Friday, 10 September 2021

पवित्र आत्मा को पहले मांगना पड़ता था

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*पवित्र आत्मा को पहले मांगना पड़ता था*, 

*फिर हाथ रखा जाता था* 

*और अंत में वो खुद उतरा लोगों पर*

 


👉 *तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।”*

(लूका 11:13)


✍️इस वचन पर बात करेंगे!


*सूने*:-


प्रश्न: *एक व्यक्ति दास दासी ,लड़का लड़की ,पुरुष स्त्री कहता है ,प्रभु मुझे पवित्र आत्मा चाहिए,परमेश्वर देगा या नहीं देगा ?*


✍️सीधी बात: परमेश्वर देगा!


दूसरा प्रश्न : *कितनी बार मांगना है उसको ?*


 ✍️*एक बार मांगा दे दिया, क्या दूसरे दिन मांगना है  उसको ?*


👉नही मांगना है!


*सूने*:-


✍️इसका मतलब आपने मांगा परमेश्वर ने दे दिया!


👉 *और परमेश्वर ने हम सब के लिए किस दिन दे दिया ?*


 👉 *जब पिन्तेकुस्त का दिन आया उस दिन दे दिया!*


👉 *तो अब मांगने का system खत्म!*


*सूने*:-


✍️जब चेलों से कह रहा था ,यीशु तुम मांगों!


👉*तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।”*

(लूका 11:13)


✍️तुम प्रतीक्षा करो!


👉और जिसकी प्रतिज्ञा मेरे पिता ने की है, मैं उसको तुम पर उतारूँगा और जब तक स्वर्ग से सामर्थ्य न पाओ, तब तक तुम इसी नगर में ठहरे रहो।” 

(लूका 24:49)


👉परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”

(प्रेरितों के काम 1:8)


*सूने*:-


✍️ *तो यह सिलसिला खत्म हो चूका है!*


👉मांगने का सिलसिला खत्म हो चुका है!


👉इंतजार का सिलसिला खत्म हो चूका है!


👉पिन्तेकुस्त के दिन पवित्र आत्मा आ चूका है!


*सूने*:-


✍️अब वापस (लूका 11:13) क्यों!


⭐ *एक और जबरदस्त connection देता हूं!*


👉जब प्रेरितों ने जो यरूशलेम में थे सुना कि सामरियों ने परमेश्वर का वचन मान लिया है तो पतरस और यूहन्ना को उनके पास भेजा। 


👉और उन्होंने जाकर उनके लिये प्रार्थना की ताकि पवित्र आत्मा पाएँ। क्योंकि पवित्र आत्मा अब तक उनमें से किसी पर न उतरा था, उन्होंने तो केवल प्रभु यीशु के नाम में बपतिस्मा लिया था। तब उन्होंने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्र आत्मा पाया।

(प्रेरितों के काम 8:14-17)


✍️क्योंकि प्रेरितों के काम 8 अध्याय में नहीं पता पवित्र आत्मा कैसे आता है!


👉उन को सिर्फ ये ही पता था ,पतरस को बुलाओ! 


👉पतरस हाथ रखेगा, तो सब को मिलेगा!


*ध्यान से सूने*:-


👉पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवित्र आत्मा वचन के सब सुननेवालों पर उतर आया।

(प्रेरितों के काम 10:44)


✍️तो इस को क्या समझे!

👉इस को ये समझेगे! 


*ध्यान दें*


✍️जब तक ये नहीं पता था पवित्र आत्मा कैसे आएगा!


👉तो पतरस और यहुन्ना को बुला,बुला कहते थे!


👉प्रार्थना करो आएगा!

👉प्रार्थना करो आएगा!


👉और आता था!


*ध्यान दें*


✍️तो जब पवित्र आत्मा ने देखा इनका direction change (दिशा परिवर्तन) हो रहा है!


👉इन की doctrine अलग बन रही ये पतरस को ही बुला रहे हैं!


👉तो पवित्र आत्मा ने कहा मैं क्या करता हूं, ‌मै खुद उतर जाऊंगा!


👉यहां पर लिखा है पवित्र आत्मा किसी के हाथ ना रखने पर भी उतर गया!


*इस का क्या मतलब है:-


👉इसी घटना को जो हुआ था पतरस repeat (दोहराता) करता है!


👉जब मैं बातें करने लगा, तो पवित्र आत्मा उन पर उसी रीति से उतरा, जिस रीति से आरम्भ में हम पर उतरा था।

(प्रेरितों के काम 11:15)


✍️पतरस कहता है मैं तो ताज्जुब हो गया!


👉मैं तो समझता था, जैसा हम पर पवित्र आत्मा आया ,वैसा किसी पर नहीं आयेगा!


👉लेकिन जब मैं कुरनेलियुस के घर पे था, तो पता चला जैसे हम पर पवित्र आत्मा उतरा वैसे ही कुरनेलियुस के पूरे लोगों पर उतरा!


👉वो Shock (चकित)हो गया!


*सुनें*:-


✍️और जितने सून रहे है, अगर ऐसा किसी ने अपना-अपना doctrine (सिद्धांत) बना के रखा है!


👉के जब तक पतरस हाथ नहीं रखता था, पवित्र आत्मा नहीं मिलता था!


👉तो ये concept (विचार) गलत है!


*सूने*:-

 

✍️प्रेरितों के काम 10 अध्याय concept change हो गया!


👉अब पवित्र आत्मा खुद उतर रहा है!


👉इस का जिक्र आगे जा के देखते हैं!


👉 *क्या तुम नहीं जानते*, कि तुम परमेश्वर का मन्दिर हो, और परमेश्वर का आत्मा तुम में वास करता है?

(1 कुरिन्थियों 3:16)


✍️"इसका मतलब क्या है"

👉वो नहीं जानते थे!


✍️पवित्र आत्मा तो आपके अन्दर है!


👉 *जो विश्वास करे* और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा। 


✍️उस की ये निशानी है!


👉और विश्वास करनेवालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे; नई-नई भाषा बोलेंगे;

(मरकुस 16:16-17)


✍️वो चमत्कार कर रहा है ,दुष्ट आत्मा निकल रहा है!


"इसे भी देखें"


👉और न कोई पवित्र आत्मा के बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है।

(1 कुरिन्थिया 12:3)


✍️ तो मुझे यीशु को प्रभु कहना है तो क्या चाहिए ?

👉पवित्र आत्मा!


*सूने*:-


✍️तो पवित्र आत्मा कहता है! 


👉जब तक तुम यीशु को प्रभु नहीं कहेगा तेरा उद्धार नहीं होगा!


👉कितनी अद्भुत बात है!


👉पाप के विषय में इसलिए कि वे मुझ पर विश्वास नहीं करते;

(यूहन्ना 16:9)


✍️मुझे lead किसने किया यीशु की तरफ ?

👉पवित्र आत्मा ने!


✍️मैं पापी हू किस ने बताया ?

👉पवित्र आत्मा ने!


✍️मुझे अन्दर से किसने तोड़ा ?

👉पवित्र आत्मा ने!


✍️यीशु को स्वीकार करो किस ने कहा ?

👉पवित्र आत्मा ने!

✍️उद्धार तो दूर की बात!

👉आप पापी है ,किस ने एहसास करवाया!

 

*पवित्र आत्मा ने!*


*God bless you*

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