Friday, 17 September 2021

आत्मिक पिता कोण

 आज का विषय

एक बार जरुर


*क्या इस पृथ्वी पर किसी को अपना आत्मिक पिता बोल सकते हैं ?*


✍️आज बहुत सारे आत्मिक पिता और गुरु उठ खडे हुए हैं!


👉जो पास्टर को आत्मिक पिता कहते हैं!


👉आओ इस विषय पर बात करेंगे!


👉और देखेंगे बाइबल इस विषय में क्या बयान करती है!


"इस वचन देखे"


👉 *और बाजारों में नमस्कार और मनुष्य में रब्बी कहलाना उन्हें भाता है।* परन्तु तुम रब्बी न कहलाना, *क्योंकि तुम्हारा एक ही गुरु है:* *और तुम सब भाई हो।*(मत्ती 23:7-8)


👉और पृथ्वी पर किसी को अपना पिता न कहना, क्योंकि तुम्हारा एक ही पिता है, जो स्वर्ग में है।

(मत्ती 23:9)


👉इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ; (मत्ती 28:19)


✍️ यीशु मसीह ने किस का चेला बनाने को कहा ?


👉यीशु मसीह ने अपना चेला बनाने को कहा है!


👉ना की हम एक दूसरे को अपना चेला बनाए!


👉मुझे और आपको ,लोगों को यीशु के साथ जोड़ना है ?


✍️ लेकिन आज हम देखते है पास्टर और ऐसे Prophet खड़े हो गए हैं!


👉जो लोगों को अपने पीछे लगाते हैं!


*सूने*:-


✍️जो स्थान परमेश्वर था जो स्थान यीशु मसीह का है!


👉उस पर वो खुद आ कर बैठ गए हैं!


👉 यीशु ने कहा तुम रब्बी ना कहलाना तुम गुरु मत कहलाना!


👉क्योंकि तुम्हरा एक ही गुरु है और तुम सब भाई हो!


*सूने*:-


✍️चेले जब गुरु कहते हैं ,तो गुरु को बहुत मजा आता है ,कानों को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है!


👉लेकिन याद रखें यह बात उसके जीवन में घमंड को पैदा करती है!


👉लिखा है नाश होने से पहले घमंड आता है!


👉उस दिन बहुत लोग मुझसे कहेंगे; ‘हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हमने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए?’ तब मैं उनसे खुलकर कह दूँगा, ‘मैंने तुम को कभी नहीं जाना, हे कुकर्म करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ।’ 

(मत्ती 7:22-23)


✍️यीशु कहेगा जो स्थान मेरे बाप का था, जो स्थान पिता है!


*सूने*:-


✍️ *वो कलिसिया के सेवक हैं!*


👉पौलुस ने कहा यीशु मसीह में हम तुम्हारे सेवक है(दास है)!


👉हमे सेवा करने के लिए बुलाया है!


👉इसी रीति से तुम भी, जब उन सब कामों को कर चुके हो जिसकी आज्ञा तुम्हें दी गई थी, तो कहो, ‘हम निकम्मे दास हैं; कि जो हमें करना चाहिए था वही किया है।’”

(लूका 17:10)


👉ना की किसी ओहदे पर आ कर बैठने के लिए!


*सूने*:-


✍️याद रखें अगर आप किसी को गुरु कहते तो आप गलत करते हैं!


👉अगर कोई कहता है मुझे गुरु कहो तो वो भी पाप करता है (गुनाह करता है)!


👉 *क्योंकि गुरु एक ही है वो प्रभु यीशु मसीह!*


👉क्योंकि यीशु मसीह ने कहा तुम्हारा एक गुरु है दस गुरु नहीं!


👉आज हर कोई गुरु बना बैठा हुआ है!

(हर कोई गुरु बनता है)


*सूने*:-


*उदाहरण*:-


✍️कई लोग मुझे भी गुरु कहते थे मैंने उन्हें चिताया मैंने उन्हें बताया मुझे गुरु मत बोलो!


👉मैं तुम्हारा भाई हूं!


👉क्योंकि जो कुछ भी आप मुझ से शिखते है वो मेरी काबिलियत नहीं है (मेरी खुबी नहीं है)!


👉और ये परमेश्वर की दया है अनुग्रह है!


👉वो‌ जो कुछ भी अपने अनुग्रह के द्वारा मुझे दे रहा है!

👉मैं आपको दे रहा हूं!


*सूने*:-


✍️जब यीशु ने बातें करना और समझाना शुरू किया तो 

कहा अन्यजातियों और फरिसी लोगों को गुरु कहाना उनको बहुत अच्छा लगता है!


👉पर यह स्थान प्रभु यीशु मसीह का है!


👉पर आज बहुत सारे लोग इस स्थान पर आ कर बैठ गए हैं!


*सूने*:-

 

⭐ *Teacher की सेवकाई!*


 ✍️Teacher की एक सेवकाई है!


👉पर उसे पवित्र आत्मा इस्तेमाल कर रहा है!


👉ये घमंड नहीं करना मैं Teacher हूं तुम सब student हो!


👉शिखाने वाला पवित्र आत्मा है!


👉आपको तो शूकरगुजार होना चाहिए की पवित्र आत्मा आपको इस्तेमाल कर रहा है!


👉आप में होकर आपको use कर रहा है!


*सूने*:-


✍️उसके पास बर्तनों की ,(लोगो ) कमी नहीं है!


👉इस दया का गलत उपयोग ना करें कि लोगों से जबरदस्ती का आदर लें!


✍️याद रखे आज हम मनुष्य से आदर ले लेंगे तो स्वर्ग में हमारे लिए कोई भी प्रतिफल नहीं बचेगा!


👉यीशु मसीह ने कहा तुम्हें धर्म के काम मनुष्य को दिखाने के लिए ना हो नहीं तो स्वर्गीय पिता से कोई प्रतिफल नहीं मिलेगा!


👉तुम जो एक दूसरे से आदर चाहते हो और वह आदर जो एकमात्र परमेश्वर की ओर से है, नहीं चाहते, 

(यूहन्ना 5:44)


✍️आज कलिसिया गलत दिशा की ओर बढ़ रही है!


👉और पृथ्वी पर किसी को अपना पिता न कहना, क्योंकि तुम्हारा एक ही पिता है, जो स्वर्ग में है।

(मत्ती 23:9)


✍️पास्टर को गुरु या ,आत्मिक पिता कहना!


👉वो हमारी आत्मा का पिता है! 


👉अगर कोई आत्मिक पिता है, तो वो‌ यहोवा परमेश्वर है!


👉उसकी जगह कोई भी नहीं ले सकता!


👉ना तो गुरु की जगह ले सकता है ,ना पिता की जगह ले सकता है!


*सूने*:-


✍️आज कल पंजाब में ये ज्यादा चल रहा है!


👉मेरा आत्मिक पिता वो है, मेरा आत्मिक पिता वो है!


👉और कलिसिया के अगुवे को लोग पापा,पापा कह कर पुकारते हैं!


👉बुजुर्ग लोग भी पापा बोलते हैं , सब लोग पापा बोलते हैं!


*सूने*:-


👉फिर जबकि हमारे शारीरिक पिता भी हमारी ताड़ना किया करते थे और हमने उनका आदर किया, तो क्या आत्माओं के पिता के और भी अधीन न रहें जिससे हम जीवित रहें।

(इब्रानियों 12:9)


✍️ बाइबल हमें बताती है एक ही शारीरिक बाप होता है, जिस ने हमें शरिर में जन्म दिया!

👉हम हर एक को बाप नहीं बुला सकते!


👉उसी तरह एक ही आत्मिक पिता है जिस ने हमें आत्मा में जन्म दिया है!


*सूने*:-


✍️आज बहुत सारे लोगों कहते हैं!

👉मैंने तुम्हें आत्मा में जन्म दिया !

👉मैंने तुम्हें आत्मा में जन्म दिया !

👉आत्मा में जन्म कोई पास्टर नहीं देता!

👉आत्मा में जन्म कोई सेवक नहीं देता!


👉 *आत्मा में जन्म परमेश्वर देता है!*


👉परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात् उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं

(यूहन्ना 1:12)


👉वे न तो लहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं।

(यूहन्ना 1:13)


✍️जब हम तोबा करते हैं ,मन फिराते है!


👉बपतिस्मा लेते हैं तो कोई पास्टर हमें आत्मिक जन्म नहीं दे रहा होता!


👉परमेश्वर अद्भुतरिति से नया बना रहा होता है!


*सूने*:-


✍️ *यीशु ने कहा तुम सब भाई हो!*


👉हमे घमंड नहीं करना!


*उदाहरण*:-


✍️लुशिफर क्यों गिर गया क्योंकि उसने परमेश्वर के स्थान को लेना चाहा!


👉परमेश्वर का स्थान आज पास्टर और Prophet लेकर बैठे हैं!


👉आपने आपको परमेश्वर के स्थान पर बिठाकर स्वर्ग के लिए नहीं नरक के लिए तैयार कर रहे हैं!


👉आज मसीहत गलत दिशा की ओर जा रही है!


👉आज आपने गुनाहों से तोबा करने की जरूरत है!


"इस वचन को देखे"


👉मैं तुम्हें लज्जित करने के लिये ये बातें नहीं लिखता, परन्तु अपने प्रिय बालक जानकर तुम्हें चिताता हूँ। क्योंकि यदि मसीह में तुम्हारे सिखानेवाले दस हजार भी होते, तो भी तुम्हारे पिता बहुत से नहीं, इसलिए कि मसीह यीशु में सुसमाचार के द्वारा मैं तुम्हारा पिता हुआ। इसलिए मैं तुम से विनती करता हूँ, कि मेरी जैसी चाल चलो। इसलिए मैंने तीमुथियुस को जो प्रभु में मेरा प्रिय और विश्वासयोग्य पुत्र है, तुम्हारे पास भेजा है, और वह तुम्हें मसीह में मेरा चरित्र स्मरण कराएगा, जैसे कि मैं हर जगह हर एक कलीसिया में उपदेश देता हूँ।

(1 कुरिन्थियों 4:14-17)


✍️ *कुछ लोग उदाहरण देते है प्रेरित पौलुस का*!


👉जिस समय पौलुस कुरिन्थियो की कलिसिया को प्रचार कर रहा था बहुत सारी गलत शिक्षाएं उनके बीच में आ चूकी थी!


👉जब हम किसी को प्यार से कुछ समझने के लिए बोलते हैं बेटा ऐसा मत करो ,वैसा मत करो ,


👉तो क्या वो हमें पापा बोलते हैं ?

👉 नही !


*सूने*:-


👉पौलुस उन्हें समझाने के लिए! 


👉बोल रहा है तुम्हारे सिखाने वाले दस हजार हो, पर मैंने ही तुम्हें सुसमाचार सुनाया!


👉मैंने ही तुम्हें सही शिक्षा दी!


👉पर अब तुम गलत राह पर चल बैठे हो!


👉और गलत शिक्षा पर चलने के कारण तुम मसीह से दूर होते जा रहे हो!


👉तो पौलुस उनको अपनी ओर आकर्षित करने के लिए या उन्हें समझाने के लिए!


👉 *ये प्रचार कर रहा है!*

👉 *ये आज्ञा नहीं है!


👉के तुम ने आत्मिक पिता बोला करो या पापा ,पापा बोला करो!*


👉पौलुस ने तीमुथियुस को कहा तु मेरा विशवासयोग पुत्र!


👉उस ने अपना एक प्यार व्यक्त किया ,उसके प्रति!


👉 *ना की आत्मिक पिता और पुत्र का एक सम्बन्ध बनाया!*


✍️ *पर याद रखें आत्मिक पिता यहोवा परमेश्वर ही है!*


👉और पवित्र आत्मा हमारा teacher (गुरु) है!


👉और जिन सेवकाईयो के द्वारा पास्टर ,और सेवको को इस्तेमाल कर रहा है!


👉बड़े दीन होकर उस सेवकाई को करना है!


👉और कलिसिया को अपने भाई अपनी बहन की नजरों से देखना है!


👉तभी वो अपनी सेवा का फल पाएंगे!


*सूने*:-


✍️लेकिन अगर वो पापा बने बैठे हैं!


👉गुरु बने बैठे हैं ,और आदर ले रहे है!


👉तो याद रखें स्वर्ग के राज्य में प्रतिफल नहीं है!


*सूने*:-


👉परमेश्वर का जो आदर है, उस स्थान पर उन्होंने खुद को बिठा लिया है!


*सूने*:-


✍️बहुत सारे लोग कहते हैं ,हम अपने शरीर पिता को ,पिता बोलते हैं!


👉तो जो हमें वचन शिखाते हैं उन्हें कितना आदर देना चाहिए!

👉या उन्हें कितना जाय्दा आत्मिक पिता बोलना नही चाहिए!


*सूने*:-


✍️ये गलत teaching है!

(Wrong teaching है)


👉एक ही आत्मिक पिता है वो है सेनाओं का यहोवा उसकी जगह कोई भी नहीं ले सकता!


👉एक ने कोशिश की थी वह नीचे चला गया और भी कोई भी कोशिश करेगा वह नीचे चला जाएगा!


👉हमे सावधान रहना है, और इन चीजों से निकलना है!


*सूने*:-


✍️आज हर जगह पापा,पापा,पापा,पापा चल रहा है!


👉कोई कहता मेरा वो आत्मिक पिता है!


👉कोई कहता मेरा वो आत्मिक पिता है!


*सूने*:-


✍️जो परमेश्वर का है हमें परमेश्वर को देना है जो मनुष्य का है वह मनुष्य को देना है!


*सूने*:-


✍️जब भी पौलुस लिखता है , बाइबल उठा कर देख लिजिए पत्री की शुरुआत में ये ही लिखता है!


👉हे मेरे भाईयो 

👉हे मेरे भाईयों!

👉हे मेरे भाईयों!


👉अगर वो बाप है तो, ये  लिखता!

👉 हे मेरे बच्चों ,हे मेरे बच्चों!


👉परन्तु मैंने भाइयों को इसलिए भेजा है, कि हमने जो घमण्ड तुम्हारे विषय में दिखाया, वह इस बात में व्यर्थ न ठहरे; परन्तु जैसा मैंने कहा; वैसे ही तुम तैयार हो रहो।

(2 कुरिन्थियों 9:3)


👉अब हे भाइयों, हम तुम्हें परमेश्वर के उस अनुग्रह का समाचार देते हैं, जो मकिदुनिया की कलीसियाओं पर हुआ है।

(2 कुरिन्थियों 8:1)


👉और सारे भाइयों की ओर से, जो मेरे साथ हैं; गलातिया की कलीसियाओं के नाम।

(गलातियों 1:2)


✍️पौलुस हर जगह भाई कहकर बुलाता है!


👉सारी पत्री उठाकर देख लिजिए!


👉शिखाने वालों को भाई कहकर ही बुलाता है!


👉और यीशु मसीह ने भी कहा "तुम भाई हो"!


"इस वचन को देखे"


👉और उसे एलीशा देखता और पुकारता रहा, “हाय मेरे पिता! हाय मेरे पिता! हाय इस्राएल के रथ और सवारों!” जब वह उसको फिर दिखाई न पड़ा, तब उसने अपने वस्त्र फाड़े और फाड़कर दो भागकर दिए। फिर उसने एलिय्याह की चद्दर उठाई जो उस पर से गिरी थी, और वह लौट गया, और यरदन के तट पर खड़ा हुआ।

(2 राजाओं 2:12-13)


✍️क्या कही पर लिखा है वो एलिय्याह को ही अपना पिता कह रहा था!


👉वह तो अपना दुख प्रगट कर रहा था!


👉 क्या कहीं भी किसी नबी या उपदेश ने आकर बोला हो 

"मैं तुम्हारा आत्मिक पिता हूं"


"या तुम मुझे पापा बोलो"!


👉कहीं भी ऐसा नहीं हुआ!


*सूने*:-


✍️पर ऐसे वचनों को लेकर यीशु की आज्ञाओं को बदल रहे हैं!


👉यीशु मसीह ने उन फरिसी और शास्त्रीयों को डाटा!


👉तुम अपनी आज्ञाओं और विधियों को‌ ऐसे सिखाते हो!

👉शिखाते हो ये परमेश्वर की आज्ञाएं है!


👉और परमेश्वर की आज्ञाओं को टाल देते हो!


👉तुम पर हाय!


✍️आज भी तो ऐसा ही हो रहा है अपने तरीके से वचन बना कर तोड़ मरोड़ कर लोगों पर थोप देते हैं!


👉जैसे वो परमेश्वर की आज्ञा हो!


👉“हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय! तुम मनुष्यों के विरोध में स्वर्ग के राज्य का द्वार बन्द करते हो, न तो आप ही उसमें प्रवेश करते हो और न उसमें प्रवेश करनेवालों को प्रवेश करने देते हो। [हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों, तुम पर हाय! तुम विधवाओं के घरों को खा जाते हो, और दिखाने के लिए बड़ी देर तक प्रार्थना करते रहते हो: इसलिए तुम्हें अधिक दण्ड मिलेगा।] “हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय! तुम एक जन को अपने मत में लाने के लिये सारे जल और थल में फिरते हो, और जब वह मत में आ जाता है, तो उसे अपने से दुगना नारकीय बना देते हो।

(मत्ती 23:13-15)


✍️आज क्या हो रहा है ऐसी बातें सूना रहे जो कानों की खुजली के अनुसार है!


👉कानों की खुजली वाला प्रचार हो रहा है!

👉जो लोगों सूने अच्छा लगता है!


👉परमेश्वर तुम्हें आशीष दे रहा है!

👉 परमेश्वर तुम्हें बरकत दे रहा है!

👉ये हो रहा है ,वो वो रहा है!


👉जीवन में लाखों गुनाह भरे पड़े हैं!


👉परमेश्वर तुम्हारा वीजा लगा रहा है!


👉पर ऐसी भविष्य वाणी की जा रही है!


*सूने*:-


✍️कोई तोबा का सुसमाचार उन के पास नहीं है!


👉कोई मन फिराने का सुसमाचार उनके पास नहीं है!


👉और लोग नरक में जाने के लायक बन रहे हैं!


👉 स्वर्ग का दरवाजा उनके लिए बंद कर रहे हैं!


*सूने*:-


✍️अगर कोई बहन भाई इन चीजों में फंसा है हमें उने बाहर लेकर आना है!


*उदाहरण*:-

👉जब पतरस ने प्रचार किया!

👉जब यहुन्ना ने प्रचार किया!

👉जब पौलुस ने प्रचार किया!


👉किसी ने नहीं कहा मैं तुम्हारा "आत्मिक पिता हूं"!


*उदाहरण*:-


✍️लिखा है जब पौलुस सिलास को आदर देना चाहा उन्होंने अपने कपड़े फाड़े!


👉शोग प्रगट किया हम तो तुम्हारे समान है!


✍️ *बाइबल के इतिहास को पढ़ कर देख लीजिए ,एक सच्चा सेवक वही है जो अपने आप को छोटा करता है, दीन करता है!*


👉ना के अपने आपको गुरु बनाया है!

👉ना अपने आपको आत्मिक पिता बनाता है!

👉ना वो आदर की खोज में रहता है!

👉वो सच्चा सेवक नहीं है!


👉वो झूठा सेवक है ,और वो भटक चूका है!


👉हमे बहुत सावधान रहना होगा !


*God bless you*

No comments:

Post a Comment