Saturday, 23 October 2021

पाप को हल्के में मत लो

 आज का विषय

एक बार जरुर पढ़े


*पाप को हल्के में मत लो*

*Take sin Lightly*


*हनन्याह सफीरा*


👉ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए;

(प्रेरितों के काम 5:5)


✍️इस घटना के कुछी दिन पहले पवित्र आत्मा पृथ्वी आ चूका था!

👉और 3000 लोगों का उद्धार हुआ था! 


👉और 3000 लोग प्रतीदिन उस कलिसिया में शिक्षा पाते थे!


👉और ये व्यक्ति उस पहली सदी की कलिसिया में था!


👉जिस का यीशु में बपतिस्मा हो चूका था!


👉उद्धार हो चूका था,नया जीवन पा चुका था, यीशु में आ चूका था!


👉और ये अकेला विश्वासी नहीं था इस की पत्नी भी विश्वासी थी!


*सूने*:-


✍️और ये वो व्यक्ति हैं जो पतरस जैसे pastor से teaching लेता था!


👉ये सब मैं क्यों बोल रहा हूं ताकि पूरा माजरा समझ आ जाए!


👉ये ऐसी कलिसिया थी!

जिसके pastor को एक chapter पहले धमकी दी गई थी के यीशु का प्रचार नहीं करना और 


👉पतरस pastor ने हाथ उठाकर प्रार्थना की!


👉और वो जगा हिल गई जहां पर ये pastor पतरस प्रार्थना कर रहा था!


👉कियों ?


✍️यीशु ने कहा मैने इस जगा को इसलिए हिलाया ताकि मैं सब को बता सकू इस pastor पतरस के साथ में मैं खड़ा हूं!


*सूने*:-


✍️ऐसी कलिसिया जो प्रतिदिन!

👉यीशु के पीछे चलना!

👉यीशु की शिक्षा पाना!

👉यीशु की गवाही देना!

👉पवित्र आत्मा का काम होना!

👉पतरस ने एक जन्म के लंगड़े को ठीक कर दिया!

👉पतरस की परछाई से लोगों का चंगा होना!

👉ये व्यक्ति ऐसी कलिसिया में सदस्य था!


 *इस घटना को एक एक करके देखेगे*


👉हनन्याह नामक एक मनुष्य, और उसकी पत्नी सफीरा ने कुछ भूमि बेची। और उसके दाम में से कुछ रख छोड़ा; 

और यह बात उसकी पत्नी भी जानती थी, और उसका एक भाग लाकर प्रेरितों के पाँवों के आगे रख दिया।

(प्रेरितों के काम 5:1-2)


✍️ उन दिनों में सब के सब परमेश्वर के मिशन में जूडे थे!

👉सब के सब परमेश्वर का काम बड़ी तेजी से कर रहे थे!


✍️मिशन क्या था ?


👉और यरूशलेम और सारे यहूदिया और सामरिया में, और पृथ्वी की छोर तक मेरे गवाह होंगे।”

(प्रेरितों के काम 1:8)


✍️मिशन के चलते एक ऐसी चीज जरुरत थी वो है पैसे!   


👉जिसकी बहुत जरूरत थी!


👉वो पैसा चाहे चांदी के रुप में आए तो भी स्वीकार है!

👉सोने के रूप में आए तो भी स्वीकार था

👉और कुछ ऐसा चलन भी था अपनी जमीन बेचो और प्रेरितो के पांव पर रखो!


*सूने*:-

✍️तो हनन्याह ने अपनी भूमी बेची!

👉 दिक्कत कहा पर हो गई इसकी भूमी कुछ ज्यादा पैसों की बिक गई!

👉इस की पत्नी ने कहा हम एक भाग चर्च में दे दूंगे दूसरा भाग हम रख लेगे!

👉इस का मतलब है ,दो भाग किए!

👉ऐसे करना पाप नहीं है!


*पर पाप कब हुआ और जिसको इन्होंने हल्के में लिया ?*


*सूने*:-


✍️इस से पहले एक व्यक्ति जिसका नाम है बरनबास!


👉और यूसुफ नामक, साइप्रस का एक लेवी था जिसका नाम प्रेरितों ने बरनबास अर्थात् (शान्ति का पुत्र) रखा था। उसकी कुछ भूमि थी, जिसे उसने बेचा, और दाम के रुपये लाकर प्रेरितों के पाँवों पर रख दिए।

(प्रेरितों के काम 4:36-37)


👉हनन्याह नामक एक मनुष्य, और उसकी पत्नी सफीरा ने कुछ भूमि बेची। और उसके दाम में से कुछ रख छोड़ा; और यह बात उसकी पत्नी भी जानती थी, और उसका एक भाग लाकर प्रेरितों के पाँवों के आगे रख दिया।

(प्रेरितों के काम 5:1-2)


✍️ दोनों ने ही भूमी बेची!


👉दोनों ने ही दाम के रुपए प्रेरितो के  पांवों के आगे रख दिया!

👉बरनबास पकड़ा नहीं गया 


👉कियोकि उसने इमानदारी दिखाई!


👉 *लेकिन पतरस ने हनन्याह को पकड़ लिया कैसे ?*


*सूने*:-


✍️ *किस ने कहा था के हनन्याह गलत है!*


✍️उस समय total बाइबल नहीं थी कुछ-कुछ हिस्सा था!


👉पर परमेश्वर ने परख की आत्मा जोरो से दी थी!


👉चंगाई की दान!

 

👉दूसरों की भाषा में प्रचार करने का दान!


👉जिसके चलते पवित्र आत्मा ने कहा बरनाबास सही है हनन्याह गलत है!


✍️जैसे ही ये पकड़ा गया!


👉परन्तु पतरस ने कहा, “हे हनन्याह! शैतान ने तेरे मन में यह बात क्यों डाली है *कि तू पवित्र आत्मा से झूठ बोले, और भूमि के दाम में से कुछ रख छोड़े?*

(प्रेरितों के काम 5:3)


*सूने*:-


👉इस की गलती ये नहीं थी इसने जमीन बेची!


👉इस की गलती ये नहीं थी इस ने पैसे रख लिये!


👉इस की गलत ये थी!


✍️ *इस ने झूठ बोला!*


👉कौन सी चर्च में झूठ बोल सका!


👉कौन से pastor के आगे झूठ बोल सका!


👉ऐसा सेवक जो परमेश्वर के मिशन में चल रहा है!


👉जो सच्चा है, इमानदार है!


*सूने*:-


✍️हनन्याह सफीरा जैसा परिवार (Family) परमेश्वर को हल्के में ले रहा है!


👉परमेश्वर के दास को हल्के में ले रहा है!


👉परमेश्वर के मिशन को हल्के में ले रहा है!


👉आपने जीवन को हल्के में ले रहा है!


👉उसे लगा सब चलता है!


👉थोड़ा झूठ बोल दूं चल जाएगा!


👉थोडी सी मस्ती करलु चल जाएगा!


*सूने*:-


👉उसे ये नहीं पता कलिसिया पतरस की नहीं!


⭐ *कलिसिया यीशु की है*

⭐ *ये मिशन यीशु का है*


👉जब तक वह तेरे पास रही, क्या तेरी न थी? और जब बिक गई तो उसकी कीमत क्या तेरे वश में न थी? तूने यह बात अपने मन में क्यों सोची? तूने मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से झूठ बोला है।”

(प्रेरितों के काम 5:4)


👉इस का मतलव है जबरदस्ती से परमेश्वर को किसी का पैसा नहीं चाहिए!

👉अगर आप देते हो तो अपनी मर्जी से दो!


👉पर इमानदारी से दो!


👉हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे; न कुढ़-कुढ़ के, और न दबाव से, क्योंकि परमेश्वर हर्ष से देनेवाले से प्रेम रखता है। 

(2 कुरिन्थियों 9:7)


*सूने*:-

✍️ये व्यक्ति, हनन्याह!


👉जमीन इस की थी!  

👉पैसा इस का था! 

👉चाहे 5 लाख में बेचा!


👉चाहे 10 लाख में वो पैसा इस का था!


👉5 लाख में बेचा कहता pastor जी 5 लाख का बेचा है ढाई लाख दूंगा!


👉10 लाख का बेचा है कहता pastor जी 5 लाख दूंगा !


👉ये कभी नहीं मरता! 


*सूने*:-

✍️इस ने झूठ बोला!

बिकी 10 लाख की बोला 5 लाख की बिकी है ,इस ने झूठ बोला!


👉इस ने पाप को हल्के में लिया!


👉कहता चलता है!


*सूने*:-

👉आज कितने लोग ऐसा जीवन जी रहे हैं कहते हैं चलता है!


👉अरे चर्च में जाएंगे पीछे बैठेगे मस्ती करेंगे!


👉इस को भी ऐसा लगा अरे चलता है!


⭐ *अगर ऐसा सोच कर चर्च में आओगे एक दिन खुद ही चलते हो जाओगे चार कंधे पे!*


👉 *ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए;* और सब सुननेवालों पर बड़ा भय छा गया।

(प्रेरितों के काम 5:5)


✍️ऐसा लगता है इसे heart attack आया होगा धड़ाम से नीचे गिर और मर गया!


👉इस को लगा मैं पतरस से झूठ बोल रहा हूं!


👉पतरस के साथ खेल रहा हूं!


👉ये पतरस के साथ नहीं परमेश्वर की आत्मा के साथ खेल रहा था


*सूने*:-

✍️ *इस की मौत क्यों हूई ?*


👉इस ने झूठ बोला!

👉 परमेश्वर को मजाक में लिया!

👉इस को लगा मै पतरस से झूठ बोल रहा हूं!

👉पाप को हल्के में लिया!


*सूने*:-

✍️उसने (परमेश्वर) तब नहीं बक्शा तो आज कैसे बक्शेगा!


👉यीशु मसीह कल और आज और युगानुयुग एक-सा है।

(इब्रानियों 13:8)


⭐ *मैं आप से request करता हूं!*


👉यीशु को मजाक में नहीं लेना!


👉उसकी सेवा को मजाक में नहीं लेना!


👉 *नहीं तो भरी पड जाएगा!*


👉 *पाप को हल्के में मत लेना!*


👉ये बातें सुनते ही हनन्याह गिर पड़ा, और प्राण छोड़ दिए; *और सब सुननेवालों पर बड़ा भय छा गया।*

(प्रेरितों के काम 5:5)


👉फिर जवानों ने उठकर उसकी अर्थी बनाई और बाहर ले जाकर गाड़ दिया। *लगभग तीन घंटे के बाद उसकी पत्नी, जो कुछ हुआ था न जानकर, भीतर आई।*

(प्रेरितों के काम 5:6-7)


✍️ *तीन घंटे!*


👉 *तीन घंटे तक उस मंडली में क्या teaching चल रही होगी सोचे ?*


👉पतरस ने कहा होगा देखा क्या हुआ!


👉परमेश्वर ने क्या किया!


👉झूठ बोलोगे!


👉पाप को हल्के में लोगे!


*सूने*:-

✍️कल तक तो Sunday चर्च अच्छा था सब ठीक था!


👉एक दम से इस आदमी ने ये क्या कर दिया ,इस घटना से सब की हालत ख़राब हो गई होगी!


👉अरे ये क्या हो गया!


👉 *लिखा है सब सूनने वालों पर भय नहीं बड़ा भय जा गया!*


✍️उनकी हालत ख़राब हो गई होगी!


👉जिस परमेश्वर को कहते थे प्यार प्यार करता है!

👉परमेश्वर प्यार करता है

👉परमेश्वर शांति देता है!


👉 अचानक से परमेश्वर ने ऐसा डंडा मार दिया एक आदमी की मौत हो गई!


👉उन्हें आ गया डर!


*सूने*:-


✍️अरे यार ये परमेश्वर प्यार भी करता सही है!


👉चंगाई देता है ,सही है!

👉शांति देता है ,सही है!


👉पर ये मरता भी है!


*सूने*:-


👉तब पतरस ने उससे कहा, “मुझे बता क्या तुम ने वह भूमि इतने ही में बेची थी?” *उसने कहा, “हाँ, इतने ही में।*” पतरस ने उससे कहा, “यह क्या बात है, कि तुम दोनों प्रभु के आत्मा की परीक्षा के लिए एक साथ सहमत हो गए? देख, तेरे पति के गाड़नेवाले द्वार ही पर खड़े हैं, और तुझे भी बाहर ले जाएँगे।”

(प्रेरितों के काम 5:8-9)


✍️दोनों ने मन बना लिया था कुछ भी हो जाए झूठ ही बोलेंगे!


👉 *तब वह तुरन्त उसके पाँवों पर गिर पड़ी, और प्राण छोड़ दिए;* और जवानों ने भीतर आकर उसे मरा पाया, और बाहर ले जाकर उसके पति के पास गाड़ दिया।

(प्रेरितों के काम 5:10)


⭐ *सवाल*


✍️इन दोनों को किस ने मारा!


👉आप कहेंगे परमेश्वर ने मारा!


*सूने*:-


👉दूसरा angle है!


👉इन के पाप ने मारा!


👉इन को लगा चलता है!


*ध्यान दें*:-

✍️मसीह बनाने के बाद, मसीह जीवन में पाप को कभी हल्के में नहीं लेना!


👉 *और सारी कलीसिया पर और इन बातों के सब सुननेवालों पर, बड़ा भय छा गया।*

(प्रेरितों के काम 5:11)


⭐ *परमेश्वर ने पतरस से ये क्यों करवाया ?*


👉 *ताकि लोगों में परमेश्वर का भय आए!*


👉और लोग पाप ना करें!


*मतलव*:-

✍️आज्ञा तोड़ने को हल्के में ना लें!


⭐ *दोनों में से कोई एक अगर उस दिन पाप को हल्के में ना लेता!*


✍️ *तो ये दोनों बच जाते!*


👉और यूसुफ नामक, साइप्रस का एक लेवी था जिसका नाम प्रेरितों ने बरनबास अर्थात् (शान्ति का पुत्र) रखा था। उसकी कुछ भूमि थी, जिसे उसने बेचा, और दाम के रुपये लाकर प्रेरितों के पाँवों पर रख दिए।

(प्रेरितों के काम 4:36,37)


👉हनन्याह नामक एक मनुष्य, और उसकी पत्नी सफीरा ने कुछ भूमि बेची। और उसके दाम में से कुछ रख छोड़ा; और यह बात उसकी पत्नी भी जानती थी, और उसका एक भाग लाकर प्रेरितों के पाँवों के आगे रख दिया।

(प्रेरितों के काम 5:1-2)

 

⭐ *दोनों वचनों को देखे!*


✍️ *क्या बरनाबास ने हल्के में लिया ?* 

👉 नही!


✍️ *क्या हनन्याह सफीरा ने हल्के में लिया!*

👉 हां!


✍️ *क्या बरनाबास ने झूठ बोला ?*

👉नही!


✍️ *क्या  हनन्याह सफीरा ने झूठ बोला ?*


👉 हां!


✍️क्या बरनाबास को परमेश्वर का भय था!

👉हां


✍️क्या हनन्याह सफीरा को परमेश्वर का भय था!


👉नहीं!


*सूने*:-


✍️आज भी चर्च में दो तरह के लोग होते!


👉एक बरनाबास के जैसे और दूसरे हनन्याह सफीरा के जैसे!


⭐ *एक बात*


✍️दोनों में से कोई उस दिन पाप को हल्के में ना लेता!

👉एक अच्छी गवाही होती!


👉एक से दो अच्छे हैं, क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है। क्योंकि *यदि उनमें से एक गिरे, तो दूसरा उसको उठाएगा;* परन्तु हाय उस पर जो अकेला होकर गिरे और उसका कोई उठानेवाला न हो।

(सभोपदेशक 4:9-10)


✍️यहां दिक्कत की बात ये है, दोनों के दोनों गिरे हुए हैं!


👉तो प्रश्न उठता है ,तो फिर उठाएगा कौन ?


*Take sin Lightly*

*पाप को हल्के में मत लो*


*God bless you*

No comments:

Post a Comment