पवित्र आत्मा
पवित्र आत्मा
आज जीस विषय को हम सिखेंगे वो हैं , पवित्र आत्मा।
तो सबसे पहले :-
1) पवित्र आत्मा कौन है ?
अ) पवित्र आत्मा एक परमेश्वर है
ब) और एक व्यक्ती है ।
जैसे एक व्यक्ती में वो सब गुण होते है,
1) Emotion होते हैं ,
2) सोच होती है ,
3) याददास होती है |
वो सारी चीजे पवित्र आत्मा मैं पायी जाती है ।
1) पवित्र आत्मा परमेश्वर है ये बात 100 % सच हैं ।
(2) पवित्र आत्मा एक व्यक्ती हैं ये बात 100% सच हैं।
2) लेकिन पवित्र आत्मा कौन नहीं है ?
तो :-
1) पवित्र आत्मा ना करंट है,
2) ना आग हैं ,
3) ना हवा हैं ,
4) ना बिजली है ,
5) ना पानी है,
6) ना तेल हैं.
7) ना झटका देता हैं ,
8) ना हसाता है और
9) ना ही निचे गिराता हैं ।
ये सारी Activitis आज मॉर्डन चर्चेस मैं चल रही है , जहा पे हम देख सकते है , बहुत सारे So Cold , मॅन ऑफ गोड जो हैं ये सारी ऍक्टिव्हिटीज को करते हुए पाये जाते है ।
अ) सबसे ज्यादा नीचे गिराना
ब) हाथ रखकर नीचे गिराना
क) जब पवित्र आत्मा आता है ,
ड) तो नीचे नहीं गिराता
इ) एक बार पवित्र आत्मा आपको मिल जाता है ,
ई) बाद में आपको हाथ रखने की जरूरत नही है ।
3) पवित्र आत्मा कब मिलता है ?
पवित्र आत्मा उसी दिन मिलता है , जिस दिन आपका उध्दार हो जाता है ।
आईये वचन देखते है :-
इफिसियों 1:13
और उसी में तुम पर भी जब तुम ने सत्य का वचन सुना, जो तुम्हारे उद्धार का सुसमाचार है, और जिस पर तुम ने विश्वास किया, प्रतिज्ञा किए हुए पवित्र आत्मा की छाप लगी।
इफिसियों 4:30
और परमेश्वर के पवित्र आत्मा को शोकित मत करो, जिस से तुम पर छुटकारे के दिन के लिये छाप दी गई है।
रोमियो 8:9
परन्तु जब कि परमेश्वर का आत्मा तुम में बसता है, तो तुम शारीरिक दशा में नहीं, परन्तु आत्मिक दशा में हो।
युहन्ना 14:16
और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे। अर्थात सत्य का आत्मा |
1 कुरिन्थियों 3:16
यदि कोई परमेश्वर के मन्दिर को नाश करेगा तो परमेश्वर उसे नाश करेगा; क्योंकि परमेश्वर का मन्दिर पवित्र है, और वह तुम हो।
यहेंजकेल 36:27
और मैं अपना आत्मा तुम्हारे भीतर देकर ऐसा करूंगा कि तुम मेरी विधियों पर चलोगे और मेरे नियमों को मान कर उनके अनुसार करोगे।
हे सारे वचन कहते है की जिस दिन हमारा उध्दार हो जाता है , उसी दिन से हमे पवित्र आत्मा मिल जाता है ।
इसका मतलब है , कि चाहें वो पतरस हो , पौलूस हो ,स्टीफन हो , या फिलिप हो , या फिर आगे जितनी कलीसिया है , पौलूस कि 14 लेटरस है , उन सभी जगह पर आप किसी के उपर फिरसे हाथ रखकर पवित्र आत्मा दिया गया , ऐसा कोई वचन नही है । ये आपको नही मिलेगा ।
कुछ लोग कहते है की परिपूर्ण हो गये है । इसके दो मतलब होते है ।
1) परिपूर्ण होना इसका मतलब ये पहले से भरा हुआ है ।
2) और दुसरा जो खाली है उसे परिपूर्ण करो ।
मत्ती 12:32 , मरकुस 3:28
जो कोई मनुष्य के पुत्र के विरोध में कोई बात कहेगा, उसका यह अपराध क्षमा किया जाएगा,
परन्तु जो कोई पवित्र-आत्मा के विरोध में कुछ कहेगा,
उसका अपराध न तो इस लोक में और न पर लोक में क्षमा किया जाएगा।
जो कोई पवित्र आत्मा के विरोध में ....
अ) जो अपमान शब्द बोलते है , या मजाक उडाते है ,ऐसा आपको नही कहना है ।
ब) वचन कहता है , ना ही तुम्हें माफी है । ना स्वर्ग मे माफी है , ना नरक मे माफी है।
क) इसका मतलब है आपको कही पर भी माफी नही है ।
क्यों ऐसा मै कहा रहा हू ,
1) क्युकी पवित्र आत्मा बहुत सेन्सिटिव्ह चीज है
2) याद रखिए ये येशू के शब्द हैं , जहा यीशु ने कहा है तुम किसी की भी बुराई करो वो चलेगा ,
3) लेकिन पवित्र आत्मा के विरोध में कोई बात नही करनी है
4) और नाही पवित्र आत्मा की सेविकाई मैं है , जो परमेश्वर कि सेविकाई करते है ।
आपको बहुत सेन्सिटिव्ह रहना है ।
इसलिये वचन की जानकारी होना बहुत जरुरी है ।
और दुसरा
4) पवित्र आत्मा का दान और फल कब मिलता है ?
1) आपको पवित्र आत्मा का दान और फल और सेविकाई उसी दिन मिल जाती है जिस दिन आपका उध्दार हो जाता है।
2) इसका मतलब है की जिस दिन आपको पवित्र आत्मा मिल गया है उसी दिन आपको उध्दार मिल जाता है ।
और अंत मे :-
पवित्र आत्मा का एक ही मक्सद है आपके अंदर रहने का (2)
पवित्र आत्मा का एक ही मक्सद है ,
कलसियाओ तयार करना , खरी शिक्षा के साथ ।
कलसियाओ तयार करना है पवित्र आत्मा का मक्सद है , आप के अंदर आने का ।
तो आज हमने सीखा की ,
1) पवित्र आत्मा कौन है ?
2) पवित्र आत्मा कौन नहीं है ?
3) पवित्र आत्मा कब मिलता है ?
4) पवित्र आत्मा का दान और फल कब मिलता है ?
5) पवित्र आत्मा का मक्सद क्या है ?
जय मसिह की ।
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