आज का विषय
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प्रश्न:- *क्या शमूएल की आत्मा को औरत ने बुलाया था ?*
👉तब शाऊल ने अपने कर्मचारियों से कहा, “मेरे लिये किसी भूत-सिद्धि करनेवाली को ढूँढ़ो, कि मैं उसके पास जाकर उससे पूछूँ।” उसके कर्मचारियों ने उससे कहा, “एनदोर में एक भूत-सिद्धि करनेवाली रहती है।”
👉तब शाऊल ने अपना भेष बदला, और दूसरे कपड़े पहनकर, दो मनुष्य संग लेकर, रातों-रात चलकर उस स्त्री के पास गया; और कहा, “अपने सिद्धि भूत से मेरे लिये भावी कहलवा, और जिसका नाम मैं लूँगा उसे बुलवा दे।
👉” स्त्री ने उससे कहा, “तू जानता है कि शाऊल ने क्या किया है, कि उसने ओझों और भूत-सिद्धि करनेवालों का देश से नाश किया है। फिर तू मेरे प्राण के लिये क्यों फंदा लगाता है कि मुझे मरवा डाले।
👉” शाऊल ने यहोवा की शपथ खाकर उससे कहा, “यहोवा के जीवन की शपथ, इस बात के कारण तुझे दण्ड न मिलेगा।
👉” तब स्त्री ने पूछा, “मैं तेरे लिये किसको बुलाऊँ?” उसने कहा, “शमूएल को मेरे लिये बुला।”
(1 शमूएल 28:7-11)
👉 *जब स्त्री ने शमूएल को देखा, तब ऊँचे शब्द से चिल्लाई;* और शाऊल से कहा, “तूने मुझे क्यों धोखा दिया? तू तो शाऊल है।”
👉राजा ने उससे कहा, “मत डर; तुझे क्या देख पड़ता है?”
👉स्त्री ने शाऊल से कहा, “मुझे एक देवता पृथ्वी में से चढ़ता हुआ दिखाई पड़ता है।” उसने उससे पूछा, “उसका कैसा रूप है?”
👉उसने कहा, “एक बूढ़ा पुरुष बागा ओढ़े हुए चढ़ा आता है।” तब शाऊल ने निश्चय जानकर कि वह शमूएल है, औंधे मुँह भूमि पर गिरकर दण्डवत् किया।
(1 शमूएल 28:12-14)
*ध्यान से सूने*:-
"लिखा है"
✍️ *तब स्त्री ने पूछा, “मैं तेरे लिये किसको बुलाऊँ?” उसने कहा, “शमूएल को मेरे लिये बुला।”*
*अब ध्यान से सूने*:-
"लिखा है"
✍️ *ऐसा नहीं लिखा औरत ने कहा अच्छा मैं तेरे शमूएल को बुला रही हूं!*
👉 *जब स्त्री ने शमूएल को देखा, तब ऊँचे शब्द से चिल्लाई;*
👉 *जब स्त्री ने शमूएल को देखा!*
👉 *ऐसा नहीं लिखा स्त्री ने शमुएल को बुलाया था!*
👉मैं फिर कहता हूं!
👉वो देख रही है!
👉एक भी line में नहीं लिखा के उसने शमुएल को खुद बुलाया!
प्रश्न:- *क्या कोई भूत सिद्धी करने वाली या भावी कहलाने वाली परमेश्वर के लोगो को बुला सकती है!*
👉 *मैं वापस कह देता हूं, वो नहीं कर सकते ये!*
👉 *क्योंकि जब तक परमेश्वर इजाजत नही देता, पृथ्वी पर कोई प्रभु का दास नहीं आ सकता!*
*ध्यान से सूने*:-
👉जब वह प्रार्थना कर ही रहा था, तो उसके चेहरे का रूप बदल गया, और उसका वस्त्र श्वेत होकर चमकने लगा। *तब, मूसा और एलिय्याह, ये दो पुरुष उसके साथ बातें कर रहे थे।* ये महिमा सहित दिखाई दिए, और उसके मरने की चर्चा कर रहे थे, जो यरूशलेम में होनेवाला था।
(लूका 9:29-31)
✍️ *तब, मूसा और एलिय्याह, ये दो पुरुष उसके साथ बातें कर रहे थे।*
*मतलव*:-
✍️ *जब तक प्रभु नहीं भेजेगा कोई प्रभु का दास पृथ्वी नहीं आ सकता!*
*God bless you*
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