Sunday, 31 October 2021

परमेश्वर का काम परमेश्वर के तरीके से होना चाहिए!

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*परमेश्वर का काम परमेश्वर के तरीके से होना चाहिए!*


👉क्योंकि मैं उनकी गवाही देता हूँ, कि उनको परमेश्वर के लिये धुन रहती है, परन्तु बुद्धिमानी के साथ नहीं।

(रोमियों 10:2)


✍️ *परन्तु बुद्धिमानी के साथ नही!*


*सूने*:-


👉 *तब उसने बारह को नियुक्त किया, कि वे उसके साथ-साथ रहें,* और वह उन्हें भेजे, कि प्रचार करें।

(मरकुस 3:14)


✍️ *हमें काम तो करना है पर उसके साथ रह कर!*


👉 *एक होता है परमेश्वर के लिए काम करना!*

 

👉 *और एक होता है परमेश्वर के साथ काम करना!*


👉 *परमेश्वर के लिए नहीं!*


👉 *परमेश्वर के साथ काम करने वाले चाहिए!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *आप कौन हैं?*


👉 *परमेश्वर के लिए काम करने वाले या परमेश्वर के साथ काम करने वाले!*


👉 *ऊपर बैठा परमेश्वर कहता है मुझे तेरा तरिका नहीं मेरा तरिका चाहिए!*


*सूने*:-


👉शमूएल ने कहा, *“क्या यहोवा होमबलियों, और मेलबलियों से उतना प्रसन्न होता है, जितना कि अपनी बात के माने जाने से प्रसन्न होता है?* सुन, मानना तो बलि चढ़ाने से और कान लगाना मेढ़ों की चर्बी से उत्तम है।

(1 शमूएल 15:22)


✍️ *परमेश्वर को अपनी मर्जी से काम करने वाले चाहिए!*


✍️दाऊद राजा परमेश्वर का मंदिर बनाना चाहता था!


👉परमेश्वर ने कहा तेरे तरिके से मंदिर नहीं चाहिए!


👉मेरे तरिके से मंदिर चाहिए!


👉तेरा बेटा सुलेमान मंदिर बनाएगा!


*सूने*:-


✍️वो मंदिर तो कब का( reject) रद्द हो गया!


👉कौन सा ,जो परमेश्वर के तरीके से नही बना!


*मतलव:-* 


👉 *वो काम!*


👉 *वो सेवकाई!*


👉 *जो परमेश्वर के तरीके से नही किया!*


👉 *जो कोई यह कहता है, “मैं उसे जान गया हूँ,” और उसकी आज्ञाओं को नहीं मानता, वह झूठा है;* और उसमें सत्य नहीं।

(1 यूहन्ना 2:4)


✍️ *मैं उसे जान गया ,तो उसके तरिके से काम करें!*


*सूने*:-


✍️ परमेश्वर को दिलचस्पी आपके famous होने नहीं!


👉परमेश्वर को दिलचस्पी इस में है, हम उसे जाने!


👉पर जो कोई उसके वचन पर चले, उसमें सचमुच परमेश्वर का प्रेम सिद्ध हुआ है। हमें इसी से मालूम होता है, कि हम उसमें हैं।

(1 यूहन्ना 2:5)


✍️उसके वचन पर चले!


👉ये कैसे पता चलेगा मैं उसके वचन पर चल रहा हूं ?


👉जब उसके हिसाब से काम करेंगे!


👉हमें काम (आज्ञा पालन ) करना है पर परमेश्वर के साथ रह कर!


👉और परमेश्वर के तरीके से!


👉 *चाहे सेवा करें!*


👉 *चाहे आराधना करें!*


*सूने*:-


👉 *अगर आपने तरिके से किया तो, गई भैंस पानी में!*


*बाकी आप समझदार है*....


👉इस वचन को नहीं भूलना:-


👉“जो मुझसे, ‘हे प्रभु, हे प्रभु’ कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, *परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।*

(मत्ती 7:21)


*God bless you*

Saturday, 30 October 2021

आमीन का सही अर्थ क्या है ?

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*आमीन का सही अर्थ क्या है ?*

 

✍️आज मेरा संदेश उन लोगों के लिए है, जो किसी भी Post या लेख पर आमीन लिख देते है!


👉मसीह में आने के बाद हर कोई किसी भी बात के लिये! 

👉आमीन लिख कर post को Facebook ,WhatsApp , Instagram ,


👉या किसी भी social media पर post कर देता है। 


⭐ *आमीन का सही अर्थ*


✍️इब्रानी भाषा के मूल शब्द Ἀμήν, (Amen) से आमीन शब्द निकला है। 


👉जिसे की यहूदी लोग प्रार्थना के अंत में इस्तेमाल करते हैं। 


👉और यह अन्य भाषाओ में आमीन हो गया। 


👉जिसे मुस्लिम लोग भी प्रार्थना ख़त्म होने के बाद इस्तेमाल करते हैं। 


👉इसे अक्सर प्रार्थना के समाप्त होने पर ही बोला जाता है!


"जिस का मतलब होता है" 


✍️ *ऐसा ही हो,* 


👉क्योंकि परमेश्वर की जितनी प्रतिज्ञाएँ हैं, वे सब उसी में ‘हाँ’ के साथ हैं इसलिए उसके द्वारा आमीन भी हुई, कि हमारे द्वारा परमेश्वर की महिमा हो।

(2 कुरिन्थियों 1:20)


*मतलव*:-


✍️वे सब उसी में हां के साथ है अर्थात, परमेश्वर की प्रतिज्ञाएं निशिचत रुप से पूरी होती है!


👉इन प्रतिज्ञाओं की हां मसीह में हैं!


👉उसके द्वारा आमीन‌ भी हुई , अर्थात, *आमीन कहकर अपनी सहमति देते हैं!*


👉और प्रार्थना समाप्त कर दी जाती है!


👉इसका इस्तेमाल पुराना नियम में और नय नियम में बहुत बार आया है!  


👉व्यवस्था पुस्तक (27:15-26) में बहुत बार आया है! 


👉‘श्रापित हो वह मनुष्य जो कोई मूर्ति कारीगर से खुदवाकर या ढलवा कर निराले स्थान में स्थापन करे, क्योंकि इससे यहोवा घृणा करता है।’ तब सब लोग कहें, ‘आमीन।’

(व्यवस्थाविवरण 27:15)


 👉अनादिकाल से अनंतकाल तक इस्राइल का परमेस्वर यहोवा धन्य है। ” तब समस्त प्रजा ने “आमीन ” कहा : और यहोवा की स्तुति की। (1इतिहास 16:36)


👉लौदीकिया की कलीसिया के दूत को यह लिख ” जो आमीन और विश्वास योग्य है!

और सच्चा गवाह है 

👉और परमेस्वर की सृष्टि का मूल कारण है,वह कहता है। (प्रकाशित 3:14 )


*सूने*:-


✍️ *इन वचनो के आधार पर हम अगर देखते हैं तो आमीन सिर्फ महत्वपूर्ण अवसरों पर ही बोले जाने वाला शब्द है।* 


👉 *मगर आज तो आमीन हर कोई हर जगह इस्तेमाल करता नज़र आता है।*


👉सबसे ज़्यादा यह (यीशु)

की तस्वीर पर इस्तेमाल होता है, जो की उनकी तस्वीर है ही नहीं!


👉वो सिर्फ एक अभिनेता की तस्वीर होती है , जिसे लोग यीशु समझते है! 


👉कल का एक सीन आप को बताना चाहूँगा, Facebook पर एक Pastor  live होने वाले थे!


👉मगर वो live हुए नहीं उनकी खाली कुर्सी उनके ऑफिस में रखी थी!


👉पूरे 10 मिनट तक लोग उस खाली कुर्सी को आमीन लिखते रहे।


👉अब आप इसे क्या कहेंगे! 


👉ये सही या गलत है। 


"सोच कर देखें"


*सूने*:-


✍️अभी कुछ दिन पहले एक Pastor की पत्नी खड़ी थी


👉उसकी फोटो को एडिट करके उसे एक स्वर्गदूत बना कर पेश किया और लोग उसी को सेंकडो की संख्या में आमीन लिखने लगे! 


👉 *क्या यह सही है ?*


*और सूने*


✍️एक बीमार व्यक्ति की फोटो पर आमीन लिखकर उसे post  किया! 


👉और लिखा के आमीन लिखो!


👉किसी गरीब की फोटो डाल कर कहते हैं आमीन लिखो, क्या यह मसीहत है। 


👉यह सब हमे यीशु मसीह ने तो नहीं सिखाया ,फिर लोग ऐसी शिक्षा पर क्यों चल रहें हैं!


*God bless you*

क्या फिल्मी गीत के धुन पे प्रभु यीशु के गीत गा सकते हैं?

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


प्रश्न: *क्या फिल्मी गीत के धुन पे प्रभु यीशु के गीत गा सकते हैं?*


✍️पहली line सटीक, 

👉crystal clear statement total गलत है!


👉अगर फिल्मी गीत डालकर, फिल्मी धून पर , प्रभु के गीत बनाते हो, गाते हो!


👉 *total गलत है!*

👉Total nonsense है!

👉मूर्खता है!


✍️Worshipper कौन‌ है!

👉Junior है या senior है!

👉उसके गाने पहले हिट हुए हैं!


👉उससे कोई फर्क नहीं पड़ता!

👉मुंबई का 

👉नागपुर का 

👉इधर का उधर का 

👉America का worshipper हो!


👉कोई भी तुरमखान हो! 


👉अगर वो अपना statement देता है!


👉उस से कोई भी फर्क नहीं पड़ता!


✍️ biblical नहीं ,वचन support नहीं करता!


👉आप नहीं कर सकते!


*सूने*:-


"जिस के चलते पौलुस कहता है"


✍️एक मेज पर दो स्वामी कैसे बैठ सकतें हैं!


👉मसीह भी और संसार (शैतान) !


👉संसार और उसकी अभिलाषाएँ दोनों मिटते जाते हैं, पर जो परमेश्वर की इच्छा पर चलता है, वह सर्वदा बना रहेगा।

(1 यूहन्ना 2:17)


✍️जिस में संसार की बाते है!


👉जिस में संसारिकता है उस में परमेश्वर वास नहीं करता!


👉क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर के निकट मूर्खता है, जैसा लिखा है, “वह ज्ञानियों को उनकी चतुराई में फँसा देता है,” 

(1 कुरिन्थियों 3:19)


👉 *क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर के निकट मूर्खता है,*


✍️तो Hollywood, Bollywood ,Tollywood और 


👉जितने भी  wood है ,आप समझ गए होंगे!


👉परमेश्वर कहता है मूर्खता है!


👉"मूर्ख" इसलिए कह रहा है!


👉 क्योंकि उसका जो source (स्रोत) है ना ,वो लुसीफर है!


👉लुसीफर से निकला हुआ है!

👉मून्नी बदनाम!

👉सीला बदनाम!


👉ये जितने भी है , ना ये लुसीफर से निकले है!


👉जिसने उसकी धून बनाई है!


*सूने*:-


✍️जिसको लेकर आप प्रभु के गाने को जोड़कर ,यीशु का नाम जोड़कर उसको पेश कर रहे हो!


👉और कुछ मूर्ख टाइप के worshipper कहते हैं!


👉biblical है, चलता है 

👉कहीं से भी आए प्रभु का नाम हो रहा है! 


*सूने*:-


प्रश्न: *परमेश्वर किसी भी worship का मोहताज है ?*


"जवाब है :- *बिल्कुल नहीं!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️अगर पृथ्वी पर मैं और आप परमेश्वर के लिए worship करना बंद करदे! 


👉तो भी परमेश्वर को रती(अंश) भर भी फर्क नहीं पड़ेगा!


प्रश्न: *क्यों ?*


"जवाब:- *क्योंकि परमेश्वर के पास करोड़ों, करोड़ों स्वर्गदूत हैं जो दिन रात परमेश्वर की महिमा करते हैं!*


*सूने*:-


✍️ *तो परमेश्वर को वो देना है जो परमेश्वर को भाता है!*


👉और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है?

(इफिसियों 5:10)


✍️परमेश्वर को वो देना है जो परमेश्वर को पसंद है!


👉क्योंकि worshipper के worship से परमेश्वर खुश नहीं होगा!


👉परमेश्वर worship को क्या कहता है!


👉वो जब देते है ,उस से परमेश्वर खुश होगा!


*इस पर ध्यान दें*


✍️इस के पीछे एक spirit है!


👉नशा करना उसके पीछे एक spirit है!


👉दारु पीलाना उसके पीछे एक spirit है!


👉Drugs करवाना उसके पीछे एक spirit है


👉व्यविचार करवाना उसके पीछे एक spirit है!


👉वैसे ही पीचर के गाने संसारिकता ,फिल्मी उस के पीछे भी एक spirit है 


👉जो काम कर रही है!


👉और जो fame के चक्कर में आसानी से फंस जाएंगे! 


*उदाहरण*:-


✍️पतरस को परमेश्वर का आत्मा भी lead कर रहा है!


👉शैतान का आत्मा भी lead कर रहा है!


👉पतरस ने क्या नहीं किया? 

👉वो जो बारीक वाली लाइन होती है यहां से वहां तक!


👉उसे नहीं पकड़ पाया!


*सूने*:-


✍️हमें ये पता लगाना है मुझे कौन lead कर रहा है!


"एक और सूने:-


👉कुछ लोग कहते मैं लेखक हूं!

गाने लिखता हूं!


👉आप जो लेखक हैं ,लिखते वक्त में आपको बाइबल का सहारा लेना है!


👉आपको अपने दिमाग का सहारा नहीं लेना है!


👉आप गाना लिखते हो बाईबल  base (आधार) होना चाहिए!


👉वचन आधार होना चाहिए!  


👉संसार की तो जगाह ही नहीं है!


👉आत्मिक बातो से connect होना चाहिए!


👉और आपस में भजन और स्तुतिगान *और आत्मिक गीत गाया करो,* 

(इफिसियों 5:19)


👉और अपने-अपने मन में कृतज्ञता के साथ परमेश्वर के लिये *भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।*

(कुलुस्सियों 3:16)


*God bless you*

पवित्र आत्मा को पहले मांगना पड़ता था

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*पवित्र आत्मा को पहले मांगना पड़ता था*, 

*फिर हाथ रखा जाता था* 

*और अंत में वो खुद उतरा लोगों पर*

 


👉 *तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।”*

(लूका 11:13)


✍️इस वचन पर बात करेंगे!


*सूने*:-


प्रश्न: *एक व्यक्ति दास दासी ,लड़का लड़की ,पुरुष स्त्री कहता है ,प्रभु मुझे पवित्र आत्मा चाहिए,परमेश्वर देगा या नहीं देगा ?*


✍️सीधी बात: परमेश्वर देगा!


दूसरा प्रश्न : *कितनी बार मांगना है उसको ?*


 ✍️*एक बार मांगा दे दिया, क्या दूसरे दिन मांगना है  उसको ?*


👉नही मांगना है!


*सूने*:-


✍️इसका मतलब आपने मांगा परमेश्वर ने दे दिया!


👉 *और परमेश्वर ने हम सब के लिए किस दिन दे दिया ?*


 👉 *जब पिन्तेकुस्त का दिन आया उस दिन दे दिया!*


👉 *तो अब मांगने का system खत्म!*


*सूने*:-


✍️जब चेलों से कह रहा था ,यीशु तुम मांगों!


👉*तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा।”*

(लूका 11:13)


✍️तुम प्रतीक्षा करो!


👉और जिसकी प्रतिज्ञा मेरे पिता ने की है, मैं उसको तुम पर उतारूँगा और जब तक स्वर्ग से सामर्थ्य न पाओ, तब तक तुम इसी नगर में ठहरे रहो।” 

(लूका 24:49)


👉परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”

(प्रेरितों के काम 1:8)


*सूने*:-


✍️ *तो यह सिलसिला खत्म हो चूका है!*


👉मांगने का सिलसिला खत्म हो चुका है!


👉इंतजार का सिलसिला खत्म हो चूका है!


👉पिन्तेकुस्त के दिन पवित्र आत्मा आ चूका है!


*सूने*:-


✍️अब वापस (लूका 11:13) क्यों!


⭐ *एक और जबरदस्त connection देता हूं!*


👉जब प्रेरितों ने जो यरूशलेम में थे सुना कि सामरियों ने परमेश्वर का वचन मान लिया है तो पतरस और यूहन्ना को उनके पास भेजा। 


👉और उन्होंने जाकर उनके लिये प्रार्थना की ताकि पवित्र आत्मा पाएँ। क्योंकि पवित्र आत्मा अब तक उनमें से किसी पर न उतरा था, उन्होंने तो केवल प्रभु यीशु के नाम में बपतिस्मा लिया था। तब उन्होंने उन पर हाथ रखे और उन्होंने पवित्र आत्मा पाया।

(प्रेरितों के काम 8:14-17)


✍️क्योंकि प्रेरितों के काम 8 अध्याय में नहीं पता पवित्र आत्मा कैसे आता है!


👉उन को सिर्फ ये ही पता था ,पतरस को बुलाओ! 


👉पतरस हाथ रखेगा, तो सब को मिलेगा!


*ध्यान से सूने*:-


👉पतरस ये बातें कह ही रहा था कि पवित्र आत्मा वचन के सब सुननेवालों पर उतर आया।

(प्रेरितों के काम 10:44)


✍️तो इस को क्या समझे!

👉इस को ये समझेगे! 


*ध्यान दें*


✍️जब तक ये नहीं पता था पवित्र आत्मा कैसे आएगा!


👉तो पतरस और यहुन्ना को बुला,बुला कहते थे!


👉प्रार्थना करो आएगा!

👉प्रार्थना करो आएगा!


👉और आता था!


*ध्यान दें*


✍️तो जब पवित्र आत्मा ने देखा इनका direction change (दिशा परिवर्तन) हो रहा है!


👉इन की doctrine अलग बन रही ये पतरस को ही बुला रहे हैं!


👉तो पवित्र आत्मा ने कहा मैं क्या करता हूं, ‌मै खुद उतर जाऊंगा!


👉यहां पर लिखा है पवित्र आत्मा किसी के हाथ ना रखने पर भी उतर गया!


*इस का क्या मतलब है:-


👉इसी घटना को जो हुआ था पतरस repeat (दोहराता) करता है!


👉जब मैं बातें करने लगा, तो पवित्र आत्मा उन पर उसी रीति से उतरा, जिस रीति से आरम्भ में हम पर उतरा था।

(प्रेरितों के काम 11:15)


✍️पतरस कहता है मैं तो ताज्जुब हो गया!


👉मैं तो समझता था, जैसा हम पर पवित्र आत्मा आया ,वैसा किसी पर नहीं आयेगा!


👉लेकिन जब मैं कुरनेलियुस के घर पे था, तो पता चला जैसे हम पर पवित्र आत्मा उतरा वैसे ही कुरनेलियुस के पूरे लोगों पर उतरा!


👉वो Shock (चकित)हो गया!


*सुनें*:-


✍️और जितने सून रहे है, अगर ऐसा किसी ने अपना-अपना doctrine (सिद्धांत) बना के रखा है!


👉के जब तक पतरस हाथ नहीं रखता था, पवित्र आत्मा नहीं मिलता था!


👉तो ये concept (विचार) गलत है!


*सूने*:-

 

✍️प्रेरितों के काम 10 अध्याय concept change हो गया!


👉अब पवित्र आत्मा खुद उतर रहा है!


👉इस का जिक्र आगे जा के देखते हैं!


👉 *क्या तुम नहीं जानते*, कि तुम परमेश्वर का मन्दिर हो, और परमेश्वर का आत्मा तुम में वास करता है?

(1 कुरिन्थियों 3:16)


✍️"इसका मतलब क्या है"

👉वो नहीं जानते थे!


✍️पवित्र आत्मा तो आपके अन्दर है!


👉 *जो विश्वास करे* और बपतिस्मा ले उसी का उद्धार होगा, परन्तु जो विश्वास न करेगा वह दोषी ठहराया जाएगा। 


✍️उस की ये निशानी है!


👉और विश्वास करनेवालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे; नई-नई भाषा बोलेंगे;

(मरकुस 16:16-17)


✍️वो चमत्कार कर रहा है ,दुष्ट आत्मा निकल रहा है!


"इसे भी देखें"


👉और न कोई पवित्र आत्मा के बिना कह सकता है कि यीशु प्रभु है।

(1 कुरिन्थिया 12:3)


✍️ तो मुझे यीशु को प्रभु कहना है तो क्या चाहिए ?

👉पवित्र आत्मा!


*सूने*:-


✍️तो पवित्र आत्मा कहता है! 


👉जब तक तुम यीशु को प्रभु नहीं कहेगा तेरा उद्धार नहीं होगा!


👉कितनी अद्भुत बात है!


👉पाप के विषय में इसलिए कि वे मुझ पर विश्वास नहीं करते;

(यूहन्ना 16:9)


✍️मुझे lead किसने किया यीशु की तरफ ?

👉पवित्र आत्मा ने!


✍️मैं पापी हू किस ने बताया ?

👉पवित्र आत्मा ने!


✍️मुझे अन्दर से किसने तोड़ा ?

👉पवित्र आत्मा ने!


✍️यीशु को स्वीकार करो किस ने कहा ?

👉पवित्र आत्मा ने!

✍️उद्धार तो दूर की बात!

👉आप पापी है ,किस ने एहसास करवाया!

 

*पवित्र आत्मा ने!*


*God bless you*

Friday, 29 October 2021

सच्चा सुसमाचार क्या है

 आज का विषय 

एक बार जरुर पढ़े लें


*सच्चा सुसमाचार क्या है*


✍️ *प्रेरितो के समे से ही झूठी शिक्षा चर्च में आ गई थी!*


👉क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन् परमेश्वर का दान है; *और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्ड करे।*

(इफिसियों 2:8-9)


👉हे भाइयों, मैं तुम्हें वही सुसमाचार बताता हूँ जो पहले सुना चुका हूँ, *जिसे तुम ने अंगीकार भी किया था और जिसमें तुम स्थिर भी हो।* उसी के द्वारा तुम्हारा उद्धार भी होता है, यदि उस सुसमाचार को जो मैंने तुम्हें सुनाया था स्मरण रखते हो; 


👉नहीं तो तुम्हारा विश्वास करना व्यर्थ हुआ। इसी कारण मैंने सबसे पहले तुम्हें वही बात पहुँचा दी, जो मुझे पहुँची थी, 


👉कि पवित्रशास्त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया। और गाड़ा गया; और पवित्रशास्त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा।  

(1 कुरिन्थियों 15:1-4)


👉“क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, *ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।*(यूहन्ना 3:16)


👉 *जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है;* परन्तु जो पुत्र की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, परन्तु परमेश्वर का क्रोध उस पर रहता है।”

(यूहन्ना 3:36)


*सूने*:-


👉 हमारा उद्धार का काम यीशु ने पूरा कर दिया है!


👉 *हमारा उद्धार विश्वास से अनूग्रह के द्वारा हुआ है!*


👉 उद्धार में और कुछ मिलावट करना सुसमाचार को बिगाड़ना है!


👉अगर और कोई आपके पास आकर कहे आपको यीशु के बलिदान के इलावा आपको भी अच्छे काम करने होगे !


*मतलव*:-

 

✍️ *रीती रिवाजों,जा शब्द,को मानना पड़ेगा!*


👉इसे फिर सुसमाचार को बिगाड़ना कहेंगे


*झूठी शिक्षा से सावधान रहें!*


*God bless you*

एक मसीह या विश्वासी का काम

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*एक मसीह या विश्वासी का काम*


👉यीशु ने उनसे कहा, “मेरा भोजन यह है, *कि अपने भेजनेवाले की इच्छा के अनुसार चलूँ और उसका काम पूरा करूँ।*

(यूहन्ना 4:34)


✍️ *यीशु और सामरी स्त्री*:-


👉 *यीशु का focus (निशाना) क्या है ?*


👉खाना नहीं,सोना नही :-


👉 *यीशु का famous होने का राज था !*


👉 *काम*:- 


👉 *काम की वजह से*

 

*सूने*:-


👉 *“मेरा पिता परमेश्वर अब तक काम करता है, और मैं भी काम करता हूँ।”*(यूहन्ना 5:17)


✍️ *सब को परिचे हो गया था ये काम करता है!*


👉 *जो काम तूने मुझे करने को दिया था, उसे पूरा करके मैंने पृथ्वी पर तेरी महिमा की है।*

(यूहन्ना 17:4)


✍️ *ऐसा क्या काम है जो यीशु ने किया*?


👉सलीब का काम!


👉गतशमनी बाग :-


👉मेरी मर्जी नहीं आपकी मर्जी पूरी हो!


*उदाहरण*:- 


⭐ *पहले आदम को भी काम दीया वो काम करें!*


👉तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को लेकर अदन की वाटिका में रख दिया, *कि वह उसमें काम करे और उसकी रखवाली करे।*

(उत्पत्ति 2:15)


⭐ *जब यीशु बारां साल के थे!*


👉उसने उनसे कहा, “तुम मुझे क्यों ढूँढ़ते थे? क्या नहीं जानते थे, कि मुझे अपने पिता के भवन में होना अवश्य है?”

(लूका 2:49)


👉फिर जाते हुए उसने एक मनुष्य को देखा, जो जन्म से अंधा था। और उसके चेलों ने उससे पूछा, “हे रब्बी, किसने पाप किया था कि यह अंधा जन्मा, इस मनुष्य ने, या उसके माता पिता ने?” यीशु ने उत्तर दिया, “न तो इसने पाप किया था, न इसके माता पिता ने परन्तु यह इसलिए हुआ, *कि परमेश्वर के काम उसमें प्रगट हों।* जिसने मुझे भेजा है; हमें उसके काम दिन ही दिन में करना अवश्य है। वह रात आनेवाली है जिसमें कोई काम नहीं कर सकता।

(यूहन्ना 9:1-4)


✍️ परमेश्वर चाहते हैं ,मनुष्य के द्वारा परमेश्वर की महिमा हो!


👉 *क्योंकि हम परमेश्वर के सहकर्मी हैं; तुम परमेश्वर की खेती और परमेश्वर के भवन हो।*

(1 कुरिन्थियों 3:9)


✍️ *हमें परमेश्वर ने आपने खेत में रखा है,काम करने के लिए!*


👉अगर आप pastor है


👉अगर आप आराधक है


*सूने*:-


✍️ *आपको काम करने के लिए रखा गया है!*


✍️ *आज हमारा focus (निशाना) क्या है!*


👉मेरे ज्ञान के न होने से मेरी प्रजा नाश हो गई; तूने मेरे ज्ञान को तुच्छ जाना है, इसलिए मैं तुझे अपना याजक रहने के अयोग्‍य ठहराऊँगा। इसलिए कि तूने अपने परमेश्वर की व्यवस्था को त्याग दिया है, मैं भी तेरे बाल-बच्चों को छोड़ दूँगा।

(होशे 4:6)


✍️ क्या आप सून रहे ,मेरे ज्ञान के बिना!


👉 *आपका जायद समय कहा लगता हैं!*


👉 *जब आप बाहर जाते हैं लोग पूछते है आप किस को मानते ,तो उन्हें बताने के लिए आपने पास्टर को फोन लगाना नहीं है, खुद बताना होगा!*


👉इसलिए वचन का ज्ञान होना जरूरी है!


👉मनुष्य हमें मसीह के सेवक और परमेश्वर के भेदों के भण्डारी समझे।(1 कुरिन्थियों 4:1)


✍️ हर चीज का ज्ञान होना जरूरी है!


*उदाहरण*:- 


👉 *7 कलिसिया को 60 साल बाद दर्शन दीया!* 


👉 *7 कलिसिया को 9 बार काम के बारे में बोला!*


👉“सरदीस की कलीसिया के स्वर्गदूत को लिख: “जिसके पास परमेश्वर की सात आत्माएँ और सात तारे हैं, *यह कहता है कि मैं तेरे कामों को जानता हूँ,* कि तू जीवित तो कहलाता है, पर है मरा हुआ। जागृत हो, और उन वस्तुओं को जो बाकी रह गई हैं, और जो मिटने को है, उन्हें दृढ़ कर; *क्योंकि मैंने तेरे किसी काम को अपने परमेश्वर के निकट पूरा नहीं पाया।*

(प्रकाशितवाक्य 3:1-2)


✍️ *आपने क्या काम किया है!*


👉 परमेश्वर ये नहीं पूछेगा कितना पैसा कमाया!


*कलिसिया क्या roll है*:-


✍️ *उसके काम को पूरा करना!*


👉 *कौन सा काम ?*


👉 *यीशु ने उनके पास आकर कहा, “स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार  मुझे दिया गया है। इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ;* और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ।”

(मत्ती 28:18-20)


👉 *और उसने उनसे कहा, “तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो।*

(मरकुस 16:15)


✍️ *लोगों को प्रभु के राज्य में लाना है!*


*जरा सोचिए*......


👉 *हम कौन से काम में busy है!*


👉 *मैं तेरे काम, और तेरे परिश्रम, और तेरे धीरज को जानता हूँ;* और यह भी कि तू बुरे लोगों को तो देख नहीं सकता; और जो अपने आपको प्रेरित कहते हैं, और हैं नहीं, उन्हें तूने परखकर झूठा पाया।

(प्रकाशितवाक्य 2:2)


👉इसलिए स्मरण कर, कि तू कहाँ से गिरा है, *और मन फिरा और पहले के समान काम कर;* और यदि तू मन न फिराएगा, तो मैं तेरे पास आकर तेरी दीवट को उसके स्थान से हटा दूँगा।

(प्रकाशितवाक्य 2:5)


👉 *मैं तेरे कामों, और प्रेम, और विश्वास, और सेवा, और धीरज को जानता हूँ, और यह भी कि तेरे पिछले काम पहले से बढ़कर हैं।*(प्रकाशितवाक्य 2:19)


✍️ *सिर्फ काम,काम,काम के बारे में!*


👉 *“मैं तेरे कामों को जानता हूँ* कि तू न तो ठण्डा है और न गर्म; भला होता कि तू ठण्डा या गर्म होता।(प्रकाशितवाक्य 3:15)


✍️ *कामों में ना तो ठंडा है!*


👉 *कहता है पर जाता नहीं है!*


👉 *जब वे उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे थे, तो पवित्र आत्मा ने कहा, “मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो* जिसके लिये मैंने उन्हें बुलाया है।”

(प्रेरितों के काम 13:2)


✍️ *क्यों ये काम दीया?*


👉 *मैंने वो काम करवाना!*


"वचन पढे"


👉क्या वे ही मसीह के सेवक हैं? (मैं पागल के समान कहता हूँ) मैं उनसे बढ़कर हूँ! *अधिक परिश्रम करने में;* बार बार कैद होने में; कोड़े खाने में; बार बार मृत्यु के जोखिमों में। पाँच बार मैंने यहूदियों के हाथ से उनतालीस कोड़े खाए। तीन बार मैंने बेंतें खाई; एक बार पत्थराव किया गया; तीन बार जहाज जिन पर मैं चढ़ा था, टूट गए; एक रात दिन मैंने समुद्र में काटा।

(2 कुरिन्थियों 11:23-25)


✍️ पौलुश ने दूख उठाए!


👉क्योंकि अब मैं अर्घ के समान उण्डेला जाता हूँ, और मेरे संसार से जाने का समय आ पहुँचा है।

(2 तीमुथियुस 4:6)


✍️ *हम सभी को भी दूख उठाकर मसीह के काम को पूरा करने को कहा है!*


👉इसलिए हे मेरे प्रिय भाइयों, दृढ़ और अटल रहो, और प्रभु के काम में सर्वदा बढ़ते जाओ, क्योंकि यह जानते हो, *कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है।*

(1 कुरिन्थियों 15:58)


✍️ *प्रभु के काम में बढ़ते जाओ!*


👉 *हम सभी को चाहे कोई भी है!*


👉 *चाहे pastor है*


👉 *चाहे विश्वासी है*


👉 *परमेश्वर के काम को पूरा करना है!*


*God bless you all*

कलीसिया किस की है

कलीसिया किस की है ?

पास्टर की या यीशु की


आज मै इस विषय पर बात करूँगा |


हम सब यीशू की एक कलीसिया है , कितने भी डिनामेशन दुनिया मे क्यों ना हो लेकिन हम सब मिलकर यीशू की एक कलीसिया है । 


तो ,

*कलीसिया किस की है ?*

*पास्टर की या यीशु की*


आईए वचन देखते है , 


            (1 कुरिन्थियों 1:10)


👉हे भाइयों, मैं तुम से यीशु मसीह जो हमारा प्रभु है उसके नाम के द्वारा बिनती करता हूँ, कि तुम सब एक ही बात कहो और तुम में फूट न हो, परन्तु एक ही मन और एक ही मत होकर मिले रहो।


एक ही मत :-


        1) मत का मतलब हैं सिद्धांत 

        2) मत का मतलब हैं डिनामेशन 

        3) मत का मतलब हैं पंत


✍️ *एक बात*

👉 *एक मन*

👉 *एक ही मत* 


इसका मतलब है की पौलूस कुरिन्थियों की कलीसिया को ऐसीं कलीसीया जो ,


1) उस वक्त मे अपने टाइम पर बहुत पावरफुल कलीसिया थी 

2) दानो की कोई घटी नही थी ।

3) चमत्कार तो पानियों के तरह बहता था ।

4) मुर्दे जीलये जाते थे 

5) पौलुस के रुमाल से या पतरस के परछाई से अगर तब होता होगा तो सोचिए जब कलीसिया अन्य जातीयो मे गयी होगी तो कितने चमत्कार हो गये होंगे ।

6) ऐसी कलीसिया जिस्मे आत्मा बजाये जा रही है ।

7) मै समजता हु कि लाखो कि तादात मे लोग बचते जा रहे होंगे और अद्भुत चमत्कार होते होंगे ।


इसको चलकर मैने आज का विषय रखा हैं ।


 कलीसिया किसकी है ?

पास्टर की या यीशू की ?


अगला वचन देखते है ,


              (1 कुरिन्थियों 1:11-12)


👉क्योंकि हे मेरे भाइयों, खलोए के घराने के लोगों ने मुझे तुम्हारे विषय में बताया है, कि तुम में झगड़े हो रहे हैं। मेरा कहना यह है, कि तुम में से कोई तो अपने आपको “पौलुस का,” कोई “अपुल्लोस का,” कोई “कैफा का,” कोई “मसीह का” कहता है।


✍️ *ये झगड़े किस बात पर हो रहे है ?*


यहा , 

⭐ दो powerful लीडर हैं 


1) "पौलूस "

2) "अपुल्लोस"


1) उन दिनो मे दोनो की चर्च जोरो से चल रही थी ।

2) तो पौलूस का चर्च था और अपुल्लोस का चर्च था ।

3) पौलूस के भी लोग थे और अपुल्लोस के भी लोग थे ।

4) लोग पौलूस को भी पसंद करते थे और अपुल्लोस को भी पसंद करते थे ।


ऐसी टाइम पे वो कहता है कि तुम मे झगडे हो रहे है किस को लेकर तो ,


पौलुस और अपुल्लोस को लेकर ।


  1) कोई कहता मैं पौलूस का हु ।

  2) कोई कहता मैं अपुल्लोस  का हु ।

  3) कोई कहता मैं केफा याने की पतरस का हु 

  4) और कोई कहता में मसीह का । 


  तो इसका मतलब दोस्तो ,


        1) एक हैं पौलुस का चर्च 

        2) दुसरा हैं अपुल्लोस का चर्च

       3) तिसरा हैं पतरस चर्च 

       4) और मसीह का चर्च


   ऐसे मिलाकर उन मैं झगडे चल रहे थे ।


     1) कोई कहता मैं पौलूस का हु ।

     2) कोई कहता मैं अपुल्लोस  का हु ।

     3) कोई कहता मैं केफा याने की पतरस का हु 

     4) और कोई कहता में मसीह का । 


तो मै आज का टॉपिक फिरसे रखता हूँ ,

           कलीसिया किसकी है ?

           पास्टर की या यीशु की ?


ताकि आप कनेक्ट हो सके की , कलीसिया किसकी है 

1)  तो वो पास्टर की है

2)  या यीशू की है ?


ये दो वचन हमे बताता है की ,

           1) हम किसके है ,

           2) और कौन किसके है  ,

           3) कौन किसको Follow करता है  ,

          4) कौन किसके पीछे चलता है


⭐ *कलीसिया किस की है*:-

       पास्टर की या यीशु की


क्या ऐसी तुकडो मे मसीह बट गया है ?


  1) एक हैं पौलुस का तुकडा

  2) दुसरा हैं अपुल्लोस का तुकडा

  3) तिसरा हैं पतरस का तुकडा

  4)  मसीह का तुकडा


         (1 कुरिन्थियों 1:13)


👉क्या मसीह बँट गया ? क्या पौलुस तुम्हारे लिये क्रूस पर चढ़ाया गया ? या तुम्हें पौलुस के नाम पर बपतिस्मा मिला?



✍️ *क्या मसीह बंट गया है ?*


1) आप कोई भी चर्च के हो

2) कही के भी हो


1) कौन चढाया गया था आपकी कलीसिया के लिए कृस पे ? यीशु 

2) किसने आपको लहू से खरिदा ? यीशु ने

3) आपको किस ने बचाया है ? यीशु ने

4) हम सब किसके है ? यीशु के



✍️ *आज कुछ Concepts जोरो से चल रहा है मसीह समाज में । 


1) मेरा चर्च!

2) तेरा चर्च!

3) कुछ लोग कहते हैं मेरा चर्च ही सही है!

4) फिर कुछ लोग कहते हैं मेरा चर्च छोड़कर कहीं नहीं जाना!



           ( प्रेरितों के काम 2:42-46)


👉और प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने में और रोटी तोड़ने में और प्रार्थना करने में लौलीन रहे। और सब लोगों पर भय छा गया, और बहुत से अद्भुत काम और चिन्ह प्रेरितों के द्वारा प्रगट होते थे। और सब विश्वास करनेवाले इकट्ठे रहते थे, और उनकी सब वस्तुएँ साझे की थीं। और वे अपनी-अपनी सम्पत्ति और सामान बेच-बेचकर जैसी जिसकी आवश्यकता होती थी बाँट दिया करते थे। और वे प्रतिदिन एक मन होकर मन्दिर में इकट्ठे होते थे, और घर-घर रोटी तोड़ते हुए आनन्द और मन की सिधाई से भोजन किया करते थे।


हम सब सर्वव्यापी चर्च के मेंबर  हैं 


1) पहली सदिकी कलीसिया एक मन रहती थी । 

2) ऊनकी सब चिजे आपस मे एक दुसरे से बाट देते थे ।

3) वहा कोई डिनामेशन नही था ।


तो आज प्रेम , एकता क्यों नहीं ?


ऐसा क्यों कहते है :-


1) मेरा चर्च तेरा चर्च 

2) मेरा चर्च ही सही है

3) मेरा चर्च छोड कर कही नही जाना ?

4) बाकी के चर्च को नीचे क्यों गिंनते है ?


इसका मतलब है की यीशू मसीह बट गया है ,


जो प्रश्न पौलुस ने रखा हैं की क्या मसीह बट गया ?


तो क्या बट गया है ?


1) जो सॅटर्डे को आराधना करते है उनका मसीह अलग हैं ?

2) जो संडे को आराधना करते है उनका मसीह अलग हैं ?

3) आराधना आप सॅटर्डे करो ,  संडे करो , या शुक्रवार को करो , 

4)  आप जब भी करो , सुबह करो , शाम करो , रात करो 

5) आप हप्ता भर करो ,  या हप्ते मे एक बार करो 


फिर प्रश्न उठेगा की मसीह बट गया ? ---(2)


1) कोई कैसा भी करे वो परमेश्वर का है 

2) परमेश्वर उसको लेकर चलता है

3)  अगर सिद्धांत सही हैं पिता ,पुत्र , पवित्र आत्मा वाले उस कॅटेगिरी मे बात कर रहा हु ।


1) मै माता येरुसलेम वाले की बात नही कर रहा हू ?

2) मरियम की आराधना करने वाले की बात नही कर रहा हू ?

3) मैं केवल येशू की बात नही कर रहा हू ?

4) यहोवा व्हीटनेस , सर्वशक्तिमान बिजली चमक ने वाले की बात नही कर रहा हू ?

5)  मै सब की बात नही कर रहा हू ?


अ) मैं बात कर रहा हू जो पिता ,पुत्र और पवित्रा आत्मा को  मानने वाले की

ब) ऐसी शिक्षा वाले जो संपूर्ण बायबल को मानते है 

क) मै उनकी बात कर रहा हु


उनमें मसीह क्यो बट गया ? -- (2)



✍️ *आज कल कलीसिया के चक्कर में हम आपस में मिलकर रहना भूल गए हैं!*---(2)


ए क्या चक्कर है कलीसिया का , डिनामेशन का ?

1) मेरा चर्च का पास्टर बहुत अच्छा है

2) मेरा चर्च बडा हैं 

3) पास्टर कहता है , मेरा कवायर बहुत अच्छा है

4) मेरा चर्च का प्रचार बहुत अच्छा होता है 

5) हमारे चर्च में अभिषेक आता है

6) हमारे चर्च में  पवित्र आत्मा बहता है 

7) ऐसा दुसरे चर्च नही होता है 

8) BMW वाला पास्टर सायकल वाले पास्टर को तुच्छ मानता हैं 

9) और सायकल वाला BMW वाले  पास्टर को तुच्छ  मानता है


✍️ *क्या मसीह बंट गया है ?*


1) ऐसी चक्कर मे हम आपसे मिलकर रहना भूल गये है 

2) झोपडी वाला चर्च बडे चर्च को तुच्छ क्यों मानता है  ?

3) और बडा चर्च झोपडी वाले चर्च को तुच्छ क्यों मानता है ?


 ये आपस मिलकर रहने वाली बाते कहा गई ?


*सूने*:-

                    ( यूहन्ना 17:20 )


👉“मैं केवल इन्हीं के लिये विनती नहीं करता, परन्तु उनके लिये भी जो इनके वचन के द्वारा मुझ पर विश्वास करेंगे, कि वे सब एक हों; 



✍️ ये यीशु की प्रार्थना है:-


*सूने*:-


1) जैसे पहली सदी की कलीसिया प्रेम से रहती थी!

2) वैसे ही आज 21 वीं सदी की कलीसिया को भी प्रेम से रहना है!

3) और आनेवाली पीडी में भी एक रहना हैं 

3) सबको एक रहना है


सबसे बडा दान कौन सा है ?--(2)


1) कुछ लोग कहते है कि आप अन्य भाषा मे बात नही करते है इसलिये हम आपसे मेल मिलाप नही रखेंगे 

2) कोई कहता है मेरे पास भविष्यवाणी का दान है

 3) कोई कहता है मेरा पास्टर ने इतने मुर्दे जिंदे किये है

 4) कुछ कहते है हमारा चर्च जो है वो बाकी चर्च के तरह नही है 

5) हमारे चर्च में 1000 की भीड आती है


ऐसे लोगो को मैं कहना चाहता हू की सबसे बडा दान ये नही है कि ,


1) आप कितनी भाषा मे बात करते है 

2) आप कितने मुर्दे जींदा किये है 

3) आप कितनी कलीसिया बना ली है 


तो सबसे बडा दान है ,


              (1 कुरिन्थियों 13:1)


यदि मैं मनुष्यों, और स्वर्गदूतों की बोलियाँ बोलूँ, *और प्रेम न रखूँ, तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल, और झंझनाती हुई झाँझ हूँ*।


                   (1 यूहन्ना 4:20)


यदि कोई कहे, “मैं परमेश्वर से प्रेम रखता हूँ,” और अपने भाई से बैर रखे; तो वह झूठा है; क्योंकि जो अपने भाई से, जिसे उसने देखा है, प्रेम नहीं रखता, तो वह परमेश्वर से भी जिसे उसने नहीं देखा, प्रेम नहीं रख सकता।


1) तुम पहाडो को हटा दो 

2) अपनी संपत्ति कंगालो को खीला दो

3) तुम आपना शरीर जलने के लिए दे दो ,

4) लेकिन आपस मे प्रेम नही है , तो तुम  ठनठनाता पीतल और झंझनाती झाँझ  है , तुम कुछ नही हो


तो इसका मतलब है की सबसे बडा दान क्या है ?


 तो आपस मे प्रेम करना , मिले रहना ।


लेखक कह रहा है की ,


1) तुम परमेश्वर को ना देखे और कहते है प्यार करता हु

 2) लेकिन तुम्हारे खुद के चर्च में है , पडोस का चर्च है , पडोस का पास्टर है 

3) तुम उससे प्यार नही रखते फिर तुम क्या परमेश्वर से प्यार रखोगे , तो तुम झूट हो गये 


आज मसीह सेवको के बीच में बहुत गड़बड़ी चल रही है!

नफरत की सारी सीमा लांघ चूके हैं!


1) एक पास्टर का दूसरे पास्टर के साथ नहीं जम रहा हैं !

2) एक सेवक दुसरे सेवक को पसंद नही करता

3) एक पास्टर दुसरे पास्टर को नाम रखता हैं 

4) एक चर्च दुसरे चर्च को नफरत करता है

5) अगर आपस मे मिल भी जाते है तो ऐसे व्यक्ति है कि मानो दुसरे बॉर्डर का है

6) ऐसी हरकते चल रही है


*आज कल*


👉 *हर (Sunday) रविवार बोस गिरी होती है कलिसिया में!*


इसका मतलब है कि ,


                1) यहां नहीं जाना !

                2) इनको नहीं सूनना

                3) वो पास्टर का चर्च ठीक नहीं 


ऐसी बॉसगिरी चलती है चर्च मे , क्या मसीह बट गया है ?


✍️ *कलीसिया किस की है ?*


👉 *यीशु की*


👉जब कलीसिया यीशु की है तो बोसगिरी क्यों चल रही है! -- (2)


✍️चर्च  के पास्टर को डर क्यों लगता हैं ?


1) अगर उनका चर्च का मेंबर अगर दुसरे चर्च मैं जाता है तो दिक्कत क्या है ?

2) वो अपने प्रभू के पास में हैं ना

3) फरक कितना है कि वो दुसरे चर्च जा रहा है

4) मतलब उनका पास्टर अलग हैं आपका चर्च पास्टर अलग हैं 

5) लेकिन परमेश्वर एक की है ना , तो दिक्कत क्या है ?


जो दुसरे चर्च चला जाता हैं , उसें कुछ सेवक जो खुद को सिनियर कहते वो उपमा देते हैं की , 


1) वो सैतान का हैं 

2) वो चोर हैं 

3) वो बहक गया हैं 

4) वो परमेश्वर का नहीं हैं 

4) वो भटक्या हैं 


जो चर्च छोड देता हैं , उसें ये उपमा देते हैं ।


जो चर्च छोडता वो परमेश्वर को नहीं छोडता - - -(2)

उसने सिर्फ चर्च छोडा हैं , परमेश्वर को नहीं ।



क्यों डर लगता है पास्टर को ?

1) अगर आपको इतना डर है की वो दुसरे चर्च में जाने से वो दुसरे चर्च का हो जाएगा तो आप ऐसा खाना खिलाओ की वो लौटकर वापस आ जाये ।


*उदाहरण*:- जैसे


*उडाऊ पुत्र*:- 

2) उडाउ पुत्र पाप की चक्कर मे वापस नही आया तो वो खाने के चक्कर मे वापस आ गया

3) खाना ऐसा खिलाओ आपका चर्च मेंबर भलेही किसी भी कोने मे चले जाये वो लौटकर वापस आपके पास आयेगा 

4) जो खाना आप खिला रहे है , हो सकता है उसका पास्टर नही खिला रहा है 


तो आपको डर किस बात का है ?


ए क्यों कहते हो की ,


 1) इस को नही सुना है

 2) उसको नही सुना है

3) Youtube , Facebook को नहीं सूनना हैं 

4) गलत teaching हैं तो वचन से प्रूफ करो ना

5) हवा में बाण क्यों मारते हो 


ये डर क्यों ?


आप सही सिखा रहे हो , 

तो आपको डर नही चाहिये ।


तो डरते कौन है और भेजते कौन नही है ?


1) जिसका खुद का स्टडी ( Study ) ठीक नही है

2) जिसका खुद का वचन ठीक नही है


जो मुझे सून रहा है और देख रहा है , मै कहना चाहता हु कि ,


1) आप जीतना दबा दबा के रखोगे , जिस दिन होशियार हो गये आपकी सारी धमकीयो को लांदकर वो जरूर वहा चले जायेंगे जहाँ खरी शिक्षा मिलती है ---- ( 2 )

2) क्योंकी वचन कहता है मेरी भेंड मेरी आवाज सुनती है

3) तो आप किसी चर्च के बॉस नही है

4)  पास्टर कितना भी बडा हो

5) 10,000 कलसिया हो या 20,000 कलिसीया हो

6) कोई चर्च पास्टर बॉस नही हैं 

7) बॉस एक ही है और वो है यीशू




                    (इब्रानियों 13:20 )


👉अब शान्तिदाता परमेश्वर जो हमारे प्रभु यीशु को जो भेड़ों का महान रखवाला है सनातन वाचा के लहू के गुण से मरे हुओं में से जिलाकर ले आया,


हमारा बोस एक ही है*:- - - - (2)


✍️ *प्रभु यीशु मसीह*:-



                    ( लूका 10:20 )


👉तो भी इससे आनन्दित मत हो, कि आत्मा तुम्हारे वश में हैं, परन्तु इससे आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं।”


* इसका मतलब है दोस्तो  ,*:- 


1) हम कितने powerful है , ये Important नहीं हैं 

2) हम कितने दांन से भरे है , वो   Important नहीं हैं


लेकिन हमारा नाम जीवन की पुस्तक मे है उसका आनंद मनाना है


ये जीवन की पुस्तक से नाम क्यों कट जायेगा ? 


ऐसा डर और ऐसी चौकन्ना या ऐसी होशियार करने वाली बात यीशूने क्यों  कही ? 

मैं बताता हु , 


*उदाहरण*:- 


1) 70 चेले इतने powerful हो गए थे , उंनके हाथो से चमत्कार हो रहा था और उनको ऐसा लग रहा था कि हम कितने पावर फुल हैं ।


2) 70 में से किसी को कहता होंगा मैने इतने चमत्कार किये , मैने इतनी दुष्ट आत्मा निकाली ? तुने कितनी निकाली ?


3) मैने तो इतने मुर्दे जिंदे  किये तुने कितने किये है ? और मेरी भेड तो बहुत है  , तेरी भेड कितनी है ?


4) ऊसके चक्कर मे यीशू ने कहा  की , इसके चक्कर में कही तुम आपस मे नफरत ना कर सके ,

5) तुम में पापक्षमा ना आ जाये । ऐसी कोई बात आ ना जाये की जीवन की पुस्तक मैं से  नाम कट जाये ।


उसके चलते यीशू Worning (वर्निंग ) दे रहा है ।


*कहीं जीवन की पुस्तक से नाम ना कट जाए*!


तो आपको समझना होगा दोस्तो ,


कलीसिया किसकी है ?

पास्टर की या यीशू की  ?


1) अगर आप इतना समझ गये तो हम स्वर्ग में होंगे ।

2) ना वहा कोनसा भी डिनामेशन नहीं है ।

3)  तो वहा एक ही हैं और वो हैं , 


             यीशु की दुल्हन ।


आशा करता हु आप समझ गये होंगे ।


*God bless you*

सही शिखाया तो बच गए गलत

 आज का विषय 

एक बार जरुर पढ़े लें


*सही शिखाया तो बच गए गलत शिखाया तो फस गए*


👉 अपने आपको परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करनेवाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्जित होने न पाए, *और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो*।

(2 तीमुथियुस 2:15)


👉 सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धार्मिकता की शिक्षा के लिये लाभदायक है,

(2 तीमुथियुस 3:16)


*बाइबल को पढ़ते वक्त में बहुत सतर्क रहना होगा*


 *क्यों ?????*


✍️ *इतने सारे क्यों जानबूझकर इसलिए डाले हैं आपको जिंदगी भर पूछते रहना है* 


👉 *क्यों क्यों क्यों क्यों?*


👉क्या लिखा है, तू कैसे पढ़ता है ?”

(लूका 10:26)


✍️बाइबल पढ़ते वक्त में यह आपके जहन (दिमाग) में होना चाहिए तो कैसे पड़ता है!


👉यहा पर अपना नाम डालिए.........


👉खुद से पूछना है!


👉क्या लिखा और ........तू कैसे पढ़ता है!


👉और जितने प्रभु के दास दासी क्या लिखा है और तू कैसे पढ़ता है!


👉और सतर्क (सावधान)रहना है!


 *पता है क्यों*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *क्योंकि जैसा पढ़ेंगे!*


👉वैसा शिखाएंगे!


✍️ *जैसे समझेंगे!*


👉वैसे समझाएंगे!


✍️ *जैसे खुद को लेगे!*


👉वैसे दूसरों को देगे!


*सूने*:-


✍️ *अगर सही लें लिया!*


👉तो सही दे देंगे!


✍️ *सही समझ लिया!*


👉तो सही समझा देंगे!


✍️ *सही तरीके से पढ़ लिया!*

👉तो सही तरीके से पढ़ा देगे!


👉 *अगर गलत कर दिया तो?* 


👉 *फिर तो सोचिए क्या बेड़ा गर्क हो जाएगा!*


*सोचे......*


*ध्यान से सूने*:-


👉 और उससे कहा, “मैं यह सब अधिकार, और इनका वैभव तुझे दूँगा, क्योंकि वह मुझे सौंपा गया है, और जिसे चाहता हूँ, उसे दे सकता हूँ। इसलिए, यदि तू मुझे प्रणाम करे, तो यह सब तेरा हो जाएगा।” यीशु ने उसे उत्तर दिया, “लिखा है: ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर; और केवल उसी की उपासना कर।’” 


👉तब उसने उसे यरूशलेम में ले जाकर मन्दिर के कंगूरे पर खड़ा किया, और उससे कहा, “यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने आपको यहाँ से नीचे गिरा दे। क्योंकि लिखा है, ‘वह तेरे विषय में अपने स्वर्गदूतों को आज्ञा देगा, कि वे तेरी रक्षा करें’

 (लूका 4:6-10)


👉 और ‘वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे ऐसा न हो कि तेरे पाँव में पत्थर से ठेस लगे।’”   


👉यीशु ने उसको उत्तर दिया, “यह भी कहा गया है: ‘तू प्रभु अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’” 

(लूका 4:11-12)


✍️ आज भी कुछ कहते हैं लिखा है !


*उदाहरण*:-


✍️पौलुश ने तीमुथियुस का :-


👉भविष्य में केवल जल ही का पीनेवाला न रह, *पर अपने पेट के और अपने बार बार बीमार होने के कारण थोड़ा-थोड़ा दाखरस भी काम मे लाया कर।*

(1तीमुथियुस 5:23)


✍️ *कुछ कहते शराब पीनी चाहिए!*


*सूने*:- 


👉बाईबल को ध्यान से पढ़ना चाहिए!


👉हमें बाईबल की जानकारी उत्पत्ति से प्रकाशितवाक्य तक होनी चाहिए!


👉कुछ कहते लिखा है!


👉ठीक है लिखा है :- पर ये भी देखना है कियू लिखा है !


*सूने*:-


✍️ यीशु ने कहा है ...


👉 *इसलिए जो कोई इन छोटी से छोटी आज्ञाओं में से किसी एक को तोड़े, और वैसा ही लोगों को सिखाए, वह स्वर्ग के राज्य में सबसे छोटा कहलाएगा;* परन्तु जो कोई उनका पालन करेगा और उन्हें सिखाएगा, वही स्वर्ग के राज्य में महान कहलाएगा।

(मत्ती 5:19)


👉 *मैं हर एक को, जो इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी की बातें सुनता है, गवाही देता हूँ: यदि कोई मनुष्य इन बातों में कुछ बढ़ाए तो परमेश्वर उन विपत्तियों को जो इस पुस्तक में लिखी हैं, उस पर बढ़ाएगा। और यदि कोई इस भविष्यद्वाणी की पुस्तक की बातों में से कुछ निकाल डाले,* तो परमेश्वर उस जीवन के पेड़ और पवित्र नगर में से, जिसका वर्णन इस पुस्तक में है, उसका भाग निकाल देगा।

(प्रकाशितवाक्य 22:18-19)


✍️ *इसलिए हम प्रचारकों को सावधान रहना होगा!*


👉सही सिखाया तो बच गए गलत सिखाया तो फस गए!


👉 *हे मेरे भाइयों, तुम में से बहुत उपदेशक न बनें, क्योंकि तुम जानते हो,* कि हम उपदेशकों का और भी सख्‍ती से न्याय किया जाएगा। इसलिए कि हम सब बहुत बार चूक जाते हैं जो कोई वचन में नहीं चूकता, वही तो सिद्ध मनुष्य है; और सारी देह पर भी लगाम लगा सकता है।

(याकूब 3:1-2)


✍️ प्रचारक सब से ज्यादा दोषी ठहरेंगे!,


👉कियोकि हम कोई बातों को ठीक से सिखाते नही!


👉 अपने आपको परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करनेवाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्जित होने न पाए, *और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो।*

((2 तीमुथियुस 2:15)


*God bless you*

लापरवाही

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*लापरवाही*


*मसीह समाज मे जोरो से चल रही है!*


✍️ *आज मसीह समाज मे ये बहुत बडी बीमारी बन गई!*


👉 *निशिचन्त मत रह!*

(1तीमो 4:14 )

 

✍️ *ऐसा उस ने कियू कहा ?*


👉पौलुस को मालूम था परमेश्वर का काम (राज्य) में लापरवाही नही होना चाहिए!


 *बाईबल मे कहा कहा हूई लापरवाही!*


⭐ *आदन का बगीचा!*


👉यहा सब से बडी लापरवाही हुई थी!


👉इन की लापरवाही से सब कुछ बिगाड़ गया!


👉अगर यहा लापरवाही ना होती तो मसीहत कुछ और होती!


⭐ *40 साल इस्राएलियो से हुई लापरवाही!*


👉जहा पर लोगो ने परमेशवर को हल्के मे लिया!


👉परमेशवर के वचनों को,परमेशवर की बातो को हल्के मे लिया! 


⭐ *मूसा से हूई लापरवाही!*


⭐ *शिमशोन से हूई लापरवाही!*


⭐ *दाऊद से हूई लापरवाही!*


⭐ *चेलों से हूई लापरवाही!*


⭐ *हन्निया सफिरा से हूई लापरवाही!*


⭐ *तोडो का उदाहरण:-* *एक ने लापरवाही की!*


⭐ *दस कंवारिया ने की लापरवाही!*  

(ये सूस्त हो गई) 


⭐ *खेत के किसान से हूई लापरवाही!* (सो गए)


✍️ *आज कलिसिया भी सूस्त हो गई है!*


*आज भी हो रही है लापरवाही*


⭐ *बाईबल पढ़ने में*


⭐ *प्रार्थना करने में!*


⭐ *सेवा करने में!*


⭐ *धार्मिक जीवन जीने में!*


⭐ *विशवासीयो से हो रही है लापरवाही!*


⭐ *पास्टरो से हो रही है लापरवाही!*


⭐ *सूसमाचारको से हो रही है लापरवाही!*


⭐ *प्रचारकों से हो रही है लापरवाही!*


⭐ *पूरी की पूरी मसीहत से हो रही है लापरवाही!*


⭐ *90% मसीहो से हो रही है लापरवाही!*


👉इस कारण चाहिए, कि हमारे उन बातों पर जो हमने सुनी हैं अधिक ध्यान दे, *ऐसा न हो कि बहक कर उनसे दूर चले जाएँ।*

(इब्रानियों 2:1)


✍️ *आपने जीवन से इसे निकाले लापरवाही को*


*God bless you*

अनदेखा करना

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*ignore*


*अनदेखा करना*


✍️ एक बहुत जरूरी बात जो आपको हमेशा अपने जीवन में लेके चलनी है! 


*ignore*


*अनदेखा करना*


*किस को ignore करना है ?*


👉 *और दाऊद बड़े संकट में पड़ा; क्योंकि लोग अपने बेटे-बेटियों के कारण बहुत शोकित होकर उस पर पथरवाह करने की चर्चा कर रहे थे।* 

(1 शमूएल 30:6)


✍️600 लोगों ने हाथ में पत्थर उठाए!


👉 *क्या उनको ignore करना है pastor जी!*


👉 *Yes*


👉मुझे मारने के हाथ में पत्थर उठाए हैं एक नहीं 600 है!


👉और ये कौन है, मेरे बीरादरी के है!


👉मेरे सिपाही है! 


👉जिन्होंने लाखो में विजय का नारा लगाया था! 


👉लाखों में विजय का नारा लगाने वाले!


👉आज हाथ में पत्थर उठा लिये!


👉क्या ऐसी बातों को सूनकर मैं ignore करु!


👉 *जी हां!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️मेरे घर के लोग मेरा विरोध कर रहे हैं, मैं ignore करु!

👉 *जी हां!*


✍️मेरा office का Boss मुझे सताह रहा है, क्या मैं ignore करु!

👉 *जी हां!*


✍️मेरा पड़ोसी मुझे सताह रहा है, क्या मैं ignore करु!


👉 *जी हां!*


*ध्यान से सूने*:-


✍️आज तो कुछ आपके विरोध में है, हो सकता है आने वाले समय में दाऊद की तरह 600 आपके विरोध में खड़े हो जाए!


👉तो आपको और मुझे क्या करना है!


*ignore*


*अनदेखा करना*


✍️अपने मन में अभी गांठ बांध ले मेरे विरोध में कोई बात करेगा 


👉 *तो मुझे उसे ignore करना‌ है!*


👉पड़ोसी विरोध में बात कर रहा है!


👉 ignore (अनदेखा करना)


✍️Boss हो चाहे कोई भी हो विरोध में बात कर रहा है!


👉 ignore (अनदेखा करना)


"पता है यीशु जी साथ क्या हुआ"


👉ये बातें सुनते ही जितने आराधनालय में थे, सब क्रोध से भर गए। 


👉और उठकर उसे नगर से बाहर निकाला, और जिस पहाड़ पर उनका नगर बसा हुआ था, उसकी चोटी पर ले चले, कि उसे वहाँ से नीचे गिरा दें। 


👉 *पर वह उनके बीच में से निकलकर चला गया।*

(लूका 4:28-30)


✍️शायद आप नहीं समझे!


*ध्यान से सूने*:-


👉 *यीशु react कर सकता था!*


👉प्रतिक्रिया दें सकता था, पर नहीं दिया!


👉यीशु पलटकर थप्पड़ मर सकता था!


👉पर नहीं मारा!


👉चूटक्की बजा कर कई दूतों को आज्ञा दे, जितने मुझे निचे फैंकने जा रहे हैं!


👉जगह पर खत्म हो जाए ऐसा कोई हुक्म दे सकता था!


👉 *पर वह उनके बीच में से निकलकर चला गया।*


*मतलब*:-


👉 *ignore* 

*(अनदेखा करना) किया!*


*सूने ध्यान से*:-


✍️अगर यीशु उस दिन ignore नहीं करता, यीशु की छवि क्या बनती!


👉यीशु को धमकीं दिया मार देंगे!


👉यीशु ने उन्हें वही पर ही खत्म कर दिया!


*सूने:-*


👉तो फिर आप क्या प्रचार करते!


👉ये प्रचार आप कभी नहीं करते!


👉एक गाल पर थप्पड़ मारो दूसरा दे दो वाला यीशु!


👉श्राप दे, तो आशीष दो! 


👉जो सताए तो तुम उसका सहन कर लो, उसके लिए प्रार्थना करो!


👉ऐसा कहने वाला यीशु की छवि change हो जाती!


*उदाहरण*:-


✍️एक बहन‌ ने बताया हम पति-पत्नी को गांव के सरपंच ने गांव से, समाज से निकल दिया गया!

👉हम खेत में कपड़े का टैंट बांध कर वही रह रहे हैं!

👉ना है ना पानी है ,पर जैसे तैसे रह रहे हैं!


*क्यों ?*


👉बोले उनको यीशु पसंद नहीं है!और हम यीशु को माने उनको पसंद नहीं है!


👉और उन्होंने कहा गांव के सरपंच ने कहा अगर यीशु को इनकार कर  दोगे तो गांव रहोगे,अगर इनकार नहीं करोगे तो गांव से निकाल दिये जाओगे!


*उन्होंने क्या चूनाव किया पता है ?* 


*उन्होंने ने यीशु का चूनाव किया!*


✍️ *हम क्या शिख रहे हैं आज*


👉यीशु के लिए दूख उठाना!


👉यीशु के लिए सहना!


👉और जब आपने लोग हाथ में पत्थर उठा ले!


👉और हम को उंचाई से निचे फैंकने लगे!


*ऐसे लोगों को ignore (अनदेखा करना) करो!*


*God bless you*

Thursday, 28 October 2021

SAMSON

 आज का विषय 

बहुत ज्यादा गम्भीर


एक बार जरुर पढ़े


*शैतान ने हर SAMSON के लिए एक DELILAH तैयार कर के रखी है*


✍️एक ऐसा area जहां 99.9% प्रतिशत लोग गिर जाते हैं!


👉 *ये कौन सा क्षेत्र है जहां लोग गिर जाते हैं?*


👉आईए उसको समझने की कोशिश करें!


👉आप जो चित्र देख रहे हैं SAMSON और DELILAH इसे कौन नहीं जानता!


👉हम सब वाईक है इस कहानी से!


👉एक ऐसे आदमी की कहानी अपनी आंखें ही नहीं पर अपनी जान भी गुवाह बैठा!


"इसे देखिए"


*शैतान ने हर SAMSON के लिए एक DELILAH तैयार कर के रखी है*


✍️आप नहीं समझे!


👉वो चाहे 18 साल का लड़का हो, लड़की हो!


👉चाहे 80 साल का बूढ़ा हो!


👉वो चाहे 80 साल का बूढ़ी हो!


*सूने*:-


*शैतान ने हर SAMSON के लिए*


*एक DELILAH तैयार कर के रखी है*


*सूने*:-


✍️आप कहोगे मेरी ministry powerful है!


👉Be ready (तैयार रहो)


👉तेरे रास्ते में एक DELILAH तैयार कर के रखी है!


✍️मैं worship leader हूं!


👉याद रख तेरी life में एक DELILAH आएगी!


✍️ मैं international Preacher हूं!


👉याद रख तेरी  life में एक DELILAH आएगी!


✍️मैं Prophet हूं!


👉याद रख तेरी  life में एक DELILAH आएगी!


✍️मेरे जैसा कोई प्रचार नहीं कर सकता!


👉याद रख तेरी  life में एक DELILAH आएगी!


*ध्यान से सूने*


✍️आप जितने भी सून रहे हैं आप SAMSON है!


👉आप लड़का हो या लड़की आप SAMSON है!


👉आपको एक mission दिया गया है!


👉आपको एक काम दिया गया है!


👉प्रभु कहता है मैंने तुम्हें चूना है जाकर फिलिस्तीनी को मार कर आ!

(आत्मिक बातें हैं, शैतान को)


👉आप युद्ध लड़े और युद्ध जीते!


"लेकिन"


✍️ *जब आप relax  हो जाते हैं ना तब DELILAH आती है!*


👉जब आप शुकून से बैठते हैं ना तब DELILAH आती है!


👉जब आप कहते अरे मैं famous हो गया हूं तब DELILAH आती है!


*ध्यान से सूने*:-


✍️याद रखें शैतान ने आदम और हव्वा को कब फंसाया!


👉पहले दिन नहीं फंसाया!


👉Ok बगीचे को enjoy करो!


👉अच्छे से रहो!


👉आप प्रभु का बात सून रहे हैं very good


👉 प्रभु मिलने आता है very good


👉उसने एक दिन, एक हफ्ता, एक महीना, एक साल अच्छे से जीवन जीने दिया बोला enjoy करो!


👉और जिस दिन वो relax हो गए!


👉 *तब उसने entry मारी!*


*ध्यान से सूने*


✍️वैसे ही आप हम और सब लोग को मसीह जीवन जीने देता है शैतान शुरू- शुरू में!


👉 कुछ लोग कहते हैं pastor जी शुरूवाद का मसीह जीवन बहुत अच्छा था!


👉शुरू  शुरू में जब मैं प्रभु में आई थी या आया था !


👉शुरू शुरू में बहुत मज़ा आता था! 


👉शुरू शुरू में प्रभु मेरा क्या प्रार्थना सूना था!


👉ऐसा लगता था प्रभु में साथ साथ चल रहा है!


👉 लेकिन अब ऐसा लगता प्रभु मुझे छोड़कर चला गया है!


👉वो छोड़ कर चला नहीं गया!


👉अब तेरी life में एक DELILAH आ चूकी है!


👉ये पैसे के रूप में DELILAH आ सकती है!


👉ये व्यविचार के रूप में DELILAH आ सकती‌ है!


👉घमंड के रूप में DELILAH आ सकती है!


👉आपका जो भी पाप है उसके रूप में DELILAH आ सकती है!


"इस वचन देखे"


👉क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम पवित्र बनो अर्थात् व्यभिचार से बचे रहो,

(1 थिस्सलुनीकियों 4:3)


✍️अगर किसी की life में DELILAH नही आई! 


👉तो relax नहीं होना, वो आ सकती है!


*सूने*:-


👉किसी की life में आ चूकी है!


👉अब आपको देखना उसे बाहर कैसे निकालू!


*सूने*:-


✍️अगर किसी ने अदन के  बगीचे में अभी अभी entry किया है!


👉आप तो बिल्कुल बगीचे के फल का आनंद लें रहे हैं!


👉तो याद रखो आप का सांप आपका इंतजार कर रहा है!

👉मतलब:- DELILAH


*सूने*:-


✍️आप कहते हैं मैं सेवा करना चहता हूं!


👉आप कहते मैं प्रभु का काम करना चहता हूं!


👉तो पहले DELILAH को बाहर छोड़कर आओ!


*सूने*:-


👉आप DELILAH को रख कर सेवा नहीं कर सकते!


👉 *मैं आप से कहना चाहता हूं अगर किसी की life में DELILAH है तो प्रभु काम छोड़ दिजिए!*


*सूने*:-


✍️अगर आपके जीवन में किसी तरह की कोई भी DELILAH है!


👉लड़का के लिए DELILAH 


👉लड़की के लिए DELILAH


👉आप समझ रहे होगा!


👉या तो इस तरफ या उस तरफ!


👉अगर आपका जीवन ऐसा ही है तो, मसीह में भी बेकार है!


👉मसीह को छोड़ दो!


👉खुब enjoy करो और मर कर नर्क जाओ!


👉आपकी life में अगर गुटका है वो आपकी DELILAH है!


👉आपकी life में सिगरेट है वो आपकी DELILAH है!


👉अगर आपके life में दारू है वो आपकी DELILAH है!


👉आपके फोन में गन्दी picture video, filmi song है वो आपकी DELILAH है!


👉 *आपको उसे निकालना होगा!*


👉आप pastor का काम कर रहे हैं लेकिन DELILAH को रख कर, कर रहे हैं!


👉आप online preaching कर रहे हैं!


👉लेकिन DELILAH को रखकर कर रहे हैं!


👉आप गीत गा रहे हैं worship के लेकिन DELILAH को रखकर गा रहे हैं!


👉आप सब कुछ कर रहे हैं लेकिन DELILAH अभी भी साथ हैं!


👉SAMSOM कहता है मेरी ताकत अभी है लेकिन साथ में DELILAH थी!


👉ताकत फिर भी आ रही थी DELILAH साथ थी!


*प्रार्थना का समय*


✍️अपनी life की DELILAH को निकालिए!

(गंदगी को निकालिए)


👉आंखें बंद करें, आप घुटने टेकना चाहते हैं!


👉आपको जैसा ठीक लगे!


👉प्रभु से कहें मैं खुद का त्याग कर सको! 


👉तब ही मैं तेरा सिपाही होऊंगा!


*सूने*:-


✍️कुछ लोग कहते हैं अगर मैं पाप का जीवन जी रहा हूं!


👉अगर मैं गलत कर रहा हूं! 


👉 *तो ताकत क्यों आ रही है ?*


👉लेकिन वो ये नहीं समझ रहा ये नहीं जान रहा!


👉वो प्रभु के अनुग्रह को धीरज को तुच्छ जाना रहा है!


👉और प्रभु उसे मौका दे रहा है!


👉लौटकर आइए!


👉 *अपनी life की DELILAH को निकालिए!*


👉 *गंदगी को निकालिए!*


*God bless you*

Wednesday, 27 October 2021

वचन का यीशु प्रचारकों का यीशु

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*वचन का यीशु प्रचारकों का यीशु*


*Scripture Jesus and Preachers Jesus*


✍️आप सोच रहे होंगे ये क्या विषय है!


👉पर इस विषय को मसीह की देह में या मसीह समाज में रखना या लाना बहुत जरूरी है


👉विषय है!


*वचन का यीशु प्रचारकों का यीशु*


✍️ कुछ दो हजार सालों से हम यीशु का प्रचार सुनते आ रहे हैं!


*लेकिन दो तरिके से*


{1}  *वचन का यीशु*

{2} *प्रचारकों का यीशु*


👉आपने दो तरिके यीशु का प्रचार सूना है!


👉आप 20,30,40,50 सालों से या अभी कुछ महीने या दिनों से मसीह में आऐ है!


👉 *आपको या तो वचन का यीशु मिला है या तो प्रचारकों का यीशु मिला है!*


✍️ *अगर वचन का यीशु मिला है तो बहुत अच्छी बात है!*


👉 *अगर प्रचारकों का यीशु मिला है, पर मिला है बाईबल से ही तो दिक्कत की बात हो जाएगी!*


👉 *कयों ?*


*सूने*:-


✍️ *क्या बाईबल में दो यीशु का जिक्र है!*


*मतलव*:-


✍️वचन इस की पुष्टि करता है


👉आज इक्कसवीं सदी में मसीह की देह में यीशु की पहचान किस तरिके से जा रही है!


👉 *यदि कोई तुम्हारे पास आकर, किसी दूसरे यीशु को प्रचार करे, जिसका प्रचार हमने नहीं किया*

(2 कुरिन्थियों 11:4)


✍️ पहली सदी में ही ये हाल हो गया जब के यीशु को बादलों पर उठा कुछ साल बीते थे!


👉ये सिलसिला शुरू हो गया


👉हम तो आज इक्कसवीं सदी में है जहां कितने सारे denomination आ गए कितने सारे प्रचारक आ गए!


👉जो कुछ तो प्रभु की ओर से है और कुछ प्रभु की ओर से नहीं!


*सूने*:-


👉यीशु कैसरिया फिलिप्पी के प्रदेश में आकर अपने चेलों से पूछने लगा, “लोग मनुष्य के पुत्र को क्या कहते हैं?”

(मत्ती 16:13)


✍️यीशु को ये चिन्ता हो रही थी मेरी लोगों में क्या identity (पहचान)जा रही है!


👉आज मसीह की देह यीशु की identity (पहचान) जा रही है!


*सूने*:-


👉 *परन्तु यदि हम या स्वर्ग से कोई दूत भी उस सुसमाचार को छोड़ जो हमने तुम को सुनाया है, कोई और सुसमाचार तुम्हें सुनाए, तो श्रापित हो।*

(गलातियों 1:8)


✍️कितना गम्भीर (serious) ये matter है!


👉 *पौलुस कहता है मैंने तुम्हें मनुष्य सा यीशु वाला प्रचार नहीं सुनाया!*


👉हे भाइयों, मैं तुम्हें जताए देता हूँ, कि जो सुसमाचार मैंने सुनाया है, वह मनुष्य का नहीं।

(गलातियों 1:11)


✍️ *इस का मतलब है पौलुस के टाईम में ऐसे ऐसे प्रचारक आते थे जो अपना-अपना यीशु पेश करते थे!*


*सोचिए*:- 


👉पौलुस के वक्त ऐसा होता था!


👉पतरस के वक्त ऐसा होता था!


👉तो आज कल क्या हो रहा है!


✍️ *90 प्रतीशत प्रचारक आपना यीशु परोस रहे हैं कलिसिसियाओ में!*


👉ये बाईबल से ही बताएंगे!


👉इनके प्लेटफार्म बहुत है!


👉 *चर्चो से*


👉 *सोशल मीडिया*


👉 *किताबों से*


👉 *और आपने जैसे लीडर तैयार कर रहे हैं*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *इनको दूसरा यीशु कहा से मिला!*


👉चार किताबें से!


👉मत्ती,मरकुस,लूका,यहुन्ना!


👉आप कहेंगे इन किताबों से मिला है तो ठीक ही है ना 

बाईबल से (वचन से) ही बात कर रहे!


*सूने*:-


👉 *फिर कैथलिक*


👉 *यहोवा विटनेस*


👉 *ओन्ली जीसस*


👉 *माता यरुशलेम*


👉 *सर्वशक्तिमान*


👉 *इलुमिनाटी वाले*


👉कहा से बात करते हैं!


👉 *बाईबल से ही बात करते हैं!*


*सूने*:-


✍️ *लूसिफ़र ने भी वाटिका में ही आदम और हवा को फसाया था!*


✍️वो बाहर से कोई weapon नहीं लाया वाटिका से ही! 


✍️परमेश्वर ने जो बनाया था!

👉बगीचे का पेड़!


👉बगीचे का फल!


👉इनी दो character आदम और हव्वा को ही इस्तेमाल किया!


*सूने*:-


✍️यीशु को भी कहा से test करा वचन से ही!


👉बोला लिखा है यीशु ने कहा ठीक पर ये भी लिखा है!


*सूने*:-


✍️ये लोग भी दूसरा यीशु इन्हीं चार किताबें से ही लाते हैं!


✍️ इसे कहते हैं वचन से match नहीं करने वाला यीशु!


*सूने*:-


✍️और जो भोले भाले लोगों होते हैं जिने वचन का ज्ञान नहीं!


👉वो इन के झांसे में टक कर कर आ जाते हैं!


👉और इन को लगता वहां क्या प्रचारक हैं! 


👉क्या बाईबल टीचर है!


👉क्या प्रभु के सामर्थ में बातें करता!


👉आप जल्दी से फंस जाते हैं!


*सूने*:-


✍️आज इस वचन के द्वारा समझाने की कोशिश कर रहा हूं हमें ऐसे से सावधान रहना होगा!


👉 *परन्तु मैं डरता हूँ कि जैसे साँप ने अपनी चतुराई से हव्वा को बहकाया,* वैसे ही तुम्हारे मन उस सिधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिए कहीं भ्रष्ट न किए जाएँ। 

(2 कुरिन्थियों 11:3)


✍️जैसे इन्हें फंसा लिया


*"अब बात करेंगे पहले"*


👉 *प्रचारकों के यीशु की जो बहुत ख़तरनाक है!*


👉 *जो आज mega churches की जबरदस्त पहचान बन गई है!*


✍️ *ये आपने यीशु को चार तरह से परोसते हैं!*


👉 *national हो चाहे international*


*इनके चार Topic fix है!*


{1}  *Grace - अनुग्रह*

{2} *Love - प्रेम*

{3} *Miracle - चमत्कार*

{4} *blessing - आशीष*


*इनको कहा से मिला ये चार Topic*


👉मत्ती

👉मरकुस

👉लूका

👉यहुन्ना


*सूने*:-


👉Out of context ऐसा यीशु परोसते हैं!


✍️और आप सूनते है ,और कहते हैं !


👉अरे ये तो सच है, यीशु ऐसा करता है, तो मेरे जीवन भी कर सकता है!


*सूने*:-


👉 *मूसा को लकड़ी कियू दी एक purpose था!*


👉 *Power कियू दी एक purpose था!*


✍️ *नबीयो और भविष्यवक्ताओं को भविष्यवाणी कियों दी एक purpose था!*


*सूने*:


✍️ *यीशु को भी इतने चमत्कार करने के पीछे एक purpose था!* 


👉 यहां तक आज जो minister है और उस वक्त के जो सेवक ,(प्रभु के दास थे)!


👉 *और विश्वास करनेवालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे; नई-नई भाषा बोलेंगे;*

(मरकुस 16:17)


✍️ *कियो ?*


👉 *एक purpose था यीशु को अपनी सेवा बढ़ानी थी!*


👉परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा तब तुम सामर्थ्य पाओगे; *और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”*

(प्रेरितों के काम 1:8)


✍️ *कियो ?*


👉 *सामर्थ देने के पीछे प्रचार का purpose था!*


👉 *यीशु को भी इतने चमत्कार करवाने के पीछे भी एक purpose था!*


👉 *किया ?*


👉 *जब संध्या हुई तब वे उसके पास बहुत से लोगों को लाए जिनमें दुष्टात्माएँ थीं और उसने उन आत्माओं को अपने वचन से निकाल दिया, और सब बीमारों को चंगा किया।* 


👉 *ताकि जो वचन यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था वह पूरा हो:* “उसने आप हमारी दुर्बलताओं को ले लिया और हमारी बीमारियों को उठा लिया।” 

(मत्ती 8:16-17)


✍️यशायाह ने जो भविष्यवाणी की थी ,पूरी करने के लिए!


👉मसीहा आएगा प्रचार करेगा,


👉चमत्कार करेगा!


👉आपने बात रखने के लिए यीशु ने चमत्कार किए!


👉कियोकि यहूदी चिन्ह मांगते है!


👉अविश्वासी चिन्ह मांगते हैं!


👉तो यीशु को अपनी बात रखने के लिए चमत्कार करना पड़ा!


*सूने*:-


👉 *मैं एक भी चमत्कार के खिलाफ नहीं हूं और मैं खिलाफ कियू होऊंगा यीशु ने किऐ है तो !*


*ध्यान से सूने*:-


✍️ *पर दिक्कत इस बात की है इन चमत्कार से तुम चमत्कार वाले यीशु को पेस कर रहे हो!*


✍️इन चमत्कारकारो के पीछे purpose क्या था उस purpose को पेस कियू नहीं कर रहे हो!


✍️ये कियू नहीं कहते जिस यीशु ने यह चमत्कार किया उसका मकसद है के तुम मन फिराओ!


👉तुम पापों से तोबा करो!


👉और उसके बेटा-बेटी बन जाओ!


*सूने*:


✍️90 प्रतिशत प्रचारक फेल हो रहे हैं असली वाले यीशु को बताने में!


✍️ *यीशु ने हमें आपने चमत्कार प्रचार करने के लिए नहीं बुलाया बल्कि सुसमाचार प्रचार करने के लिए बुलाया है!*


*सूने*:-


👉 ये ऐसा क्यों करते हैं ?


👉वचन को समझते नहीं है 


✍️कहा कुछ और करते कुछ है!


👉वैसे ही उसने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है जिनमें कितनी बातें ऐसी है, जिनका समझना कठिन है, *और अनपढ़ और चंचल लोग उनके अर्थों को भी पवित्रशास्त्र की अन्य बातों के समान खींच तानकर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं।*

(2 पतरस 3:16)


👉अपने आपको परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करनेवाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्जित होने न पाए, *और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो।*

(2 तीमुथियुस 2:15)


✍️आज बहूत सारी denomination आ गई है

हर कोई यीशु को आपने आपने तरिके पेस कर रह है


✍️ *पर वचन में बार बार लिखा है वचन को ठीक से काम में लाना है (ठीक से प्रचार करना है)*


*God bless you*

दीपावली पर विशेष

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*दीपावली पर विशेष*


✍️ *दीपक  सिर्फ आपके घर को रोशन कर सकता है!*


👉 *लेकिन यीशु मसीह आपके जीवन को रोशन कर सकते हैं!*


👉 *तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, “जगत की ज्योति मैं हूँ; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अंधकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा।”*

(यूहन्ना 8:12)


✍️ *खुद को फिर से जांच ले आज परमेश्वर मे* 


👉कही इंसानो को खुश करने की बदहवासी मे,आज भी हम अपने उन कामो से जो यीशु मसीह मे नही होने चाहिए, वो ही तो नही कर रहे!


👉आज भी परमेश्वर का *बदन और लहू*  

*(प्रभु भोज)* ग्रहण करने के बाद, वो ही अन्य जाति के लोगो की तरह उनके रंग मे तो नही रंग रहे हम ?


👉 *पवित्र आत्मा को शोकित तो नही कर रहे* 


👉 *गैर मजहबी सोच और जिंदगी तो नही जी रहे, मसीह मे होने के बाद भी?*


🔆  *रक्षा बंधन आया तो भाई नाराज ना हो जाये, चलो राखी बांध देते है* 


🔆 *दशहरा आया चलो सारी दुनियां जा रही है, दोस्त यार, रिश्तेदार जा रहे है हम भी चल लेते है।*


🔆  *करवा चौथ आया सभी हाथो मे मेहँदी लगा रहे है, उस मे क्या हो गया, गुनाह थोडी है, हम भी लगा लेते है।* 


🔆 *दिवाली आई तो सबको दिवाली मुबारक का मेसेज भेजकर ,नये कपड़ो से सज जाते है! दिये और मोम बत्ती जलाकर, पटाखे फोड़ कर, प्रसाद की मिठाई खा कर उन जैसे हो जाते हैं।  तुम भी ठीक, हम भी ठीक।*


*अंजाम* 👇👇👇


✍️ *हम भूल जाते है कि पवित्र आत्मा सब देख रहा है,  वो हमारे रोज के कार्यो को लिख रहा है, उसी के मुताबिक हमारे मसीह मे सोने के बाद देखा जायेगा कि जीवन की पुस्तक* मे हमारा नाम है कि नही ?


*ध्यान से सूने*:-️


✍️ऐसी सोच मे तो नही जी रहे कि  *एक दिन आयेगे, इकठ्ठा चर्च मे एक साथ अगले पिछले गुनाहो की माफी मांग लेगे*


👉प्रभु यीशु मसीह के *बदन और लहू* को फिर से इन सब बातों से गुजरने के बाद, पवित्र आत्मा को शोकित करने के बाद फिर से ग्रहण कर लेगे! 


👉अगर ऐसी सोच के मसीह बनकर जी रहे है, तो सब व्यर्थ है कि रोज गुनाह करेगे!  


👉सुबह से शाम तक फिर माफी मांग लेगे! 


*ध्यान से सूने*:-


👉ऐसे मसीहियो को यीशु मसीह लेने नही आ रहे!


👉परमेश्वर उन्हें जो पुरी इमानदारी से अपने इमान मे लोगो को खुश करने वाले नही कि, वो भाई, भाभी, दोस्त, रिश्तेदार नाराज ना हो जाए, परमेश्वर को तो बाद मे मना लेगे! 


👉जो कलीसिया मे लौ लगाकर उपवास प्रार्थना के साथ, अपने दिन रात, परमेश्वर के आने की बाट जो रहे हैं , ऐसे सच्चे आराधको को परमेश्वर देख रहे है! 


👉उनकी नज़र सब पर है! 


👉इसलिए अब भी समय है!  


👉गुनाहो की माफी मांग कर, अंहकार और अविश्वासियों की संगति छोड़ कर दीनता से परमेश्वर के काम करे! 


👉जिन बातो से परमेश्वर ने निकाल लिया,वो किसी भी कीमत पर अब ना करे।


👉 *क्योंकि प्रभु के आत्मा ने हमारा जीवन मोड़ दिया है, वो मौका दे दिया है कि हम परमेश्वर मे खुद कोअब बचा ले!*  


👉बचाव और चुनाव तो परमेश्वर ने कर लिया है, 


👉लेकिन ये भी याद रखना है कि, बुलाये हुये तो बहुत है लेकिन चुने हुये थोड़े है! 


👉चुने वो है जो परमेश्वर के चुनाव के बाद परमेश्वर की इच्छा को पूरा करते है!  दुनिया के साथ भेड चाल नही चलते, परमेश्वर की चाल चलने वाले ही स्वर्ग जायेगे।


*अपने को जांचे और अपने गुनाहो की माफी मांगे, परमेश्वर मेरा न्याय तेरे हाथ मे है, मै मनुष्यो के लिए नही तेरे लिए ही जियू*


*God bless you*

सही प्रचारकों की पहचान रखो!

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े लें


*सही प्रचारकों की पहचान रखो!*


*क्या हमें सही प्रचारकों की पहचान नहीं रखनी चाहिए ?*  


*ये विषय क्यों ?*


✍️ *उद्धार पाने के बाद और यीशु के बाद एक विश्वासी के  जीवन में एक व्यक्ति जो बहुत जरूरी होता है जो आपको वचन सुनाता है!*


👉 *जब यीशु ये बातें कह चुका, तो ऐसा हुआ कि भीड़ उसके उपदेश से चकित हुई।*

(मत्ती 7:28)


✍️एक भीड़ जिनको सही प्रचार की पहचान थी!


👉उन दिनों में ऐसे लोग (भीड़)भी थे जिन्हें शास्त्रियों और यीशु के प्रचार में से फर्क पता चलता था!


✍️उन दिनों के लोगों को पता चलता था शास्त्रियों का उपदेश और यीशु का उपदेश! 


*सूने*:-


👉आज भी शास्त्रियों जैसे प्रचारक हैं! 


👉और यीशु जैसे प्रचारक भी है! 


👉 *पर वो भीड़ कहां है!*


*सूने*:-


⭐ *मेरा आपसे सीधा सवाल*:- 


✍️ *क्या हम को सही प्रचारकों की पहचान नहीं रखनी चाहिए!*


👉क्या हम किसी के धोखे में आ जाते हैं !


👉क्या कोई भी हमें उल्लू बना जाता है!


👉हमें सही प्रचारकों की पहचान रखनी चाहिए!


*सूने*:-


✍️ *पहली सदी की कलिसिया में लोग वचन के पक्के थे*!


👉ये लोग तो थिस्सलुनीके के यहूदियों से भले थे और उन्होंने बड़ी लालसा से वचन ग्रहण किया, *और प्रतिदिन पवित्रशास्त्रों में ढूँढ़ते रहे कि ये बातें ऐसी ही हैं कि नहीं।*  (प्रेरितों के काम 17:11)


👉 *परन्तु मैं डरता हूँ कि जैसे साँप ने अपनी चतुराई से हव्वा को बहकाया,* वैसे ही तुम्हारे मन उस सिधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिए कहीं भ्रष्ट न किए जाएँ।

 (2 कुरिन्थियों 11:3)


*सूने*:-


✍️ *तीसरी सदी के बाद कुछ सांप (शैतान के प्रचारक) यीशु की कलीसिया को भ्रष्ठ करते आ रहे हैं!*


👉 *इसलिए यदि उसके सेवक भी धार्मिकता के सेवकों जैसा रूप धरें,* तो कुछ बड़ी बात नहीं, परन्तु उनका अन्त उनके कामों के अनुसार होगा।

(2 कुरिन्थियों 11:15)


✍️ *शैतान के प्रचारको ने आज हजारों गलत शिक्षाएं मसीह के देह में स्थापित कर दी है!*


👉 *पर तुम ने मसीह की ऐसी शिक्षा नहीं पाई।* वरन् तुम ने सचमुच उसी की सुनी, और जैसा यीशु में सत्य है, उसी में सिखाए भी गए। कि तुम अपने चाल-चलन के पुराने मनुष्यत्व को जो भरमानेवाली अभिलाषाओं के अनुसार भ्रष्ट होता जाता है, उतार डालो। 

(इफिसियों 4:20-22)


*सूने*:-


✍️कुछ अच्छा काम भी कर रहे उने सलूट है


👉जो वचन की शिक्षा पाता है, वह सब अच्छी वस्तुओं में सिखानेवाले को भागी करे।

(गलातियों 6:6)


👉जो प्राचीन अच्छा प्रबन्ध करते हैं, विशेष करके वे जो वचन सुनाने और सिखाने में परिश्रम करते हैं, दो गुने आदर के योग्य समझे जाएँ।

(1 तीमुथियुस 5:17)


*सूने*:-


*आज हम झूठे और गड़बड़ी प्रचारकों के बाजार में हमें किस किस को नहीं सुनना चाहिए!*


⭐ *जिन्हें वचन की समझ नहीं है यह सबसे ज्यादा खतरनाक  प्रचारक होते है!*


✍️गलत शिक्षाओं को लाने में इन्हीं का हाथ है!


👉वैसे ही उसने अपनी सब पत्रियों में भी इन बातों की चर्चा की है जिनमें कितनी बातें ऐसी है, जिनका समझना कठिन है, और अनपढ़ और चंचल लोग उनके अर्थों को भी पवित्रशास्त्र की अन्य बातों के समान *खींच तानकर अपने ही नाश का कारण बनाते हैं*।

(2 पतरस 3:16)


👉 *दसवंश*


👉 *शब्द का दिन मनाना*


👉 *अन्य भाषा* 


👉 *महिला पास्टर नहीं बन सकती है*


👉 *पवित्र आत्मा उतर आ*


👉 *निचे गिराना* 


👉 *आत्मा में हंसना*


👉 *किसी को आत्मिक पिता बोलना*


⭐ *जो पैसे के लालची प्रचार कलीसिया नोच कर खाने वाले भेड़िए!*


👉अब हे भाइयों, मैं तुम से विनती करता हूँ, कि जो लोग उस शिक्षा के विपरीत जो तुम ने पाई है, फूट डालने, और ठोकर खिलाने का कारण होते हैं, 

उनसे सावधान रहो; *और उनसे दूर रहो।* क्योंकि ऐसे लोग हमारे प्रभु मसीह की नहीं, परन्तु अपने पेट की सेवा करते है; और चिकनी चुपड़ी बातों से सीधे सादे मन के लोगों को बहका देते हैं।

 (रोमियों 16:17-18)


👉“कोई मनुष्य दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता, क्योंकि वह एक से बैर और दूसरे से प्रेम रखेगा, या एक से निष्ठावान रहेगा और दूसरे का तिरस्कार करेगा। तुम परमेश्वर और धन दोनों की सेवा नहीं कर सकते।

(मत्ती 6:24)


👉और किसी की रोटी मुफ्त में न खाई; पर परिश्रम और कष्ट से रात दिन काम धन्धा करते थे, कि तुम में से किसी पर भार न हो।

(2 थिस्सलुनीकियों 3:8)


👉ऐसों को हम प्रभु यीशु मसीह में आज्ञा देते और समझाते हैं, कि चुपचाप काम करके अपनी ही रोटी खाया करें।

(2 थिस्सलुनीकियों 3:12)


👉इनका मुँह बन्द करना चाहिए! 


👉ये लोग नीच कमाई के लिये अनुचित बातें सिखाकर घर के घर बिगाड़ देते हैं।

(तीतुस 1:11)


👉क्योंकि अध्यक्ष को परमेश्वर का भण्डारी होने के कारण निर्दोष होना चाहिए; न हठी, न क्रोधी, न पियक्कड़, न मारपीट करनेवाला, और *न नीच कमाई का लोभी*। पर पहुनाई करनेवाला, भलाई का चाहनेवाला, संयमी, न्यायी, पवित्र और जितेन्द्रिय हो;(तीतुस 1:7-8)


⭐ *जो मिलावटी प्रचारक है!*


👉 *क्योंकि हम उन बहुतों के समान नहीं, जो परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं;* परन्तु मन की सच्चाई से, और परमेश्वर की ओर से परमेश्वर को उपस्थित जानकर मसीह में बोलते हैं।

(2 कुरिन्थियों 2:17)


👉इसलिए जब हम पर ऐसी दया हुई, कि हमें यह सेवा मिली, तो हम साहस नहीं छोड़ते। परन्तु हमने लज्जा के गुप्त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, *और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं,* परन्तु सत्य को प्रगट करके, परमेश्वर के सामने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं।

(2 कुरिन्थियों 4:1-2)


*हमे बहुत सावधान रहना होगा,ऐसों के चक्कर में पड़ गए ,तो गई भैंस पानी में*


*God bless you*

Monday, 25 October 2021

CULT.GROUP

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*CULT.GROUP की LIST में कौन-कौन आते हैं ?*


⭐ *Jehovah's witnesses*:-


⭐ *Only Jesus*:-


⭐ *Mother Jerusalem*:-


⭐ *सर्वशक्तिमान परमेश्वर*:-


⭐ *illuminati (secret society Church)*:-


⭐ *कुछ कहते हैं माता मरियम को भी मानो!*


👉उसकी भी आराधना करो!


⭐ *फिर कुछ कहते हैं सन्तों की पूजा करो!*


✍️ *और ऐसे और इन के इलावा वो सब क्रिश्चियन ग्रुप जो चलते हैं पूरी दुनिया में जो वचन के बाहर है!*


👉 *उन सब भी हम  CULT.GROUP में डालना चाहेंगे  क्यों?*


👉 *क्योंकि वो इसलिए वचन के बाहर कोई भी ministry या Denomination या संस्थाएं हम सविकार नहीं कर सकते!*


👉 *नाना प्रकार के और ऊपरी उपदेशों से न भरमाए जाओ,* क्योंकि मन का अनुग्रह से दृढ़ रहना भला है, न कि उन खाने की वस्तुओं से जिनसे काम रखनेवालों को कुछ लाभ न हुआ।

(इब्रानियों 13:9)


✍️ *जो परमेश्वर के वचन से बाहर ऐसा कोई भी सिद्धांत है!*


*वो CULT.GROUP है*


✍️ ये सब आज कल आपके घरों में घुस रहे हैं!


👉 *आपकी इतनी तैयारी होनी चाहिए के आप उनको जवाब दे सको!*


👉 *ताकि हम आगे को बालक न रहें,* जो मनुष्यों की ठग-विद्या और चतुराई से उनके भ्रम की युक्तियों की, और उपदेश की, हर एक वायु से उछाले, और इधर-उधर घुमाए जाते हों।

(इफिसियों 4:14)


✍️ *हम इनके चक्कर में ना आएं,ऐसे लोगों से हमें बचना है!*


👉 *समय के विचार से तो तुम्हें गुरु हो जाना चाहिए था,* तो भी यह आवश्यक है, कि कोई तुम्हें परमेश्वर के वचनों की आदि शिक्षा फिर से सिखाए? तुम तो ऐसे हो गए हो, कि तुम्हें अन्न के बदले अब तक दूध ही चाहिए। क्योंकि दूध पीनेवाले को तो धार्मिकता के वचन की पहचान नहीं होती, क्योंकि वह बच्चा है। पर अन्न सयानों के लिये है, जिनकी ज्ञानेन्द्रियाँ अभ्यास करते-करते, भले बुरे में भेद करने में निपुण हो गई हैं।

(इब्रानियों 5:12-14)


✍️ *आपको वचन का ज्ञान (समझ) होनी चाहिए आप उन्हें जवाब दे सकें!*


👉हम भी बच सके दूसरों को भी बचा सके हैं!


*God bless you*

Saturday, 23 October 2021

पाप को हल्के में मत लो

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*पाप को हल्के में मत लो*

*Take sin Lightly*


*हनन्याह सफीरा*


👉ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए;

(प्रेरितों के काम 5:5)


✍️इस घटना के कुछी दिन पहले पवित्र आत्मा पृथ्वी आ चूका था!

👉और 3000 लोगों का उद्धार हुआ था! 


👉और 3000 लोग प्रतीदिन उस कलिसिया में शिक्षा पाते थे!


👉और ये व्यक्ति उस पहली सदी की कलिसिया में था!


👉जिस का यीशु में बपतिस्मा हो चूका था!


👉उद्धार हो चूका था,नया जीवन पा चुका था, यीशु में आ चूका था!


👉और ये अकेला विश्वासी नहीं था इस की पत्नी भी विश्वासी थी!


*सूने*:-


✍️और ये वो व्यक्ति हैं जो पतरस जैसे pastor से teaching लेता था!


👉ये सब मैं क्यों बोल रहा हूं ताकि पूरा माजरा समझ आ जाए!


👉ये ऐसी कलिसिया थी!

जिसके pastor को एक chapter पहले धमकी दी गई थी के यीशु का प्रचार नहीं करना और 


👉पतरस pastor ने हाथ उठाकर प्रार्थना की!


👉और वो जगा हिल गई जहां पर ये pastor पतरस प्रार्थना कर रहा था!


👉कियों ?


✍️यीशु ने कहा मैने इस जगा को इसलिए हिलाया ताकि मैं सब को बता सकू इस pastor पतरस के साथ में मैं खड़ा हूं!


*सूने*:-


✍️ऐसी कलिसिया जो प्रतिदिन!

👉यीशु के पीछे चलना!

👉यीशु की शिक्षा पाना!

👉यीशु की गवाही देना!

👉पवित्र आत्मा का काम होना!

👉पतरस ने एक जन्म के लंगड़े को ठीक कर दिया!

👉पतरस की परछाई से लोगों का चंगा होना!

👉ये व्यक्ति ऐसी कलिसिया में सदस्य था!


 *इस घटना को एक एक करके देखेगे*


👉हनन्याह नामक एक मनुष्य, और उसकी पत्नी सफीरा ने कुछ भूमि बेची। और उसके दाम में से कुछ रख छोड़ा; 

और यह बात उसकी पत्नी भी जानती थी, और उसका एक भाग लाकर प्रेरितों के पाँवों के आगे रख दिया।

(प्रेरितों के काम 5:1-2)


✍️ उन दिनों में सब के सब परमेश्वर के मिशन में जूडे थे!

👉सब के सब परमेश्वर का काम बड़ी तेजी से कर रहे थे!


✍️मिशन क्या था ?


👉और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”

(प्रेरितों के काम 1:8)


✍️मिशन के चलते एक ऐसी चीज जरुरत थी वो है पैसे!   


👉जिसकी बहुत जरूरत थी!


👉वो पैसा चाहे चांदी के रुप में आए तो भी स्वीकार है!

👉सोने के रूप में आए तो भी स्वीकार था

👉और कुछ ऐसा चलन भी था अपनी जमीन बेचो और प्रेरितो के पांव पर रखो!


*सूने*:-

✍️तो हनन्याह ने अपनी भूमी बेची!

👉 दिक्कत कहा पर हो गई इसकी भूमी कुछ ज्यादा पैसों की बिक गई!

👉इस की पत्नी ने कहा हम एक भाग चर्च में दे दूंगे दूसरा भाग हम रख लेगे!

👉इस का मतलब है ,दो भाग किए!

👉ऐसे करना पाप नहीं है!


*पर पाप कब हुआ और जिसको इन्होंने हल्के में लिया ?*


*सूने*:-


✍️इस से पहले एक व्यक्ति जिसका नाम है बरनबास!


👉और यूसुफ नामक, साइप्रस का एक लेवी था जिसका नाम प्रेरितों ने बरनबास अर्थात् (शान्ति का पुत्र) रखा था। उसकी कुछ भूमि थी, जिसे उसने बेचा, और दाम के रुपये लाकर प्रेरितों के पाँवों पर रख दिए।

(प्रेरितों के काम 4:36-37)


👉हनन्याह नामक एक मनुष्य, और उसकी पत्नी सफीरा ने कुछ भूमि बेची। और उसके दाम में से कुछ रख छोड़ा; और यह बात उसकी पत्नी भी जानती थी, और उसका एक भाग लाकर प्रेरितों के पाँवों के आगे रख दिया।

(प्रेरितों के काम 5:1-2)


✍️ दोनों ने ही भूमी बेची!


👉दोनों ने ही दाम के रुपए प्रेरितो के  पांवों के आगे रख दिया!

👉बरनबास पकड़ा नहीं गया 


👉कियोकि उसने इमानदारी दिखाई!


👉 *लेकिन पतरस ने हनन्याह को पकड़ लिया कैसे ?*


*सूने*:-


✍️ *किस ने कहा था के हनन्याह गलत है!*


✍️उस समय total बाइबल नहीं थी कुछ-कुछ हिस्सा था!


👉पर परमेश्वर ने परख की आत्मा जोरो से दी थी!


👉चंगाई की दान!

 

👉दूसरों की भाषा में प्रचार करने का दान!


👉जिसके चलते पवित्र आत्मा ने कहा बरनाबास सही है हनन्याह गलत है!


✍️जैसे ही ये पकड़ा गया!


👉परन्तु पतरस ने कहा, “हे हनन्याह! शैतान ने तेरे मन में यह बात क्यों डाली है *कि तू पवित्र आत्मा से झूठ बोले, और भूमि के दाम में से कुछ रख छोड़े?*

(प्रेरितों के काम 5:3)


*सूने*:-


👉इस की गलती ये नहीं थी इसने जमीन बेची!


👉इस की गलती ये नहीं थी इस ने पैसे रख लिये!


👉इस की गलत ये थी!


✍️ *इस ने झूठ बोला!*


👉कौन सी चर्च में झूठ बोल सका!


👉कौन से pastor के आगे झूठ बोल सका!


👉ऐसा सेवक जो परमेश्वर के मिशन में चल रहा है!


👉जो सच्चा है, इमानदार है!


*सूने*:-


✍️हनन्याह सफीरा जैसा परिवार (Family) परमेश्वर को हल्के में ले रहा है!


👉परमेश्वर के दास को हल्के में ले रहा है!


👉परमेश्वर के मिशन को हल्के में ले रहा है!


👉आपने जीवन को हल्के में ले रहा है!


👉उसे लगा सब चलता है!


👉थोड़ा झूठ बोल दूं चल जाएगा!


👉थोडी सी मस्ती करलु चल जाएगा!


*सूने*:-


👉उसे ये नहीं पता कलिसिया पतरस की नहीं!


⭐ *कलिसिया यीशु की है*

⭐ *ये मिशन यीशु का है*


👉जब तक वह तेरे पास रही, क्या तेरी न थी? और जब बिक गई तो उसकी कीमत क्या तेरे वश में न थी? तूने यह बात अपने मन में क्यों सोची? तूने मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से झूठ बोला है।”

(प्रेरितों के काम 5:4)


👉इस का मतलव है जबरदस्ती से परमेश्वर को किसी का पैसा नहीं चाहिए!

👉अगर आप देते हो तो अपनी मर्जी से दो!


👉पर इमानदारी से दो!


👉हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे; न कुढ़-कुढ़ के, और न दबाव से, क्योंकि परमेश्वर हर्ष से देनेवाले से प्रेम रखता है। 

(2 कुरिन्थियों 9:7)


*सूने*:-

✍️ये व्यक्ति, हनन्याह!


👉जमीन इस की थी!  

👉पैसा इस का था! 

👉चाहे 5 लाख में बेचा!


👉चाहे 10 लाख में वो पैसा इस का था!


👉5 लाख में बेचा कहता pastor जी 5 लाख का बेचा है ढाई लाख दूंगा!


👉10 लाख का बेचा है कहता pastor जी 5 लाख दूंगा !


👉ये कभी नहीं मरता! 


*सूने*:-

✍️इस ने झूठ बोला!

बिकी 10 लाख की बोला 5 लाख की बिकी है ,इस ने झूठ बोला!


👉इस ने पाप को हल्के में लिया!


👉कहता चलता है!


*सूने*:-

👉आज कितने लोग ऐसा जीवन जी रहे हैं कहते हैं चलता है!


👉अरे चर्च में जाएंगे पीछे बैठेगे मस्ती करेंगे!


👉इस को भी ऐसा लगा अरे चलता है!


⭐ *अगर ऐसा सोच कर चर्च में आओगे एक दिन खुद ही चलते हो जाओगे चार कंधे पे!*


👉 *ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए;* और सब सुननेवालों पर बड़ा भय छा गया।

(प्रेरितों के काम 5:5)


✍️ऐसा लगता है इसे heart attack आया होगा धड़ाम से नीचे गिर और मर गया!


👉इस को लगा मैं पतरस से झूठ बोल रहा हूं!


👉पतरस के साथ खेल रहा हूं!


👉ये पतरस के साथ नहीं परमेश्वर की आत्मा के साथ खेल रहा था


*सूने*:-

✍️ *इस की मौत क्यों हूई ?*


👉इस ने झूठ बोला!

👉 परमेश्वर को मजाक में लिया!

👉इस को लगा मै पतरस से झूठ बोल रहा हूं!

👉पाप को हल्के में लिया!


*सूने*:-

✍️उसने (परमेश्वर) तब नहीं बक्शा तो आज कैसे बक्शेगा!


👉यीशु मसीह कल और आज और युगानुयुग एक-सा है।

(इब्रानियों 13:8)


⭐ *मैं आप से request करता हूं!*


👉यीशु को मजाक में नहीं लेना!


👉उसकी सेवा को मजाक में नहीं लेना!


👉 *नहीं तो भरी पड जाएगा!*


👉 *पाप को हल्के में मत लेना!*


👉ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए; *और सब सुननेवालों पर बड़ा भय छा गया।*

(प्रेरितों के काम 5:5)


👉फिर जवानों ने उठकर उसकी अर्थी बनाई और बाहर ले जाकर गाड़ दिया। *लगभग तीन घंटे के बाद उसकी पत्नी, जो कुछ हुआ था न जानकर, भीतर आई।*

(प्रेरितों के काम 5:6-7)


✍️ *तीन घंटे!*


👉 *तीन घंटे तक उस मंडली में क्या teaching चल रही होगी सोचे ?*


👉पतरस ने कहा होगा देखा क्या हुआ!


👉परमेश्वर ने क्या किया!


👉झूठ बोलोगे!


👉पाप को हल्के में लोगे!


*सूने*:-

✍️कल तक तो Sunday चर्च अच्छा था सब ठीक था!


👉एक दम से इस आदमी ने ये क्या कर दिया ,इस घटना से सब की हालत ख़राब हो गई होगी!


👉अरे ये क्या हो गया!


👉 *लिखा है सब सूनने वालों पर भय नहीं बड़ा भय जा गया!*


✍️उनकी हालत ख़राब हो गई होगी!


👉जिस परमेश्वर को कहते थे प्यार प्यार करता है!

👉परमेश्वर प्यार करता है

👉परमेश्वर शांति देता है!


👉 अचानक से परमेश्वर ने ऐसा डंडा मार दिया एक आदमी की मौत हो गई!


👉उन्हें आ गया डर!


*सूने*:-


✍️अरे यार ये परमेश्वर प्यार भी करता सही है!


👉चंगाई देता है ,सही है!

👉शांति देता है ,सही है!


👉पर ये मरता भी है!


*सूने*:-


👉तब पतरस ने उससे कहा, “मुझे बता क्या तुम ने वह भूमि इतने ही में बेची थी?” *उसने कहा, “हाँ, इतने ही में।*” पतरस ने उससे कहा, “यह क्या बात है, कि तुम दोनों प्रभु के आत्मा की परीक्षा के लिए एक साथ सहमत हो गए? देख, तेरे पति के गाड़नेवाले द्वार ही पर खड़े हैं, और तुझे भी बाहर ले जाएँगे।”

(प्रेरितों के काम 5:8-9)


✍️दोनों ने मन बना लिया था कुछ भी हो जाए झूठ ही बोलेंगे!


👉 *तब वह तुरन्त उसके पाँवों पर गिर पड़ी, और प्राण छोड़ दिए;* और जवानों ने भीतर आकर उसे मरा पाया, और बाहर ले जाकर उसके पति के पास गाड़ दिया।

(प्रेरितों के काम 5:10)


⭐ *सवाल*


✍️इन दोनों को किस ने मारा!


👉आप कहेंगे परमेश्वर ने मारा!


*सूने*:-


👉दूसरा angle है!


👉इन के पाप ने मारा!


👉इन को लगा चलता है!


*ध्यान दें*:-

✍️मसीह बनाने के बाद, मसीह जीवन में पाप को कभी हल्के में नहीं लेना!


👉 *और सारी कलीसिया पर और इन बातों के सब सुननेवालों पर, बड़ा भय छा गया।*

(प्रेरितों के काम 5:11)


⭐ *परमेश्वर ने पतरस से ये क्यों करवाया ?*


👉 *ताकि लोगों में परमेश्वर का भय आए!*


👉और लोग पाप ना करें!


*मतलव*:-

✍️आज्ञा तोड़ने को हल्के में ना लें!


⭐ *दोनों में से कोई एक अगर उस दिन पाप को हल्के में ना लेता!*


✍️ *तो ये दोनों बच जाते!*


👉और यूसुफ नामक, साइप्रस का एक लेवी था जिसका नाम प्रेरितों ने बरनबास अर्थात् (शान्ति का पुत्र) रखा था। उसकी कुछ भूमि थी, जिसे उसने बेचा, और दाम के रुपये लाकर प्रेरितों के पाँवों पर रख दिए।

(प्रेरितों के काम 4:36,37)


👉हनन्याह नामक एक मनुष्य, और उसकी पत्नी सफीरा ने कुछ भूमि बेची। और उसके दाम में से कुछ रख छोड़ा; और यह बात उसकी पत्नी भी जानती थी, और उसका एक भाग लाकर प्रेरितों के पाँवों के आगे रख दिया।

(प्रेरितों के काम 5:1-2)

 

⭐ *दोनों वचनों को देखे!*


✍️ *क्या बरनाबास ने हल्के में लिया ?* 

👉 नही!


✍️ *क्या हनन्याह सफीरा ने हल्के में लिया!*

👉 हां!


✍️ *क्या बरनाबास ने झूठ बोला ?*

👉नही!


✍️ *क्या  हनन्याह सफीरा ने झूठ बोला ?*


👉 हां!


✍️क्या बरनाबास को परमेश्वर का भय था!

👉हां


✍️क्या हनन्याह सफीरा को परमेश्वर का भय था!


👉नहीं!


*सूने*:-


✍️आज भी चर्च में दो तरह के लोग होते!


👉एक बरनाबास के जैसे और दूसरे हनन्याह सफीरा के जैसे!


⭐ *एक बात*


✍️दोनों में से कोई उस दिन पाप को हल्के में ना लेता!

👉एक अच्छी गवाही होती!


👉एक से दो अच्छे हैं, क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है। क्योंकि *यदि उनमें से एक गिरे, तो दूसरा उसको उठाएगा;* परन्तु हाय उस पर जो अकेला होकर गिरे और उसका कोई उठानेवाला न हो।

(सभोपदेशक 4:9-10)


✍️यहां दिक्कत की बात ये है, दोनों के दोनों गिरे हुए हैं!


👉तो प्रश्न उठता है ,तो फिर उठाएगा कौन ?


*Take sin Lightly*

*पाप को हल्के में मत लो*


*God bless you*