आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
*एक मसीह या विश्वासी का काम*
👉यीशु ने उनसे कहा, “मेरा भोजन यह है, *कि अपने भेजनेवाले की इच्छा के अनुसार चलूँ और उसका काम पूरा करूँ।*
(यूहन्ना 4:34)
✍️ *यीशु और सामरी स्त्री*:-
👉 *यीशु का focus (निशाना) क्या है ?*
👉खाना नहीं,सोना नही :-
👉 *यीशु का famous होने का राज था !*
👉 *काम*:-
👉 *काम की वजह से*
*सूने*:-
👉 *“मेरा पिता परमेश्वर अब तक काम करता है, और मैं भी काम करता हूँ।”*(यूहन्ना 5:17)
✍️ *सब को परिचे हो गया था ये काम करता है!*
👉 *जो काम तूने मुझे करने को दिया था, उसे पूरा करके मैंने पृथ्वी पर तेरी महिमा की है।*
(यूहन्ना 17:4)
✍️ *ऐसा क्या काम है जो यीशु ने किया*?
👉सलीब का काम!
👉गतशमनी बाग :-
👉मेरी मर्जी नहीं आपकी मर्जी पूरी हो!
*उदाहरण*:-
⭐ *पहले आदम को भी काम दीया वो काम करें!*
👉तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को लेकर अदन की वाटिका में रख दिया, *कि वह उसमें काम करे और उसकी रखवाली करे।*
(उत्पत्ति 2:15)
⭐ *जब यीशु बारां साल के थे!*
👉उसने उनसे कहा, “तुम मुझे क्यों ढूँढ़ते थे? क्या नहीं जानते थे, कि मुझे अपने पिता के भवन में होना अवश्य है?”
(लूका 2:49)
👉फिर जाते हुए उसने एक मनुष्य को देखा, जो जन्म से अंधा था। और उसके चेलों ने उससे पूछा, “हे रब्बी, किसने पाप किया था कि यह अंधा जन्मा, इस मनुष्य ने, या उसके माता पिता ने?” यीशु ने उत्तर दिया, “न तो इसने पाप किया था, न इसके माता पिता ने परन्तु यह इसलिए हुआ, *कि परमेश्वर के काम उसमें प्रगट हों।* जिसने मुझे भेजा है; हमें उसके काम दिन ही दिन में करना अवश्य है। वह रात आनेवाली है जिसमें कोई काम नहीं कर सकता।
(यूहन्ना 9:1-4)
✍️ परमेश्वर चाहते हैं ,मनुष्य के द्वारा परमेश्वर की महिमा हो!
👉 *क्योंकि हम परमेश्वर के सहकर्मी हैं; तुम परमेश्वर की खेती और परमेश्वर के भवन हो।*
(1 कुरिन्थियों 3:9)
✍️ *हमें परमेश्वर ने आपने खेत में रखा है,काम करने के लिए!*
👉अगर आप pastor है
👉अगर आप आराधक है
*सूने*:-
✍️ *आपको काम करने के लिए रखा गया है!*
✍️ *आज हमारा focus (निशाना) क्या है!*
👉मेरे ज्ञान के न होने से मेरी प्रजा नाश हो गई; तूने मेरे ज्ञान को तुच्छ जाना है, इसलिए मैं तुझे अपना याजक रहने के अयोग्य ठहराऊँगा। इसलिए कि तूने अपने परमेश्वर की व्यवस्था को त्याग दिया है, मैं भी तेरे बाल-बच्चों को छोड़ दूँगा।
(होशे 4:6)
✍️ क्या आप सून रहे ,मेरे ज्ञान के बिना!
👉 *आपका जायद समय कहा लगता हैं!*
👉 *जब आप बाहर जाते हैं लोग पूछते है आप किस को मानते ,तो उन्हें बताने के लिए आपने पास्टर को फोन लगाना नहीं है, खुद बताना होगा!*
👉इसलिए वचन का ज्ञान होना जरूरी है!
👉मनुष्य हमें मसीह के सेवक और परमेश्वर के भेदों के भण्डारी समझे।(1 कुरिन्थियों 4:1)
✍️ हर चीज का ज्ञान होना जरूरी है!
*उदाहरण*:-
👉 *7 कलिसिया को 60 साल बाद दर्शन दीया!*
👉 *7 कलिसिया को 9 बार काम के बारे में बोला!*
👉“सरदीस की कलीसिया के स्वर्गदूत को लिख: “जिसके पास परमेश्वर की सात आत्माएँ और सात तारे हैं, *यह कहता है कि मैं तेरे कामों को जानता हूँ,* कि तू जीवित तो कहलाता है, पर है मरा हुआ। जागृत हो, और उन वस्तुओं को जो बाकी रह गई हैं, और जो मिटने को है, उन्हें दृढ़ कर; *क्योंकि मैंने तेरे किसी काम को अपने परमेश्वर के निकट पूरा नहीं पाया।*
(प्रकाशितवाक्य 3:1-2)
✍️ *आपने क्या काम किया है!*
👉 परमेश्वर ये नहीं पूछेगा कितना पैसा कमाया!
*कलिसिया क्या roll है*:-
✍️ *उसके काम को पूरा करना!*
👉 *कौन सा काम ?*
👉 *यीशु ने उनके पास आकर कहा, “स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिए तुम जाकर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ;* और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ और देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूँ।”
(मत्ती 28:18-20)
👉 *और उसने उनसे कहा, “तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो।*
(मरकुस 16:15)
✍️ *लोगों को प्रभु के राज्य में लाना है!*
*जरा सोचिए*......
👉 *हम कौन से काम में busy है!*
👉 *मैं तेरे काम, और तेरे परिश्रम, और तेरे धीरज को जानता हूँ;* और यह भी कि तू बुरे लोगों को तो देख नहीं सकता; और जो अपने आपको प्रेरित कहते हैं, और हैं नहीं, उन्हें तूने परखकर झूठा पाया।
(प्रकाशितवाक्य 2:2)
👉इसलिए स्मरण कर, कि तू कहाँ से गिरा है, *और मन फिरा और पहले के समान काम कर;* और यदि तू मन न फिराएगा, तो मैं तेरे पास आकर तेरी दीवट को उसके स्थान से हटा दूँगा।
(प्रकाशितवाक्य 2:5)
👉 *मैं तेरे कामों, और प्रेम, और विश्वास, और सेवा, और धीरज को जानता हूँ, और यह भी कि तेरे पिछले काम पहले से बढ़कर हैं।*(प्रकाशितवाक्य 2:19)
✍️ *सिर्फ काम,काम,काम के बारे में!*
👉 *“मैं तेरे कामों को जानता हूँ* कि तू न तो ठण्डा है और न गर्म; भला होता कि तू ठण्डा या गर्म होता।(प्रकाशितवाक्य 3:15)
✍️ *कामों में ना तो ठंडा है!*
👉 *कहता है पर जाता नहीं है!*
👉 *जब वे उपवास सहित प्रभु की उपासना कर रहे थे, तो पवित्र आत्मा ने कहा, “मेरे लिये बरनबास और शाऊल को उस काम के लिये अलग करो* जिसके लिये मैंने उन्हें बुलाया है।”
(प्रेरितों के काम 13:2)
✍️ *क्यों ये काम दीया?*
👉 *मैंने वो काम करवाना!*
"वचन पढे"
👉क्या वे ही मसीह के सेवक हैं? (मैं पागल के समान कहता हूँ) मैं उनसे बढ़कर हूँ! *अधिक परिश्रम करने में;* बार बार कैद होने में; कोड़े खाने में; बार बार मृत्यु के जोखिमों में। पाँच बार मैंने यहूदियों के हाथ से उनतालीस कोड़े खाए। तीन बार मैंने बेंतें खाई; एक बार पत्थराव किया गया; तीन बार जहाज जिन पर मैं चढ़ा था, टूट गए; एक रात दिन मैंने समुद्र में काटा।
(2 कुरिन्थियों 11:23-25)
✍️ पौलुश ने दूख उठाए!
👉क्योंकि अब मैं अर्घ के समान उण्डेला जाता हूँ, और मेरे संसार से जाने का समय आ पहुँचा है।
(2 तीमुथियुस 4:6)
✍️ *हम सभी को भी दूख उठाकर मसीह के काम को पूरा करने को कहा है!*
👉इसलिए हे मेरे प्रिय भाइयों, दृढ़ और अटल रहो, और प्रभु के काम में सर्वदा बढ़ते जाओ, क्योंकि यह जानते हो, *कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है।*
(1 कुरिन्थियों 15:58)
✍️ *प्रभु के काम में बढ़ते जाओ!*
👉 *हम सभी को चाहे कोई भी है!*
👉 *चाहे pastor है*
👉 *चाहे विश्वासी है*
👉 *परमेश्वर के काम को पूरा करना है!*
*God bless you all*
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