आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
*खुद को हिम्मत बांधो*
👉तीसरे दिन जब दाऊद अपने जनों समेत सिकलग पहुँचा, तब उन्होंने क्या देखा, कि अमालेकियों ने दक्षिण देश और सिकलग पर चढ़ाई की। *और सिकलग को मार के फूँक दिया,*
👉और उसमें की स्त्री आदि छोटे बड़े जितने थे, सब को बन्दी बनाकर ले गए; उन्होंने किसी को मार तो नहीं डाला, परन्तु सभी को लेकर अपना मार्ग लिया।
👉इसलिए जब दाऊद अपने जनों समेत उस नगर में पहुँचा, तब नगर तो जला पड़ा था, और स्त्रियाँ और बेटे-बेटियाँ बँधुआई में चली गई थीं।
(1 शमूएल 30:1-3)
✍️जब सिकलग को मार के फूँक दिया गया!
👉तो इस व्यक्ति (दाऊद )का reaction क्या था!
*ध्यान दें*:-
👉 *तब दाऊद और वे लोग जो उसके साथ थे चिल्लाकर इतना रोए, कि फिर उनमें रोने की शक्ति न रही।*
👉दाऊद की दोनों स्त्रियाँ, यिज्रेली अहीनोअम, और कर्मेली नाबाल की स्त्री अबीगैल, बन्दी बना ली गई थीं।
(1 शमूएल 30:4-5)
✍️ *इतना रोए!*
👉और क्यों ना रोए, तक हार कर घर जा रहे थे!
👉 युद्ध के मैदान से घर की और जा रहे, युद्ध जीत लिया हम विजय हो गए,
👉घर घर कब पहोंचेगे!
👉बच्चों से मिलेंगे, पत्नी से मिलेंगे!
👉मां बाप, बहन भाइयों से मिलेंगे और पता नहीं क्या- क्या!
👉और जब दूर से देखते है सिकलग जला पड़ा है, फूंक दिया गया है!
👉लिखा है इतना रोए की फिर रोने की शक्ति न रही।
👉दाऊद की दोनों पत्नी, बन्दी बना ली गई थीं।
👉 *जब ये हो रहा आपको दो character (चरित्र) मिलेगा!*
👉600 एक तरफ इकट्ठे हो गए!
👉दाऊद अकेला एक तरफ हो गया!
👉 *तो 600 का character (चरित्र)*
👉 *दाऊद का character (चरित्र)*
👉आज आपको दिखेगा!
👉 *और दाऊद बड़े संकट में पड़ा;* क्योंकि लोग अपने बेटे-बेटियों के कारण बहुत शोकित होकर उस पर पथरवाह करने की चर्चा कर रहे थे। परन्तु दाऊद ने अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण करके हियाव बाँधा।
(1 शमूएल 30:6)
✍️ *दाऊद बड़े संकट में पड़ा;*
👉बेटे-बेटियों चलेंगे!
👉पर कोई कंधे पर हाथ रख कर कहने वाला कोई नहीं दाऊद जैसे हमने पीछला युद्ध जीता हम जाएंगे और जा बेटे-बेटियों को लौटा लाएंगे!
👉ऐसी ताकत देने वाला दोस्त,सेनापति कोई नहीं!
👉दाऊद के कंधे पर हाथ रखकर थपथपा कर कहने वाला कोई नहीं!
👉 *बल्कि कह रहे हैं इस व्यक्ति को पत्थर से मार देगे!*
👉 *600 का character (चरित्र) या प्रतिक्रिया दाऊद के प्रति*
*ध्यान से सूने*:-
👉 *ऐसा कुछ 19,20 या इस से घटकर या बढ़कर आप प्रतिदिन या हफ्ते महीने में आप ऐसा challenge face (सामना) करते हैैं!*
👉चर्च पास्टर होकर!
👉विश्वासी होकर!
👉पति-पत्नी होकर!
👉ऐसा challenge face (सामना) करते हैं!
👉बड़ा संकट आ गया यार क्या करु, घर पर परेशानी है यार क्या करु!
👉मैं उस भाई बहन से बात कर रहा हूं!
👉मैं उस विश्वासी से बात कर रहा हूं!
👉उस पास्टर से बात कर रहा हूं!
👉जो कहीं कभी इस संकट में फंसा या पड़ा है!
*ध्यान दें*:-
✍️ऐसे time पर दाऊद ने क्या किया मैं वो angle रखने जा रहा हूं!
👉 *परन्तु दाऊद ने अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण करके हियाव बाँधा।*
(1 शमूएल 30:6)
✍️उसने खुद से बात करी अरे जिस परमेश्वर को मैं लेकर चल रहा हूं वो तो बड़ा महान है ना!
👉मुझे 600 लोगों से बचा लेगा!
👉मेरा परिवार चला गया उससे छुड़वा लेगा!
👉 *लिखा है उसने खुद को हिम्मत दी!*
👉कुछ लोग कहते हैं मैं बहुत तकलीफ़ में था मुझे किसी ने तसल्ली नहीं दी!
👉कुछ लोग कहते हैं मैं टूट गया था, मुझे किसी ने शांतुना नहीं दी!
*सूने*:-
👉दाऊद को दी किसी ने शांतुना!
👉दाऊद के 600 सिपाही कोई तो आकर कहता दाऊद कोई बात नहीं हम तो है ना तेरे साथ!
👉चलो जाकर लड़ते हैं लेकर आते हैं!
👉No
👉 बल्कि हाथ में पत्थर उठा लिए और कहा इसी की वजह से हमारा परिवार चला गया!
👉इसी राजा की वजह से अगर हम युद्ध पर ना जाते, तो आज परिवार के साथ होते!
👉और परिवार को सुरक्षित कर लेते इस आदमी के चलते!
*सूने सूने सूने*:-
✍️आप कहते हो ना मां-बाप मेरा भाई ,मेरी बहन,मेरे करीबी अगर phone करके पूछ लेते तो कितना अच्छा होता!
👉ऐसी बातों को अपने दिमाग से निकाल दो!
👉क्योंकि कोई किसी की मदद नहीं करता है!
*ध्यान से सूने*:-
👉 *क्योंकि जिसकी मदद आपको चाहिए उसका नाम है यीशु!*
👉 *जिस व्यक्ति से आपको बात करनी है वह है यीशु!*
"इसलिए मैं हमेशा कहता हूं"
👉आप संकट में हो, यीशु से प्रार्थना करें!
👉आप गुलामी महसूस कर रहे हो, यीशु से प्रार्थना करें!
👉आपको कोई सताह रहा है, यीशु से प्रार्थना करें!
👉आपके विरोध में बातें की जा रही हैं, यीशु से प्रार्थना करें!
👉आपके खुद के घर के लोग आप के विरोध में हैं, यीशु से प्रार्थना करें!
*दाऊद ने सिकलग में क्या किया ?*
👉खुद को हिम्मत बांधी!
👉दाऊद ने कहा 600 लोग हाथ में प्थर उठा लिया कोई बात नहीं!
👉मेरे परिवार अमालेकि ले गए, कोई बात नहीं!
*मुझे मदद कहा से मिलेंगी?*
👉मुझे मदद यहोवा से मिलेंगी!
👉मैं आपनी आंखे पर्वत की ओर लगा हुंगा!
👉मैं आपनी आंखे उस परमेश्वर पर लगाऊंगा!
👉 *इस व्यक्ति ने खुद को हिम्मत दी जिसका नाम है दाऊद!*
👉जानते कैसे?
👉जब यह भेड़ बकरी चराता था!
👉शेर चीता या भालू इसकी भेड़ या बकरी को लेकर भागता था,तब उसके पीछे भागता था!
👉और उसके जबड़े से अपना मेंम्ना निकाल लाता था!
👉जब उसको पता चला के गोलियथ 40 दिन से नाटक कर रहा है परमेश्वर को ललकार रहा है!
👉Challenge देने के लिए कोई नहीं है तब यह व्यक्ति खड़ा हुआ!
👉इसने कहा तू होता कौन है, परमेश्वर को challenge देने वाला तेरी औकात क्या है!
*सूने*:-
👉ऐसे कर कर यह बढ़ा हुआ!
👉दाऊद करता है वहां अगर मेरा परमेश्वर मुझे बचा सकता है, तो यहां भी मेेरा परमेश्वर मुझे बचा सकता है!
👉मैं आपसे कहना चाहता हूं!
👉आप गुलामी महसूस कर रहे हैं, हिम्मत बांधों!
👉पैसे की तंगी है, हिम्मत बांधों!
👉ऐसा कोई संकट आप पर आ गया!
👉आपका एक ही काम है खुद को हिम्मत बांधो!
👉 *जब दाऊद ने खुद को हिम्मत तो क्या?*
👉 *दाऊद सब का सब लौटा लाया।*
(1 शमूएल 30:19)
अंत में:- जब आपको महसूस हो कुछ ठीक नहीं है, मैं संकट में पड़ गया हूं!
👉 *ऐसे time पर सहारा ढुंढो परमेश्वर का*
👉 * राजा दाऊद ने ऐसे को याद क्या जो सच्ची आजादी दे सकता है!*
*God bless you*
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