आज का विषय
एक बार जरुर पढ़े
*आमीन का सही अर्थ क्या है ?*
✍️आज मेरा संदेश उन लोगों के लिए है, जो किसी भी Post या लेख पर आमीन लिख देते है!
👉मसीह में आने के बाद हर कोई किसी भी बात के लिये!
👉आमीन लिख कर post को Facebook ,WhatsApp , Instagram ,
👉या किसी भी social media पर post कर देता है।
⭐ *आमीन का सही अर्थ*
✍️इब्रानी भाषा के मूल शब्द Ἀμήν, (Amen) से आमीन शब्द निकला है।
👉जिसे की यहूदी लोग प्रार्थना के अंत में इस्तेमाल करते हैं।
👉और यह अन्य भाषाओ में आमीन हो गया।
👉जिसे मुस्लिम लोग भी प्रार्थना ख़त्म होने के बाद इस्तेमाल करते हैं।
👉इसे अक्सर प्रार्थना के समाप्त होने पर ही बोला जाता है!
"जिस का मतलब होता है"
✍️ *ऐसा ही हो,*
👉क्योंकि परमेश्वर की जितनी प्रतिज्ञाएँ हैं, वे सब उसी में ‘हाँ’ के साथ हैं इसलिए उसके द्वारा आमीन भी हुई, कि हमारे द्वारा परमेश्वर की महिमा हो।
(2 कुरिन्थियों 1:20)
*मतलव*:-
✍️वे सब उसी में हां के साथ है अर्थात, परमेश्वर की प्रतिज्ञाएं निशिचत रुप से पूरी होती है!
👉इन प्रतिज्ञाओं की हां मसीह में हैं!
👉उसके द्वारा आमीन भी हुई , अर्थात, *आमीन कहकर अपनी सहमति देते हैं!*
👉और प्रार्थना समाप्त कर दी जाती है!
👉इसका इस्तेमाल पुराना नियम में और नय नियम में बहुत बार आया है!
👉व्यवस्था पुस्तक (27:15-26) में बहुत बार आया है!
👉‘श्रापित हो वह मनुष्य जो कोई मूर्ति कारीगर से खुदवाकर या ढलवा कर निराले स्थान में स्थापन करे, क्योंकि इससे यहोवा घृणा करता है।’ तब सब लोग कहें, ‘आमीन।’
(व्यवस्थाविवरण 27:15)
👉अनादिकाल से अनंतकाल तक इस्राइल का परमेस्वर यहोवा धन्य है। ” तब समस्त प्रजा ने “आमीन ” कहा : और यहोवा की स्तुति की। (1इतिहास 16:36)
👉लौदीकिया की कलीसिया के दूत को यह लिख ” जो आमीन और विश्वास योग्य है!
और सच्चा गवाह है
👉और परमेस्वर की सृष्टि का मूल कारण है,वह कहता है। (प्रकाशित 3:14 )
*सूने*:-
✍️ *इन वचनो के आधार पर हम अगर देखते हैं तो आमीन सिर्फ महत्वपूर्ण अवसरों पर ही बोले जाने वाला शब्द है।*
👉 *मगर आज तो आमीन हर कोई हर जगह इस्तेमाल करता नज़र आता है।*
👉सबसे ज़्यादा यह (यीशु)
की तस्वीर पर इस्तेमाल होता है, जो की उनकी तस्वीर है ही नहीं!
👉वो सिर्फ एक अभिनेता की तस्वीर होती है , जिसे लोग यीशु समझते है!
👉कल का एक सीन आप को बताना चाहूँगा, Facebook पर एक Pastor live होने वाले थे!
👉मगर वो live हुए नहीं उनकी खाली कुर्सी उनके ऑफिस में रखी थी!
👉पूरे 10 मिनट तक लोग उस खाली कुर्सी को आमीन लिखते रहे।
👉अब आप इसे क्या कहेंगे!
👉ये सही या गलत है।
"सोच कर देखें"
*सूने*:-
✍️अभी कुछ दिन पहले एक Pastor की पत्नी खड़ी थी
👉उसकी फोटो को एडिट करके उसे एक स्वर्गदूत बना कर पेश किया और लोग उसी को सेंकडो की संख्या में आमीन लिखने लगे!
👉 *क्या यह सही है ?*
*और सूने*
✍️एक बीमार व्यक्ति की फोटो पर आमीन लिखकर उसे post किया!
👉और लिखा के आमीन लिखो!
👉किसी गरीब की फोटो डाल कर कहते हैं आमीन लिखो, क्या यह मसीहत है।
👉यह सब हमे यीशु मसीह ने तो नहीं सिखाया ,फिर लोग ऐसी शिक्षा पर क्यों चल रहें हैं!
*God bless you*
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