आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
*वचन और शैतानी बातें या अनूभव*
*शैतान के धोखे से कैसे बचे*
✍️ मसीह में आने के बाद आपको जब तक आप जिंदा हैं दो लोगों का सामना करना पड़ता है!
✍️दोनों में एक चीज कोमन है वह है दोनों दिखाई नहीं देते और उपलब्ध (मौजूद) हैं!
✍️ दोनों को हमें समझना (जानना) है!
👉एक है परमेश्वर!
👉दूसरा है शैतान!
*शैतान*
👉इसलिए प्रभु में और उसकी शक्ति के प्रभाव में बलवन्त बनो। परमेश्वर के सारे हथियार बाँध लो *कि तुम शैतान की युक्तियों के सामने खड़े रह सको।*
(इफिसियों 6:10-11)
👉और यह कुछ अचम्भे की बात नहीं क्योंकि *शैतान आप भी ज्योतिर्मय स्वर्गदूत का रूप धारण करता है।*
(2 कुरिन्थियों 11:14)
✍️शैतान धोखेबाज हैं!
*सूने*:
✍️शैतान हमेशा वचन को ही Twist (तोड़ मरोड़) करता है!
*उदाहरण:-*
✍️अदन के बाग से अब तक!
✍️ *शैतान का एक ही काम है:-*
✍️ *वचन को तोड़ मरोड़ कर पेश करना!*
👉यीशु ने उत्तर दिया, “लिखा है, ‘मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं, परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है जीवित रहेगा।’”
(मत्ती 4:4)
✍️ उस ने वचन के साथ कुछ supernatural चीजें करने को कहा !
👉कैसे ? (मत्ती 4 अध्याय)
*सूने*:-
✍️ *लेकिन यीशु जानता था कैसे जवाब देना है*
✍️ *अगर आपको भी वचन पता होगा तो शैतान का सामना आसानी से कर सकते हैं!*
👉और जंगल में चालीस दिन तक शैतान ने उसकी परीक्षा की; और वह वन-पशुओं के साथ रहा; और स्वर्गदूत उसकी सेवा करते रहे।
(मरकुस 1:13)
*मतलब:-*
✍️ यीशु का सामना 40 दिन शैतान के साथ भी हुआ और स्वर्गदूतों के साथ भी हुआ!
*सूने*:
✍️ यीशु को पता था शैतान कौन है और दूत कौन है!
✍️यीशु को पता था शैतान की हरकतें क्या है और स्वर्ग दूतों की हरकतें क्या है!
👉 वैसे ही आज यीशु की सेवाकाई में!
👉आप पास्टर हैं !
👉या विश्वासी हैं !
✍️आपको भी परख करना है लुसिफर कौन है स्वर्गदूत कौन है!
✍️यह कैसे परख कर सकते है ?
👉जवाब है:- वचन का सही ज्ञान!
*सूने*:
✍️ 90% लोग फंस जाते हैं!
*सवाल:-*
👉कया शैतान fasting में या
meeting में है अनोखी बातें दिखा सकता है!
(फंसा सकता है)
*सूने*:-
✍️ याद रखें शैतान यीशु के पास कब आया!
👉 शैतान ने भी वचन रखा!
👉 यीशु ने भी वचन रखा!
✍️ पर यीशु जीत गया!
✍️क्योंकि यीशु को वचन ठीक से रखना आता था!
👉अपने आपको परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करनेवाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्जित होने न पाए, *और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो।*
(2 तीमुथियुस 2:15)
*सूने*:-
✍️अगर शैतान के धोखे से बचना चाहते हैं!
👉तो वचन का सही ज्ञान होना बहुत जरूरी है!
✍️पतरस परख नहीं पाया!
👉यीशु कैसरिया फिलिप्पी के प्रदेश में आकर अपने चेलों से पूछने लगा, “लोग मनुष्य के पुत्र को क्या कहते हैं?” उन्होंने कहा, “कुछ तो यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला कहते हैं और कुछ एलिय्याह, और कुछ यिर्मयाह या भविष्यद्वक्ताओं में से कोई एक कहते हैं।” उसने उनसे कहा, “परन्तु तुम मुझे क्या कहते हो?” शमौन पतरस ने उत्तर दिया, “तू जीविते परमेश्वर का पुत्र मसीह है।” यीशु ने उसको उत्तर दिया, “हे शमौन, योना के पुत्र, तू धन्य है; क्योंकि माँस और लहू ने नहीं, परन्तु मेरे पिता ने जो स्वर्ग में है, यह बात तुझ पर प्रगट की है।
(मत्ती 16:13-17)
✍️पतरस परमेश्वर की अगुवाई में बोला!
👉और मैं भी तुझ से कहता हूँ, कि तू पतरस है, और मैं इस पत्थर पर अपनी कलीसिया बनाऊँगा, और अधोलोक के फाटक उस पर प्रबल न होंगे। मैं तुझे स्वर्ग के राज्य की कुँजियाँ दूँगा: और जो कुछ तू पृथ्वी पर बाँधेगा, वह स्वर्ग में बँधेगा; और जो कुछ तू पृथ्वी पर खोलेगा, वह स्वर्ग में खुलेगा।” तब उसने चेलों को चेतावनी दी, “किसी से न कहना! कि मैं मसीह हूँ।” उस समय से यीशु अपने चेलों को बताने लगा, “मुझे अवश्य है, कि यरूशलेम को जाऊँ, और प्राचीनों और प्रधान याजकों और शास्त्रियों के हाथ से बहुत दुःख उठाऊँ; और मार डाला जाऊँ; और तीसरे दिन जी उठूँ।” इस पर पतरस उसे अलग ले जाकर डाँटने लगा, “हे प्रभु, परमेश्वर न करे! तुझ पर ऐसा कभी न होगा।”
(मत्ती 16:18-22)
👉उसने फिरकर पतरस से कहा, “हे शैतान, मेरे सामने से दूर हो! तू मेरे लिये ठोकर का कारण है; क्योंकि तू परमेश्वर की बातें नहीं, पर मनुष्यों की बातों पर मन लगाता है।”
(मत्ती 16:23)
✍️दूसरे ही पल वो शैतान की अगुवाई में बोल पड़ा!
👉पतरस से गलती कहां हुई ?
✍️वो परख नहीं पाया मुझे Lead कौन कर रहा है!
👉हम Pastor है!
👉हम Worshipper है!
👉हम Leader है!
👉believer है!
✍️एक बारीक सी लाईन होती है हमें उसे देखना है!
✍️हमे Lead कौन कर रहा है!
👉अगर इसे समझ नहीं पाए तो गई भैंस पानी में!
*उदाहरण*:-
✍️जादूगरों ने भी सांप बनाया!
👉पर मूसा को पता था उसका सांप कौन सा है!
👉मूसा को परखना आता था!
*सूने*:-
✍️शैतान को नकल करना अच्छे से आता है!
*उदाहरण*:-
*आदम हव्वा:-
👉परन्तु मैं डरता हूँ कि जैसे साँप ने अपनी चतुराई से हव्वा को बहकाया, वैसे ही तुम्हारे मन उस सिधाई और पवित्रता से जो मसीह के साथ होनी चाहिए कहीं भ्रष्ट न किए जाएँ।
(1 थिस्स. 3:5, उत्प. 3:13)
(2 कुरिन्थियों 11:3)
✍️लुसिफर ने वचन को तोड़ मरोड़ कर पेश किया!
✍️वो परख नहीं पाए !
✍️हव्वा से गलती हो गई!
*सूने*:-
👉 कहीं आप से तो गलती नहीं हो रही!
✍️ लुसिफर आया उनकी बिरादरी (जानवरों)के रूप में!
✍️लुसिफर direct नहीं आया वह बहुत smart है!
✍️इसलिए हम सावधान रहना
है!
👉इसलिए यदि उसके सेवक भी धार्मिकता के सेवकों जैसा रूप धरें, तो कुछ बड़ी बात नहीं, परन्तु उनका अन्त उनके कामों के अनुसार होगा।
(2 कुरिन्थियों 11:15)
✍️आज बहुत सारे लोग परख नहीं पा रहे!
👉 क्या Biblical है!
👉 क्या Non Biblical है!
✍️इसी के चलते बिगड़ रहे!
👉इसी के चलते non biblical activity कलिसिया में घूस चूकी है!
*सूने*:-
✍️आज कल के prophet से बच के रहना है!
👉ऐसा क्यों ?
✍️ऐसे लोगों से भी सावधान रहें !
👉जो कहते हैं मुझे प्रभु का आत्मा बता रहा है !
👉मुझे प्रभु का आत्मा बता रहा है !
👉या मुझे से प्रभु कह रहा है!
*सूने*:-
✍️जो वो कह रहा है पहले वचन से पक्का करें!
✍️फिर प्रभु से प्रार्थना करे मुझे बता!
*सूने*:-
✍️कोई भी
👉दान !
👉दर्शन !
👉स्वर्ग का दर्शन!
👉स्वर्ग दूतों की सेवा!
👉आत्मिक सपना!
👉या सुपर नेचुरल चीजें नहीं मांगनी!
*सूने*:-
✍️क्योंकि प्रभु को पता है आपको कब क्या देना है!
✍️ यह हम तय नहीं करेंगे पवित्र आत्मा तय करेगा कौन सा
👉आत्मिक दर्शन!
👉या कौन सा दूत भेजना है!
✍️कुछ लोग सिखा रहे हैं दो-दो घंटे स्वर्ग में जा सकते हैं यह बहुत बड़ा धोखा है कोई भी सुपरनैचुरल एक्टिविटी पवित्र आत्मा तय!
*सूने*:-
✍️शैतान के धोखे से बचें!
*God bless you*
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