बीन‌ नही बजाते हो!

👉आप बात कर रहे होते हो!


👉वो मनुष्य को बात समझ में नहीं आती!


👉तो आप कहते हो तेरे सामने बात करना बेकार है!


👉तो ये कहावत उसके ऊपर ठोक देते हो!


*सूने*:-


✍️वैसे ही जब यीशु पहाड़ी उपदेश मे प्रचार कर रहे थे , तब उन्होने बोल दिया!


*सूने*:-

 

👉 *“पवित्र वस्तु कुत्तों को न दो, और अपने मोती सूअरों के आगे मत डालो;* ऐसा न हो कि वे उन्हें पाँवों तले रौंदें और पलटकर तुम को फाड़ डालें।

(मत्ती 7:6)

 

✍️इस का मतलव है यीशु कुछ कहना चाह रहे थे!


*चार बातें*


👉 *पवित्र वस्तु*

👉 *कुत्तों* 

👉 *मोती* 

👉 *सूअरो*


*सूने*:-


*सूअर और कुत्ते*


✍️जब पतरस और पौलुश प्रचार करते थे तो उन्होंने कुत्ते और सूअर का example दिया अलग-अलग जगा पर!


👉यहुन्ना बपतिस्मा देने वाले ने जब लोग उसके पास आए उसने कहा हे सांप के बच्चों!


👉यीशु हरोदेश को लोबडी का बच्चा कहां!


👉यीशु ने आपने प्रचार में बहुत से example दिये!


👉जैसे बीज बोने वाले का और भी बहुत सारे...


*अब इस पर बात करेंगे*


✍️ऐसा लगता है यहां जानवर की बात हो रही है!


👉पर यहां जानवर की नहीं मनुष्य की बात हो रही है!


*ये मनुष्य को बताता है*


*कुत्ते जैसा Nature*


*सूअर जैसा Nature*


👉 *और जब वे प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की पहचान के द्वारा संसार की नाना प्रकार की अशुद्धता से बच निकले,*(2पतरस 2:20 a) 


*और फिर उनमें फँसकर हार गए*(2पतरस 2:20 b)

*तो उनकी पिछली दशा पहली से भी बुरी हो गई है।* 


*क्योंकि धार्मिकता के मार्ग का न जानना ही उनके लिये इससे भला होता, कि उसे जानकर, उस पवित्र आज्ञा से फिर जाते,*(2पतरस 2:21)

 

*जो उन्हें सौंपी गई थी। उन पर यह कहावत ठीक बैठती है, कि कुत्ता अपनी छाँट की ओर और नहलाई हुई सूअरनी कीचड़ में लोटने के लिये फिर चली जाती है।* 

(2 पतरस 2:22)


*बच निकले*


👉वो‌ दारु थी!

👉वो सिगरेट थी!

👉वो मूर्ति पूजा थी!

👉वो व्यविचार था!


👉वो सभी पाप जो इन्सान करता है!


👉शरीर के काम तो प्रगट हैं, अर्थात् व्यभिचार, गंदे काम, लुचपन, मूर्तिपूजा, टोना, बैर, झगड़ा, ईर्ष्या, क्रोध, विरोध, फूट, विधर्म, डाह, मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, और इनके जैसे और-और काम हैं, इनके विषय में मैं तुम को पहले से कह देता हूँ जैसा पहले कह भी चुका हूँ, कि ऐसे-ऐसे काम करनेवाले परमेश्वर के राज्य के वारिस न होंगे।

(गलातियों 5:19-21)


*और फिर उसमें फंस कर हार गए!*


👉तुम कहते हो मैं नौकरी करता है वहा एक आधी बार दारु पीना ही पड़ता है!


👉College friend के साथ एक आधी बार सिगरेट पीना ही पड़ता है,मस्ती करना ही पड़ता है!

✍️पतरस कहता‌ है तुम हार गए!


*सूने*:-


*तो उनकी पिछली दशा पहली से भी बुरी हो गई है।* 


👉“जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है, तो सूखी जगहों में विश्राम ढूँढ़ती फिरती है, और पाती नहीं। तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाँ से निकली थी, लौट जाऊँगी, और आकर उसे सूना, झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है। तब वह जाकर अपने से और बुरी सात आत्माओं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें पैठकर वहाँ वास करती है, *और उस मनुष्य की पिछली दशा पहले से भी बुरी हो जाती है।* इस युग के बुरे लोगों की दशा भी ऐसी ही होगी।”

(मत्ती 12:43-45)


*सूने*:-


*क्योंकि धार्मिकता के मार्ग का न जानना ही उनके लिये इससे भला होता, कि उसे जानकर, उस पवित्र आज्ञा से फिर जाते*


✍️सब कुछ जान कर भी फिर गए!


*जो उन्हें सौंपी गई थी। उन पर यह कहावत ठीक बैठती है, कि कुत्ता अपनी छाँट की ओर और नहलाई हुई सूअरनी कीचड़ में लोटने के लिये फिर चली जाती है।* 


✍️यहां बात जानवरों की नही हो!

👉इन‌के जैसे (चरित्र )character वाले मनुष्य की बात हो रही है!


*सूने*:-


✍️तब जाकर यीशु ने ये कहा:-


👉 *कुत्ते और सूअर!*


*सूने*:-


👉जो सुन्दर स्त्री विवेक नहीं रखती, वह थूथन में सोने की नत्थ पहने हुए सूअर के समान है।

(नीतिवचन 11:22)


👉सून्दर तो है!

👉Talent तो है!

👉पर हरकतें ऐसी है!

 

👉 *सूअर वाली*


"अब बात करेंगे"


*मोती और पवित्र वस्तु*


✍️यीशु मोती और पवित्र वस्तु की बात नहीं कर रहे थे! 


👉connection देखे


*पवित्र वस्तु*


✍️पवित्र वस्तु कौन है ?

👉 *यीशु है!*


*ध्यान दें*:-


✍️पवित्र वस्तु ऐसे मनुष्य जिनका nature कुत्तों वाला है जिसने यीशु की कद्र नहीं है!


✍️मोती कौन है ?

👉 *सुसमाचार है* 

(holly ministry)


*सवाल*:- 


✍️ *कुछ लोग कहते मेरे घरवाले विश्वास में नहीं आते मैं कितनी बार समझाऊं!*


👉जिन्हें कदर नहीं है!


👉आपके बहुत से रिश्तेदार, पड़ोसी, school college दफ्तर दोस्त आपके करीबी हो सकते है!


👉जब आप उन्हें यीशु के बारे में बात करें तो वो पलटकर आपको भला बुरा कह सकते हैं!


👉तो ऐसे Time पर आप क्या करें!


*सूने*:-


👉यीशु को किसी के सामने देने के लिए या सुसमाचार सूनाने के लिए किसी भी प्रकार की शर्मिंदगी नहीं उठानी है!

(सिर निचा रख कर )


👉आपको बिचारा बनकर सेवा नहीं करनी है!

(आज जाओ ना यार चर्च में)


👉आपको यहां पर थोडा attitude (रुबाव) रखना होगा!


👉कियोकि जिस यीशु प्रचार कर रहे हो वो सृष्टि करता है!


👉जब यीशु को पकड़ने के लिए सिपाही आए तो पतरस ने तलवार निकाल कर सिपाही का कान काट दिया यीशु ने कहा अपनी तलवार म्यान में रख मैं चाहूं तो 12 पलटन स्वर्ग दूतों की यहां मंगवा सकता हूं!


👉जब यीशु ने कहा किस को ढूंढते हो उन्होंने कहा यीशु को!


👉यीशु ने मैं हूं सब नीचे गिर गए!


👉ये हैं यीशु!


*सूने*:-


👉वो मां बाप जिनके बच्चे नहीं मानते!


👉वो पत्नी जिसका पति नहीं मानता!


👉वो पति जिसकी पत्नी नहीं मानती!


👉आपने एक बार समझा दिया ठीक है!


👉कोई जरूरत नहीं है बार-बार भीख मांगने की!


*सूने*:-


✍️परमेश्वर ने जिस को चुनना होगा!  

 👉जैसे चूनाना होगा!

👉कब चूनना होगा!

👉परमेश्वर को पता है!


*सूने*:-


✍️आपका जो पौलुश है जब साऊल था!


👉बहुत-बहुत हटीला था!


👉किसी की नहीं सुनता था!


👉पर जब उसको स्वर्ग से यीशु का डंडा पढ़ा या यीशु का दर्शन मिला!


👉उसके होश ठिकाने आ गए!


*सूने*:-


✍️ *मैं आप सब को Increase करना चाहता हूं!*


👉आपको किसी के आगे बिचारा बनकर यह कहने की जरूरत नहीं!


👉चर्च में आ जाओ! 

👉प्रार्थना करो! 

👉बाइबल पढ़ो!


*सूने*:-


✍️रुबाब रखो!


👉डंके की चोट पर प्रचार करो!


👉सुनना है तो सुन , नहीं तो नमस्ते!


👉आप सड़क पर प्रचार करते!


👉कोई सूनता है तो praise god नही सूनना नमस्ते! 


👉मैं तो तेरी भलाई के लिए बोल रहा था!


*सूने*:-


✍️ये यीशु का रुबाब है!


👉और जो कोई तुम्हें ग्रहण न करे, और तुम्हारी बातें न सुने, उस घर या उस नगर से निकलते हुए अपने पाँवों की धूल झाड़ डालो।

(मत्ती 10:14)


✍️अगर तुमे लगा, 


👉चेलों को कहा!


*सूने*:-


✍️तो पवित्र वस्तु,मोती कितना पवित्र है!


*मोती:-*


👉तेरा वचन मेरे पैर के लिए दीपक!

👉जीवन बदल जाता है!

👉सोने से उत्तम!


*ऐसी किमती चीज को भीख की तरह क्यों दे ?*


👉आपको मालुम है आप के पास कितना किमती चीज या खजाना है!


👉मैं फिर कहता हूं थोड़ा रुबाब रखें!


👉बिचारा बन कर सेवा नहीं करना है!


*God bless you*

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