★ मशीह समाज में अंधविश्वास
अंधविश्वास :-
आज मसी समाज में बहुत सारे लोग अंधविश्वास पर चल रहे हैं । कौन-कौन से अंधविश्वास के साथ आज में आपके सामने रखने जा रहा हु ।
पहिला अंधविश्वास है ।
1) मनुष्य पहिले बंदर था :-
एक व्यक्ती, एक सायंटीस जीसका नाम हैं डार्विन । अपने Testment मे , अपने पुस्तक मैं लिखा है और आज भी चल रहा है। और स्कुलो मैं भी चल रहा था की इन्सान पहिले बंदर था , लेकिन धीरे-धीरे वो इंसान बना । ये जो लाजीक है , ये जो Study हैं सरासर वचन के बाहर है, गलत है।
और इसको हम मसीह लोग , बायबल वाले लोग विश्वास नहीं कर सकत है। क्योंकी परमेश्वरने पहिले बंदर को बनाया और उसके बाद मैं आदम को बनाया | बंदर का नाम बंदर है, ये नाम खुद आदम ने रखा। तो आदम बंदर कैसे हो सकता हैं ।
2) बिल्ली का रास्ता काटना :-
जब कबी भी रस्ते पे जब बिल्ली , या काली बील्ली गुजरती है तो उसको अपशकुन माना जाता हैं । वो लोग रास्ता क्रॉस नहीं करते|
यदी आप विश्वासी है,
यीशू के लहू से धोये गए हैं,
यीशू के संतान है,
तो किसी चीज पर विश्वास नहीं करना है | बेशक जो रास्ता है वो क्रॉस कर सकते हैं ।
3) नजर लगना या नजर लग गयी हैं :-
आपका बच्चा बहुत खूबसुरत हैं और आप बोलते हैं नजर लग गई है। घर मैं कोयी बिमार हैं तो , नमक से नजर उतरते हैं । हाथो में धागा बांधते है ।ऐसी कोयी नजर नहीं लगती हैं । उसमें डर ने की जरूरत नहीं है। ना किसी काली चीज को घर मैं लटकाना या घर के बाहर । अपको ऐसा कुछ नहीं करना हैं ।
क्योंकि आप विश्वासी है ,
आप इनसे आजाद हो चुके हैं।
4) वास्तू शास्त्र :-
इसका मतलब है की , घरका का दरवाजा कहा होना चाहिए , खिडकी कहा होने चाहिये , कौनसी यांगल से खिडकी का होना चाहिए और बाथरूम, बेडरूम कहा होना चाहिए?
तो वास्तुशास्त्र को हम मसीह लोग नहीं मानते|
और इसपर विश्वास नहीं करना है।
5 ) ताबीज को पहनना :-
ताबीज वो चाहे किसी का भी ताबीज हो,
वो चाहे रोजरी हो या
फिर कृस पहनना हो ,
या फिर ऐसा कोनसा भी ताबीज संतो का ,
मरे हुवे का हो ,
किसी का भी ताबीज नहीं पहनना है ।
और हम मसीह लोग जो है, बाहरी चीज को या दिखावटी चीजों को नहीं मानते । क्योंकि आपका शरीर ही पवित्र आत्मा का मंदिर हैं । तो हमें इसपर विश्वास नहीं करना हैं ।
6 ) किसमत को मानना :-
कहीं लोग कहते है मेरी किस्मत मैं नही है। इसलिए ऐसा हुवा है । मेरी किसमत में था इसलिए मुझे मील गया हैं ।
हम मसीह लोग इसको नहीं मानते और आपको भी नहीं मानना हैं ।
7 ) बायबल मैं से एक वचन उठाना :-
कही है लोग बायबल को पढते , ऐसे पढते हैं की , एक आख बंद करके , एक पन्ना निकालते हैं और जो भी वचन मिलता है, उनको ऐसा लगता है की ये मेरे लिए है । प्रभुने मुझे दिया है। और ऐसे करके दिन की शुरुवात करते हैं । ऐसा करना सरासर गलत है ।
क्योंकि परमेश्वर का हर वचन
जो भी प्रभुने लिखा है, और
जो भी प्रभुने दिया है ,
उसमें सामर्थ्य हैं ।
और वो आपके लिए लाभदायक ।
तो आपको एक वचन को जादू या मंत्र के तरह इस्तेमाल नहीं करना हैं ।
अंधविश्वास की तरह बायबल पड़ना बंद करे ।
रोमियो 1:22
वे अपने आपको बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गये ।
क्योंकि वह सत्य को नहीं जानते हैं ।
हम मसीह लोग :-
ऐसे किसी अंधविश्वास पर नही चलना है ,
नहीं मानना है ,
और किसी भी तरीके के अंधविश्वास पर विश्वास नहीं करना है |
तो आज हमने सिखा ,
कौन कौन सी चिजे नहीं मानना हैं ।
तो :-
1) मनुष्य पहिले बंदर था
2) बिल्ली का रास्ता काटना
3) नजर लगना या नजर लग गयी हैं
4) वास्तू शास्त्र
5 ) ताबीज पहनाना
6 ) किसमत को मानना
7 ) बायबल मैं से एक वचन उठाना
★ जय मसीह की
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